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एसपी ने शहीदों की प्रतिमा का किया अनावरण
नारायणपुर, 25 मार्च। शहीद दिवस के दिन जिला नारायणपुर अबूझमाड़ के सीमावर्ती कैम्प कड़ेमेंटा और कन्हारगांव के मध्य बुकिनतोर पुलिया में 23 मार्च 2021 को हुए बारूदी विस्फोट में प्रधान आरक्षक पवन मण्डावी, प्रधान आरक्षक जयलाल उईके, आरक्षक सेवक सलाम, आरक्षक चालक देवकरण देहारी और सहायक आरक्षक विजय पटेल शहीद हुए हुए थे। वीर शहीदों की प्रथम पुण्यतिथि पर पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार की पहल पर नारायणपुर पुलिस द्वारा उन्हें याद करते हुए जिलेभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये, जिसमें हजारों लोगों ने हिस्सा लेकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
शहीदों के पुण्यतिथि के अवसर पर सर्वप्रथम पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार के द्वारा सोनपुर रोड़, मुरियापारा चौक, नारायणपुर में शहीद सहायक आरक्षक विजय पटेल के प्रतिमा का अनावरण किया, उसके बाद शांतिनगर, गुडरीपारा चौक, नारायणपुर में शहीद प्रधान आरक्षक जयलाल उईके की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया गया। प्रतिमा के अनावरण के दौरान पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार के द्वारा शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शहीदों के वीरगाथा और बलिदान से लोगों को अवगत कराया गया तथा शहीद परिवार को सम्मानित भी किया गया।
पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार के नेतृत्व में अक्षय कुमार, पुलिस अधिकारियों, गणमान्य नागरिकों, जन प्रतिनिधियों, जवानों, पुलिस पुरिवार और शहीद परिवारों की उपस्थिति में सायं 5 बजे रक्षित केन्द्र, नारायणपुर स्थित शहीद स्मारक में शहीदे आजम श्री भगत सिंह और जिला नारायणपुर के बुकिनतोर ब्लास्ट में शहीद हुए शहीद श्री पवन मण्डावी, शहीद श्री जयलाल उईके, शहीद श्री सेवक सलाम, शहीद श्री देवकरण देहारी और शहीद श्री विजय पटेल को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शहीदों के शहादत को याद किया गया।
इसके पश्चात् रक्षित केन्द्र स्थित वाहन शाखा में शहीद श्री देवकरण देहारी की स्मृति में पार्किग शेड का शुभारंभ किया गया।
थाना/कैम्पों में भी मनाया गया शहादत दिवस
शहीद दिवस और शहीद पवन मण्डावी, शहीद जयलाल उईके, शहीद सेवक सलाम, शहीद देवकरण देहारी और शहीद विजय पटेल की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार की पहल पर नारायणपुर पुलिस द्वारा थाना कोहकामेटा, थाना धनोरा, थाना छोटेडोंगर और कैम्प अमदईघाटी सहित जिले के समस्त थाना/कैम्पों में शहादत दिवस मनाकर उनके योगदान को याद किया गया।
शहीद दिवस के अवसर पर पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने उनके बलिदान को याद करते हुए कहा कि इन वीर शहीद जवानों नें राज्य की सुरक्षा में अपना सर्वस्व न्यौछावर किया है। हमारे वीर शहीद जाबांज योद्धाओं के शहादत का ही परिणाम है कि आज हम सब अबूझमाड़ सहित समूचे बस्तर में निर्भिक होकर शांतिपूर्ण जीवन जी रहे है। हमें अमर शहीद जवानों के बलिदान को सदैव याद रखना चाहिए क्योंकि उनके योगदान से ही हम उन्नति की ओर भी अग्रसर हुए हैं।
नारायणपुर, 25 मार्च। जिला असपताल नारायणपुर के अंतर्गत जिला क्षय उन्मूलन केन्द्र द्वारा विश्व क्षय रोग दिवस आज मनाया गया। जिसमें जीएनएम के छात्राओं द्वारा टीबी रोग के प्रति जागरूकता पैदा करने हेतु रैली निकाली गई, छात्राओं ने हारेगा टीबी-जीतेगा देश का संदेश दिया।
रैली के पश्चात जीएनएम ट्रेनिंग सेंटर में विश्व क्षय रोग दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला क्षय नोडल अधिकारी डॉ पी.के. धोटे ने टीबी बीमारी होने के कारण, लक्षण एवं बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर बीएमओ केशव साहू, डीपीएम परमानंद बघेल, पिरामन फाउंडेशन के प्रतिनिधि, सीएचओ एवं आरएचओ, टीबी एवं जीएनएम केन्द्र विद्यार्थी शामिल रहे।
नारायणपुर, 24 मार्च। मंगलवार को छोटेडोंगर में 84 परगना माता मावली मेला का शुभारंभ हुआ। पारंपरिक तरीके से ग्राम के सभी देवी-देवता की पूजा, साथ ही मेला स्थल की परिक्रमा कर मेला में किसी भी प्रकार की अड़चन न हो, इसकी कामना की।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से देवनाथ उसेण्डी, अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी व उपाध्यक्ष जिला पंचायत नारायणपुर, रजनु नेताम, महामंत्री प्रदेश कांग्रेस कमेटी, पंडी राम वड्डे अध्यक्ष जनपद पंचायत नारायणपुर, अमित भद्र जिलाध्यक्ष युवा कांग्रेस नरायनपुर साथ ही छोटेडोंगर जिला सदस्य, जनपद सदस्य, सरपंच,पंच, पुजारी, गायता, मांझी साथ साथ ग्रामवासी एवं कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 23 मार्च। नेहरू युवा केन्द्र, एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार जिला कांकर के तत्वावधान में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल की 53वीं वाहिनी द्वारा 13वें आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के अंतर्गत वाहिनी कार्यक्षेत्र में पडऩे वाले दूर-दराज के नक्सल प्रभावित गाँवों के 10 आदिवासी युवाओं जिनमें से 5 युवतियाँ एवं 5 युवकों को बेंगलुरु (कर्नाटक) भ्रमण करने हेतु चयनित किया गया है।
इस दल के लिये चयनित युवाओं को 53वीं वाहिनी, भातिसीपुलिस के संरक्षण में आगामी 25 से 31 मार्च तक बेंगलुरु (कर्नाटक) में भ्रमण करवाया जाएगा। इन आदिवासी युवाओं के प्रस्थान पूर्व आज सामरिक मुख्यालय जेलवाडी में सेनानी 53वीं वाहिनी भारत तिब्बत सीमा पुलिस पंकज कुमार वर्मा तथा बल के अन्य अधिकारी एवं पदाधिकारियों की उपस्थिति में भ्रमण दल को सम्बोधित करते हुये इन युवाओं को भ्रमण के दौरान विभिन्न क्रिया-कलापों में भाग लेने हेतु प्रोत्साहित किया गया।
इस भ्रमण का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के आदिवासी युवाओं के विकास और सशक्तिकरण को सुनिश्चित करना है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र से बाहर भ्रमण कर वह कई अन्य स्थानों के आधुनिक और आर्थिक विकास, संस्कृति, कला, पहनावा और कई अन्य पहलुओं के बारे में जान सकते हैं, जिससे चरमपंथी विचारधारा, गतिविधियों के प्रति मानसिकता में बदलाव तथा राष्ट्रवाद के प्रति जागरुकता पैदा किया जा सकता है। भातिसीपुलिस स्कार्ट के नेतृत्व में यह दल 23 मार्च को सामरिक मुख्यालय 53 वीं वाहिनी से नेहरू युवा केन्द्र कांकेर के लिये रवाना करवाया गया।
