गरियाबंद

राजीवलोचन का होता है बारहमासी अलौकिक श्रृंगार
05-Mar-2021 5:48 PM
राजीवलोचन का होता है बारहमासी अलौकिक श्रृंगार

राजिम, 5 मार्च। मंदिर परिसर के सामने महोत्सव मंच के पास भगवान श्री राजीवलोचन बारह महीने में अलग-अलग रूप से श्रृंगार किया जाता है। जिसका मनमोहनी छायाचित्र लगा हुआ है, जो श्रद्धालुओं को खासा प्रभावित कर रहा है। भगवान श्री राजीव लोचन का विभिन्न अवसरों पर आकर भगवान का दर्शन नहीं कर सकते वे इस छायाचित्र को देखकर जानकारी प्राप्त कर सकते है। बताया गया कि दिन भर में तीन बार स्वरूप बदलता है। सुबह बाल रूप, दोपहर युवा तथा संध्याकाल वृद्ध रूप में परिवर्तित हो जाता है। इनके अलावा राम नवमी पर्व पर राम जन्म का बाल स्वरूप अत्यंत मनमोहनी प्रतीत होता है।

रक्षाबंधन, जलक्रीड़ा, एकादशी, दशहरा पर्व, बसंत पंचमी, रथयात्रा पर्व, नागपंचमी पर्व, अन्नकूट पर्व, चैत्र नवरात्र पर्व, माघ पूर्णिमा पर्व, गजेन्द्र अवतार, शीतऋतु एकादशी, द्वादशी पर्व, होली पर्व पर अलौकिक श्रृंगार देखते ही बनती है। 
 

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