राजनांदगांव
सराफा कारोबारी के दीगर राज्यों से अवैध कारोबार का शक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 मई। राजनांदगांव शहर के नंदई इलाके में एक सराफा कारोबारी के घर और दुकान से आधा अरब कीमत की सोने-चांदी की खेप बरामद करने से पहले इंदौर और रायपुर के रेवन्यू इंटेलिजेंस टीम की महीनों कारोबारी के गतिविधियों पर नजर जमी हुई थी। बताया जा रहा है कि करीब तीन माह से खुफिया तंत्र के जरिये रेवन्यू इंटेलिजेंस के हाथ मोहनी ज्वेलर्स के संचालक के सोने-चांदी के अवैध तस्करी करने के पुख्ता प्रमाण हाथ में आए। इसके बाद अफसरों ने चरणबद्ध तरीके से कारोबारी के घर छापा मारा।
इंदौर और रायपुर के आधा दर्जन अफसरों की टीम ने दुकान और घर में दबिश देकर अवैध तस्करी के मामले से जुड़े दस्तावेज और करीब 42 करोड़ रुपए कीमत की सोना-चांदी जब्त किए। इस दौरान कारोबारी के घर से 32 लाख रुपए की एक मोटी रकम भी बरामद की गई है। बताया जा रहा है कि कारोबारी विक्की बैद के दीगर राज्यों से अवैध तस्करी के तार जुड़े हुए हैं। पिछले कुछ सालों के भीतर रेवन्यू टीम ने पहली बार मध्य भारत में किसी कारोबारी से बड़ी मात्रा में सोना-चांदी और नगद राशि जब्त की है।
बताया जा रहा है कि दो दिन तक चली जांच में करीब 18 किलो सोना, 4545 किलो चांदी तथा 32 लाख रुपए नगद जब्त किए हैं। सोने-चांदी की कीमत लगभग 42 करोड़ रुपए है। मिली जानकारी के मुताबिक इंदौर स्थित रेवन्यू इंटेलिजेंस ने खुफिया तरीके से कारोबारी के गतिविधियों पर पैनी नजर रखी हुई थी। राजधानी रायपुर में सपड़ में आए दो युवकों के जरिये टीम ने इस अवैध तस्करी के खेल का भंडाफोड किया है।
बताया जा रहा है कि इंटेलिजेंस के पास यह खबर थी कि ट्रेन के जरिये कोलकाता और राजनांदगांव के बीच तस्करी का खेल चल रहा है। राजनांदगांव के जसराज शांतिलाल बैद की फर्म मोहनी ज्वेलर्स के संचालक का सीधा तस्करी में हाथ है। दबे पांव अफसरों की टीम ने घर और दुकान में धावा बोलकर आधा अरब रुपए के अवैध जेवरात को बरामद किया है। बताया जा रहा है कि छापामार कार्रवाई करने से पहले इंटेलिजेंस की सभी तरह की खुफिया तंत्रों से तस्करी किए जाने की पुष्टि की। यह पहला अवसर है कि राजनंादगांव शहर के एक जौहरी के घर से करोड़ों रुपए के जेवरात अफसरों के हाथ लगे हैं। दो दिन की छापामार कार्रवाई में अफसरों ने दिन-रात संचालक से घर में सवाल-जवाब किया।
बताया जा रहा है कि शुरूआती कार्रवाई में संचालक की ओर से टीम को सहयोग नहीं किया जा रहा था। टीम ने जब पुख्ता आधार पर कार्रवाई किए जाने की जानकारी दी, तो संचालक टूट गया। इसके बाद करोड़ों के जेवरात को टीम को सुपुर्द किया गया। बहरहाल सराफा कारोबारी पर इंटेलिजेंस की टीम नियमानुसार कार्रवाई करने की तैयारी की है।