जंगल-जीव भगवान भरोसे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 22 मार्च। छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ की अगुवाई में नारायणपुर जिले के वनकर्मी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर बेमियादी हड़ताल पर हंै। मैदानी अमले के कर्मचारियों की हड़ताल से वन विभाग का काम प्रभावित हो रहा है।
वन कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि जिले में तैनात वन रक्षक, वनपाल, उप वन क्षेत्रपाल अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सरकार का ध्यान आकृष्ट बरसों से कराते आ रहे हैं, लेकिन मांगों और समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया, इससे आक्रोशित वन कर्मचारी 21 मार्च से बेमियादी हड़ताल पर है।
वनकर्मियों की मांगों में वन रक्षक का वेतनमान वर्ष 2003 से 3050 रूपए स्वीकृत किया जाए। वनरक्षक, वनपाल, उप वन क्षेत्रपाल कर्मचारियों का वेतनमान मांग के अनुरूप किया जाए। पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए। छग राज्य गठन के पश्चात नया सेटअल पुनरीक्षक किया जाए। महाराष्ट्र सरकार की तरह 5,000 रूपए पौष्टिक आहार, वर्दी भत्ता दिया जाए।
पदनाम वर्दी हेतु संबोधित नाम अन्य पहचान निर्धारण आदेष जारी किया जाए। वनोपज संघ के कार्य हेतु एक माह का अतिरिक्त वेतन दिया जाए। काष्ठ वनोपज प्रदाय से कमी मात्रा की वसूली निरस्त, राइट आफ किया जाए। विभागीय पर्यटन स्थल में वनकर्मियों एवं सेवानिवृत्त वन कर्मियों को नि:शुल्क प्रवेश दिया जाए। वनपाल प्रशिक्षण अवधि 45 दिन की जाए। भृत्य, वानिकी, चौकीदार का समायोजन किया जाए। दैनिक वेतनभोगियों को नियमित किया जाए।
इधर, वनकर्मियों की बेमियादी हड़ताल से गर्मी के मौसम में जंगल में दावानल से लेकर बेशकीमती पेड़ों की अवैध कटाई और जीवों के शिकार का खतरा बढ़ गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 22 मार्च। ऋ तुराज रघुवंशी की पहल पर ओरछा विकासखण्ड में ग्रामीणों की समस्याओं के निराकरण एवं शासन की योजनाओं से उन्हें लाभान्वित किए जाने हेतु पुन: 23 मार्च को दोपहर 12 बजे से कलेक्टर जनदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
जनदर्शन में कलेक्टर श्री रघुवंशी ग्रामीणों से उनकी समस्याओं-शिकायतों की सुनवाई करेंगे और अधिकारियों को त्वरित निराकरण हेतु निर्देशित करेंगे। इसके साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा जरूरतमंद ग्रामीणों के आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र, नवीन आधार कार्ड एवं आधार कार्ड में त्रुटि सुधार, नवीन राशन कार्ड, श्रमिक का पंजीयन, सिलाई मशीन वितरण, किसान क्रेडिट कार्ड, सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रकरण की स्वीकृति एवं वितरण, जनधन खाता खोलना आदि से संबंधित आवेदन प्राप्त किये जाएंगे।
ज्ञात हो कि अबूझमाड़ के विषम भौगोलिक परिस्थितियों और नक्सलवाद से जूझ रहे आदिवासी बाहुल क्षेत्र में ग्रामीणों की समस्या सुनने और उन्हें शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने पहली बार 16 फरवरी को ओरछा में कलेक्टर श्री रघुवंशी ने जनदर्शन लगाई और उनकी समस्याओं को सुना और तत्काल शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने अधिकारियों को निर्देशित किया है।
कलेक्टर जनदर्शन में 165 आवेदन प्राप्त हुए थे एवं 500 से अधिक हितग्राहियों को सामग्री का वितरण किया गया था। ग्रामीणों की समस्या का मौके पर ही निराकरण होने से ग्रामीणों में काफी उत्साह देखने को मिला और प्रशासन के प्रति उनका विश्वास भी बढ़ा है। इसे देखते हुए कलेक्टर ऋ तुराज रघुवंशी ने पुन: जनदर्शन लगाने का निर्णय लिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 11 मार्च। कलेक्टर ऋ तुराज रघुवंशी और पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार नक्सल प्रभावित परिवारों की समस्याओं को दूर करने गुडरीपारा, शांतिनगर के सांई मंदिर प्रांगण में आयोजित विशेष शिविर में पहुंचकर उनकी समस्याओं को सुना।
इस दौरान कलेक्टर ने शिविर में आये लोगों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को संवेदनशीलता के साथ सुना और प्राथमिकता के साथ निराकरण करने का भरोसा दिलाया। कलेक्टर एवं एसपी ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टॉलों का अवलोकन किया और अब तक आये प्रकरणों की जानकारी ली।
इस अवसर पर आईपीएस अक्षय कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चंद्राकर सहित अन्य पुलिस एवं अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
उल्लेेखनीय है कि इस विशेष शिविर में आत्म समर्पित नक्सलियों को प्रोत्साहन राशि का भुगतान, पीडि़त परिवार के 18 वर्ष से कम उम्र के सदस्य के शिक्षा एवं आश्रम-छात्रावास में प्रवेश, पीडि़त परिवार के सदस्यों को स्वरोजगार हेतु प्रशिक्षण हेतु चयन, एनआरएलएम बिहान एवं महिला बाल विकास विभाग की योजनाओं का लाभ व समूह से जोडक़र आत्मनिर्भर बनाना, पीडि़त परिवार के सदस्यों का जनधन योजना के तहत् खाता खोलना, पीडि़त परिवार के सदस्यों को मुख्य मंत्री खाद्यान्न सहायता योजनना के तहहत् रशनकार्ड का प्रदाय, राशन कार्ड का स्थानांतरण व संशोधन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत् आयुष्मान कार्ड व नसबंदी खोलने के आपरेशन कार्यवाही नक्सल पीडि़त परिवार को यात्री बसों में किराया में 50 प्रतिशत की छूट पास बनाना, नक्सल पीडि़त परिवार के सदस्यों के नये आधार कार्ड बनाना अद्यतीकरण व संशोधन तथा नक्सल पीडि़त परिवारों के व्यवस्थापन की कार्रवाई की जा रही है।
खिलाडिय़ों ने मुख्यमंत्री के प्रति जताया आभार, कहा करेंगे मेडल की बौछार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 10 मार्च। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बजट सत्र के दौरान मलखम्ब खिलाडिय़ों के लिए नारायणपुर जिले में अकादमी बनाने की घोषणा कर खिलाडिय़ों को बड़ी सौगात दी है। इस फैसले से जिले के खिलाडिय़ों में खुशी का माहौल है।
