सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिश्रामपुर, 13 जून। रेल्वे में वर्षा कालीन सेफ्टी सेमीनार सुरक्षा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें कर्मचारियों को मानसून के समय में की जाने वाली सुरक्षा के मापदंडों की विस्तृत जानकारी दी गई।
सीनियर सेक्शन इंजीनियर सरवर खान ने कर्मचारियों को समझाया कि वर्षा काल में अधिक बारिश से रेलपांत ट्रैक की सुरक्षा कैसे की जाए। यह भी बताया कि जहां-जहां पर कैच ड्रेन वाटर है। उसकी साफ सफाई तथा बोल्डर फालिंग एरिया को चिन्हांकित कर उस जगह को सुरक्षित किए जाने की आवश्यकता है। ट्रैक पर यदि कहीं मर्ड पंपिंग है तो पेट्रोलमैन उसका भी ध्यान रखें। वर्षा काल में आंधी, हवा तेज चलती है तो कभी कभार कोई ओएचई वायर टूट जाते हैं और आसपास पेड़ की शाखाएं या पेड़ भी ट्रैक पर गिर जाते हैं। उसकी सूचना तत्काल अपने नजदीकी स्टेशन मास्टर को दें। उसके बाद ट्रैक को सुरक्षा के पैरामीटर के अनुसार दुरुस्त करें, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।
मानसून सुरक्षा संगोष्ठी को करंजी सेक्शनल लालजी पटेल एवं बैकुंठपुर सेक्शनल शीतल लाल ने भी संबोधित करते हुए अपने अनुभव बांटे। इसके साथ ही उन्होंने हर संभव मानसून पेट्रोलिंग को सफल करने की नसीहत दी।
सुरक्षा संगोष्ठी का संचालन कर रहे जूनियर इंजीनियर रेल पथ राजकिशोर चौधरी ने कहा कि कार्य के दौरान आप कोविड-19 कि वैश्विक महामारी से भी हम सभी को बचाना है। आप सभी सरकार की गाइड लाइन का पूरा अनुपालन करते हुए अपने मानसून पेट्रोलिंग का कार्य करें। पेट्रोलिंग के दौरान कतई नशा सेवन ना करें। कार्य के दौरान मोबाइल का कदापि प्रयोग न करें। कार्य पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करें, क्योंकि हमारी लापरवाही कई रेल यात्रियों की समस्या का कारण बन सकती है।
मानसून सुरक्षा संगोष्ठी में अंबिकापुर, कमलपुर, बिश्रामपुर, करंजी, सूरजपुर रोड, शिवप्रसाद नगर, कटोरा, बैकुंठपुर रोड, नगर, दर्रीटोला एवं टाइगर हिल के मेट, कीमैन, पेट्रोलमैन एवं ट्रैक मेंटेनेंस कर्मचारी उपस्थित रहे।