बस्तर
जगदलपुर, 21 जुलाई। गत 26 जनवरी को प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के द्वारा दलपत सागर में 6 बोटिंग नाव का उद्घाटन किया गया। लाखों रुपये की लागत वाली यह बोट 6 माह बाद ही अब शोपीस बनकर रह गई है।
6 माह बाद ही इन बोट को किनारे में खड़ा कर दिया गया है, जिसके कारण कंडम होने में इसे देर नहीं लगेगी। इस मामले में कई लोगों का कहना है कि दलपत सागर में इससे पहले भी कई बोटें आ चुकी है, लेकिन सही रूप से इसे सुरक्षित नहीं रखने के कारण कंडम हो चुकी है।
इस मामले में नगर निगम आयुक्त प्रेम कुमार पटेल का कहना था कि 9 लाख रुपये की लागत की यह बोटिंग बोट है, पानी में इसके पैडल खराब होने का ज्यादा डर रहता है, जबकि इसे सुरक्षित रखने के लिए इसे रस्सी के सहारे बांधकर रखा गया है, लेकिन अगर बोट में पानी जमा हो रहा है तो ये गलत है, इस बोट का पूरी तरह से सुरक्षित रखने का काम महिला समूह का है जो इसका पूरा देखरेख कर रही है, बोट में अगर कचरा आदि भी जमा हो रहा है तो गलत है, इसकी जांच किया जाएगा।
इस विषय पर महापौर सफिरा साहू से जानकारी के लिए फोन किया गया तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया।
नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे का कहना है कि नगर निगम को खरीदी मे भ्रष्टाचार के लिए काम करता हुआ दिखाई देता है। कोई चीज खरीदी हो गई है तो उसके रखरखाव में उसका ध्यान नहीं है, इसलिए क्योंकि खरीदी में उनको कमीशन मिल जाता है, अगले बार फिर खरीदी करेंगे तो फिर कमीशन मिलेगा।