बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 10 अप्रैल। आम आदमी पार्टी जिलाध्यक्ष तरुणा बेदरकर ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि छत्तीसगढ़ के किसानों को अन्य फसलों की भी पैदावार करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिसमें गेहंू, दलहन आदि हैं। अगर बस्तर के किसानों की बात करें तो यहां किसान रबी फसल में गेहूं की भी पैदावार कर रहे हैं, साथ ही साथ मक्का का भी, लेकिन किसानों के साथ यहां भी सरकार छल कर रही है। अन्य फसलों के लिए प्रोत्साहित तो किया जा रहा है पर सरकार इन फसलों को सरकारी मूल्य में खरीदे ऐसी कोई भी सरकारी व्यवस्था नहीं है। अब किसान अपनी फसल को कोचिये के द्वारा औने-पौने दामों में बेचने में मजबूर हैं। सरकार ने इन फसलों का समर्थन मूल्य तय नहीं किया है न सरकार द्वारा इसे खरीदने की व्यवस्था है, जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है जिसके चलते लागत मूल्य से भी कम में बेचने पर मजबूर हैं किसान।
तरुणा बेदरकर ने सरकार को घेरते हुए कहा कि लगातार पिछले सालों से कोरोना महामारी के चलते जब सभी की आय प्रभावित हुई है, ऐसे समय में अन्नदाताओं के पेट पर लात मारना कितना उचित है। जबकि धान खरीदी का बोनस भी अब तक सरकार ने किसानों के खाते में नहीं डाला गया है। किसान आज कर्ज लेकर खेती कर रहा है। ऐसे में दुगुनी मार बिल्कुल भी सरकार की किसानों के प्रति असंवेदनशील को दर्शाता है। आगे कहा कि जब सरकार धान समर्थन मूल्य पर खरीद सकती है तो गेहूं और अन्य फसलों को भी समर्थन मूल्य पर खरीदें और सरकारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करें।