छत्तीसगढ़ » सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 3 नवंबर। आज सुकमा जिला मुख्यालय के बसस्टैंड प्रांगण में जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन का उद्देश्य बलरामपुर जिले में पुलिस कस्टडी के दौरान हुई मौत एवं प्रदेश में लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ अपना विरोध जताना था। प्रदर्शन में कांग्रेस कार्यकर्ता और स्थानीय लोग उपस्थित रहे, जो अपनी आवाज़ को बुलंद करते हुए न्याय की मांग कर रहे थे।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए सुकमा नगरपालिका अध्यक्ष राजू साहू ने बलरामपुर की घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और अमानवीय बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है और पुलिस विभाग में जवाबदेही का अभाव है। इस प्रकार की घटनाओं से आम जनता में भय और असुरक्षा का माहौल व्याप्त हो गया है।
नेताओं ने मांग की कि बलरामपुर घटना की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए और दोषी पुलिसकर्मियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही, प्रदेश सरकार को राज्य की कानून व्यवस्था सुधारने और पुलिस विभाग में सुधार लाने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
धरना स्थल पर उपस्थित कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने एकजुटता से राज्य सरकार के प्रति अपनी नाराजग़ी प्रकट की और चेतावनी दी कि यदि जल्द ही दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन को और व्यापक स्तर पर ले जाया जाएगा।
धरने के दौरान सभी ने एकमत होकर न्याय की मांग की और प्रदेश की जनता की सुरक्षा की दिशा में ठोस कदम उठाने का आग्रह किया।
कार्यक्रम को जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष महेश्वरी बघेल,नगर कांग्रेस अध्यक्ष शेख सज्जार, जगरगुंडा ब्लाक अध्यक्ष अदम्मा मरकाम सुकमा ब्लॉक अध्यक्ष सुनील यादव दोरनापाल नगरपंचायत अध्यक्ष बबीता मंडावी उपाध्यक्ष यूथपति यादव, जनपद सदस्य गीता कवासी, जिला प्रवक्ता मो. हुसैन पार्षद प्रताप समरथ ने संबोधित किया।
इस दौरान जिला महामंत्री राजेश नारा, गुलाम मुर्तजा, छिंदगढ़ जनपद सदस्य लखमा गोरे नाग, सेवादल जिलाध्यक्ष मुकेश कश्यप, अज्जू श्रीवास, नीमू साहू, रूपेश साहू, बच्चा कोरी एवं कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 2 नवंबर। सुकमा पुलिस को नक्सलवाद के मोर्चे पर जंग में बड़ी सफलता मिली है। जिले के अलग-अलग स्थानों से आठ नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। बुधवार को पुलिस ने इन गिरफ्तारियों की पुष्टि की है। मीडिया को दिए बयान में सुकमा पुलिस ने बताया कि मंगलवार को सभी नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने नक्सलियों से पूछताछ भी की है। सुकमा में पुलिस फोर्स ने मंगलवार को चिंतलनार थाना क्षेत्र से 6 नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जबकि कोंटा और चिंतागुफा से एक-एक माओवादियों की गिरफ्तारी हुई है।
जिला सुकमा में अधीक्षक के पर्यवेक्षण में नक्सल उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है, इसी तारतम्य में नक्सलियों की उपस्थिति की आमसूचना पर सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी सुरपनगुड़ा के जंगल पहाडिय़ों में गस्त सर्चिंग हेतु रवाना हुए थे, कि सर्चिंग के दौरान सुरपनगुड़ा के जंगल में पुलिस पार्टी को देखकर कुछ संदिग्ध व्यक्ति घंने जंगल-झाडिय़ों का लाभ उठाकर भागने लगे, सुरक्षाबलों द्वारा दौड़ाते हुए घेराबंदी कर कुल 06 संदिग्धो को पकड़ा गया। पकड़े गये संदिग्धों की संदेहास्पद हरकतों को देखते हुए उनसे उनका नाम पता पूछने पर उन्होने अपना नाम 1. भोगाम सोमा (22) 2. माड़वी कोसा (35), 3. बारसे भीमा (27), 4. बारसे सोमड़ा (30), 5. बारसे जोगा (25), 6. वेट्टी सुक्का (36)सुकमा का निवासी होना तथा सभी सुरपगुड़ा आरपीसी अन्तर्गत मिलिषिया सदस्य के पद पर कार्य करना बताये। सभी संदिग्धों की तलाशी ली गई जिस पर भोगाम सोम विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 4, 5 का पाये जाने से अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियों के विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई करते विधिवत न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर जेल भेजा गया।
इसी तारतम्य में नक्सलियों की उपस्थिति की आसूचना थाना चिंतागुफा से उपनिरीक्षक दल्लुराम मोर्य के हमराह बल चिंतागुफा बस्ती रवाना हुए थे कि अभियान के दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति पुलिस पार्टी को पास आता देखकर भागने लगा, जिसे घेराबंदी कर पुलिस पार्टी के द्वारा दौड़ाकर पकड़ गया बाद पुछताछ करने पर अपना नाम पोडिय़ाम पण्डा पिता हिडिय़ा साकिन चिंतागुफा, थाना चिंतागुफा, जिला-सुकमा का होना तथा नक्सल सप्लायर कार्य करना बताया। जो चिंतागुफा क्षेत्र में रहकर बड़े नक्सली साथियों को समान एवं लेवी वसूली कर पहूंचाना बताया तथा उक्त संदिग्ध व्यक्ति के विरूद्ध पूर्व में कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहना स्वीकार किया तथा थाना में रिकार्ड चेक करने पर उक्त नक्सली के विरूध जिले के विभिन्न थानों में कुल 6 मामलों में स्थायी वारंट होना पाया गया।
