दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 26 मार्च। बस्तर संभाग के कमिश्नर जी आर चुरेंद्र ने आज जिला संयुक्त कार्यालय के सभागृह में जिले के सभी विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की बैठक लेकर उनके विभाग की समीक्षा की। सरकारी जमीन के कब्जा को रोककर उस जगह पर सामुदायिक खेती, सामुदायिक बागवानी तथा सामुदायिक उपयोग के लिए मनरेगा के माध्यम से बीपीएल, भूमिहीन, नक्सली पीडि़त एवं आत्मसमर्पित नक्सलियों जैसे जरूरतमंद लोगों के द्वारा जैविक खेती, फल उत्पादन, सब्जी उत्पादन, मछली उत्पादन, डेयरी विकास, कुक्कुट पालन, रेशम उत्पादन जैसे कार्यों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।
जिले के सभी कार्यालयों को स्मार्ट कार्यालय में बदलना है। कार्यालय प्रबन्धन के माध्यम से सभी की क्षमता एवं कार्यप्रणाली का भी आंकलन करने को कहा। सभी हाट बाजार को मॉडल हाट-बाजार में परिवर्तित कर बाजार में शेड, चबूतरा, पेय जल, पार्किंग, कोल्ड स्टोरेज, वन धन केन्द्र, आदि सुविधाएं मुहैया कराने को कहा।
सभी हाट-बाजार में बाजार चौपाल लगाकर लोगों को समस्या सुनकर निराकरण करने के निर्देश दिए। अधिकारियों को दौरा कर लोगों की समस्याओं एवं गांव के विकास दोनों की जानकारी लेने तथा नए-नए प्रयोग करने को कहा।
सभी जगह रोजगार, स्वरोजगार, पोषण, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य, शिक्षा, राशन, पेयजल, सडक़, मोबाईल कनेक्टिविटी, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, तथा शासन की सभी योजनाओं का लाभ एवं अन्य सुविधाएं लोगों तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
श्री चुरेंद्र ने कहा कि सभी के सहयोग एवं समन्वय से जिले के गरीबी उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। बैठक में सीईओ जिला पंचायत अश्वनी देवांगन, वनमण्डलाधिकारी संदीप बल्गा, एडीएम श्री अभिषेक अग्रवाल, एसडीएम अबिनाश मिश्रा एवं एसडीएम प्रकाश भारद्वाज मौजूद थे।