बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 31 मार्च। केंद्र सरकार के निर्देश पर 1 अप्रैल से राज्य में 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन लगाई जायेगी। इसके लिए अब डॉक्टर के सर्टिफिकेट की आवश्यकता अब नहीं होगी। 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गो को पहले की तरह ही वैक्सीन लगती रहेगी।
स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया है । निर्देश के मुताबिक सभी जिलों में 45 वर्ष से अधिक व्यक्तियों का टीकाकरण सुनिश्चित करने की योजना बनाई गई है। राज्य सरकार की माने तो राज्य में45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति कुल जनसंख्या का 20 प्रतिशत होंगे। इस मान से राज्य में 58.66 लाख व्यक्ति इस समूह में आते हैं और इनका टीकाकरण किया जाना है।
स्वास्थ्य विभाग ने अपील की है कि एक जनवरी 2022 को जो भी लोग 45 वर्ष के हो जाएंगे या इससे अधिक उम्र के सभी व्यक्ति कोरोना वैक्सीन अवश्य लगवाएं। वैक्सीन के विपरीत प्रभाव नगण्य हैं और इससे संक्रमण से सुरक्षा मिलेगी, लेकिन वैक्सीन लगाने के बाद भी कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन किया जाना अत्यंत आवश्यक है। पात्र नागरिक किसी भी कोविड टीकाकरण केन्द्र में कोविड टीकाकरण लगवा सकते हैं। अगर किसी भी नागरिक को सर्दी, खांसी, बुखार, साँस लेने में कठिनाई या स्वाद व सूंघने की क्षमता का अभाव हो या कमी हो, तो उसे तत्काल कोरोना की निःशुल्क जांच करानी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों में कोरोना के नए लक्षण देखने को मिले हैं। इसमें प्रभावित व्यक्ति को एकाएक बेहद कमजोरी लगती है लेकिन उन्हें सर्दी या बुखार आदि नहीं आता है, ऐसे में व्यक्ति कोरोना की जांच नहीं कराता और स्थिति एकदम गंभीर होने पर जांच या इलाज के लिए आता है। इन स्थितियों से बचने के लिए इन लक्षण में भी कोरोना की जांच कराने की सलाह दी गई है। यह भी बेहद जरूरी है कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाए, 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखे और कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाए।