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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 26 अप्रैल। जीवन में आपने बहुत लोगों से सफलता की कहानियाँ और जज्बों की लड़ाई तो बहुत सुनी होंगी, लेकिन आज हम ऐसे व्यापारी के बारे में बताएँगे जो जीवन भर संघर्ष कर अच्छे मुकाम तक पहुंचने के बाद भी आज जोश के साथ काम कर रहे हैं।
भोपालपटनम के गोल्लागुडा गांव के रहने वाले 90 वर्षीय जन्नम चन्द्रेया में व्यापारियों और युवाओं के लिए एक प्रेरणास्वरुप है, इनकी सफलता के पीछे बहुत बड़ा संघर्ष है। जन्नम चन्द्रेया ने बताया कि वे 1962 में गोल्लागुडा से एक छोटे से किराने की दुकान की शुरुआत की थी। ग्रामीण अंचलों में लगने वाले बाजारों में अपनी दुकान लगाकर व्यापार करते थे।
उन्होंने बताया कि व्यापार के दौरान कई तरह की कठिनाईयां उठाई है। उनका जन्म तेलंगाना के महादेवपुर में हुआ था, जब उन्होंने होश संभाला, तब देखा कि छत्तीसगढ़ के बार्डर इलाके के बाजारों में अच्छा व्यापार होता था, तब जाकर उन्होंने 1962 में एक किराने की दुकान खोलकर व्यापार की शुरुआत की।
उन्होंने बताया कि उनके सात बच्चे हैं, चार बेटियां हैं, सभी बेटियों की शादी तेलंगाना में की है और तीन लडक़ों की शादी कर उन्हें कमाने लायक बना दिया है।
उन्हें बीपी, शुगर जैसी कोई बीमारी नहीं है, उनकी दिनचर्या ठीक रहती है, सुबह 5 बजे उठकर अपना काम में लग जाते हंै, गाय व भैसों को चारा देते हैं, और अपने खानपान पर विशेष ध्यान देते हंै, वे सारा दिन काम करने में नहीं थकते है। उम्र के हिसाब से अब हाथ पैर में दर्द रहता है, उठने-बैठने में थोड़ा तकलीफ महसूस करते हंै।
सभी बच्चों को अच्छे मुकाम तक पहुंचाया
व्यापारी चन्द्रेया के सात बच्चे हैं, तीन लडक़े और चार लड़कियां है। सभी की शादी कर दादा और नाना बन चुके हैं। तीनों लडक़ों के लिए अच्छा मकान बनाकर दिया और सभी बच्चों को किराना दुकान खोलकर एक अच्छे मुकाम तक पहुंचाया है। सभी अपना-अपना व्यापार अच्छे ढंग कर रहे हंै। वे खुद भी उम्रदराज होने के बाद भी व्यापार करने का जुनून है, वे आज भी उनकी सबसे बड़ी किराना दुकान अकेले सँभालते हैं, 12 घंटे की ड्यूटी में बिना थके काम करते हैं।
60 के दशक में गोल्लागुडा में शुरू किया था व्यापार
60 के दशक में व्यापार की शुरुआत की थी। तेलंगाना के महादेवपुर से अपना परिवार लेकर आ गए थे। उम्र के साथ अब थोड़ा सा हाथ-पैर में दर्द रहता है फिर भी वे पूरा दिन काम में लगा देते हंै। परिवार से उनके साथ छोटा बेटा रहता है लेकिन उनका काम अलग है वे भी अपना-अलग व्यापार करते हैं।
टाकीज लगाकर फि़ल्म दिखाने का काम भी किया
90 की दशक के बीजापुर जिले का पहला टॉकीज था, उस समय बीजापुर समेत आसपास के लोग वहां फि़ल्म देखने आते थे। टॉकीज लगाकर लोगों को मनोरजन की दुनिया दिखाने का काम भी जन्नम चन्द्रेया ने किया है। उन्होंने गोल्लागुडा में अपने घर के ऊपर टाकीज बनाई थी। हिंदी और तेलगु फि़ल्म का प्रसारण किया जाता था। सिनेमा देखने आसपास के गांव के साथ बार्डर के तेलंगाना महाराष्ट्र से भी लोग फि़ल्म देखने आते थे 1994 में लगी मोहरा फि़ल्म रिकार्ड तोड़ी थी।
गल्ले के व्यापार में टक्कर का नहीं था कोई
व्यापारी जगत में अपनी छाप छोड़ चुके चन्द्रेया गल्ले के एक बड़े व्यापारी थे, इस इलाके उनको टक्कर देने लायक कोई नहीं था, वे उन दिनों गल्ले के बड़े व्यापारियों मे से एक रहे हैं। आसपास गांवों से टोरा, महुआ, लाख, इमली, मिर्ची, हल्दी, जैसी खाद्य पदार्थ को खरीदकर बेचते थे।
सर्व आदिवासी समाज ने नक्सलियों के प्रेशर बम से वनोपज संग्रहण में लगे ग्रामीणों की मौत की निंदा की
बीजापुर, 26 अप्रैल। जिले में चल रहे माओवादी उन्मूलन अभियान के नाम पर फर्जी गिरफ्तारियों की निंदा करते हुए सर्व आदिवासी समाज ने इस पर अंकुश लगाने की मांग की है।
सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष जग्गू राम तेलामी ने कहा है कि समाज को लगातार यह शिकायतें मिल रही हंै कि ग्रामीण इलाके से घर, बाजार-हाट, मेला- मंडई और जंगल से लोगों को पकड़ कर उन्हें माओवादी बता कर दस से पंद्रह दिनों तक गैरकानूनी तरीके से पूछताछ के नाम पर अज्ञात स्थानों में रखा जा रहा है। आश्रम छात्रावास से घर लौटे छात्रों को घरों से लाकर उन्हें माओवादी बताया जा रहा है, जो कि चिंताजनक है। यहां तक की आश्रम छात्रावास के रसोइया सहित उचित मूल्य दुकान में काम करने वालों को भी ईनामी नक्सली बताया जा रहा है।
जग्गूराम तेलामी ने बताया कि 25 अप्रैल को गोंडवाना भवन में सर्व आदिवासी समाज की बैठक में नक्सल उन्मूलन के नाम पर बेकसूर लोगों की गिरफ्तारी और यूएपीए जैसे मामलों में उन्हें जेल भेजने, गैरकानूनी तरीके से 10 से 15 दिनों तक पूछताछ के नाम पर अज्ञात स्थानों में रखे जाने तथा माओवादियों द्वारा ग्रामीण इलाके के जमीनों में प्रेशर आईईडी लगाए जाने से वनोपज संग्रहण में जुटे ग्रामीणों की मौत की घटनाओं की निंदा करते हुए आवश्यक कदम उठाए जाने की मांग की गई है।
