दन्तेवाड़ा
सभी कर्मियों-अफसरों को इसका श्रेय- परियोजना प्रमुख
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 3 अप्रैल। लौह अयस्क उत्पादन में देश की नवरत्न कंपनी एनएमडीसी ने अपने सारे पिछले रिकार्ड तोड़ नया कीर्तिमान स्थापित किया है। दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा की लौह नगरी किरंदुल स्थित एनएमडीसी परियोजना ने वित्त वर्ष 2020-21 में रिकार्ड तोड़ उत्पादन करते हुए नया रिकार्ड बनाया है। किरंदुल परियाजना के अंतर्गत संचालित तीन खदानों निक्षेप क्रं. 14, 11बी, 11सी में पिछले वित्त वर्ष में 123.40 लाख टन आरओएम का उत्पादन हुआ। 136.29 लाख टन एलसीएफ (लम्प,सीएलओ,फाइन्स) का उत्पादन एवं 135.19 लाख टन एलसीएफ का प्रेषण किया गया।
परियोजना की इस उपलब्धि पर अधिशासी निदेशक आर. गोविंदराजन, कार्मिक उपमहाप्रबंधक बीके माधव, उत्पादन महाप्रबंधक विनय कुमार ने कोरोनाकाल में भी अधिक उत्पादन का श्रेय समस्त कर्मचारियों व अधिकारियों को देते हुए उन्हें बधाई दी और कहा कि भविष्य में भी हमारी टीम इसी तरह प्रयास करती रहेगी, जिससे परियोजना उत्पादन एवं प्रेषण तथा अर्थिक लाभों की नई ऊंचाईयों को छू सके।
एमएमडब्ल्ययू शाखा किरंदुल के पदाधिकारी एके सिंह ने कहा कि कोरोना काल में भी कई तकलीफों को सहते हुए कंपनी के लिए उत्पादन को आगे बढ़ाया गया। आज दुनिया में बड़ी-बड़ी कंपनियां बंद की कगार पर है, मजदूरों को वेतन नही मिल रहा। इस कठिन परिस्थितियों में भी परियोजना के कर्मचारियों ने कड़ी मेहनत करते हुए लौह अयस्क का उत्पादन किया व कंपनी का नाम रोशन किया है, जिसके लिए सभी बधाई के पात्र हंै।
संयुक्त खदान मजदूर संघ के सचिव राजेश संधु ने कहा कि सभी की कड़ी मेहनत का परिणाम है कि कंपनी ने उत्पादन में नया रिकार्ड बनाया है। कर्मचारी जी तोड़ मेहनत कर रहे यही कारण है कि कंपनी दिन प्रतिदिन नया मुकाम हासिल कर रही है।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष कोरोना वायरस संक्रमण के बीच देशव्यापी लॉकडाउन के बीच जरूरत की चीजों की सूची में एनएमडीसी शामिल होने के बाद जिला प्रशासन के मार्गदर्शन व आदेश के अनुसार एनएमडीसी किरंदुल में लौह अयस्क का उत्पादन शुरू हुआ था, सामाजिक दूरी व धारा 144 का पालन करते हुए अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए उत्पादन पुन: प्रारंभ हुआ था। सभी कर्मचारियों को मास्क व ग्लोव्स, सेनिटाईजर भी दिया गया था। कर्मचारियों का खदान स्थल में ले जाने के लिए इस्तेमाल होने वाले बसों को भी सेनिटाईज किया जा रहा था, तब पिछले वर्ष अप्रैल माह से लेकर मार्च 2021 तक लगातार लौह अयस्क का उत्पादन कर रिकार्ड बनाया गया है। बैलाडीला क्षेत्र की खदान की लौह अयस्क अपनी गुणवत्ता के लिए विश्व प्रसिद्ध है।
एनएमडीसी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक सुमित देब ने बताया कि देश की सबसे बड़ी लौह अयस्क कंपनी एनएमडीसी ने वर्ष 2020-21 के दौरान उत्पादन तथा बिक्री में पिछले वर्ष की तुलना में शानदार प्रदर्शन किया है। लौह अयस्क का उत्पादन 34.11 एमटी रहा जो पिछले वर्ष में हुए 31.49 एमटी उत्पादन पर 8 प्रतिशत की वृद्धि रही। बिक्री में 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
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