बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 9 मई। स्थानीय आरबी कोविड हॉस्पिटल की लापरवाही के चलते पत्थलगांव के मृतक का शव पामगढ़ के मृतक के परिजनों को सौंप दिया गया। जब पत्थलगांव के मृतक का शव देने की बारी आई तो उसकी पत्नी को पामगढ़ का शव सौंपा जाने लगा। महिला ने पहचान लिया कि यह उसके पति का शव नहीं है। वह इस शव को लेकर उनके परिजनों को सौंपने पामगढ़ गई। वहां उसने अपने पति का शव लिया। पत्थलगांव पहुंचने में विलम्ब होने और कोरोना संक्रमण के चलते महिला ने अपने पति के शव का भी वहीं पोस्टमार्टम कराना चाहा पर गांव वालों ने मना कर दिया। आखिरकार एसडीएम के प्रयासों से पत्थलगांव के मृतक के शव का अंतिम संस्कार कराया गया।
कोरोना संक्रमित पामगढ़ के लखन लाल साहू की आरबी हॉस्पिटल में मौत हो गई। आर बी हॉस्पिटल प्रबंधन ने उन्हें पत्थलगांव के महावीर प्रसाद टंडन का शव उनको सौंप दिया। परिजन भी बिना शिनाख्त किये शव लेकर चले गये। महावीर की पत्नी को जब हॉस्पिटल के स्टाफ लखन साहू के शव को देने लगे तब पता चला कि शव की अदला-बदली हो गई है। महिला लखन साहू के शव को लेकर उनके परिजनों को सौंपने व अपने पति का शव लेने पामगढ़ इलाके के ग्राम खोखरी पहुंची। वहां उसने अपनी मजबूरी बताते हुए अपने पति का अंतिम संस्कार भी यहीं करने की इच्छा जताई। पर गांववालों ने मना कर दिया। इसकी जानकारी एसडीएण करुण डहरिया को मिली। उन्होंने संवेदनशीलता दिखाते हुए उनके पति के अंतिम संस्कार की व्यवस्था पामगढ़ में कराई। प्रशासन की मदद से अंतिम संस्कार होने पर उनकी पत्नी ने कृतज्ञता जताई।