आदिवासी समाज प्रमुख ने कहा कि आगामी 28 अप्रैल दिन रविवार को गोंडवाना भवन में जिले के वार्ड पंच, पंचायत सरपंच, जनपद सदस्य जिला पंचायत सदस्य अध्यक्ष, आरक्षित वर्ग के सभी अधिकारी कर्मचारियों और सर्व समाज की बैठक आहुत की गई है। बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा कर चरणबद्ध आंदोलन की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 25 अप्रैल। जिले के गंगालूर इलाके के चोखनपाल के जंगलों से सुरक्षाबल के जवानों की संयुक्त टीम ने दो महिला समेत सात नक्सलियों को गिरफ्तार किया हैं। उनके कब्जे से विस्फोटक व अन्य सामान बरामद किये गये हैं।
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के दौरान गंगालूर थाना डीआरजी, कोबरा व सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी चोखनपाल की ओर सर्चिंग पर निकली हुई थी। अभियान के दौरान चोखनपाल के जंगल से 7 संदिग्ध पुलिस पार्टी को देख कर लुकते-छुपते भागने का प्रयास रहे थे। जिन्हें सुरक्षाबल की संयुक्त टीम ने घेराबंदी कर पकड़ा गया।
उनसे पूछताछ करने पर अपना नाम पायकु पुलसुम, दीनु पुलसुम, रमेश पुलसुम, सोमबारु पुलसुम, सुक्कू पुलसुम, सुक्की माड़वी उर्फ जेड्डे व जोगी पुलसुम सभी निवासी चोखनपाल थाना गंगालूर शामिल हैं।
पकड़े गए नक्सलियों के कब्जे से आईईडी, बैटरी, कॉर्डेक्स वायर, जिलेटिन स्टीक, साहित्य, इलेक्ट्रिक वायर बरामद किया गया एवं गंगालूर थाना में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं में वैधानिक कार्रवाई की गई। सभी को न्यायालय में पेश किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 अप्रैल। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बीजापुर डॉ. बीआर पुजारी ने बीते दिनों कोत्तुर में दो लोगों की अज्ञात बीमारी से हुई मौत की खबर के संबंध में बताया कि तारलागुड़ा कोत्तुर में किसी भी प्रकार की महामारी नहीं फैली है।
दो लोगों की मौत के संबंध में उन्होंने विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि 18 वर्षीय एक महिला जिसे बुखार, खांसी और पेट में दर्द की शिकायत थी, वह 01 मार्च 2024 को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तारलागुड़ा में भर्ती हुई थी। जिसे प्राथमिक उपचार उपरांत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भोपालपटनम रिफर कर दिया गया था, आशानुरूप स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने के कारण उसे बेहतर उपचार के लिए 4 मार्च 2024 को जिला चिकित्सालय बीजापुर में भर्ती किया गया था, फेफड़ों में इन्फेक्शन एवं खून की कमी से ग्रसित होने के कारण संबंधित को एक यूनिट खून चढ़ाया गया था, स्वास्थ्य में सुधार होने पर उनके द्वारा निवेदन किये जाने पर दिनांक 08 मार्च 2024 उसे जिला चिकित्सालय बीजापुर से डिस्चार्ज किया गया था।
15 मार्च 2024 को पुन: उक्त महिला का स्वास्थ्य खराब होने के कारण उनके परिजनों के द्वारा उसे महात्मा गांधी मेमोरियल अस्पताल वारंगल तेलंगाना में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान 16 मार्च को उसकी मृत्यु हुई। महात्मा गांधी मेमोरियल अस्पताल वारंगल से प्राप्त रिपोर्ट उनुसार उसे फेफड़ों में इन्फेक्शन एवं खून की कमी तथा जन्मजात बीमारी ऑटो इम्यून डिसीजसले रह्यूमटीएल ऑर्थरिटीज से ग्रसित थी एवं गले में कैंसर की संभावना भी व्यक्त की गई थी।
वहीं एक अन्य व्यक्ति जो तारलागुड़ा में अकेला ही रहता था और अक्सर ड्रिंक किया करता था और वह मिर्गी बीमारी से ग्रसित था। जिसकी 15 अप्रैल 2024 को स्वयं के घर में ही मृत्यु होने की जानकारी मिली है।
ज्ञात हो कि विगत 1 माह से ग्राम कोत्तूर तारलागुड़ा में अज्ञात बीमारी फैलने की शिकायत प्राप्त हुई थी जिसके उपरांत स्वयं सीएमएचओ डॉ. बीआर पुजारी एवं खण्ड चिकित्सा अधिकारी भोपालपटनम के द्वारा 16 अप्रैल 2024 को उक्त ग्राम एवं अस्पताल का भ्रमण किया गया एवं उचित कार्रवाई का निर्देश दिया गया। तत्पश्चात दिनांक 18 अप्रैल 2024 को खण्ड चिकित्सा अधिकारी भोपालपटनम के देखरेख में सम्पूर्ण कोत्तूर तारलागुड़ा गांव के समस्त घरों का सर्वे किया गया, जिसमें बीमार व्यक्तियों का मलेरिया/डेंगू जांच हेतु सेम्पल लिया गया एवं संभावित मरीजों का उपचार किया गया।
वर्तमान में गांव में मेडीकल टीम द्वारा प्रत्येक घर का भ्रमण किया जा रहा है एवं लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी विभाग द्वारा जांच हेतु पानी का सेम्पल लिया जा रहा है।
कोई भी महामारी की स्थिति नहीं है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तारलागुड़ा में चिकित्सा अधिकारी एवं ग्रामीण चिकित्सा सहायक की एक एक पद स्वीकृत है जिसके विरूद्ध में जिला खनिज न्यास निधि से एक चिकित्सा अधिकारी संविदा के पद पर कार्यरत है जो कि तारलागुड़ा में मुख्यालय में निवासकर निरंतर सेवाये दिया जा रहा है, मापदण्डानुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में तारलागुड़ा पर्याप्त कर्मचारी पदस्थ हैं वर्तमान में किसी प्रकार भय का वातावरण नहीं है एवं स्थिति नियंत्रण में है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 22 अप्रैल। सुरक्षाबल के जवानों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से नक्सलियों द्वारा प्लांट की गई आईईडी की चपेट में आने से एक ग्रामीण युवक की मौत हो गई हैं।