सर्चिंग अभियान के दौरान ग्राम गोमपाड़ में एक संदिग्ध व्यक्ति पुलिस को देखकर लुका छिपी करते जंगल की ओर भागने लगा, जिसे पुलिस पार्टी द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया, तथा उक्त संदेही से नाम पता पूछने पर अपना नाम मडक़म देवा (53) होना तथा नक्सली संगठन मे आरपीसी अध्यक्ष के पद पर कार्य करना स्वीकार किया जिसे हिरासत में लेकर थाना कोंटा लाकर गहन पूछताछ करने पर उक्त संदिग्ध व्यक्ति गोमपाड़ में रहकर अपने बड़े नक्सली साथियों को समान पहुंचाने तथा सुरक्षा बलों के आवा-जाही का रेकी करना बताया तथा थाना में रिकार्ड चेक करने पर उक्त संदिग्ध व्यक्ति के विरूद्ध जिसे वैधानिक विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर न्यायिक रिमाण्ड में जेल भेजा गया। नक्सलियों की गिरफ्तारी हेतु जिले में लगातार विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
इस एक्शन में सुकमा पुलिस के अलावा छत्तीसगढ़ पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड और सीआरपीएफ की टीम शामिल रही है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 165वीं और 150वीं बटालियन और कोबरा की टीम इस ऑपरेशन में शामिल थी। कोबरा टीम सीआरपीएफ की एक विशिष्ट इकाई है, जिसका नाम कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन है। कोबरा टीम की 201वीं बटालियन और जिला पुलिस की संयुक्त टीमों ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है।
सुकमा पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी नक्सली पुरुष हैं और उनकी उम्र 20 से 55 साल केक बीच है। चिंतलनार से गिरफ्तार नक्सलियों के कब्जे से डेटोनेटर वायर, पटाखे, डेटोनेटर, कॉर्डेक्स वायर और माओवादी बैनर बरामद किए गए हैं। इससे पहले 28 अक्टूबर को सुकमा में दो स्थानों से कुल 19 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया, उसके एक दिन बाद 8 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 29 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों ने 19 नक्सलियों को गिरफ्तार किया। पुलिस अफसरों ने बताया कि गिरफ्तार किये गये नक्सलियों में से तीन पर इनाम घोषित था।
पुलिस अफसरों ने बताया कि सुकमा जिले के भेज्जी और जगरगुंडा थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने 19 नक्सलियों को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि इनमें से तीन नक्सलियों कमांडर बारसे हड़मा (25), कमांडर बारसे नागेश (20) और हेमला जीतू (18) पर एक-एक लाख रुपये का इनाम है।
अफसरों ने बताया कि भेज्जी थाना क्षेत्र के गोमपाड़ और भंडारपदर गांव के मध्य जंगल में नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर 27 अक्टूबर को जिला बल और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के संयुक्त दल को अभियान के लिए रवाना किया गया।
उन्होंने बताया कि बाद में पुलिस ने भंडारपदर गांव के जंगलों में घेराबंदी कर पांच नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया। अफसरों के मुताबिक, गिरफ्तार नक्सलियों के खिलाफ इस वर्ष फरवरी माह में बिजली मिस्त्री पोडिय़ाम जोगा की हत्या करने तथा सितम्बर में पुलिस मुखबीरी के आरोप में गांव के ही ओयामी पाण्डू की हत्या की घटना में शामिल होने का आरोप है।
उन्होंने बताया कि इनमें से तीन नक्सलियों के खिलाफ वर्ष 2022 में दो पुलिसकर्मियों की हत्या का भी आरोप है। अफसरों ने बताया कि एक अन्य घटना में जगरगुंडा थाना क्षेत्र में नक्सली गतिविधि की सूचना पर 27 अक्टूबर को संयुक्त दल ने घेराबंदी कर 14 नक्सलियों को गिरफ्तार किया था। उन्होंने बताया कि सुरक्षबलों ने गिरफ्तार नक्सलियों के पास से बारूद, विस्फोटक और अन्य सामान बरामद किया था। अफसरों ने बताया कि नक्सलियों से पूछताछ में पता चला कि वे सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए मार्ग में बारूदी सुरंग लगाने की कोशिश में थे। उन्होंने बताया कि पुलिस ने बुधवार को सभी नक्सलियों को स्थानीय अदालत में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। अफसरों ने बताया कि नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए क्षेत्र में लगातार विशेष अभियान चलाया जा रहा है। (भाषा)
इस वर्ष होगा भव्य आयोजन, बंगीय समाज उत्साहित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 28 अक्टूबर। काली पूजा की तैयारियां अंतिम चरणों पर है। काली पूजा को महज कुछ ही दिन अब शेष रह गये हंै। पूजा आयोजन समिति पूजा की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगा हुआ हैं।
वर्षों से चली आ रही काली पूजा इस वर्ष कार्तिक माह की अमावस्या को, जो दिवाली की रात यानी 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी। जिसे श्यामा पूजा के नाम से भी जाना जाता है।
ढोल ढाक , शंख ,काशा के गूंज का पूजा में बड़ा महत्व है। विधिवत प्रतिवर्ष सम्पन्न होने वाली इस पूजा में साज सज्जा का विशेष महत्व होता है। पुष्पों से मंदिर को भव्य रूप से सजाया जाता है जो आकर्षक का केंद्र होता है। दीपावली की रात होने वाली मां काली की पूजा बंगीय समुदाय के लिए विशेष महत्व रखता है।
ज्ञात हो कि मां बंगीय समाज की कुलदेवी के रूप में पूज्य होने से वजह से समाज काफी उत्साहित है। वार्षिक उत्सव में छोटे बड़े सभी वर्ग उपस्थिति होकर विधिवत मां की आराधना करते हैं। मुख्यालय स्थित श्रीश्री महाकाली मंदिर शक्तिकानन में काली पूजा की तैयारिया अंतिम चरण पर है। 45 वर्षों से लगातार चलती आ रही मां काली की पूजा को लेकर आयोजन समिति उत्साहित है। प्रतिवर्ष होने वाली पूजा जिले में काफी लोकप्रिय है। जिले में एक ही मंदिर होने के कारण उत्साह काफी बढ़ जाता है।
भजन संध्या का होगा आयोजन
वार्षिक काली पूजा के अध्यक्ष विशाल शाह ने बताया कि 31 अक्टूबर को मध्य रात्रि में माता का वार्षिक उत्सव के रूप मे विविध कर्मकांड के अलावा माता जी की आरती, ज्योत, जागरण, हवन व महाप्रसाद (भण्डारा) का आयोजन किया जाता है। एक दिवसीय भजन संध्या का आयोजन अन्य राज्यों से आए कलाकारों द्वारा सम्पन्न होगा । तीन दिवसीय कार्यक्रमों में मां की विधिवत पूजन व विभिन्न प्रकार से आरती व पूजा की तैयारी अब अपने अंतिम चरण में है। सुकमा सहित आस पास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं।
