बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 3 मार्च। भाजपा ने आरोप लगाया है कि पंचायत के कामों में भारी धांधलेबाजी हो रही है। मशीनों से काम लिए जाने से मजदूर अब मिर्च तोडऩे तेलंगाना जाने मजबूर हो गए हैं। ये काम कांग्रेसी नेता ले रहे हैं और नगद भुगतान कर रहे हैं।
यहां पत्रकारों से चर्चा में पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा, भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास राव मुदलियार, वरिष्ठ भाजपा नेता घासीराम एवं सत्येंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि कुछ दिनों पहले उन्होंने भोपालपटनम ब्लॉक के तमलापल्ली पंचायत का दौरा किया था और लोगों से बात की। लोगों ने बताया कि एक साल पहले मंजूर कई काम शुरू नहीं हो पाए हैं और जो शुरू किए गए हैं, वे अधूरे हैं। मनरेगा के काम में पोकलेन एवं जेसीबी का इस्तेमाल हो रहा है। इससे मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है। इस ओर प्रशासन आंख मंूदे हुए है।
पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि चूंकि मनरेगा की राशि केन्द्र से आती है, इसलिए वे इस मसले को लोक सभा में उठाएंगे। इधर, विधानसभा का सत्र चल रहा है। इसमें भी इस मामले को भाजपा उठाएगी। प्रशासन के आंख मंूद लेने से मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है और वे पड़ोसी प्रांत तेलंगाना में मिर्च तोडऩे जा रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि दीगर जिलों एवं राज्यों के ट्रैक्टर भी तालाब खोदने के लिए मंगाए गए हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि मनरेगा के काम का सामाजिक मूल्यांकन होना चाहिए। इसमें विपक्षी दल के प्रतिनिधियों और मीडिया की मौजूदूगी होनी चाहिए, ताकि मूल्यांकन पारदर्शी हो। छग के बजट पर उन्होंने कहा कि इससे ना तो किसानों और ना ही बेरोजगारों को लाभ है। सरकारी कर्मचारी भी ठगे से रह गए हैं।
चावल में घपलेबाजी
उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना काल में अप्रैल से नवंबर तक का चावल केन्द्र से भेजा गया था। इसे गरीबों को मुफ्त में देना था, लेकिन दो माह का चावल ही दिया गया। सोसायटी संचालकों का कहना है कि ये चावल डीडी जमा करने पर मिला। पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने आरोप लगाया कि केन्द्र के चावल के वितरण में बड़ी धंाधली हुई है।