पुलिस ने बताया कि गंगालूर थाना क्षेत्र के ग्राम मूतवेंडी पटेलपारा निवासी युवक गडिय़ा पिता लिंगा उम्र 18 बीते दिनों मुतवेंडी से 3 किमी दक्षिण पूर्व की ओर वनोपज संग्रहण के लिए गया हुआ था, जो नक्सलियों द्वारा लगाये गये आईईडी की चपेट में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक समय पहले भी नैमेड थाना क्षेत्र के ग्राम कचिलवार का ग्रामीण अंदरूनी रास्ते से पैदल अपने गांव आते समय इतावर क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा लगाये गये आईईडी की चपेट में आकर बुरी तरह घायल हो गया था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 22 अप्रैल। सुरक्षाबल के जवानों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से नक्सलियों द्वारा प्लांट की गई आईईडी की चपेट में आने से एक ग्रामीण युवक की मौत हो गई हैं।
पुलिस ने बताया कि गंगालूर थाना क्षेत्र के ग्राम मूतवेंडी पटेलपारा निवासी युवक गडिय़ा पिता लिंगा उम्र 18 बीते दिनों मुतवेंडी से 3 किमी दक्षिण पूर्व की ओर वनोपज संग्रहण के लिए गया हुआ था, जो नक्सलियों द्वारा लगाये गये आईईडी की चपेट में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक समय पहले भी नैमेड थाना क्षेत्र के ग्राम कचिलवार का ग्रामीण अंदरूनी रास्ते से पैदल अपने गांव आते समय इतावर क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा लगाये गये आईईडी की चपेट में आकर बुरी तरह घायल हो गया था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 22 अप्रैल। तारलागुड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक डॉक्टर और चार स्टॉप नर्स के भरोसे पूरी स्वास्थ्य सुविधाएं उनके कंधे पर है। दर्जनों गाँव इस अस्पताल की सुविधाओं पर निर्भर है। यहां आसपास गांव के सैकड़ों लोग इस अस्पताल में इलाज के लिए आते है। वैसे तो बस्तर संभाग के अंदरूनी गांवों में स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं है, जहाँ है वह भी लचर व्यवस्थाओं में है कई स्वास्थ्य केंद्र वेंटिलेटर पर है।
तारलागुडा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नजदीक वाले गांव कोत्तूर अज्ञात बीमारी फैली हुई है जिससे बीते दिनों में दो ग्रामीणों की मौत हो चुकी है। अस्पताल में स्टाफ की कमी है वह पदस्थ डॉक्टर सत्यनारायण ने बताया कि वे तेलंगाना से रिटायर्ड होने के बाद छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर में संविदा पद पर कार्यरत है।
उन्होंने बताया कि उनके अस्पताल में उनके साथ चार नर्स काम करती है वहीं एक फार्मासिस्ट भी है, और वार्ड बाय रहता है। लेकिन इस समय मरीजों की संख्या बढ़ी है स्टाफ की कमी होने की वजह से संभालना थोड़ा मुश्किल हो रहा है।
उन्होंने बताया कि यह कोत्तुर, तारलागुड़ा, अन्नाराम, चन्दूर, सीतानगरम, दुधेड़ा, भद्राकाली सहित दर्जन भर गांवों के मरीज इलाज कराने आते है।
पीने के पानी की किल्लत, स्टाफ की कमी
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तारलागुडा में पीने के पानी की किल्लत और स्टाफ की कमी है वह पदस्थ स्टाफ ने बताया कि यहां पीने के पानी की बहुत किल्लत है, जो पानी बोरिंग से आता है वो पीने योग्य नहीं है बहुत दूषित पानी रहता है। इसलिए भी कई लोग बीमार पड़ रहे है।
बीएमओ डॉ.चलपति राव ने बताया कि यहाँ कोई स्टॉप काम करने नहीं आते दो नर्स यहाँ से अपना स्थानांतरण करवा कर मुख्यालय चली गई है, लोकल स्टॉफ भी वहाँ जाकर काम करने से कतराते है। अभी एक डॉक्टर है।
मौके से कंटरी मेड बंदूक व अन्य विस्फोटक सामग्री बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता,
बीजापुर, 21 अप्रैल। रविवार की सुबह भैरमगढ़ ब्लाक के केशकुतुल के जंगल में हुई पुलिस नक्सली मुठभेड़ में पुलिस ने खूंखार नक्सली जनताना सरकार अध्यक्ष गुड्डी कवासी को मार गिराया हैं। मारे गये नक्सली पर एक लाख रुपये का ईनाम घोषित हैं।
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि भैरमगढ़ ब्लाक के केशकुतुल व केशामुंडा के जंगल में डिवीजन सप्लाई टीम कमांडर कवासी पण्डरु व अन्य 15 से 20 नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर शनिवार को डीआरजी की टीम अभियान पर रवाना हुई थी।
अभियान के दौरान रविवार की सुबह 5.30 बजे केशकुतुल के जंगल में पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। जिसमें पुलिस ने खूंखार नक्सली जनताना सरकार अध्यक्ष गुड्डी कवासी पिता आयतु उम्र 34 निवासी कोटमेटा थाना जांगला को मार गिराया हैं।
पुलिस ने बताया कि मारे गए नक्सली पर 1 लाख रुपये का ईनाम घोषित हैं। मारा गया नक्सली हत्या व आईईडी ब्लास्ट के कई मामले में शामिल था। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद मौके से सर्चिंग के दौरान 1 कंटरी मेड बंदूक, कुकर बम, कॉर्डेक्स वायर, फ्यूज, डेटोनेटर, जिलेटिन स्टीक, पटाखा,नक्सली वर्दी बेल्ट, पि_ू, नक्सली साहित्य व दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की हैं।
मो. इमरान खान