इस वर्ष काली पूजा धूमधाम से मनाए जाने की हमारी तैयारी पूर्ण हो गई है। उन्होंने बताया कि यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए हर संभव सुविधा की व्यवस्था की गई है। पूजा का शुभारंभ गुरुवार से होगा। उन्होंने आगे कहा कि तैयारियां पूरी होने के बाद 31अक्टूबर को रात्रि विधिवत मां काली की पूजा-अर्चना प्रारंभ होगी।
बंगीय समाज काली पूजा को लेकर काफी उत्साहित
बंगीय समाज में काली पूजा को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। समाज के लोग मां काली मंदिर में पूजा की तैयारी को लेकर तैयारियां कर रहे हैं, वहीं मंदिर परिसर में पूजा के आयोजन के लिए टेंट इत्यादि की व्यवस्था की जा रही है। युवा वर्ग इस पूजा को और भी खास बनाने के लिए तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। काली पूजा के आयोजन में बड़ी संख्या में बंगीय समाज के सदस्य शामिल होंगे। वहीं वरिष्ठ सदस्यों के मार्गदर्शन में पूजा की तैयारियां अंतिम रूप देने में लगे हैं।
वर्तमान मे मंदिर के व्यस्थापक व पंडित के दायित्व का निर्वाहन कर रहे सुजीत वैदिक ने बताया कि काली मंदिर पूर्व मे हुए साधनाओं का प्रतिफल है, जिले मे मां काली का एक ही मंदिर है हमारे परिवार द्वारा सुचारू रूप से व्यवस्था वर्षो से संचालित होता आ रहा है वर्तमान में परिसर सौन्दर्य व विधिवत पुजा के लिए लोकप्रिय है। मेरे पिता आचार्य स्व. नरेन्द्र गिरी वैदिक मां काली के प्रथम पुजारी होने के साथ मंदिर के संस्थापक के रूप में 1977 में मंदिर की नींव रखे थे, जिस परंपरा को बनाऐ रखने प्रथम पुजा हमारे परिवार के ही द्वारा वर्षों से सम्पन्न होता आ रहा है।
आगे उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष काली पूजा को लेकर विशेष तैयारी बंगीय समाज द्वारा की जाती रही है जिसे समाज प्रमुखो द्वारा सम्पन्न कराई जाती है वहीं हर्षोल्लास के साथ मनाई जाने वाली इस पुजा को विधिवत सम्पन्न कराने हम प्रतिबद्ध रहते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 28 अक्टूबर। पुलिस ने 2 नक्सलियों को गिरफ्तार कर उनसे टिफिन बम एवं विस्फोटक सामग्री बरामद किया गया।
जिला सुकमा में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में नक्सल उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। इसी तारतम्य में नक्सलियों की उपस्थिति की आसूचना पर कुछ संदिग्ध व्यक्तियों द्वारा संदिग्ध वस्तु लिये हुए सामसेट्टी के जाने वाले मार्ग में घुम रहे है। तस्दीक हेतु थाना केरलापाल से जिला बल, डीआरजी एवं बस्तर फाईटर की संयुक्त पार्टी द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया।
पकड़े गये संदिग्धों से पूछताछ करने पर अपना कवासी हिड़मा पिता स्व. कवासी देवा (मिलिशिया सदस्य एवं रेंज कमेटी अध्यक्ष) उम्र 21 वर्ष जाति मुरिया निवासी ग्राम बगड़ेगुड़ा, कननपारा थाना केरलापाल, जिला सुकमा व वंजाम देवा पिता वंजाम भीमा (मिलिशिया सदस्य एवं रेंज कमेटी उपाध्यक्ष) उम्र 30 वर्ष निवासी ग्राम बगड़ेगुड़ा करकापारा थाना केरलापाल वैधानिक कार्रवाई करते हुए विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा।
सुकमा, 28 अक्टूबर। रविवार को कांगे्रसियों ने सीएम-गृहमंत्री का पुतला फूंका।
जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा बलरामपुर जिले में पुलिस अभिरक्षा एवं पुलिस प्रताडऩा से हुई मौत तथा प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के विरोध में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के निर्देशानुसार सुकमा जिला मुख्यालय के बस स्टैंड प्रांगण में नगर कांग्रेस अध्यक्ष शेख सज्जार की मौजूदगी में नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ राजू सहित कांग्रेस पार्टी के सभी वरिष्ठ युवा कार्यकर्ताओं द्वारा मुख्यमंत्री, गृहमंत्री का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया गया।
भाजपा ने शुरू किया अब फिर भाजपा की सरकार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंटा, 26 अक्टूबर। कई साल से एर्राबोर राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (आरएमएसए) भवन अधूरा पड़ा है। कुछ ठेकेदार बच्चों के उच्च शिक्षा एवं उनके भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। दो-दो शासन काल गुजर गए, लेकिन इस विषय पर अधिकारी मौन हैं। करोड़ों का आरएमएसए निर्माण भवन शुरू(प्रारंभ) होने से पहले ही खत्म(अंत )होने को तैयार है।
ज्ञात हो कि राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (आरएमएसए) के तहत स्कूल भवनों का निर्माण और उन्नयन किया जाता है। इन भवनों में कक्षाएं, प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय, कला और शिल्प कक्ष, शौचालय ब्लॉक, और पेयजल प्रावधान जैसे कई सुविधाएं होती हैं। दूर-दराज के इलाकों में शिक्षकों के लिए आवासीय छात्रावास भी बनाए जाते हैं।
आज के दिन हर अंदरुनी क्षेत्रों के बच्चों में इतनी काबिलियत है, लेकिन इस काबिलियत को हमें प्रोत्साहित करना बहुत ही जरूरी हैं। ठेकेदारों की लापरवाही के कारण आज भी अंदरुनी क्षेत्रों के बच्चों को ये सब झेलना पड़ रहा है।
इस आरएमएसए के नाम पर कुछ बच्चे कोंटा में पड़ रहे है और कुछ कुर्ती में ,जब तक इस आरएमएसए भवन का निर्माण कार्य पूरा नहीं होता ,तब तक इन बच्चों को इधर उधर भटकना पड़ेगा। ठेकेदार की लापरवाही के कारण आज बच्चे मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। 30 राष्ट्रीय मार्ग पर आज यह स्थिति है तो अंदरूनी इलाकों में क्या स्थिति बनी होगी?
