दुर्ग
पानी के लिए भटक रहे ग्रामीण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 5 अप्रैल। जिले के दुर्ग विकासखंड अंतर्गत आने वाले वाले वाले ग्राम निकुम में कोरोना संकट के बीच एक-एक बून्द पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची हुई है। ग्राम के 90 फीसदी बोर एवं हैंडपंप सूख चुके हंै। ग्राम की पेयजल समस्या का समाधान तालाबों को भरने से भूजल स्तर रिचार्ज होने पर हो सकता है, मगर इस साल ग्राम के निस्तारी तालाबों को भरने में जल संसाधन विभाग ने भी असमर्थता व्यक्त कर दी है।
जानकारी के अनुसार चार हजार की आबादी वाले इस ग्राम के लोग लोग एकमात्र बोर पर निर्भर हंै। जिसके नल से पानी लेने ग्रामीणों में होड़ मची रहती है। एक एक बाल्टी पानी के लिए उन्हें घंटों संघर्ष करना पड़ता है। पानी के इस संघर्ष में ग्रामीण कोरोना का भय भूलकर नल खुलते गुंडी व बाल्टी लेकर लाइन में खड़े होकर मशक्कत करते रहते हैं।
गांव की सरपंच मुक्ति सुधाकर का कहना है कि पेयजल संकट से निकुम वासियों को जूझना पड़ रहा है। ग्राम में पहले भी पेयजल की समस्या थी मगर इतना विकराल रूप कभी नहीं रहा है। घरों के निजी बोर भी बंद हो गए हैं। शासकीय व निजी बोर को मिलाकर 90 प्रतिशत बोर एवं हैंडपंप बंद है। ऐसे में ग्राम में पेयजल समस्या का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।