भोपालपटनम, 21 अप्रैल (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। मुख्यालय से 36 किमी दूर नेशनल हाइवे पर बसे तारलागुडा, कोत्तूर गांव में बुखार हाथ पैर में दर्द की शिकायत ने पूरे इलाके को अपने जद में ले लिया है। मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा हो चुकी है।
बुखार हाथ पैर दर्द से पीडि़त मरीज खटिए से नहीं उठ पा रहे है। लगातार यह तकलीफ बढ़ती जा रही है। गांव के कई ग्रामीण इस समस्या से घिरे हुए है। इस बीमारी के चलते एक हफ्ते में दो ग्रामीणों की मौत हुई हैं। ग्रामीणों की मौत के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है ग्रामीणों ने बताया कि एक के बाद एक को यह समस्या आ रही है पहले हाथ पैर दर्द उसके बाद तेजी से बुखार जकड़ ले रही है। पीडि़त ग्रामीणों का कहना है कि वे इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जा रहे है, लेकिन कोई खास उपचार नही मिल पा रहा है पिछले पंद्रह दिनों से यह शिकायत है धीरे-धीरे पूरा गांव इसकी चपेट में है। इस अज्ञात बीमारी के चलते गांव में दहशत का माहौल बना हुआ हैं। वही ग्रामीणों का आरोप है कि अस्पताल में स्टॉप भी मरीजों को सहयोग नहीं कर रहा है। वहीं स्टॉप का मरीजों के प्रति रवैया भी ठीक नहीं है। बीमारी से ग्रसित ग्रामीण रोजाना अस्पताल पहुँच रहे है।
अज्ञात बीमारी से एक हफ्ते में दो ग्रामीणों ने तोड़ा दम
एक हफ्ते में अज्ञात बीमारी से दो ग्रामीणों की मौत पर पूरा गांव मातम में पसरा हुआ है 20 वर्ष की छात्रा रजनी यालम को दो दिन पहले बुखार आया था उसका इलाज तारलागुडा के उप स्वास्थ्य केंद्र में चला था, उसके बाद भोपालपटनम लाया गया यह से बीजापुर फिर तेलंगाना रूत्ररू वारंगल ले जाया गया उपचार के दौरान मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया हैं। वही गांव के अधेड़ उम्र के मुत्तेराव देवर चार दिन से बुखार व हाथ पैर में दर्द से जूझ रहे थे रविवार को उनकी मौत हो गई कोत्तूर में एक सप्ताह में दो मौत के बाद मातम पसरा हुआ है।
दो दिन पहले औपचारिकता निभाकर लौट आई
स्वास्थ्य विभाग की टीम
ग्रामीण बुखार हाथ पैर में दर्द की शिकायत से जूझ रहे है। इसकी जानकारी तीन दिन पहले स्वास्थ्य विभाग को मिली सूचना मिलते ही बीएमओ ने ब्लाक मुख्यालय से टीम तैयार कर भेजा गया था विभाग की टीम ने ग्रामीणों के ब्लड सैंपल कि जांच की है, उसमें उन्हें कुछ पता नहीं चला स्वास्थ्य विभाग ने बुखार और दर्द की गोलियां बाटकर वापस लौटी है।
इलाज के लिए तेलंगाना
जा रहे मरीज
मरीजों की तबीयत बिगडऩे से वे तेलंगना का रुख कर रहे है तारलागुडा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पूर्ण सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। फिर भी वह रोजाना 8-10 मरीज एडमिट हो रहे है रोजाना इस बीमारी के मरीज 25 से 30 की ओपीडी आ रही है जिसका इलाज किया जा रहा है। ज्यादा तकलीफ वाले ग्रामीण तेलंगाना जाकर इलाज करवा रहे है।
तारलागुडा अस्पताल में अज्ञात बीमारी के लक्षण वाले एडमिट है मरीज
अस्पताल अज्ञात बीमारी के लक्षण वाले मरीज रोजाना अस्पताल पहुँच रहे हैं शनिवार को किष्ठाबाई दुर्गम, मेघना यालम, यमुना, अंकुश वासम, जरना यालम, रोहिणी यालम, बीआर पाठक, इकनेश एक्का, एडमिड रहे है। वहीं मतदान के दिन शुक्रवार को अमसा वासम, सुप्रिया यालम, समीरा यालम, पदमा यालम, रामबाबू देवर, नम्रता जव्वा, रवना टिंग्गे, विश्वजीत यालम, आरगेल तिपली, आरगेल सतीश एडमिड रहे है।
डेंगू का एक व टाइफाइड
के दो मरीज मिले
कोत्तूर गांव में आरिगेल सतीश डेंगू पॉजिटिव आया है, उसका इलाज तेलंगाना के किसी निजी अस्पताल में चल रहा था,वही इस गांव में कुरसम अमर, विश्वजीत यालम, टाइफाइड पॉजिटिव आए है इनका इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है।
बीएमओ डॉ. चलपति राव ने बताया कि कोत्तूर गांव का डर-टू-डोर सर्वे करवाया गया है। 125 घरों का सर्वे कर 477 लोगों की जांच की गई है। वहीं 34 लोगों का सैंपल डेंगू टेस्ट के लिए मेडिकल कॉलेज जगदलपुर भेजा गया है। बीएमओ ने बताया कि वायरल बुखार या चिकनगुनिया हो सकता है जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
चारामा, 19 अप्रैल। चारामा के ग्राम बड़े गौरी में अज्ञात कारण से दो मासूम बच्चों के साथ महिला ने अपने ही घर में खुदकुशी कर ली।
मिली जानकारी के अनुसार चारामा से 5 किलोमीटर की दूरी में बड़े गौरी में 17 अप्रैल की शाम करीब 5 बजे कविता तेता पति पवन तेता (27 वर्ष) अपने 4 महीने और डेढ़ वर्ष के दो छोटे बच्चों को अपने कमरे में गमछे और खुद दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
घटना के समय उनके पति पवन तेता अपने पिता अर्जुन राम तेता के साथ घर से बाहर गया हुआ था। जब घर लौट कर देखा तो उसकी पत्नी और दोनों बच्चे फांसी के फंदे से लटके हुए थे।इसकी जानकारी तत्काल ग्रामीणों के माध्यम से चारामा थाना में दी। इसके बाद शाम को पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर कार्यपालिक दण्डाधिकारी की उपस्थिति में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। 18 अप्रैल की सुबह दण्डाधिकारी की उपस्थिति में शव को पोस्टमार्टम किया गया पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना से गांव में शोक छा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 19 अप्रैल। पहले चरण के बस्तर लोकसभा सीट पर नक्सलगढ़ के बीजापुर जिले में बुलेट पर बैलेट भारी पड़ा है। नक्सल भय से परे रखते हुए लोगों ने अपने मताधिकार को प्राथमिकता दी है।