भवन का हाल-चाल
आरएमएस भवन के अंदर मवेशियों का मल मूत्र से भरा पड़ा, कुछ कमरों में मवेशियों की कंकाले नजर आ रही हंै और कुछ कमरों में अश्लील कार्यकलाप भी रहे हैं इन सब के साथ शराबियों की बोतले नजरों में आते हैं।
इस आरएमएसए भवन के बारे में कोंटा के बीईओ पांडवुला श्रीनिवास का कहना है कि कुछ उच्च अधिकारी ठेकेदार से बातचीत करने पर बताया जाता है कि इस दिवाली के बाद इस आरएमएस भवन का पूरा निर्माण कर सौंपने की बात कही है।
आरएमएसए का मूल उद्देश्य
राष्ट्रीय शिक्षा मिशन के तहत् का मूल उद्देश्य है सभी ग्रामीण आदिवासी बच्चों को शिक्षा एवं रहने की सुविधा उपलब्ध करवाना इस आरएमएसए का मूल उद्देश्य हैं।
सुकमा, 26 अक्टूबर। एनएसयूआई जिला अध्यक्ष कृष्णा ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि दो गुट की राजनीति में कस्तूरबा गांधी कोंटा की छात्राओं को सम्मलित करना जिला शिक्षा अधिकारी एवं खंड शिक्षा अधिकारी एवं खंड स्त्रोत समन्वयक की लापरवाही का नतीज़ा है, जो 35 बच्चे कस्तूरबा गांधी आश्रम से 80 किमी जिला मुख्यालय आकर कलेक्टर से शिकायत करना एक सोचनीय विषय है।
कृष्णा ने कहा, आदिवासी छात्रों को गुमराह कर राजनीतिक संरक्षण लेकर इस तरह सुनियोजित तरीके से बच्चों को शिकायत करने भेजना और जिला के जिम्मेवार जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी आख मूँद तमाशा देखना दुर्भाग्यपूर्ण है, यह जांच का विषय है कि उन बच्चों कौन प्रेरित या दबाव पूर्ण सुकमा भेजा गया। अगर उस बीच उन बच्चों कुछ हो जाता तो इसका जिम्मेदार कोन होता।
जल्द उन लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए जो, कस्तूरबा गाँधी आश्रम से सुकमा जाने बच्चों को परमिशन दिया गया, इसकी जांच की मांग करती है एवं दोनों अधीक्षक को इस संस्था बाहर करना चाहिए।
कोंटा ब्लॉक मे जो अधिकारी है उनको आदिवासी बच्चों के भविष्य का कोई सरोकार नहीं है, अपनी राजनीति पकड़ के कारण यह सभी आदिवासी बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 25 अक्टूबर। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस अफसरों के सामने नक्सली दम्पति सहित 6 हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित नक्सल दम्पति पर 10 लाख, एक महिला, एक पुरूष नक्सली पर 5-5 लाख एवं 2 पुरूष नक्सली पर 2-2 लाख कुल 24 लाख रूपये के ईनाम घोषित है।
पुलिस के अनुसार नक्सली संगठन में सक्रिय एक नक्सल दम्पति सहित कुल 6 ईनामी 24 लाख रूपये के नक्सलियों क्रमश: महिला नक्सली कमला उर्फ बण्डी दूधी (पति पवन उर्फ कमलू हेमला) (सिलगेर एलओएस कमाण्डर/एसीएम ईनामी 5 लाख रुपये) सुकमा, पवन उर्फ कमलू हेमला (दक्षिण सब जोनल ब्यूरो प्रेस टीम लेपटॉप आपरेटर (एसीएम) ईनामी 5 लाख रुपये) बीजापुर, बण्डू उर्फ बण्डी सोड़ी (दक्षिण सब जोनल ब्यूरो समन्वय दलम/एसीएम ईनामी 5 लाख रूपये) सुकमा, माड़वी/नागुल सुशीला (किस्टाराम एलओएस डिप्टी कमाण्डर/एसीएम ईनामी 5 लाख रूपये) सुकमा, कुंजाम रोशन उर्फ महादेव (प्लाटून नम्बर 04 का पार्टी सदस्य, ईनामी 2 लाख रूपये) सुकमा एवं दशरू उर्फ कोटेश सोड़ी (पूर्व सीसीएम सुदर्शन उर्फ दूला दादा का गार्ड पामेड़ एरिया कमेटी पार्टी सदस्य ईनामी 2 लाख)सुकमा के द्वारा नक्सल संगठन को छोडक़र समाज की मुख्यधारा मे जुडऩे के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस अफसरों के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया।
‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’ के तहत् सहायता 25 हजार-25 हजार के मान से प्रोत्साहन राशि व कपड़े प्रदान किया गया तथा अन्य सुविधाएं दी जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 25 अक्टूबर। नक्सलियों द्वारा एक ग्रामीण की हत्या की खबर है, जिससे दहशत का माहौल है। घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं है। कोंटा थाना क्षेत्रांतर्गत का मामला है।
सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि कोंटा थाना क्षेत्रांतर्गत मेहता के आश्रित ग्राम गंगराजपाड़ में नक्सलियों ने ग्रामीण की हत्या की। हत्या का कारण अज्ञात है। इलाके में दहशत का माहौल है। नक्सलियों द्वारा जिस ग्रामीण की हत्या की गई, उसका नाम गंगराजपाड निवासी बुद्रा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 25 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले प्रांतीय आह्वान पर जिला सुकमा के शबरी ऑडिटोरियम के सामने अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर 24 अक्टूबर को एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन, रैली निकालकर कलेक्टर सुकमा को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में प्रमुख मांगें- सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति दूर किया जाय, क्रमोन्नति समयमान वेतनमान प्रदाय किया जाए, पूर्व की सेवा अवधि का गणना किया जाए, देय तिथि से महंगाई भत्ता सहित एरियर्स की राशि दिया जाए, पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जाए। उक्त सभी मांगों को शीघ्र पूरा करने एवं मोदी की गारंटी घोषणा पत्र अनुरूप शीघ्र पूरा किया जाए।
संघर्ष मोर्चा के जिला संयोजक आशीष राम, धीरेन्द्र मांझी ने कहा शिक्षकों की सभी मांगें जायज हैं। यदि हमारी मांगें समय पर पूर्ण नहीं किया जाता है तो और उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।
ब्लॉक अध्यक्ष सुकमा राजेन्द्र प्रसाद सिन्हा ने पेंशन योजना का लाभ 33 वर्ष के बजाय 20 वर्ष कर पूर्ण पेंशन का लाभ देने हेतु सरकार से गुहार लगाई।