मलखम्ब प्रशिक्षण कर रहे खिलाडिय़ों ने मुख्यमंत्री की इस घोषणा का स्वागत करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। इस सौगात के लिए मलखम्ब का प्रदर्शन एवं रंग-गुलाल उड़ाकर खुशियां मनाई।
खिलाडिय़ों ने कहा कि हम इस अकादमी में और अधिक प्रशिक्षण लेकर मेडलों की बौछार करेंगे और नारायणपुर सहित छत्तीसगढ़ और देश का नाम रोशन करेंगे। प्रशिक्षक मनोज प्रसाद ने कहा कि यह मलखम्ब खिलाडिय़ो के लिए बहुत बड़ी सौगात है। इससे खिलाडिय़ों को बहुत लाभ होगा। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त किया।
ज्ञात हो कि जिला प्रशासन द्वारा मल्लखम्भ खेल को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिभागियों को अबूझमाड़ मल्लखंब अकादमी में विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इसके अभ्यास हेतु आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है, प्रशिक्षण केन्द्र में कुल 120 खिलाड़ी पंजीकृत है, जिसमें लगभग 80 खिलाड़ी नियमित प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। प्रशिक्षण में 40 बालक तथा 40 बालिकाए शामिल है। इस प्रशिक्षण केन्द्र से लगभग 40 प्रतिभागियों द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का प्रतिनिधित्व किया गया है। 32वीं राष्ट्रीय मलखम्भ चौम्पियनषिप बिलासपुर 2020 में जिले के मलखंभ खिलाडिय़ों ने 8 स्वर्ण पदक एवं 3 कास्य पदक प्राप्त कर चुके हैं। जिले के मलखम्भ खिलाड़ी दिल्ली, मुंबई, गुजरात, गोवा, तमिलनाडू , मध्यप्रदेश में भी अपने राज्य छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व कर अपने खेल व हुनर का परचम दिखा चुके हैं। उज्जैन 2021 में मल्लखंब की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में जिले के मल्लखंभ खिलाडिय़ों ने 10 गोल्ड, एक सिल्वर और 29 बा्रंज मैडल इस प्रकार कुल 40 मैडल जीतकर नारायणपुर जिले का नाम रौशन किया है , जिले के जूनियर प्रथम टीम , सब जूनियर टीम के बाद सीनियर के बालिका वर्ग और बालक वर्ग ने टीम चौंपियनशिप और पिरामिड चौंपियनशिप में कांस्य पदक पर कब्जा जमाया जिसमे छत्तीसगढ़ राज्य से 48 खिलाडिय़ों का चयन इस प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु किया गया था, जिसमें से 40 मल्लखंभ के खिलाड़ी नारायणपुर जिले के थे।अब तक जिले के मल्लखंभ खिलाडिय़ों द्वारा स्कूल गेम्स , राज्य व राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कुल 161 पदक प्राप्त कर चुके हैं।
इस वर्ष 2022 होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता खेलो इंडिया स्कीम जो की पंचकुला , हरियाणा में आयोजित होने जा रही है जिसमे अबूझमाड़ मल्लखंभ अकादमी से 10 खिलाडिय़ों का चयन हुआ है, जिसमें जीतने के बाद खिलाडिय़ों का चयन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होना होता है , साथ ही भारत सरकार द्वारा खिलाडिय़ों को 8 साल के विशेष छात्रवृत्ति प्रदान की जाती हैं , इसी के साथ खिलाडिय़ों का विशेष प्रशिक्षण इस वर्ष सितंबर में होने वाली वर्ल्ड चौंपियनशिप के लिए हो रहा है , जिसमे हमारे अबूझमाड़ नारायणपुर के खिलाड़ी अपना विशेष स्थान बनाएंगे व स्वर्ण पदक प्राप्त करने सफलता हासिल करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 9 मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयुष केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोहकामेटा जिला नारायणपुर द्वारा कुरूषनार में महिला स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. सत्येंद्र नाग के मार्गदर्शन में आंगनबाड़ी केंद्र में महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच की गई।
आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीना खोबरागड़े ने बताया कि दुनिया भर में महिलाओं के खिलाफ हो रहे भेदभाव को खत्म करने के प्रयासों के लिए 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है, ताकि महिलाओं के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित किया जा सके।
उन्होंने उपस्थित महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि महिलाओं में अनियंत्रित जीवनशैली के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्या पैदा होती है, अत: महिलाओं को स्वयं के स्वास्थ्य पर पहले ध्यान देना चाहिए। जो महिला स्वयं स्वस्थ नहीं है, वह एक स्वस्थ समाज व परिवार का निर्माण नहीं कर सकती है। इसीलिए कम से कम 20 मिनट प्रतिदिन योगाभ्यास के लिए समय निकालकर नियमित रूप से ध्यान, प्राणायाम, सूर्य नमस्कार आदि अवश्य करें।
उससे भी महत्वपूर्ण आपका आहार है, खानपान पर विशेष ध्यान रखें, अपने स्वास्थ्य की सही देखभाल कर स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं , इससे बीमारियों का खतरा कम होगा और महिलाओं का स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा।
डॉ. बीना खोबरागड़े ने बताया कि बचपन में सही पोषण न मिलना, खून की कमी, गर्भावस्था व प्रसव के दौरान जटिलताएं, मासिक धर्म की अनियमितता एवं स्वच्छता का ध्यान रखना आदि कुछ महत्वपूर्ण कारण है जो महिलाओं के स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं।
आयुष विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित स्वास्थ्य जागरूकता शिविर में प्रमुख रूप से ग्राम सरपंच कमली पोटाई, बुधराम सनोती, डॉ. बीना खोबरागड़े , डॉ. राधा रानी डे, एएनएम चंद्रकिरण नाग, कमलेश करंगा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कांति पात्र सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे।
नारायणपुर, 27 फरवरी। कलेक्टर ऋ तुराज रघुवंशी ने आज माता मावली मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की और जिले में खुशहाली- विकास की कामना की। श्री रघुवंशी ने जिले में आयोजित ऐतिहासिक माता मावली मेला का भी निरीक्षण किया।
इस दौरान श्री रघुवंशी ने मेला स्थल का भ्रमण किया और मेले में स्थानीय दुकानदारों द्वारा लगाये गये दुकानों को देखा। उन्होंने दुकानदारों से बाजार का हाल भी जाना। साथ ही कलेक्टर ने मेले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गये स्टॉल का भी अवलोकन किया।
