कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 2 मार्च। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जितेन्द्र सुराना ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा पेश बजट को अब तक का सबसे निराशाजनक और छत्तीसगढ़ के युवाओं का अहित करने वाला बताया है।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति में कहा कि, विधानसभा चुनाव से पूर्व हर घर रोजगार घर-घर रोजगार का नारा देने वालों ने छत्तीसगढ़ के 10 लाख बेरोजगारों को 2500 रुपये प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, लेकिन बजट में नई नौकरी, स्वरोजगार, कौशल विकास का जिक्र तक नहीं है, न स्वरोजगार को लेकर कोई ठोस नीति है और ना ही बेरोजगारी भत्ता के लिए कोई प्रावधान। उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली प्रदेश की सरकार ने छत्तीसगढ़ के युवाओं को धोखा दिया है और बीते दो वर्षों का बेरोजगारी भत्ता जो लगभग 6 हजार करोड़ से अधिक है की राशि दबा कर बैठी है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पूछा है कि, युवाओं के हक को दबा कर नवा छत्तीसगढ़ गढऩे की कल्पना कैसे की जा सकती है। बजट में रोजगार को लेकर, रोजगार के अवसर बढ़ाने वाले भी कोई प्रावधान नहीं हैं।
उद्योग की स्थिति 2 वर्ष में निराशाजनक हो गयी है। बजट में नए उद्योग को लेकर कोई ठोस नीति स्पष्ट नजर नहीं आती। छत्तीसगढ़ के युवाओं का भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है।