धरना प्रदर्शन में प्रांतीय पदाधिकारी राजेश कुमार यादव, उमेन्द्र सिंह गोटी, जिला सचिव किरण मरकाम, जिला उपाध्यक्ष नूप्पो भीमा एवम अनुपमा नाग, दूजाल पटेल हरदेव मरकाम, ब्लॉक अध्यक्ष रामसिंह नायक सहित सैकड़ों शिक्षक शिक्षिका उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंटा, 24 अक्टूबर। दो माह बाद होने वाले जिला पंचायत , जनपद पंचायत एवं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों की तैयारियां जोरों पर है।
सुकमा जिले के कोंटा ब्लॉक के अंतर्गत मराईगुड़ा वन में बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष माहेश्वरी बघेल के नेतृत्व में आगामी पंचायत चुनाव को लेकर रणनीति बनाई गई है, जिसमें घोर नक्सल प्रभावित इलाका किस्टारम, सिंगारम, गोलापल्ली , पालाचलमा के सरपंच व ग्रामीण शामिल हुए ।
इस दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष बोडडू राजा ने कहा कि पंचायत चुनाव के हर कार्यकर्ता कमर कस लें और बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत कर भाजपा के झूठे वादों का पर्दाफाश करें। कहा कि किस तरह से भाजपा की डबल इंजन की सरकार ने बार-बार युवाओं , किसानों हर वर्ग को ठगने का काम किया है। भाजपा के झूठे प्रचार का आम जनता के बीच आगामी चुनाव में पर्दाफाश किया जाएगा।
आगामी दो माह बाद होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत , जिला पंचायत और जनपद पंचायत के चुनाव को मराईगुड़ा वन में हरीश कवासी ने कार्यकर्ताओं में जोश भरा। उन्होंने कहा कि अंदरूनी क्षेत्रों से आए युवा कार्यकर्ता एक लक्ष्य और संकल्प लेकर जाएं कि जिला, जनपद पंचायत और पंचायत चुनाव में कांग्रेस को महाविजयी दिलाकर ही हम चैन की सांस लेंगे। भाजपा सरकार की योजना से प्रदेश के एक भी व्यक्ति लाभान्वित नहीं हैं , यह सरकार की नाकामी को जनता से संवाद करके कांग्रेस से जोड़े तो कोई भी ताकत कांग्रेस को आगामी चुनाव में नहीं हरा सकती हैं ।
इस दौरान जनपद पंचायत अध्यक्ष सुन्नम नागेश , सरपंच हपका मारा , दयावती मरकाम , मंगम्मा , सोयम भीमा व अन्य कांग्रेसी मौजूद थे ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 23 अक्टूबर। पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में पुलिस अफसरों के सामने 4 नक्सलियों ने बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया।
पुलिस के अनुसार नक्सली संगठन में सक्रिय 2 नक्सली सदस्य कुंजाम हिड़मा (मेहता आरपीसी मिलिशिया सदस्य), कुंजाम गंगा (गोमपाड़ आरपीसी मिलिशिया सदस्य) दोनों निवासी सुकमा के द्वारा विरेन्द्र कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी 217 वाहिनी सीआरपीएफ एवं निरीक्षक अभिलाष टण्डन, प्रभारी डीआरजी जिला सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। उक्त नक्सलियों को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 217 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा कार्मिकों की विशेष भूमिका रही।
नक्सली संगठन में सक्रिय 2 नक्सली सदस्य उईका एंका (मेहता आरपीसी मिलिशिया सदस्य), पोडिय़ाम गुरूवा (मेहता आरपीसी मिलिशिया सदस्य) दोनों निवासी सुकमा के द्वारा निरीक्षक अविलाष टण्डन, प्रभारी डीआरजी जिला सुकमा एवं निरीक्षक अनिल कुमार 208 कोबरा वाहिनी के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। उक्त नक्सलियों को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 208 कोबरा वाहिनी आसूचना शाखा कार्मिकों की विशेष भूमिका रही।
उक्त नक्सली प्रतिबंधित नक्सल संगठन में जुडक़र विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गस्त पार्टी की रेकी कर हमला करना, पुलिस पार्टी के आने-जाने वाले मार्गों पर स्पाईक/बम लगाना, मुख्य मार्गों को खोदकर मार्ग अवरूद्ध करना, शासन-प्रशासन के विरूद्ध बेनर, नक्सली पर्चा-पाम्पलेट लगाने एवं अन्य घटनाओं में शामिल रहे हंै। उक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत् सहायता राशि व अन्य सुविधायें दी जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 22 अक्टूबर। शासकीय नवीन महाविद्यालय कोंटा में नशामुक्त भारत अभियान कार्यक्रम के तहत मानव श्रृंखला, नशामुक्ति जागरूकता रैली एवं शपथ ग्रहण का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार एवं प्रो. डी सुरेश बाबु, प्राचार्य के मार्गदर्शन में किया गया। प्रो. शशिकांत, समाजशास्त्र एवं कार्यक्रम अधिकारी (रासेयो) ने कहा कि वर्तमान समय में घर, परिवार, समाज पूरे राष्ट्र में विभिन्न प्रकार के नशाओं के कारण कई अपराध घटित हो रहे हंै। जिससे किशोर, युवा पीड़ी सहित बड़े बुजर्ग सभी आयु वर्गों के नागरिक इस नशा के चक्रव्युह में फंसकर अपने जीवन के सुनहरे भविष्य को बर्बाद कर लेते हंै। ऐसे समय में हम सभी की जिम्मेदारी बनती है कि नशा नामक राक्षस से समाज को बचाकर सामाजिक उन्नति की ओर लेकर चले। जिससे समाज में नागरिकों का उचित व्यक्तित्व विकास हो पाये।
प्रो. दुष्यंत कुमार, प्राणीशास्त्र ने कहा कि नशे से सिर्फ मानव शरीर को ही नुकसान नहीं होता है बल्कि इससे मानसिक पीड़ा, आर्थिक हानि एवं सामाजिक बदनामी झेलना पड़ता है, जो मानव के लिए अभिशाप की तरह है।
इस अवसर अतिथि व्याख्यातागण मुकेश कुमार पटेल, रोहित कुमार जांगडे, वेणु वर्मा, कमलेश निषाद, बालक दास, संगीता एन्नल, अमित मंडल, चांदनी मरकाम, प्रशांत कुमार बघेल, रोहिणी चौरे एवं सभी संकायो के विद्यार्थिगण एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वंयसेवक उपस्थित थे।
कई सीपीआई कार्यकर्ताओं का कांग्रेस प्रवेश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 19 अक्टूबर। अति संवेदनशील क्षेत्र कोन्टा ब्लॉक के परिया बगड़े पहुंचे विधायक कवासी लखमा ने ग्रामीणों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं का 2 माह के भीतर निवारण करने की बात कही। कांग्रेस की नीति रीति से प्रभावित होकर गांव के सीपीआई कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस प्रवेश किया। युवा वर्ग सेल्फी लेने उमड़ पड़े।
