दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 4 जुलाई। आज नक्सलियों के जनपितुरी सप्ताह के दौरान लोन वर्राटू (घर वापस आइए)अभियान से प्रभावित होकर 2 नक्सलियों ने थाना किरन्दुल में आत्मसमर्पण किया।
जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत रविवार को नक्सलियों के दरभा डिवीजन के मलांगिर एरिया कमेटी अंतर्गत नक्सल अग्र संगठन में कार्यरत सक्रिय 2 नक्सलियों भीमा मण्डावी (41) आलनार रैयापारा, जोगा मण्डावी (31) गुमियापाल पटेलपारा किरन्दुल दंतेवाड़ा ने नक्सली संगठन के खोखली विचारधारा से तंग आकर लोन वर्राटू (घर वापस आइए) अभियान तथा छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर समाज के मुख्य धारा से जुडक़र विकास में सहयोग करने की इच्छा व्यक्त कर डॉ. अभिषेक पल्लव पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा के समक्ष थाना में किरन्दुल में आत्मसमर्पण किया।
इस दौरान डॉ. अभिषेक पल्लव पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा, राजेंद्र जायसवाल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, देवांश सिंह राठौर पुलिस अनुविभागीय अधिकारी किरन्दुल, डीके बरवा थाना प्रभारी किरन्दुल एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
भीमा मण्डावी वर्ष 2020 में गुमियापाल में पुलिस परिवारों को धमकी देकर घर में रखे पशु, अनाज व अन्य सामानों को लूटने में शामिल था। वहीं जोगा मण्डावी वर्ष 2015 में खाुटियापारा चोलनार के पास पुलिस एंटीलैंड माईंस वाहन को ब्लास्ट व फायरिंग में शामिल था।
ज्ञात हो कि विगत 11 महिने से जिला दंतेवाड़ा के विभिन्न ग्रामों के नक्सली संगठन में सक्रिय सदस्यों की घर वापसी हेतु थाना/कैम्पों एवं ग्राम पंचायतों में संबंधित क्षेत्र के सक्रिय नक्सलियों के नाम चस्पा कर नक्सली संगठन के खोखली विचारधारा को छोडक़र समाज की मुख्य धारा में शामिल होने हेतु लोन वर्राटू (घर वापस आइए) अभियान चलाया जा रहा है एवं डॉ. अभिषेक पल्लव पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा के द्वारा नक्सली संगठन में सक्रिय नक्सलियों से आत्मसमर्पण कर सम्मानपूर्वक जीवनयापन करने के लिए लगातार आव्हान कर अपील किया जा रहा है।