बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 10 मई। शूरवीर महाराणा प्रताप की जयंती कोरोना काल को देखते हुए सीमित संख्या में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन एवम मास्क पहन कर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के नेतृत्व में जगदलपुर स्थित क्षत्रिय शिरोमणि महाराणा प्रताप की आदमकद प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर एवं दीप जलाकर उनकी जयंती को संकल्प दिवस के रूप में मनाया गया।
इस अवसर पर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष श्रवण सिंह चौहान ने कहा कि अमर बलिदानी महाराणा प्रताप ने भामाशाह की अतुलनीय अनुदान की मदद और मात्र 500 कोल भीलो की सेना लेकर हल्दीघाटी के युद्ध में अकबर की 80000 की सेना के दांत खट्टे कर दिए थे इस भीषण युद्ध में अकबर की सेना के 17000 सैनिक भी मारे गए थे। अंतत: मेवाड़ हमेशा के लिए अजय रहा महाराणा प्रताप ने युद्ध के दौरान सूखी घास की रोटी तक खाई, पर मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं की।
आज के युवाओं को ऐसे महानायक के जीवन से प्रेरणा लेने की जरूरत है । महाराणा प्रताप ने अपना नाम अजर अमर कर दिया उन्होंने धर्म एवं स्वाधीनता के लिए अपना बलिदान दिया।
जयंती मनाने से पूर्व महाराणा प्रताप की मूर्ति पर समाज के यूथ विंग द्वारा साफ सफाई एवं पानी से मूर्ति की साफ सफाई भी गई।
इस मौके पर किरण सिंह देव, दिलीप कुशवाहा, बृजेश सिंह भदौरिया, रामाश्रय सिंह, संग्राम सिंह राणा, अविनाश सिंह गौतम, महेश ठाकुर, रोहित बैस, वीरेंद्र परिहार, संजय चंद्राकर, आशुतोष सिंह चौहान सहित सीमित संख्या में लोग उपस्थित थे ।