कोण्डागांव
विश्रामपुरी, 4 मार्च। विश्रामपुरी मेला के लिए प्रशासन के द्वारा 24 मार्च की तिथि तय की गई थी जिस पर ग्रामीणों ने इस तिथि पर मेला के आयोजन से इनकार करते हुए परंपरागत माह की तिथि पर ही मेला के आयोजन की पहल की। तत्पश्चात ग्राम प्रमुखों की बैठक हुई जिसमें तय किया गया कि विश्रामपुरी मेला का आयोजन प्रशासन के द्वारा तय की गई तिथि 24 मार्च को नहीं होगा। क्योंकि यहां कभी भी फागुन माह में मेला का आयोजन नहीं होता है। अत: यहां मेला चैत्र मास में 21 अप्रैल को होगा तथा 22 अप्रैल को इस मेला के आयोजन को लेकर शासकीय अवकाश घोषित किया जाएगा। ग्राम प्रमुखों के द्वारा तय की गई तिथि पर प्रशासन ने भी सहमति जताई है।
कार्यक्रम अनुसार सोमवार को देवी देवताओं की यात्रा तथा मंगलवार को देवी देवताओं की सेवा तत्पश्चात बुधवार को पेन मड़ई का आयोजन होगा। मेले में इस वर्ष भी सर्कस झूला आदि के आयोजन की अनुमति नहीं होगी। कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए इस वर्ष मेला का आयोजन होगा।
विश्रामपुरी मेला लगभग सप्ताहभर तक चलता है जिसमें विभिन्न प्रकार के झूले सर्कस आदि के अलावा दूरदराज से व्यापारी यहां पहुंचते हैं तथा मेला आकर्षण का केंद्र बना रहता है। मेले के आयोजन को लेकर ग्रामीण भी सप्ताह भर पूर्व ही तैयारी में जुट जाते हैं। घर की रंग रोगन साफ सफाई के अलावा देवी देवताओं के मंदिरों की भी रंगाई एवं सफाई की जाती है।
कोविड-19 के प्रकोप से पिछले वर्ष भी मेला का आयोजन नहीं हुआ था।
प्रशासन के द्वारा केवल देवी देवताओं के पूजा पाठ की अनुमति दी गई थी जिसमें 5 लोग ही शामिल हो सकते थे किंतु इस बार मेले का आयोजन की अनुमति तो दी गई है। भव्य रुप में मेला नहीं होगा।