बस्तर की लोकसभा सीट पर 11 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई है। वोटरों ने अपने मुखिया को चुनकर ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है। चार जून को पता चलेगा किसकी किस्मत चमकेगी।
बीजापुर विधानसभा में वोटरों का काफी उत्साह देखने को मिला। सुबह 7 बजे से लंबी कतारें लगी हुई थी, दोपहर 3 बजे तक भीड़ पोलिंग बूथों में लगी हुई थी। वोटरों का जज्बा इस प्रकार रहा है कि तपती धूप होने के बावजूद भी लोग गर्मी में कतारबद्ध खड़े हुए थे। बीजापुर जिले में सुबह 9 बजे तक 7.08 प्रतिशत मतदान हुआ था, 11 बजे तक 17.11 प्रतिशत मतदान हुआ है, 1 बजे तक 24. 93 प्रतिशत मतदान हुआ है। आखिरी समय 3 बजे तक 39.67 प्रतिशत मतदान हुआ। देर शाम तक और भी आंकड़ा बढ़ सकता है।
11 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद
बस्तर की सीट पर 11 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई है। उनके नाम के वोट ईवीएम में कैद हो चुके हंै। भाजपा के महेश कश्यप, कांग्रेस के कवासी लखमा सहित 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। मतदाताओं का मन टटोलने पर पता चलता है कि मोदी की गारंटी और कांग्रेस के न्याय के बीच ही मतदान पड़ा है। अब 4 जून को पता चलेगी की कौन सी गारंटी काम आई है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
जिला व ब्लॉक मुख्यालय के आसपास की पेटियां सुरक्षित पुलिस के पास जमा करवा दी गई है। मतदान करवाकर आ रहे मतदान कर्मियों के चेहरे खिले हुए दिखे। जिले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के साथ मतदान हुआ है।
आदर्श मतदान केन्द्र रहा आकर्षण का केन्द्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर,19 अप्रैल। लोकसभा आम निर्वाचन 2024 के तहत प्रथम चरण का मतदान बस्तर संसदीय क्षेत्र में 19 अप्रैल को सम्पन्न हुआ। संसदीय क्षेत्र बस्तर में शामिल विधानसभा बीजापुर -89 में मतदान को लेकर सुनियोजित ढंग से पूरी तैयारी की गई थी। जिसमें सम्पूर्ण मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से सम्पादित हुई।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग पाण्डेय के नेतृत्व में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान सम्पन्न हुआ। सुरक्षा को लेकर चप्पे-चप्पे में केन्द्रीय रिजर्व बल एवं छत्तीसगढ़ पुलिस की तैनाती की गई थी।
विधानसभा क्षेत्र क्रमांक -89 अर्न्तगत 245 मतदान केन्द्रों के लिए रिजर्व दल सहित कुल 348 दलों में 1392 मतदान कर्मियों की नियुक्ति की गई थी। वहीं कुल 60 सेक्टर अधिकारी एवं 67 माइक्रो आर्ब्जवर द्वारा मतदान कार्य सम्पन्न कराया गया। कुल दलों में 76 अतिसंवेदनशील क्षेत्रों के लिए मतदान दलों को हेलीकॉप्टर से तीन दिन पूर्व से मतदान केन्द्रों में भेजने की कार्रवाई की गई।
महिला, दिव्यांग, युवा एवं आदर्श मतदान केन्द्र आकर्षण का केन्द्र रहे।लोकसभा आम निर्वाचन के मतदान हेतु जिले में कुल 10 संगवारी मतदान केन्द्र बनाया गया। जिसे केवल महिला कर्मियों द्वारा संचालित किया गया,जिसमें रालापल्ली 29, गोटाईगुड़ा 32, भैरमगढ़-1 41, भैरमगढ़, भैरमगढ़ -2 144, बीजापुर 156, 158, 161, 165, 166 एवं 167 शामिल हैं। इसी तरह दिव्यांग कर्मियों द्वारा बीजापुर के मतदान केन्द्र क्रमांक 163 को दिव्यांग मतदान कर्मियों द्वारा संचालित की गई।
जिले के कुल 5 मतदान केन्द्रों को युवाओं द्वारा संचालित किया गया। जिसमें भोपालपटनम, भैरमगढ़ के 2-2 एवं बीजापुर तहसील के 1 मतदान केन्द्र शामिल है। इसी तरह 5 आदर्श मतदान केन्द्र बनाया गया है जो आकर्षण का केन्द्र रहा जिसमें गोटाईगुड़ा 32, भैरमगढ़ 141, बीजापुर-1 163, बीजापुर-2 165 एवं बीजापुर -3 में 166 शामिल है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 16 अप्रैल। भारतीय जनता पार्टी बस्तर के दिग्गज नेता केदार कश्यप, किरण देव के साथ लोकसभा प्रत्याशी महेश कश्यप ने नगर में डोर-टू-डोर जाकर वोट मांगा।
चुनाव प्रचार के अंतिम समय में मंगलवार को भाजपा खेमे के नेताओं ने भोपालपटनम का रुख करते हुए मोदी की गारंटी लेकर मैदान में उतरे। संभाग, जिले व ब्लॉक स्तर के नेताओं ने अपना बड़ा हुजूम दिखाते हुए भाजपा के पक्ष में मतदान करने की अपील की है।
नगर में पहली दफा आये प्रत्याशी महेश कश्यप, मंत्री केदार कश्यप, प्रदेश अध्यक्ष किरण देव का कार्यकर्ताओं ने हेलीपैड पर जोरदार स्वागत किया। कार्यकर्ताओं में जोश नजर आ रहा हैं। पार्टी के साथ स्थानीय कार्यकर्ताओं की भीड़ लगी हुई थी।
बस्तर की लोकसभा सीट पर 19 तारीख को मतदान होना है, इसके लिए प्रत्याशी अपना दम लगा रहे हैं। कांग्रेस ने इस इलाके में सितक्का को प्रचार में उतारा था। अब भाजपा ने केदार कश्यप और किरण देव को स्टार प्रचारक बनाकर मैदान में भेजा है।
शिव मंदिर में माथा टेक घर-घर मांगे वोट