इस दौरान उन्होंने उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों से अब तक किये गये इलाज की संख्या, उपलब्ध दवाईयां, चिकित्सकों एवं सहायकों की ड्यूटी, इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों आदि के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर श्री रघुवंशी ने मुख्य समारोह मंच का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम देखने के लिए आने वाले अतिथियों की बैठक व्यवस्था बेहतर ढंग से सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही मेले देखने के लिए दूर-दराज से आने वाले ग्रामीणों को किसी प्रकार की समस्या न हो, इस बात का ध्यान रखा जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 27 फरवरी। छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं विधायक चन्दन कश्यप ने राष्ट्रीय सघन पल्स पोलियो अभियान के तहत आज जिला अस्पताल में बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाई। उन्होंने मनस्वणी जैन एवं भुनेश्वरी को पोलियो की दवा पिलाई।
इस अवसर पर उन्होंने अभिभावकों से 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को अनिवार्य रूप से पल्स पोलियो की खुराक पिलाने की अपील की।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पुजारी महिंग ने बताया कि राष्ट्रीय सघन पल्स पोलियो अभियान के तहत जिले में 0 से 05 वर्ष आयु समूह के 19 हजार 283 बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि 27 फरवरी को टीम द्वारा बूथ लेबल पर 28 फरवरी एवं 1 मार्च को अभियान के दौरान छुटे हुए बच्चों को घर-घर जाकर पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि एवं संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
नारायणपुर, 23 फरवरी. नारायणपुर जिले का ऐतिहासिक माता मावली मेला के शुभारंभ पर पहुंचे हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक श्री चंदन कश्यप एवं क्षेत्र के अन्य जनप्रतिनिधियों ने आज माता मावली मेला का भ्रमण कर मेले में लगे विभिन्न दुकानों का अवलोकन किया और दुकानदारों से बातचीत की।
इस दौरान उन्होंने मेले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाये गये स्टॉल में अपने ब्लड प्रेशर की जांच करायी। इसके अलावा विधायक श्री कश्यप ने मेले में लगे विभिन्न झूलों का भी आनंद उठाया।
इस अवसर पर नारायणपुर जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री पंडीराम वड्डे, जनप्रतिनिधि श्री रजनू नेताम, श्री जेपी देवांगन, अमित भद्र, रवि देवांगन, संजय राय के अलावा क्षेत्र के अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
विधायक ने माता मावली मेला का किया शुभारंभ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 23 फरवरी। नारायणपुर जिले का ऐतिहासिक माता मावली मेला का शुभारंभ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक चंदन कश्यप ने आज माता के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर किया।
उन्होंने कहा कि बस्तर अंचल के लोगों का मड़ई-मेला लोक, कला और संस्कृति का संगम है। यह मेला जिले का ऐतिहासिक और ख्याति प्राप्त मड़ई-मेला है। स्थानीय लोगों के सगे-संबंधी दूर-दूर से यहां की लोक, कला, संस्कृति, रीति-रिवाज और परम्पराओं से रूबरू होने एवं देखने प्रति वर्ष यहां आते हैं।
श्री कश्यप ने कहा कि आज से 5 दिनों तक लोगों को और सैलानियों को इस मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलक देखने को मिलेगी। उन्होंने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि माता के आशीर्वाद से जिले में चौतरफा विकास हो रहा है। शुभारंभ से पहले 84 परगना के देवी-देवता माता मावली मंदिर से आंग, डोली, छत्र सहित बैरक (झंडा) आदि लेकर मार्ग में परम्परा और रीति-रिवाज से नाच-गान, उछल-कूद करते हुए पूजा स्थल अड़मावली पहुंचे। इस मौके पर उनके साथ क्षेत्र के श्रद्धालुगण और स्थानीय लोग शामिल हुए।
जिपं अध्यक्ष श्यामबती नेताम ने जिलेवासियों को मेले की बधाई देते हुए कहा कि यह मेला अबूझमाड़ की संस्कृति और परम्पराओं का हिस्सा है। यह अच्छी बात है कि यहां के लोग पुरानी परम्पराओं को बनाये रखने और उसे संरक्षण दे रहे हैं। माता मावली मेला यहां के लोगों के लिए आस्था और श्रद्धा का केन्द्र है। दूर-दूर से लोग यहां आकर अपनी कलाओं का प्रदर्शन करते हैं और इस मेले से जरूरत के सामग्रियों का क्रय भी करते हैं। आप सभी मेले में आये और मेले का भरपूर आनंद उठाये। वहीं नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुनीता मांझी ने संबोधित करते हुए कहा कि जिले में आयोजित होने वाला ऐतिहासिक माता मावली मेला आदिवासीयों का मेला है, जिसे देखने दूर-दूर से आदिवासी संस्कृति के लोग आते हैं। जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री पंडीराम वड्डे ने कहा कि माता मावली मेला का इंतजार जिलेवासियों को सालभर रहता है। कोरोना के कारण मेला आयोजन में कुछ कठिनाईयां आ रही थी, लेकिन विधायक जी के की पहल से मेला आयोजन संभव हो पाया, जिसके लिए हम विधायक जी को धन्यावाद देते हैं। इसके अलावा कार्यक्रम को जनप्रतिनिधी श्री रजनू नेताम, श्री जेपी देवांगन और पार्षद श्री अमित भद्र ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर अबूझमाड़ विकास प्राधिकरण अध्यक्ष कमली लेकाम, प्रमोद नेलवाल, मालती नुरेटी, श्रीमती जोशी, डिप्टी कलेक्टर प्रदीप वैद्य, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास संजय चंदेल, जिला शिक्षा अधिकारी जीआर मंडावी, रविकांत ध्रुर्वे, के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
एसडीएम जितेन्द्र कुर्रे ने आभार व्यक्त किया। वहीं कार्यक्रम का संचालन शिक्षक नारायण प्रसाद साहू ने किया।
विधायक ने विभिन्न कार्यों का किया भूमिपूजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 19 फरवरी। छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड अध्यक्ष व नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप ने नारायणपुर प्रवास के दौरान ओरछा विकासखंड के ग्राम कोहकामेटा पहुंचे। श्री कश्यप ने कोहकामेटा सहित नेडनार, कुंदला, गोमे 4 पंचायतों में पेयजल व्यवस्था हेतु पानी टैंकर ग्राम पंचायत को सौंपा।