अपने बीच विधायक कवासी लखमा को पाकर ग्रामीण गदगद हुए और विधायक कवासी लखमा का भव्य स्वागत किया। विधायक कवासी लखमा ने कांग्रेस सरकार में की गई जन कल्याणकारी कार्यों की बारे में बताया।
सभा समाप्ति के पश्चात ग्रामीणों ने अपनी समस्या विधायक को बताया। उचित मुल्य की दुकान दूसरे पंचायत में जो कि सात किलोमीटर दूर पहाड़ी के नीचे मिलने की बात कही, जिसे पैदल लेकर आना पड़ता है। जिसे सुन कर कवासी लखमा के द्वारा अश्वासन दिया गया कि आगामी एक-दो महीना में आपके गांव में राशन उपलब्ध कराया जाएगा। सडक़ों का अच्छी से निर्माण कराया जाएगा, जो कांग्रेस सरकार के समय से निर्माणाधीन है।भेंट मुलाकात के दौरान सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता व ग्रामीण मौजूद रहे।
इस दौरान कवासी लखमा को फूल माला पहना कर स्वागत किया। सीपीआई के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की रीति नीति से प्रभावित होकर कांग्रेस प्रवेश किया।
इस दौरान बोड्डू राजा उपाध्यक्ष जिला पंचायत सुकमा ,सुनम नागेश जनपद पंचायत अध्यक्ष कोन्टा, करताम मुया जिला पंचायत सदस्य सुकमा, राजकुमार तामो दंतेवाड़ा,राजेश नारा जिला महामंत्री, सुनील यादव अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सुकमा, वंजाम सोमा सरपंच परियाबगड़े,डूबाटोटा सरपंच देवा सुसातो राय प्रभारी सुकमा, पोडियम सुखा सरपंच,सोयाम भीमा,मेश्राम नायक, महेंद्र मीडियम, नरेश खत्री,मरकाम भीमा, वेट्टीकोना, लेयो दुर्गा एवं सैकड़ो की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता व ग्रामीण मौजूद रहे।
सुकमा, 18 अक्टूबर। बस्तर कमिश्नर डोमन सिंह ने गुरुवार को सुकमा जिले के विभिन्न स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने प्राथमिक शाला पुसामीपारा, आंगनवाड़ी केंद्र पाकेला, आंगनबाड़ी केंद्र छिंदगढ़ और सेजेस छिंदगढ़ का दौरा कर बुनियादी सुविधाओं और शिक्षा की गुणवत्ता का जायजा लिया।
इस दौरान कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव, सीईओ जिला पंचायत नम्रता जैन, अपर कलेक्टर गजेन्द्र ठाकुर, संयुक्त कलेक्टर सूरज कश्यप, डीईओ जीआर मण्डावी सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपिस्थत थे।
निरीक्षण के दौरान कमिश्नर सिंह ने संस्थानों में पानी, बिजली और अन्य बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए इन सुविधाओं का होना आवश्यक है।
कमिश्नर ने स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने पर जोर दिया और निर्देश दिए कि वे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। उन्होंने संबंधित विभागों को इन संस्थानों में जल्द से जल्द आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 18 अक्टूबर। जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने प्रेस नोट जारी कर कहा कि भाजपा की सरकार हसदेव जंगल में 273757 पेड़ को और कटवाएगी, ताकि अडानी हर साल 200 लाख टन कोयला निकाल सके और राजस्थान सरकार को आपूर्ति कर सके। कांग्रेस की सरकार ने हसदेव अरण्य जंगल में सारे अनुमति को रद्द कर पर्यावरण संरक्षण एवं विविध जैव विविधता को बचाया था। केंद्र सरकार से अरण्य क्षेत्र में खनन को रद्द करने की मांग की थी।
भाजपा की सरकार बनते ही अरण्य क्षेत्र में रुकी पेड़ों की कटाई को अनुमति देकर कटवाया जा रहा। जिसके विरोध में जब ग्रामीणों ने नाराजगी जताई तो साय सरकार के इशारे पर रक्षक ही बन गए भक्षक और फिर सरगुजा में शुरू हो गया खूनी संघर्ष, जहां एक आदिवासी मुख्यमंत्री आदिवासियों को अपनी पुलिस से पिटवा रहा है, मासूमों का खून बहा रहा है,क्या यही है विष्णु देव का सुशासन और मोदी की गारंटी, क्या भाजपा ऐसे ही संवारेगी छत्तीसगढ़?
एक तरफ ये सरकार ‘एक पेड़ मां के नाम’ का नाटक कर रही है, दूसरी तरफ पेड़ों की कटाई के लिए मासूमों का खून बहा रही है तथा पुरखों की विरासत जंगलों को कटवा रही है जो दर्शाता है कि भाजपा की कथनी और करनी में काफी अंतर है।
विपक्ष में रहते भाजपा ने हसदेव अरण्य क्षेत्र में जंगलों की कटाई का विरोध किया था और आज भाजपा सरकार की संरक्षण में हसदेव की जंगल की कटाई की जारी है और विरोध करने वाले आदिवासियों के ऊपर लाठियां बरसाए जा रहे है। मैं समझता हूं कि भाजपा नेताओं को एक पेड़ मां के नाम लगाने का ढोंग करने के बजाय हसदेव के 273757 पेड़ों को अपने माता-पिता के नाम में रख लेना चाहिए और उसकी रक्षा करनी चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 16 अक्टूबर। नक्सल ऑपरेशन कार्यालय सुकमा में पुलिस अफसरों के सामने एक नक्सली दम्पति ने आत्मसमर्पण किया।
पुलिस के अनुसार नक्सली संगठन में सक्रिय नक्सली नंदा उर्फ बुधरा मुचाकी (पेददाबोडकेल आरपीसी डीएकेएमएस सदस्य) और पत्नी मुचाकी कमली (पेद्दाबोडकेल आरपीसी केएएमएस अध्यक्ष) निवासी तिम्मापुरम गोलापारा थाना चिन्तलनार जिला सुकमा के द्वारा नक्सल संगठन को छोडक़र समाज के मुख्य धारा में जुडऩे के उद्देश्य से नक्सल ऑपरेशन कार्यालय सुकमा में बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया।
उक्त नक्सली दम्पति को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 223 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा के कार्मिकों का विशेष प्रयास रहा है।
उक्त दम्पति नक्सली प्रतिबंधित नक्सल संगठन में जुडक़र विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गस्त पार्टी की रेकी करना, मुख्य मार्गों को खोदकर मार्ग अवरूद्ध करना, शासन-प्रशासन के विरूद्ध नक्सली बेनर, पोस्टर, पर्चा-पाम्पलेट लगाने एवं अन्य घटनाओं में शामिल रहे हैं।