प्रचार में आए महेश कश्यप ने सबसे पहले शिव मंदिर में भगवान शिव पार्वती के सामने माथा टेककर प्रचार करने उतरे। मंदिर से फारेस्ट नाका तक घर-घर दुकान-दुकान जाकर अपने पक्ष में वोट करने की अपील की। महेश कश्यप के साथ कार्यकर्ताओं का हुजूम लगा हुआ था। अब की बार 400 पार के नारे लेकर कार्यकर्ता घूम रहे थे।
इस दौरान जिला अध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार, गुज्जा वेंकट, अजय सिंह, नंदकिशोर राणा, मण्डल अध्यक्ष यालम वेंकट, नीलम गणपत, उगेंद्र वासम, मुरली मनोहर चांडक, राकेश केतारप, गिरिजा शंकर तामडी, सचिन आत्रम, बिलाल खान, गोविंद कुमरे, जया चिडेम, रिंकी परस्ते, सरिता कुडेम, निर्मला आत्राम, आंनद पडिसलावार, साई चेट्टी आनकारी सुधाकर, पेद्दी लक्ष्मीनारायण, अखिलेश गुरला नरसिंह रेड्डी व बड़ी संख्या में भाजपा नेता व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 16 अप्रैल। सोमवार को नक्सली बंद के आह्वान को बेअसर करने प्रशासन का अमला पूरी तरह मुस्तैद रहा है।
नक्सली बंद पर पानी फेरने प्रशासन के अधिकारी सख्त नजर आए। दो दिन पहले व्यापारियों की बैठक बुलाकर दुकानें खोलने की अपील की। कारोबारियों ने प्रशासन का कहना मानते हुए सोमवार को दुकानें खोली।
प्रशासन की तरफ से एसडीएम यशवंत कुमार नाग व थाना प्रभारी जीवन कुमार जांगड़े दुकानें खुलवाने सुबह से चक्कर लगाते घूमते रहे। इस तरह से नक्सलियों के बंद पर पानी फिर गया है।
नहीं चली बसें, यात्री दिन भर हुए परेशान
बंद का असर बसों पर दिखाई दिया। बसों के पहिए थमे नजर आए। रायपुर और जगदलपुर की तरफ आने वाली बसे नहीं चली। यात्री परेशान रहे। एक्का-दुक्का टैक्सियों में यात्री सफर किए। संभाग व राज्य से आने वाली कुछ बसें गीदम और कुछ बीजापुर में ही रुक गई। भोपालपटनम की सवारी को वहीं छोड़ दिया गया था।
पुलिस रही मुस्तैद
एसडीओपी मयंकरण सिंह ने बताया कि माओवादियों के बंद के फरमान के बाद पुलिस पूरी तरह मुस्तैद रही। एक दिन पहले जवानों की टोली पूरी रात गश्त करती रही। कोई अनहोनी न हो, इसके लिए पुलिस ने अपनी व्यवस्था बनाई हुई थी। नक्सली बंद का खौफ हटाने पुलिस व्यापारियों के पास जाकर दुकानें खुलवाई।
मद्देड़ में जयश्रीराम के लगते हैं नारे, आज से जुटेगी हजारों भक्तों की भीड़
मो. इमरान खान
भोपालपटनम, 15 अप्रैल (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर में बसे मद्देड़ गांव में 50 दशक से जयश्रीराम के नारे लगाए जा रहे हैं।
रामनवमी के अवसर पर भगवान श्रीराम व माँ सीता के विवाह कार्यक्रम में हजारो की तादात में श्रद्धालु इक_ा होते हैं। मद्देड़ में 1956 से लगने वाले इस मेले पूरे गांव का माहौल भक्तिमय हो जाता है। भगवान श्रीराम के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में भक्त इक_ा होते हंै।
पांच दिन के चलने वाले इस कार्यक्रम में मंगलवार को मंडप का कार्यक्रम किया जाएगा। बुधवार को श्रीराम व सीता के मूर्तियों की शादी रचाई जाएगी भोज का कार्यक्रम भी रखा जाएगा। गुरुवार को शोभायात्रा निकलेगी। शुक्रवार को फूलरथ परिक्रमा कार्यक्रम किया जाएगा।
शनिवार को आभूषण हरण किया जाएगा। रविवार को नागवेल्ली का कार्यक्रम और सोमवार को वसंत सेवा मंगलवार को हनुमान जन्म उत्सव के साथ मेले का समापन किया जाता है।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विधि विधान स्वरूप विवाह राम मंदिर पुजारी वीरेंद्र त्रिपाठी के द्वारा सारी रश्म अदा की जाएगी।
अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद इस वर्ष मद्देड़ ग्राम में बड़े धूमधाम से भक्तिमय माहौल रहा है, वहीं इस रामनवमी मेले के दिन हजारों श्रद्धालु तेलंगाना, महाराष्ट्र से पहुंचे, वहीं बीजापुर जिले के सभी ब्लॉक के भक्तगण इस आयोजन में शामिल होंगे।
ज्ञात हो कि यह कार्यक्रम पांच दिनों तक चलता है और रामनवमी के दिन राम सीता का विवाह के बाद संपन्न होगा। मंदिर से लगे रोड किनारे मेला लगाया जाता है वह सभी तरह की दुकानें लगाई जाती है दर्शन के लिए आए भक्त मेले में खरीदारी करते हैं।
1956 में रामनवमी मेले की शुरूआत
मद्देड़ के स्थानीय लोगों ने 1956 से मेले की शुरुआत की है । स्व सुखदेव भट्टड़, स्व हरिशंकर तिवारी, स्व चित्तापूरी नागभूषण, स्व पी.नागैया, स्व अमर चंद सोनी,स्व राधाकृष्ण लाहोटी, स्व पी चन्देया, स्व कसोजी लक्ष्मीनारायण, स्व पी. राघवेंद्र राव, स्व ईश्वरोज सत्यनारायण, के द्वारा सन उन्नीस सौ छप्पन में मेले की शुरुआत की थी उन दिनों में मेले की अलग रौनक हुआ करती थी क्योंकि इस ब्लॉक में सबसे पहले यही मेले की शुरुआत हुई थी।
दशहरा के दिन स्व सुखदेव भट्टड़ के यह से आता है हनुमानजी का ध्वज। आसपास के ग्रामीण मेले के आयोजन सम्मिलित होते थे उसके बाद धीरे-धीरे तेलंगाना महारष्ट्र से व्यापारी और भक्त आने लगे व्यापारी अपनी दुकानें लेकर व्यापार करने आते थे।
भगवान के आभूषणों की चोरी की रस्म
यहां 5 दिनों तक लगे मेला में अष्टमी के दिन भगवान राम व माता सीता की सगाई की रश्म होगी। इसी कड़ी में रामनवमी के दिन विवाह पूरे विधि विधान से सम्पन्न होगा। यही नहीं दो दिन बाद भगवान के आभूषण चोरी की रस्म होगी एवं पांच दिनों तक शोभायात्रा निकाली जायेगी।
सीताराम शिवालय समिति ने लाई मूर्तियां
