बलौदा बाजार
भाटापारा, 22 अप्रैल। लॉक डाउन के बाद अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों के गुपचुप वापसी प्राईवेट गाडिय़ों से होने की जानकारी मिली है अगर ऐसा है तो नुकसान क्षेत्र को भुगतना पड़ सकता है. जिन मजदूरों ने प्रशासन को सूचना दी उनको क्वारेंटाईन किया गया लेकिन अभी भी लोगों को शक है कि कई मजदूर आधी रात को कई गांव मे घुस रहे है और अगर ऐसा है तो उन मजदूरों की लापरवाही कोरोना विस्फोट के रूप मे हो सकती है ऐसी परिस्थितियों मे प्रवासी मजदूरों की जानकारी एकत्रित करना जरूरी है। जनप्रतिनिधियों सहित गांव के वासिंदो को भी इस दौरान काफी सजगता बरतने की जरूरत है ऐसी परिस्थितियो मे प्रशासन को सहयोग करते हुये हर उस मजदूर जो किसी भी गांव मे या किसी भी वार्ड मे प्रवेश कर रहा हो उसे रोककर तत्काल प्रशासन को सूचना देना आवश्यक है ताकि कोरोना जैसे महामारी से निजात पाया जा सके।
कोरोना कोविड-19 को लेकर कई लोग गंभीर नहीं है जबकि प्रशासन लगातार यह अपील कर रही है कि सामुदायिक दूरी का पालन किया जाये लेकिन कई नागरिक शहर मे इस अपील की धज्जियां उडाते देखे गए हैं।