इस दौरान उन्होंने कोहकामेटा पंचायत भवन का शुभारंभ भी किया। इसके अलावा विधायक श्री कश्यप ने बाजार शेड हेतु 5 लाख स्व सहायता समूह हेतु शेड निर्माण के लिए 4 लाख 50 हजार, उप स्वास्थ्य केंद्र विधायक निधि हॉस्टल सह हाई स्कूल व बांसिगं में 11 करोड़ लागत का पुलिया निर्माण पुलिया का भूमिपूजन किया। साथ ही जुगेम माता गुड़ी बाउंड्री वाल 200 एमटी गोदाम 7 लाख,. माता गुड़ी 10 लाख लागत का भी भूमिपूजन किया। विधायक ने उद्यानिकी क्षेत्र विस्तार अंतर्गत किसानों को सब्जी बीज मिनीकिट प्रदान किया।
विधायक श्री कश्यप ने कहा कि क्षेत्र के ग्रामीण बीते कई सालों से पुलिया और हॉस्टल एवं हाई स्कूल की मांग कर रहे थे। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों द्वारा जानकारी देने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उक्त कार्यों की मांग की, जिसे श्री बघेल ने तत्काल स्वीकृति प्रदान की। इन्हीं सभी कार्यों का भूमिपूजन किया गया है।
क्षेत्र के ग्रामीणों ने ग्राम पंचायतों में विभिन्न कार्यों की सौगात मिलने पर छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड अध्यक्ष एवं विधायक चंदन कश्यप का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि जिसकी बहुत अधिक आवश्कता थी, वह आज पूरा हुआ।
उन्होंने विधायक श्री कश्यप को बताया कि इस पुल के बन जाने से आसपास के 10-20 गांवों को आवागमन की सुविधा मिलेगी, जिससे गांव का विकास होगा। इस अवसर पर सरपंच सावित्री नुरेटी ने बताया कि इस पुलिया के लिए पहले भी कई बार आवेदन दिए, लेकिन काम नहीं हो पाया था। वर्तमान विधायक को आवेदन दिए तो तत्काल पुलिया बनाने का आश्वासन दिया और अपना वादा पूरा किया, इसलिए पूरे क्षेत्र भर के लोग विधायक का आभारी रहेंगे।
इस दौरान जनपद अध्यक्ष ओरछा मालती नरेटी, सांसद प्रतिनधि अजय देशमुख, कलावती कोर्राम, जनपद सदस्य निर्मला उइके, सावित्री नुरेटी के अलावा राजेश दीवान, जैलाल नरेटी, मैनु कमेटी, रवि देवांगन रघु मानिकपुरी, उमेश कर्मा, भारतु कुंजाम. श्यामलाल नुरेटी, साजन कोवाची, मंगतू कुंजाम, सम्पत कुमेटी, मालती नुरेटी रानू कुमेटी, मूडरा राम, कोवाची पटेल रामूराम कोवाची, लखमू राम नुरेटी, मांझी, कमलू राम आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 18 फरवरी। नारायणपुर जि़ले के ओरछा विकासखंड में कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने स्वयं जनदर्शन लगाया। उसी दौरान नारायणपुर विकासखंड से 75 किलोमीटर दूर हितुलवाड में उनके निर्देश पर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर बी. आर. पुजारी के मार्ग दर्शन में नारायणपुर स्वास्थ्य विभाग का दल उप स्वास्थ्य केंद्र माढोनार के ग्राम हितुलवाड में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी का कहना है कि पड़ोसी भी अपने ही है। जिले के अंतिम लाभार्थी तक पहुँचने हेतु जि़ला प्रशासन प्रतिबंध है। इसके लिए सभी विभागों को कड़े निर्देश है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर से पड़ोसी जि़लों के मरीज़ों का भी उपचार जिले के लिए अच्छा संदेश है। स्वस्थ गाँव-स्वस्थ प्रदेश-स्वस्थ देश के संकल्पना इसी सेवा भाव से सार्थक हो सकता है।
नारायणपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर बी.आर. पुजारी ने कहा कि मलरिया कोरोना, टीबी, कुष्ठ जैसे अन्य संचारी बीमारियो पर नियंत्रण एवम् रोगथाम अंतर जि़ला समन्यवय तथा सहयोग से ही संभव है, जिले में इस प्रकार के प्रयाश निरंतर किये जायेंगे।
स्वास्थ्य दल की अगुवाई कर रहे खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवम् जि़ला कुष्ठ अधिकारी डॉ. केशव साहू ने बताया कि हितुलवाड विकासखंड नारायणपुर का अतिसंवेदनशील एवम् सुदूर ग्राम है। पहुँचविहीन मार्ग होने की वजह से ग्रामीणों का गंभीर बीमारियों से ग्रसित होने की स्थिति में जिला मुख्यालय तक पहुँच पाना कठिन होता है। वर्तमान में ही हितुलवाड एवं कोंडागाँव जिले के बेचा में सामान्य एवं जटिल बीमारी से ग्रसित मरीज़ों की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया, इस शिविर में कुष्ठ मलेरिया, दस्त, खुजली, मासिक चक्र में अनियमितता, गर्भवती जाँच, अनीमिया, कुपोषण, मानसिक रोग, ख़ासी, कैटरैक्ट, टेरेजियम, अस्थि रोग वाले मरीज़ों का उपचार-निदान किया गया।
इसके साथ ही विशिष्ट रोग से पीडि़त मरीज़ों को जिला मुख्यालय तक पहुंचने की व्यवस्था की गयी।
खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर केशव साहू बताया कि ग्रामीणों एवम् बेचा आरएचओ ममता के अनुसार स्वास्थ्य शिविर अन्य में चार जि़लों के अतिसंवेदनशील ग्रामों से मरीज़ आए जिनमें बीजापुर जि़ला के गोमटेर ,तूसवाल, कोंडागाँव जि़ला से कीलम-बेचा, बस्तर जि़ला के कारियामेटा और दंतेवाड़ा जिले के सालेपाल के लगभग 90 ग्रामीण स्वास्थ्य परीक्षण से लाभान्वित हुए। आरएमए विरेंद्र कनोज्जे, लवलेश पाण्डे, बीईटीओ श्री राणा, मितानिन समन्वयक शंतराम उसेंडी, आरएचओ तुलसी राम दुग्गा, रेखा कुंजाम, अशोक मितनिन ट्रेनर, साथी संस्था हितुलवाड एवम् बेचा के मितनिन का सराहनीय सहयोग रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 12 फरवरी। आज पुलिस ने ओरछा एलओएस कमांडर दीपक पल्लो के ख़ास और एक लाख रुपये का ईनामी नक्सली, मिलिशिया कमांडर सोमारू पोडिय़ाम ऊफऱ् बली पोडिय़ाम को गिरफ़्तार किया है। गिरफ़्तार नक्सली 10 साल से भठबेड़ा मिलिशिया कमांडर है। कई नक्सल हिंसा में शामिल था।
पुलिस अधीक्षक गिरिजा शंकर जायसवाल को मुखबिर से सूचना मिली कि भठबेड़ा मिलिशिया कमांडर सोमारू पोडिय़ाम ऊफऱ् बली पोडिय़ाम अपने घर भठबेड़ा आया है। एसपी ने सूचना पर शुक्रवार की देर शाम डीआरजी टीम को ओरछा से रवाना किया था।
शनिवार को डीआरजी टीम सोमारू पोडिय़ाम के घर की घेराबंदी करने जा रही थी। इसी दौरान एक आदमी घने जंगलों में छिपते हुए भागने का प्रयास कर रहा था। संदेह के आधार पर डीआरजी जवानों ने पकडक़र नाम पूछा तो ये ग्रामीण होने की बात कहकर टालमटोल कर रहा था। जिससे पूर्व में नक्सली संगठन में काम कर चुके जवानों द्वारा उसकी पहचान की गई तथा उसे उसके नाम से पुकारने पर उसने अपना नाम सोमारू पोडिय़ाम होना स्वीकार किया।