उक्त आत्मसमर्पित नक्सली दम्पति को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत् सहायता राशि व अन्य सुविधाएं दी जाएंगी।
कलेक्टर- डीईओ को सौंपा पांच सूत्रीय ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 16 अक्टूबर। जिला सुकमा छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सुकमा जिला कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा ।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार एलबी संवर्ग के शिक्षकों की मांगों को लेकर सुकमा जिले के शिक्षकों ने जिला संचालक द्वय आशीष राम, धीरेन्द्र मांझी के नेतृत्व मे मंगलवार को मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, वित्त मंत्री, मुख्य सचिव, शिक्षा सचिव, वित्त सचिव तथा डीपीआई संचालक के नाम सुकमा कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी सुकमा को ज्ञापन सौंपा गया।
शिक्षक मोर्चा के जिला संचालक आशीष राम , धीरेन्द्र मांझी ने बताया कि शासन द्वारा शिक्षक एलबी संवर्ग का संविलयन पूर्व सेवा की गणना नहीं की जा रही है। जिससे एलबी संवर्ग के शिक्षकों को खासा नुकसान हो रहा है, कई शिक्षक खाली हाथ सेवानिवृत्त हो रहे हैं जो कि चिंतनीय है।
उन्होंने बताया कि शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले ज्ञापन सौपकर सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर कर समस्त एलबी संवर्ग को क्रमोन्नति प्रदान करने, पुनरीक्षित वेतनमान का 1.86 से गुणांक कर वेतन निर्धारण करने, पूर्व सेवा की गणना करते हुए पेंशन इत्यादि का भुगतान करने के साथ ही 33 वर्ष में पूर्ण पेंशन को को सीमा को कम कर 20 वर्ष करने, उच्च न्यायालय के डबल बेंच के निर्णयानुसार सभी को क्रमोन्नति प्रदान करने, शिक्षक कर्मचारियों को केंद्र के समान देय तिथि से महगाई भत्ता प्रदान करने की मांग की गई है।
इसी कड़ी मे चरण बद्ध आदोलन के अंतर्गत आगामी 24 अक्टूबर को एक दिवसीय जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन सुकमा के शबरी एडीटोरियम में किया जाएगा। इसके बाद भी मांगे पूर्ण नहीं हुई तो फिर अनिश्चितकालीन प्रदेशव्यापी आंदोलन राजधानी में आगामी दिनों में संभावित है।
इस दौरान जिला संचालक आशीष राम, धीरेंद्र मांझी, ब्लॉक अध्यक्ष सुकमा राजेन्द्र प्रसाद सिन्हा , दुजाल पटेल ब्लॉक अध्यक्ष छिंदगढ़ जिला पदाधिकारी अनुपमा नाग ब्लॉक संरक्षक कोंटा मेनसिंह ध्रुव ब्लॉक उपाध्यक्ष,अलबर्ट टोप्पो , वैशाली झवर कोषाध्यक्ष गंवर सिंह कुंजाम ,निखिल सुना ,गंगा बहादुर सिंह मंडावी, मनेश्वर जुर्री, किशोर कुमार साहू, हरिनारायण साहू ,सुरेन्द्र पाल, घस्सू कवाची, देवनाथ कवाची महिला पदाधिकारी सोनमती कश्यप,सरस्वती कोर्राम सपना सामंत, सत्यवान ओटी, रविन्द्र सिन्हा , रामभुवन नेताम,अर्जुन मरकाम , हनुमान सिंह ठाकुर ,नरेंद्र कुमार धुर्वे, सुभाष ध्रुव,सदासिंह धुर्व सुंदरू राम शोरी , भवन सिंह मंडावी सहित अनेकों शिक्षक शिक्षिका उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 9 अक्टूबर। जिला सुकमा के थाना भेज्जी क्षेत्रान्तर्गत ग्राम पामलूर के जंगल-पहाड़ी में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 5 लाख का ईनामी नक्सली ढेर हो गया। घटनास्थल से एक हथियार सहित बड़ी मात्रा में नक्सल सामान बरामद की गई। नक्सली की शिनाख्तगी किस्टाराम एरिया कमेटी एसीएम के रूप में की गई। उसके विरूद्ध कई संगीन मामले दर्ज है।
पुलिस के अनुसार जिला सुकमा के थाना किस्टाराम एवं भेज्जी क्षेत्रान्तर्गत डब्बाकोंटा, एंटापाड़, बुर्कलंका पामलूर, सिंघनमडग़ू व आस-पास क्षेत्र में कोंटा एवं किस्टाराम एरिया कमेटी के नक्सलियों की उपस्थिति की आसूचना पर 6 अक्टूबर को जिला बल, डीआरजी, बस्तर फाईटर, 206 कोबरा वाहिनी, 208 कोबरा वाहिनी, 131 वाहिनी सीआरपीएफ एवं 212 वाहिनी सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी सूचना स्थल की ओर नक्सली गस्त सर्चिंग हेतु रवाना हुए थे।
अभियान के दौरान ग्राम गच्चनपल्ली के जंगल-पहाड़ी को सर्च करते हुए आगे बढ़ रहे थे कि 7 अक्टूबर के सायं ग्राम गच्चनपल्ली एवं पामलूर के मध्य जंगल-पहाड़ी में घात लगाकर नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों को जान से मारने व हथियार लूटने के नीयत से अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी फायरिंग की।
सुरक्षा बलों के जवाबी कार्रवाई से सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव व नक्सली अपने आपको घिरता हुआ देखकर जंगल-पहाड़ी का आड़ लेकर भाग खड़े हुए।
मुठभेड़ लगभग 25-30 मिनट तक चली। मुठभेड़ पश्चात घटना स्थल व आस-पास की एरिया में सर्चिंग करने पर एक अज्ञात पुरूष नक्सली का शव व शव के पास एक पिस्टल मय 4 जिंदा राउण्ड, 01 नग पि_ू, जिसके अंदर गांठ लगा हुआ कोर्डेक्स वायर लगभग 2 मीटर, 01 जोड़ी काली वर्दी, 4 नग जिलेटिन रॉड, 04 नग इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 02 बैनर, 01 नग रेडियो, 01 नग कैलकुलेटर, नक्सल साहित्य, 01 नग चाकू, 02 नग बम फटाका, दवाईयां एवं अन्य दैनिक उपयोगी सामाग्री बरामद किया गया। मुठभेड़ में मारा गया नक्सली के शव व बरामद सामाग्री को जिला मुख्यालय लाकर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही किया जा रहा है। उक्त मुठभेड़ मे मारे गए नक्सली की शिनाख्तगी पोट्टाम लोकेश निवासी पश्चिम बस्तर बीजापुर के रूप में की गई।
सुकमा, 9 अक्टूबर। जिले में सक्रिय एक पुरूष नक्सली ने आत्मसमर्पण किया।
