बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 22 अप्रैल। देश प्रदेश सहित बस्तर में भी कोरोना की दूसरी लहर ने कहर बरपा रखा है। जिसे देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा संपूर्ण जिले में लॉकडाउन लगाया गया है। प्रशासन ने लॉकडाउन में थोड़ी शिथिलता दिखाते हुए लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखकर कुछ चीज़ों में छूट दी गई है। जिसके लिए समय सीमा का निर्धारण भी किया गया है। बावजूद कुछ लोग बाइक पर दूध का डब्बा लेकर तय समय के बाद भी शहर में घूमकर दूध बेचने की कोशिश कर रहे थे। जिस पर कोतवाली पुलिस ने दूध वालों को समझाइश दी कि दुबारा समय सीमा का ध्यान रखते हुए दूध बेचे।
कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू ने बताया कि शहर में दिन प्रतिदिन कोरोना के मरीजों में बढ़ोतरी हो रही है। जिसे लेकर शहरवासी सजग दिखाई दे रहे हैं। बावजूद इसके भी पशुपालक निर्धारित समय पूर्ण होने के बाद भी शहर में घूमकर दूध बेचने की कोशिश कर रहे थे। चेकिंग के दौरान उनसे पूछताछ कर समझाइश दी जा रही थी कि समय सीमा खत्म होने के बाद आप बाहर ना निकले। इतने में आक्रोश में आकर इन लोगों ने दूध को सडक़ पर फेंक दिया, साथ ही जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को बदनाम करने की कोशिश की।
वहीं धीरज दूध वाले का कहना है कि समय सीमा के बाद भी कुछ दूधवाले इधर-उधर घूम रहे थे, जिसके कारण यह कार्रवाई हुई है, मुझे भी रोका गया और पूछताछ के बाद मुझे छोड़ दिया गया। हमारे लोगों से गलती हुई है,कि हमने समय का ध्यान नहीं दिया, जिसके बाद पुलिस ने सभी दूध वालों को समझाइश देकर छोड़ा है।