तेलंगाना के करीमनगर से सीताराम शिवालय समिति के द्वारा सन 2017 में मूर्तिया लाई गई थी,नए मूर्तियों विधि विधान से प्राण प्रतिष्ठा किया गया।उससे पहले वह पत्थर की मूर्ति रखी हुई थी समिति के द्वारा भगवान श्रीराम सीता माता व लक्ष्मण भगवान की मूर्तियां लाई है।
अयोध्या में राम मंदिर बनाने के बाद भक्तों में उत्साह
कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या राम मंदिर की शुरुआत हुई, उसके बाद से यह भक्तों में एक अलग सा उत्साह देखने को मिला। जनवरी में अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दिन यहां भक्तों का उत्साह देखने लायक रहा। जुलूस व घरों में भगवान राम की भक्ति में पूरा ग्राम केसरिया हो गया था। इस आयोजन में टी.नवीन, पी. सचिन,राहुल,मनीष, श्याम बाबू, पी जुगल, मनोज कसोजी, जैन राजू, ई रमेश, सूरज , मिथलेश, आशीष , बी सचिन, ग्रामवासियों का सहयोग रहा।
समिति के संरक्षक चित्तापूरी पुरषोत्तम ने बताया कि 68 सालों से मद्देड़ में मेले का आयोजन होता आ रहा है। यहाँ तीन राज्यो से व्यापारी आते है, अभी से दुकानें लगना शुरू हो रहा है। इस वर्ष लोकसभा चुनाव के चलते कुछ दुकानें कम आ सकती है।
सीताराम शिवालय समिति मद्देड़ के संरक्षक परमानंद भट्टड़ ने बताया कि यह मेला काफी साल पुराना है। हमारे गांव के बुजुर्गों ने मेले की शुरुआत की है, तब से यह मेला सजाया जा रहा है।
पी. सुशील ग्राम पटेल का कहना है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद भगवान राम का बोलबाला हो गया है प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह भक्तों में अलग सा उत्साह देखने को मिला है ।भगवान के प्रति लोगो का भक्ति आने लगी है, इस वर्ष मेले में अच्छा उत्साह देखने को मिल रहा है।
समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने बताया कि बुजुर्गों से लेकर आज तक समय-समय पर मंदिर का जीर्णोद्धार का काम हुआ है। मंदिर में आज अलग सी रौनक है। भक्त रोज आकर माथा टेकते हंै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 15 अप्रैल। संविधान निर्माता डॉ.भीमराव अम्बेडकर जयंती के अवसर पर बीजापुर नगर में भव्य बाइक रैली का आयोजन किया गया।
बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती मनाने के लिए सर्व समाज के पदाधिकारियों और समाज प्रमुखों ने आयोजन समिति का गठन किया था। समिति द्वारा इसके लिए व्यापक तैयारियां की थी। निर्धारित कार्यक्रम में आमसभा का आयोजन निर्धारित था पर कुछ तकनीकी कारणों से स्थगित कर दिया गया।
बाइक रैली से पूर्व मुख्यालय के चिकतराज गुड़ी में सेवा अर्जी कर गोंडवाना भवन में बाइक सवार एकत्र हुए। जिसके बाद नीली और सतरंगी झंडियों से मोटर बाइक को सजा कर रैली की शक्ल में मुख्यमार्ग से गुजरते हुए कलेक्ट्रेड मार्ग से गुजरते हुए नया बस स्टैंड पहुंची। पूरे मार्ग में ट्रैफिक पुलिस द्वारा व्यापक इंतजाम किए गए थे ताकि राहगीरों को आवाजाही में कोई परेशानी न हो। नए बस स्टैंड के पास स्थापित बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर रैली का समापन किया गया। समिति और मुस्लिम समुदाय द्वारा नए बस स्टैंड में मीठे शरबत की व्यवस्था की गई थी।
आयोजन समिति के अध्यक्ष पांडुराम तेलम और सचिव कमलदास झाड़ी ने बताया कि कार्यक्रम को और भव्य रूप से मनाया जाना था, किंतु लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे शासकीय अधिकारी, कर्मचारी और नागरिक गणों की व्यस्तता के चलते निर्धारित कार्यक्रम में काफी बदलाव किया गया, फिर भी बीजापुर जिले में निवासरत सभी समाज द्वारा पूरे उत्साह से बाबा साहब की जन्म जयंती मनाई गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 13 अप्रैल। पंद्रह अप्रैल को नक्सलियों ने छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तेलंगाना को बंद करने का आह्वान किया है, इसको लेकर प्रशासन ने व्यापारियों की बैठक बुलाकर बंद को असफल बनाने को कहा गया है।
एसडीएम, एसडीओपी और थाना प्रभारी ने पुलिस थाने में बैठक बुलाई। एसडीएम ने कहा कि आगामी होने वाला लोकसभा चुनाव शांति पूर्ण ढंग से निपटे। उन्होंने नक्सलियों के बंद को असफल बनाने को कहा है। एसडीओपी ने कहा कि 15 को नक्सली बंद का आह्वान किया गया है, उस दिन सभी दुकानों को खोलने की अपील की गई है।
थाना प्रभारी ने कहा कि कोई परेशानी हो या कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखे तो तुरंत थाने में सूचना दे ताकि उस पर नजर रखी जा सके या कोई व्यापारी असुरक्षित महसूस कर रहा हो तो वो भी सूचना दें, ताकि उसे सुरक्ष मुहैया कर सके।
हथियार, विस्फोटक, सामान बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजाापुर, 13 अप्रैल। थाना भैरमगढ़ क्षेत्रान्तर्गत भैरमगढ़ एरिया कमेटी के मिलिशिया प्लाटून कमाण्डर के साथ अन्य नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर सुरक्षा बलों के द्वारा संभावित स्थान पर दबिश दी गई। जंगल- पहाड़ का फायदा उठाकर नक्सली भाग खड़े हुए। मौके से हथियार, विस्फोटक एवं अन्य नक्सल सामग्री बरामद किया गया।
