दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 18 अप्रैल। भारतीय जैन संघटना दुर्ग जोन के आतिथ्य में छत्तीसगढ़ के युवतियों के लिए स्मार्ट गर्ल्स ट्रेनिंग प्रोग्राम के आयोजन का अंतिम दिवस था 18 वर्ष से 25 वर्ष की युवतियों के लिए ऑनलाइन वेबीनार प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश की ख्याति नाम जैन साध्वी एवं चरम मंगल संस्थान की प्रेरिका प्राग्भा जी विराट इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि वक्ता शामिल हुई।
उन्होंने कहा पूरे भारतवर्ष में भारतीय जैन संघटना अलग-अलग विषयों पर समाज के लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहा है। बीजेएस छत्तीसगढ़ के कार्यों की तारीफ करते हुवे अपने अल्प प्रेरक उद्बोधन में बहुत सी सारगर्भित बातें बच्चों एवं बच्चों के पालकों से कहीं उन्होंने कहा एक लंबे अंतराल के पश्चात छत्तीसगढ़ के युवक-युवतियों से जुडऩा उनके लिए यह आनंद का क्षण है
सहज सरल और सारगर्भित उद्बोधन के द्वारा में गागर में सागर के सूक्तियां को चरितार्थ करते हुए बहुत सी बातें उन्होंने अल्प समय में कहीं। उन्होंने युवतियों से आने वाले हर बदलाव जिसमें रहन-सहन व्यवहार और जीवन के व्यवहारिक सिद्धांतों को अमल में लाते हुए अपने इस जीवन को जीते हुए लड़कियों को अपनी एक अलग पहचान स्थापित करना चाहिए।
इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लेने वाली युवतियों ने साधिका डॉ प्राग्भा विराट से प्रेरक मार्गदर्शन के प्रति आभार भी जताया।
इस वेबीनार में प्रशिक्षक श्रीमती लहर लुक्कड छोटी-छोटी व्यवहारिक बातों को जीवन में कैसे आत्मसात करें क्रमश: हिस्सा लेने वाले प्रतियोगियों को कहीं उनके द्वारा दी गई ट्रेनिंग से बच्चों ने कहा आज हमें इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में बहुत कुछ सीखने सीखने को मिला है जो हमारी इस जीवन यात्रा में हमारे लिए सकारात्मक परिणाम लाएगा इस वेबीनार में श्रीमती लहर ने प्रतिभागियों के पालको से भी चर्चा की और बहुत सी ऐसी बातें उनके मध्य रखी जिसे पालकों ने भी स्वीकार किया।
इसके पूर्व भारतीय जैन संघटना के इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में नई दिल्ली से सुश्री सृष्टि बाफना ने भी बहुत ही रोचक ज्ञानवर्धक और बच्चों को उत्साहित करने वाली अपनी प्रेरणादाई बातें ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा ले रही हो जो के मध्य रखी थी।
सुश्री सृष्टि बाफना स्मार्ट गर्ल ट्रेनिंग प्रोग्राम मैं लड़कियों को अपने संबोधन में कहा स्कूल या कॉलेज छोटी हो या बड़ी हो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता स्टूडेंट चाहे इंग्लिश मीडियम का हो या हिंदी मीडियम का हो इससे भी कुछ फर्क नहीं पड़ता यह सब हमारी इच्छा शक्ति पर निर्भर करता है हमारा कठिन परिश्रम सकारात्मक परिणाम लाने से नहीं रोक सकता।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में परिवार के परिवारिक सदस्य का सहयोग नितांत आवश्यक है जो उन्हें आगे बढऩे में मददगार साबित होते हैं।
स्वयं की जागरुकता से अपने अंदर अपनी योग्यता और अपनी कमजोरी का भान करना और उसे सीखते हुए अपने जीवन को जीना ही इस प्रशिक्षण का उद्देश्य है।
आत्मरक्षा तन मन धन से संवाद एवं रिश्ता अपनी पसंद एवं अपना स्वयं का निर्णय लेने की क्षमता जैसे विषय पर लड़कियां प्रशिक्षण प्राप्त किया।
भारतीय जैन संघटना की ओर से अनेक उदाहरणों एवं रोचक सारगर्भित तथ्यों के साथ हर क्षेत्र में स्मार्ट बनने की ट्रेनिंग दी जा रही है इस कार्यक्रम में श्रीमती लहर लुक्कड़ द्वारा विशेष रुप से ट्रेनिंग दी जा रही है 5 दिन चलने वाले इस ट्रेनिंग वेबीनार में ममता गोलछा, शिल्पा नाहर ,श्रीमती त्रिशला प्रदीप जैन स्मार्ट गर्ल्स ट्रेनिंग प्रोग्राम की प्रमुख की हैसियत से इस वेबीनार में शामिल रही
भारतीय जैन संघटना के जोन अध्यक्ष प्रफुल्ल संचेती के निर्देशन में भारतीय जैन संघटना दुर्ग जोन का यह पहला आयोजन है इस आयोजन में भारतीय जैन संघटना के राज्य अध्यक्ष पंकज चोपड़ा पूरे समय इस वेबीनार में अपना मार्गदर्शन और संघटना की आने वाले समय में आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी दी
इस आयोजन से हिस्सा लेने वाले बच्चों के पालकों खासा उत्साह देखा गया है
और कार्यक्रम के इस अंतिम दिवस हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों के पालक भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनें। सरिता श्रीश्रीमाल एवं श्रीमती पूनम पारख के संयोजन में कार्यक्रम का शानदार संचालन ने कार्यक्रम में अलग ही समा बांध दिया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सचिव राजेश कोटेचा ने कार्यक्रम में आए अतिथियों काआभार ज्ञापित किया। अनीता सखलेचा ,उत्तम बरडिया, रमेश चोपड़ा, प्रवीण तातेड, का आयोजित कार्यक्रम में विशेष सहयोग रहा।