पूछताछ करने पर सोमारू पोडिय़ाम ने खुद को मिलिशिया कमांडर बताते हुए कई नक्सल अपराध में शामिल होना बताया, जिसमें 2016 में इकुल, बीजापुर में डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा की संयुक्त पार्टी के साथ मुठभेड़ में शामिल होना, 2019 में भठबेडा के जंगल मे डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम के साथ मुठभेड़ में शामिल होना, जिसमें एसटीएफ के एक जवान घायल हुआ था, 2020 में गोदाड़ी के पास पुलिस पार्टी से मुठभेड़ में शामिल होना, जिसमें जवान संतु राम वड्डे शहीद हुए, में शामिल होना कबूल किया। उसके बाद डीआरजी नारायणपुर द्वारा मिलिशिया कमांडर सोमारू पोडिय़ाम ऊफऱ् बली पोडिय़ाम को गिरफ़्तार किया गया।
उल्लेखनीय है कि मिलिशिया कमांडर सोमारू पोडिय़ाम ऊफऱ् बली पोडिय़ाम नक्सली कमांडर पाली के कहने पर वर्ष 2006 (13 साल की उम्र) में लखमु वेट्टी और कोपा कोयाम के साथ नक्सलियों की बाल संघ में शामिल हुआ तथा बाद में कृषि शाखा आलबेड़ा में काम किया। उसके बाद वर्ष 2009 में नक्सली कमांडर दीपक पल्लो ने इसे भठबेड़ा मिलिशिया में शामिल किया और इसके कार्य से प्रभावित होकर लगभग छ: महीने के भीतर 2009 में ही मोटू कोर्राम को हटाकर इसे भठबेड़ा मिलिशिया कमांडर बना दिया। सोमारू पोयाम नक्सली संगठन में 12 बोर बंदूक रखता था।
चौपाल में सुनी समस्याएं, किया भूमिपूजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 12 फरवरी। जिले में नवपदस्थ कलेक्टर ऋ तुराज रघुवंशी ने जिले की बागडोर अपने हाथों में लेते ही जिले ऐसे क्षेत्र जहां कभी कोई बड़ा अधिकारी नहीं पहुंचा, वहां पहुंचकर वहां रहने वाले लोगों का हालचाल जान रहे हैं और वहां शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ले रहे हैं। कलेक्टर श्री रघुवंशी आज अंजरेल पहाड़ी के उस पार रहने वाले 20 परिवारों का हाल जानने 2 किलोमीटर पैदल चलकर अंजरेल गांव पहुंचें।
अंजरेल पहुचंकर कलेक्टर ने ग्रामीण देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। अंजरेल में कलेक्टर ने े ईमली पेड़ के नीचे खाट पर बैठकर चौपाल लगायी और ग्रामीणों की समस्या सुनी। ग्रामीणों ने कलेक्टर को अपने बीच पाकर काफी खुश हुए और बारी-बारी से अपनी समस्याओं से कलेक्टर को अवगत कराया। ग्रामीणों ने सडक़, पेयजल, पुलिया आदि समस्या की जानकारी दी।
कलेक्टर श्री रघुवंशी ने ग्रामीणों की समस्या को ध्यान में रखते हुए तत्काल ही द्वितीय श्रेणी सडक़ एवं देवगुड़ी स्थल का भूमिपूजन किया। इस सडक़ के बन जाने से गांव में रहने वाले 20 परिवारों के लगभग 120 ग्रामीणों को बेहतर आवागमन की सुविधा मिल सकेगी।
इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर अभिषेक गुप्ता, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत नारायणपुर घनश्याम जांगड़े, क्षेत्र के सरपंच, पंच, गायता, पुजारी, एवं ग्रामीण उपस्थित थे।
नारायणपुर, 22 जनवरी। शासन के निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अबूझमाड़ क्षेत्र की गर्भवती माताओं एवं आंबनबाड़ी में आने वाले बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य एवं सुपोषित कराने के लिए प्रतिदिन गरम भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
नक्सल प्रभावित जिला नारायणपुर के लगभग 1800 गर्भवती माताओं एवं आंगनबाड़ी केन्द्र में आने वाले 7000 बच्चों को गरम भोजन दिया जा रहा है। अबूझमाड़ क्षेत्र के कुछ ग्रामों में इन महिलाओं एवं बच्चों को गरम भोजन परम्परागत तरीके से पत्तों से तैयार किये दोना-पत्तल में गरम भोजन दिया रहा है, वहीं कुछ स्थानों में टिफिन के माध्यम से भी भोजन का वितरण किया जा रहा है। गर्म भोजन में स्थानीय स्तर पर मिलने वाली हरी साग-सब्जी, दाल एवं चांवल दिया जा रहा है।
शासन द्वारा कोरोना वायरस की तीसरी लहर के संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु दिये गये दिशा-निर्देशों का पालन भी किया जा रहा है। इस कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन और सहायिकाओं का सहयोग मिल रहा है।
ग्रामीणों को दैनिक उपयोग का सामान वितरित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 22 जनवरी। छत्तीसगढ़ राज्य के नक्सल प्रभावित जिला नारायणपुर में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवान नक्सल अभियान के साथ-साथ सुदूर अंचल के गरीब लोगों की मदद भी कर रहे हैं। इसी क्रम में आज जिले में तैनात 53वीं वाहिनी आईटीबीपी की ए-कम्पनी कैम्प सोनपुर द्वारा सिविक एक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अलनार, कस्तुरगुण्डा मुराहपदर, मुरनार, सोनपुर गांगला, मुण्डाटिकरा, पेलीपेड, डोंगरीबेड़ा, बेचागांव, अहनार आदि गाँव के ग्रामीणों को दैनिक इस्तेमाल में आने वाले वर्तन, कपड़े, सोलर लाईट एलईडी, सोलर लैम्प तथा स्कूल के बच्चों व ग्रामीण युवकों को खेलकूद सामाग्री का वितरण किया गया। इसके साथ ही शिविर में चिकित्सा शिविर एवं पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सेनानी, 53वीं बटालियन, आईटीबीपी पंकज कुमार वर्मा ने कहा कि आप सभी आईटीबीपी को अपना मित्र समझें, हम आप सब की सेवा व सुरक्षा के लिए यहां तैनात है। अगर किसी को भी कोई समस्या होती है, तो आप कभी भी कैम्प में आकर हमें बताए। हमारे जवान हमेशा आप लोगों की सेवा के लिए तैयार है।
उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के उत्थान में इस प्रकार के कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित किए जाएंगे तथा सभी ग्रामवासियों व खास कर युवा वर्ग से अनुरोध किया कि वे हिंसा का मार्ग छोडक़र राष्ट्र निर्माण व देश की मुख्यधारा से जुड़े व खुशहाल जीवन व्यतीत करें। सेनानी, 53वीं बटालियन, आईटीबीपी श्री वर्मा ने सभी ग्रामीणों को इस कार्यक्रम में शामिल होने व इसे सुचारू रूप से सफल बनाने में सभी का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में वाहिनी की चिकित्सा अधिकारी डॉ. तरुण राणा, एसएमओ द्वारा दूरदराज से आये ग्रामीणों का स्वास्थ्य जांच कर दवाईयाँ बांटी और डॉ. अश्वनी कुमार, उप सेनानी द्वारा ग्रामीणों के पालतू जानवरों के जांच की। चिकित्सा अधिकारियों ने ग्रामीणों को साफ-सफाई, ताजा भोजन करने एवं शुद्ध पेयजल का उपयोग करने की सलाह दी गई तथा वाहिनी पशु चिकित्सक द्वारा ग्रामीणों को पशुओं को होने वाली बीमारी तथा उनसे बचाव के बारे में जानकारी दी गई। श्री एम नवीन यादव, सहायक सेनानी, 53वीं बटालियन, आईटीबीपी एवम् स्थानीय गांवों के सरपंच, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 20 जनवरी। जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष अमित भद्र ने भाजयुमो के छेरछेरा पर बेरोजगारी भत्ते की मांग को ढकोसला बताते हुये केन्द्र की मोदी बीजेपी सरकार से बीते 7.5 सालों के 15 करोड़ रोजगार की मांग करने का साहस दिखाने की बात कही है। साथ ही 15 लाख हर खाते में देने का जुमला तो सबके सामने आ ही गई है।
जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अमित भद्र ने मीडिया में बयान जारी कर कहा कि भाजयुमो भाजपा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की युवाओं गुमराह करो परिपाटी का पालन कर रहे हैं, जिस प्रकार मोदी जी ने हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार का दिवास्वप्न दिखा कर युवाओं को छला, ठीक वैसे ही छत्तीसगढ़ भाजयुमो बेरोजगारी भत्ते पर झूठे तथ्य देकर युवाओं को भ्रमित करने का काम कर रही है।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस की सरकार ने पिछले चुनाव के अपने संकल्प पत्र के 36 वायदो के चौथे बिन्दु ‘राजीव मित्र योजना’ के तहत छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी, जिसके अंतर्गत 10 लाख बेरोजगार युवाओं को सामुदायिक विकास और सामाजसेवी गतिविधियों में भाग लेने पर न्यूनतम 2500 रू. मासिक प्रदान करने की बात कही गयी थी। जिस पर सरकार ‘राजीव युवा मितान क्लब’ योजना की पहल शुरू कर चुकी है। बेरोजगारी भत्ता युवाओं के साथ ठगी है, जो भाजपा ने पिछले 15 सालों में छत्तीसगढ़ सरकार में काबिज थी और वायदा किया था कि 500 रू बेरोजगारी भत्ता देंगे पर दिया तो नहीं, उल्टा बेरोजगारी दर, गरीबी बढ़ा दिया, 15 सालों में भाजपा की सरकार आम जनता को लूटने में लगी रही, तब ये भाजपा के नेताओं को याद नहीं आई, प्रदेश में गरीब दर, बेरोजगारी दर बढ़ाती गई। कई स्कूलों को बंद कर अंधेरे में डाला।
भारतीय जनता पार्टी और भाजयुमो के नेता इस तथ्य को तोड़ मरोडक़र प्रदेश के युवाओं को बरगलाने का काम कर रहे हंै, हमारी पार्टी और सरकार की प्राथमिकता रोजगार है, जिसके लिये हम सतत कार्य कर रहे हंै और भारत सरकार के आंकड़े खुद इसकी पुष्टि करते हंै।
पहुंचविहीन क्षेत्र का किया दौरा, टीम के साथ 3 किमी पैदल चले
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 19 जनवरी। एसपी ने बीएसएफ कैंप अंजरेल की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और देर शाम पहुंचविहिन क्षेत्र पटेलपारा-अंजरेल के लिए अपनी टीम के साथ लगभग 3 किलोमीटर से अधिक पैदल चल पड़े। वहां उन्होंने स्थानीय नागरिकों से मिलकर उनका कुशलक्षेम जाना तथा उन्हें विकास केन्द्रित विषयों पर जागरूक किया।
पुलिस अधीक्षक गिरिजा शंकर जायसवाल मंगलवार को 193वीं बटालियन बीएसएफ ‘‘एफ’’ कंपनी अंजरेल के सुरक्षा व्यवस्था की औचक निरीक्षण के लिये निकल पड़े। वहां उन्होंने बीएसएफ अधिकारियों से मुलाकात कर कैम्प सुरक्षा व्यवस्था एवं नागरिक सुरक्षा की जानकारी ली।
श्री जायसवाल ने बीएसएफ अधिकारियों और जवानों से चर्चा के दौरान निर्देशित किया कि बस्तर की सुरक्षा और विकास आपके योगदान के बिना संभव नहीं है। अत: आपसे अपेक्षा है कि आप सभी अपने पदीय गरिमा को बनाये रखते हुए जिला नारायणपुर के हर एक नागरिक से सद्भावनापूर्वक व्यवहार करें। उन्हें एक पल के लिये भी ऐसा नहीं लगना चाहिए कि हम अलग-अलग प्रदेश से केवल अपनी नौकरी करने आते हैं, बल्कि उनके विश्वास को अटूट विश्वास में बदलते हुए अपनी सकारात्मक छवि को बरकरार रखें। यही आपकी सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।
इसके बाद श्री जायसवाल स्थानीय नागरिकों से मिलने चले गये, उसके बाद वे देर शाम पहुंचविहिन क्षेत्र पटेलपारा-अंजरेल के लिये लगभग 3 किलोमीटर से अधिक पैदल चल पड़े। वहां उन्होनें स्थानीय नागरिकों से मिलकर उनका कुशलक्षेम जाना तथा उन्हें आपेक्षित विकास कार्यों और उनके मानव अधिकारों की जानकारी देते हुए पुलिस-प्रशासन के कार्यों, खासकर नारायणपुर जिला के विकास केन्द्रित विषयों पर उन्हें जागरूक किया।
श्री जायसवाल ने लोगों से कहा कि पुलिस फोर्स आपकी सुरक्षा और विकास की ध्येय से तैनात किये गये हैं, यदि किसी भी स्थिति में नक्सलियों, व्यापारियों, जवानों अथवा प्रशासनिक अधिकारी/ कर्मचारियों से आपको किसी भी प्रकार के समस्याओं का सामना करना पड़े तो आप सीधे मेरे कार्यालय में आकर उनकी शिकायत कर सकते हैं। श्री जायसवाल ने यह भी कहा कि हमारी पुलिस न सिर्फ आपको सुरक्षा प्रदान करने के लिये तैनात हैं वरन् ये जवान आपके क्षेत्र की समुचित विकास के लिये भी संकल्पित हैं। अत: आपसे अनुरोध है कि आप सभी अपनी हर आवश्यकताओं और परेशानियों को बेझिझक होकर इनसे कह सकते हैं।
औचक निरीक्षण एवं सुदूरवर्ती क्षेत्रों की प्रवास के दौरान गिरिजा शंकर जायसवाल के साथ नीरज चन्द्राकर (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक), अनुज कुमार (एसडीओपी, नारायणपुर), उन्नति ठाकु र (उप पुलिस अधीक्षक, अजाक एवं मुख्यालय), अभिषेक पैकरा (एसडीओपी, छोटेड़ोंगर), रितेश श्रीवास्तव (एसडीओपी, बेनूर), प्रशांत खाण्डे (उप पुलिस अधीक्षक, नक्सल ऑप्स), लोकेश बंसल (उप पुलिस अधीक्षक), विनय कुमार (उप पुलिस अधीक्षक) और दीपक साव (रक्षित निरीक्षक, नारायणपुर) तथा जिला नारायणपुर के सभी थाना प्रभारियों सहित लगभग 30 से अधिक अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।
नारायणपुर, 18 जनवरी। राज्य सरकार द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के नवीन पदस्थापना आदेश के तहत ऋतुराज रघुवंशी ने आज नारायणपुर जिले के कलेक्टर का पदभार ग्रहण किया। उन्हें निवर्तमान कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू ने जिले का प्रभार सौंपा। निवर्तमान कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू एवं जिला कार्यालय के अधिकारियों ने उन्हें शुभकामनाएं दी।
