बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 12 अप्रैल। सरकंडा पुलिस ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा चलाने वाले सरस्वती शिशु मंदिर के पूर्व प्राचार्य 65 वर्षीय गोपी चंद चंद्रा को 13 वर्षीय बालक के साथ डरा-धमकाकर अप्राकृतिक कृत्य करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
सरकंडा पुलिस से मिली जानाकारी के अनुसार बंधवापारा निवासी गोपी चंद चंद्रा नूतन कॉलोनी स्थित कन्या शाला में वर्षों से आरएसएस की शाखा का संचालन करता है। वह संगठन में संभागीय मार्ग प्रमुख का दायित्व भी देख रहा है। सरकंडा स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में वह प्राचार्य भी रहा है।
पीडि़त की ओर से दर्ज कराये गये बयान के अनुसार 13 वर्षीय बालक उसकी शाखा में व्यायाम के लिये जाता था। छात्र से उसने नजदीकी बढ़ाई और सूनी जगह पर उसे ले जाकर उसके साथ अप्राकृतिक कृत्य करने लगा। बालक द्वारा विरोध करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई। करीब 4 माह तक से यह करतूत की जा रही थी। इसके बाद वह बालक को यह कहकर डराने लगा कि मैं तुम्हारे पेट में अपना बच्चा डालना चाहता हूं। भयभीत बालक ने इसकी जानकारी अपनी मां को दी। तब माता-पिता ने थाने पहुंचकर इसकी शिकायत की। पुलिस ने बालक को अलग बिठाकर काउन्सलिंग की तब आरोपी के कुकृत्य की पुष्टि हो गई। पुलिस ने आरोपी पर आईपीसी की धारा 377, 506 तथा पॉक्सो एक्ट की धारा 4 व 6 के तहत अपराध दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
बताया जाता है कि आरोपी से सेवानिवृत्ति के बाद भी विभिन्न शालाओं में स्वैच्छिक सेवायें ली जा रही थी।