नक्सली संगठन में सक्रिय नक्सली पोडिय़ाम राजु (भूमकाल मिलिशिया सदस्य) निवासी मेहता पटेलपारा थाना कोन्टा जिला सुकमा के द्वारा नक्सल संगठन को छोडक़र समाज के मुख्य धारा में जुडऩे के उद्देश्य से आज नक्सल ऑपरेशन कार्यालय सुकमा में बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। उक्त नक्सली को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 212 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा के कार्मिकों का विशेष प्रयास रहा है।
उक्त नक्सली प्रतिबंधित नक्सल संगठन में जुडक़र विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गस्त पार्टी की रेकी कर करना, मुख्य मार्गों को खोदकर मार्ग अवरूद्ध करना, शासन-प्रशासन के विरूद्ध बेनर, नक्सली पर्चा-पाम्पलेट लगाने एवं अन्य घटनाओं में शामिल रहा है।
उक्त आत्मसमर्पित नक्सली को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत् सहायता राशि व अन्य सुविधायें दी जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 7 अक्टूबर। सोमवार को कई गांवों के सैकड़ों ग्रामीणों अपनी समस्याओं को लेकर ट्रैक्टर-ट्रॉली और ऑटो से कलेक्टोरेट पहुंचे और कलेक्टर से मिलने की जिद पर अड़े रहे। जिला कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। ग्रामीण से मिलने अपने कक्ष से बाहर निकलकर उनके बीच पहुंचे। ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं के बारे में कलेक्टर को अवगत कराया।
ग्राम सिंगाराम, गोम्पाड़, वेलपोच्चा मेहता दुरमा पुसूगुडा के ग्रामीण आज कलेक्ट्रेट पहुंचे। विगत दिनों हुए सचिवों के स्थानांतरण में संशोधन कर यथावत रखने, क्षेत्र में संचार सेवा, मेहता आश्रम को गाँव में ही संचालित करने जैसे प्रमुख मांगे रखीं। बिजली, पानी, सडक़ की सुविधा आज तक इन गांव में नहीं पहुंची। मांगों को लेकर कलेक्टर से मिलने को लेकर जिला कार्यालय के बाहर घंटे भर धरना-प्रदर्शन किया और कलेक्टर से मिलने की जिद पर ग्रामीण अड़े रहे।
ग्रामीण से मिलने अपने चैंबर से बाहर निकलकर उनके बीच कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव पहुंचे। कलेक्टर को अपने बीच पाकर ग्रामीणों ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया। ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं के बारे में कलेक्टर को अवगत कराया।
कई महत्वपूर्ण मांगों को पूर्ण विचार कर और मूल सुविधा बिजली सडक़ पानी जैसी समस्याओं को अति शीघ्र पूरा करने का आश्वासन जिला प्रशासन की तरफ से दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्टा, 6 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर कोण्टा नगर में शारदीय नवरात्र बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कोण्टा नगर में विराजमान श्री श्री श्री माणिकेश्वर स्वामी के प्रांगण में भक्तों द्वारा विधि-विधान से साथ पूजा अर्चना कर मां दुर्गा की मूर्ति की स्थापना की गई।
67 वर्षों से कोण्टा के श्रीश्रीश्री माणिकेश्वर समिति द्वारा निरंतर नवरात्रि पर्व का भव्य रूप से आयोजन किया जाता है। आयोजनों के साथ-साथ गरबा और जस गीत झांकियां को लेकर लोगों में बड़ा उत्सव देखने को मिलता है। प्रतिदिन शाम को सांस्कृतिक समारोह भी किया जाता है।
ज्ञात हो कि शारदीय नवरात्र की शुरुवात से पहले दुर्गा उत्सव समिति की बैठक की गई, जिसमें सर्व सहमति से 68वें वर्ष अध्यक्ष का जिम्मा कोण्टा नगर के अभिषेक चतुर्वेदी को बनाया है। नीली वंसी को उपाध्यक्ष और दीपक देवांगन को सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई।
समिति झांकी, रावण दहन, पूजा सहित कुल 68 सदस्यों की समिति बनाई गई।
समिति अध्यक्ष अभिषेक चतुर्वेदी का कहना है कि समिति पिछले 68 वर्षों से नवरात्रि और 4 दशकों से झांकी की परंपरा निभा रही है। झांकी पूरे छत्तीसगढ़ में अनूठा है।
चारामा, 5 अक्टूबर। माता बम्लेश्वरी समिति द्वारा प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी अपने-अपने ग्राम से लगभग 50 की संख्या में युवक अपने अपने ग्रामों से निकलकर ग्राम चारभाठा के प्रसिद्ध मंदिर माता दंतेश्वरी के मंदिर के पास पहुंचे। उसके बाद सभी पैदल बम्लेश्वरी माता के दर्शन के लिए रवाना हुए। श्रद्धालुओं ने बताया कि मां बम्लेश्वरी के दर्शन कर अपने गांव परिवार की खुशहाली के लिए प्रत्येक वर्ष पैदल यात्रा करते हैं। उन्हें शुभकामनाएं देने नगर पंचायत चारामा के पार्षद भाई सुभाष सोनकर विधानसभा महासचिव यूथ कांग्रेस अर्जुन देवांगन अनुराग सोनवानी ओमकार चारभांटा दंतेश्वरी मंदिर पहुंचे एवं सभी को शुभकामनाओं के साथ विदा किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्टा, 5 अक्टूबर। शारदीय नवरात्र छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर कोण्टा नगर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कोण्टा नगर में विराजमान श्री श्री श्री माणिकेश्वर स्वामी के प्रांगण में भक्तों द्वारा विधि-विधान से साथ पूजा अर्चना कर मां दुर्गा की मूर्ति की स्थापना की गई।
67 वर्षों से कोण्टा के श्रीश्रीश्री माणिकेश्वर समिति द्वारा निरंतर नवरात्रि पर्व का भव्य रूप से आयोजन किया जाता है। आयोजनों के साथ-साथ गरबा और जस गीत झांकियां को लेकर लोगों में बड़ा उत्सव देखने को मिलता है। प्रतिदिन शाम को सांस्कृतिक समारोह भी किया जाता है।
ज्ञात हो कि शारदीय नवरात्र की शुरुवात से पहले दुर्गा उत्सव समिति की बैठक की गई, जिसमें सर्व सहमति से 68वें वर्ष अध्यक्ष का जिम्मा कोण्टा नगर के अभिषेक चतुर्वेदी को बनाया है। नीली वंसी को उपाध्यक्ष और दीपक देवांगन को सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई। समिति झांकी, रावण दहन, पूजा सहित कुल 68 सदस्यों की समिति बनाई गई।
समिति अध्यक्ष अभिषेक चतुर्वेदी का कहना है कि समिति पिछले 68 वर्षों से नवरात्रि और 4 दशकों से झांकी की परंपरा निभा रही है। झांकी पूरे छत्तीसगढ़ में अनूठा है।