ऋतुराज रघुवंशी 2014 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। इसके पूर्व वे मुख्य कार्यपालन अधिकारी रायपुर विकास प्राधिकरण के पद पर पदस्थ थे। श्री रघुवंशी विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करते हुए अपनी जिम्मेदारियों का सफलता पूर्वक निर्वहन कर चुके हैं। कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात श्री रघुवंशी का प्रशासनिक और विभागीय अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। नवपदस्थ कलेक्टर श्री रघुवंशी ने सभी अधिकारियों का परिचय प्राप्त किया। इस अवसर पर अभिषेक गुप्ता, प्रदीप वैद्य, रामसिंग सोरी, डॉ. बीआर पुजारी, बीएस बघेल, संजय चंदेल, जीआर मंडावी के अलावा अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 9 जनवरी। जिला जनसम्पर्क विभाग द्वारा नारायणपुर जिला मुख्यालय के साप्ताहिक बाजार में फोटो प्रदर्शनी शिविर का आयोजन किया गया। नगर के नागरिकों सहित दूर दराज से आये ग्रामीणों ने जनसम्पर्क विभाग द्वारा लगाई गयी फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन किया। शिविर में छ.ग.शासन एवं जिला प्रशासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी भी ग्रामीणों को दी जा रही है।
प्रदर्शनी देखने आए ग्रामीणों ने फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से शासन की जनकल्याण योजनाओं को आम जनता तक पहुँचाने के कदम की सराहना करते हुए उन्होंने जनसम्पर्क विभाग की प्रशंसा की। जनसंपर्क विभाग द्वारा इसके पूर्व जनसंपर्क विभाग द्वारा इसके पूर्व बेनूर, चांदागांव, भाटपाल, रेमावण्ड, नेलवाड़, देवगांव, ओरछा, केरलापाल, बिंजली, ब्रेहबेड़ा, पालकी, फरसगांव, धौड़ाई, झारा, छोटेडोंगर एवं मुंजमेटा में प्रदर्शनी लगायी जा चुकी है।
प्रदर्शनी में शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं और उपलब्धियों पर आधारित जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका जनमन,राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना ब्रोशर एवं विभिन्न योजनाओं के फ्लायर्स सहित अन्य प्रचार सामग्री का नि:शुल्क वितरण किया गया,जिसकी आमजनों ने काफी सराहना की।
गौरतलब है कि फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से छ.ग.शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा,गरूवा,घुरूवा एवं बाड़ी के क्रियान्वयन, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, राजीव गांधी न्याय योजना, मनरेगा,मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान सहित कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं को प्रदर्शित किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 9 जनवरी। बीती रात जुआ खेलते हुए 3 आरोपियों को पुलिस ने घेरबंदी कर गिरफ्तार कर लिया है।
अवैध जुआ, सट्टा खिलाडिय़ों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत 8 जनवरी की दरम्यानी रात को थाना प्रभारी मनोज बंजारे के आदेशानुसार पुलिस टीम संदिग्धों की पता तलाश व शहर भ्रमण करने रवाना हुई थी। मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ व्यक्ति रूपये पैसों का दांव लगाकर जुआ खेल रहे हैं। सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी कर छापा मारा। घेराबंदी के दौरान जुआ खेलते हुये 3 व्यक्ति साजिद खान (31) माढीन चौक, शाहिद हुसैन (38) पाठक चौक, मनोज नेताम (31) कुम्हारपारा नारायणपुर मिले। आरोपियों से रूपये 5100/, तास पत्ती 52 नग, अधजली मोमबत्ती एक नग तथा प्लास्टिक बोरी एक नग मिला, जिसे पुलिस ने जब्त किया।
तीनों जुआरियों के विरुद्ध अपराध धारा सदर 13 जुआ एक्ट का अपराध कारित करना पाए जाने से मौके पर गिरफ्तार किया गया तथा मामला जमानतीय होने से जमानत मुचलका पर रिहा किया गया।
पुलिस की सुरक्षा घेरे में लगने वाली बाजार में बढ़ रही रौनक
जरूरत के सामान के लिए 30 किमी की सफर करने को थे मजबूर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 9 जनवरी। नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के सुदूर अंचल में जिला के अंतिम पुलिस कैम्प कडियामेटा (कड़ेमेटा) में पुलिस अधीक्षक गिरिजा शंकर की पहल पर 25 दिसंबर को शुरू हुआ साप्ताहिक बाजार अब लोगों और व्यापारियों को अपनी ओर खींचने लगी है। पिछले दो सप्ताह पूर्व शुरू हुए साप्ताहिक बाजार अब सजने लगा है, साथ ही अब बाजार में स्थानीय लोगों की जरूरत के अनुसार लगभग सभी सामान मिलना शुरू हो चुका है।
कड़ेमेटा बाजार सुदुरवर्ती नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के बावजूद विक्रेताओं (व्यापारियों) को आकर्षित कर रही है। अब स्थानीय विक्रेताओं के अलावा आसपास के कपड़ा, राशन, बर्तन और प्लास्टिक सामग्रियों के विक्रेता व्यापारी भी सामग्री विक्रय करने जाने लगे हैं।
चूंकि यह बाजार दंतेवाडा, बीजापुर, कोण्डागांव, जगदलपुर और नारायणपुर के केन्द्र बिन्दु पर स्थित एकलौता बाजार है, इसलिये आशा है कि निकट भविष्य में कड़ेमेटा का बाजार वृहद आकार लेगा। वर्तमान में इस बाजार में बेचा, ईरपानार, आदेर, किलम, टेटम सहित अबुझमाड़ (नारायणपुर) और दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोण्डागांव व जगदलपुर जिला के दो दर्जनों से अधिक गांव के हजारों लोग लाभान्वित हो रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक गिरिजा शंकर जायसवाल ने कड़ेमेटा कैम्प प्रभारी से टेलीफोनिक चर्चा कर बाजार के सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली तथा व्यापारियों और स्थानीय लोगों को समुचित सुरक्षा व्यवस्था और बाजार के लिये मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने निर्देशित भी किया। उन्होने प्रभारी को निर्देशित किया कि बाजार करने आने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना न करना पड़े इसका पूरा ख्याल रखें।
श्री जायसवाल ने निर्देशित किया कि कोविड़-19 के नया वैरिएंट का आमगन हो चूका है ऐसे में बाहर से आने वाले व्यापारियों और जवानों की आवश्यक जांच कराई जाये ताकि वे कोराना वायरस के वाहक बनकर स्थानीय लोगों को संक्रमित न कर दें। आगामी साप्ताहिक बाजार के दौरान कोविड़ सुरक्षा निर्देशों का पालन कराना सुनिश्चित करेंगे।