कोरबा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 19 मार्च । कोरबा जिले में जनसमस्याओं को गांव-गांव में जाकर सुलझाने के लिए कलेक्टर किरण कौशल की पहल पर आयोजित निदान शिविर से बाला गांव के 50 से अधिक किसानों को पूरे साल खेतों में सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा।
पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड के सलिहाभाठा गांव में लगे निदान शिविर में पंचायत के आश्रित गांव बाला में तान नदी के स्टॉप डैम से सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने की गुहार ग्रामीणों ने प्रशासन से लगाई थी।
इस संबंध में सलिहाभाठा के सरपंच और अन्य जनप्रतिनिधियों तथा ग्रामीणों ने भी स्टॉप डैम के पानी को नदी किनारे लगी फसलों में सिंचाई के लिए उपयोग करने जरूरी व्यवस्था का आग्रह प्रशासन से किया था। निदान शिविर में आवेदन प्राप्त होते ही कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने तत्परता से इस पर कार्रवाई करते हुए स्टॉप डैम स्थल का तकनीकी निरीक्षण करने के निर्देश सिंचाई विभाग, कृषि विभाग और क्रेडा विभाग के अधिकारियों को दिए थे। अधिकारियों द्वारा स्थल जांच कर सिंचाई के लिए सौर उर्जा चलित सामुदायिक सिंचाई योजना की स्थापना का विस्तृत प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था।
योजना के संबंध में क्रेडा के जिला प्रभारी सहायक अभियंता एन के. राय ने बताया कि निदान शिविर में आवेदन प्राप्त होने के बाद अधिकारियों के दल द्वारा तान नदी पर बाला गांव के निकट सिंचाई परियोजना के लिए निरीक्षण किया गया था। सिंचाई के लिए चयनित स्थल पर तान नदी में जल संसाधन विभाग द्वारा बनाया हुआ एनीकट है। इस एनीकट से नदी में बारह महीने पानी उपलब्ध होता है। श्री राय ने बताया कि गांव से दूर होने के कारण यहां बिजली की व्यवस्था नहीं है। नदी के किनारे के खेतों में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी होने के कारण इस स्थान पर सौर उर्जा चलित सामुदायिक सिंचाई योजना का प्रस्ताव कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया गया था जिसे मंजूरी मिल गई है।
सहायक अभियंता ने बताया कि जिला खनिज न्यास मद से इस योजना के लिए एक करोड़ रूपए से अधिक की राशि मंजूर की गई है। योजना से आसपास के 50 से अधिक किसानों को लगभग एक सौ एकड़ रकबे में सिंचाई के लिए बारह मासी पानी मिल सकेगा। इस योजना के लिए तान नदी पर काम भी शुरू हो गया है।