पुलिस की जारी विज्ञप्ति अनुसार 13 अप्रैल को थाना भैरमगढ़ क्षेत्रान्तर्गत मिलिशिया प्लाटून कमाण्डर सोमलू, जनताना सरकार अध्यक्ष रामधर बेक्को एवं 5-6 माओवादियों की उपस्थिति की सूचना पर कैंप केशकुतुल से केरिपु 199/सी कम्पनी की टीम सुराखेड़ा की ओर निकली थी ।
सुरक्षा बलों के द्वारा संभावित स्थान पर दबिश दी गई, सुरक्षा पार्टी को देखकर उपस्थित माओवादी विपरीत दिशा में जंगल, पहाड़ का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए। आसपास क्षेत्र का सर्च के दौरान मौके से एक भरमार, स्टील कंटेनर, डेटोनेटर, स्प्लिंटर, यूरिया, इलेक्ट्रिक वायर, तीर-धनुष, दवाईया एवं अन्य माओवादी सामग्री बरामद किया गया। क्षेत्र में लगातार गश्त सर्चिंग जारी है।
बीजापुर,13 अप्रैल। लोकसभा चुनाव होने में कुछ ही दिन शेष है। ऐसे में देश और बस्तर की राजनीति में विवादित बयानों का सिलसिला लगातार जारी है। अक्सर अपने बयानों से लोगों को गुदगुदाने वाले और विवादित बयानों के लिए मशहूर क़वासी लखमा पर इस बार उनका विवादित बयान देना भारी पड़ गया है। इस बार कवासी लखमा अपने बयान पर फँसते हुए नजर आ रहे हंै। कवासी लखमा के खिलाफ बीजापुर जिले के दो अलग - अलग थानो में एफआईआर दर्ज हुई है। लखमा ने चुनाव प्रचार के दौरान पुलिस के जवानों को तीर धनुष से मार भगाने और पीएम नरेन्द्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था।
इन बयानों से लखमा पर हुआ एफआईआर दर्ज
दरअसल लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान वे बीजापुर जिले के लोगों के बीच भाषण दे रहे थे, जिसमें वे गोंडी में कह रहे हंै कि कवासी लखमा जीतोड़, नरेंद्र मोदी ढोलतोड़ जिसका मतलब है कि कवासी लखमा जीतेगा और नरेंद्र मोदी मरेगा खेल खत्म राम राम, कवासी लखमा का एक ऐसा ही विवादित बयान का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे कह रहे हैं कि पुलिस के जवानों को तीर - धनुष से मारकर भगाओ। ये दोनों वीडियो बीजापुर जिले का बताया जा रहा है।
ईसीआई ने राज्य निर्वाचन आयोग को लिखा पत्र - इन बयानों के बाद ईसीआई (इलेक्शन कमीशन ऑफ़ इंडिया) ने राज्य आयोग को पत्र लिखा था। निर्वाचन आयोग के निर्देश के बाद भैरमगढ़ तहसीलदार के आवेदन पर लखमा के विरुद्ध मिरतूर और कुतरू थाने में आईपीसी की धारा के तहत मामला दर्ज हुआ है।
लखमा के इन बयानों के बाद सीएम विष्णु देव साय ने भी कल बीजापुर के नेलसनार में आपत्ति जताते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी को अपनी हार साफ नजर आ रही है जिस वजह से वो बौखलाहट में इस तरह की बयानबाजी कर रहे है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 12 अप्रैल। पड़ोसी राज्य तेलंगाना की पंचायत विकास एवं महिला बाल विकास मंत्री दनसारी अनुसुईया (सिताक्का) का एक दिवसीय बीजापुर जिले के भोपालपटनम के गांवों में दौरा रहा। इस दौरान उन्होंने नुक्कड़ सभाएं कर कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी कवासी लखमा के पक्ष में वोट मांंगा।
राज्य का अंतिम छोर होने की वजह से यहां के गांवों में तेलुगु का चलन है। लोग घरों में तेलुगु भाषा बोलते हैं। इस बात को पकडक़र कांग्रेस ने तेलुगू शब्दों से मतदाताओं को रिझाने तेलंगाना की कैबिनेट मंत्री को प्रचार के मैदान में उतारा।
आम सभा को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार पर सिताक्का बरस पड़ी। उन्होंने आम सभा में कहा कि 400 का नारा लेकर घूम रहे भाजपा के लोगों से पूछना चाहिए कि भाजपा की सरकार गरीब आदिवासियों के लिए क्या की है?
उन्होंने भाजपा पर एक ही काम को गिनाते हुए कहा है कि राम मंदिर बनाकर घर-घर सिर्फ अक्षत भेजा है, उन्होंने उसके अलावा कोई काम नहीं किया है।
भाजपा की नाकामियों को गिनाते हुए कहा कि बेरोजगारों को नौकरी दिए है क्या, कालाधन वापस लाए क्या, महंगाई कम हुई क्या, इन सारे सवालों को लेकर केंद्र सरकार को घेरती रही।
मद्देड़ की सभा में उन्होंने कहा है कि कांग्रेस की मनरेगा 100 दिन की मजदूरी योजना को 40 दिन कर दी है। भाजपा की सरकार पूंजीपतियों की सरकार है। वे गरीबों और आदिवासियों के हित में काम नहीं करती है।
तेलंगाना से आई कांग्रेस सरकार की कैबिनेट मंत्री को सुनने नारोनापल्ली, दम्मूर, व मद्देड़ की सभाओं में ग्रामीणों का हुजूम लगा हुआ था।
बारेगुड़ा रोड से दम्मूर जाने पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रोका
तेलंगाना की कैबिनेट मंत्री सिताक्का के काफिले को गांधी चौक में पुलिस के जवानों ने घोर नक्सल क्षेत्र होने का हवाला देते हुए नहीं जाने का अनुरोध किया। इस पर विधायक ने रोड पर लगे बैरिकेड हटाकर बारेगुड़ा इलाके के दम्मूर में नुक्कड़ सभा करने निकल गई।
शुक्रवार को भोपालपटनम में तेलंगाना के कांग्रेस की कैबिनेट मंत्री सिताक्का का नरोनपल्ली, दममुर, और मद्देड़ में कार्यक्रम रहा।
इस कार्यक्रम में सुरक्षा कारणों से पुलिस ने मट्टीमरका रोड पर काफि़ले को जाने से मना किया। फिर भी उनकी नहीं सुनते हुए कांगे्रसी वहां जाकर वापस लौट आए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 12 अप्रैल। जिले के धुर नक्सल प्रभावित मिरतुर इलाके में जवानों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से नक्सलियों द्वारा प्लांट की गई आईईडी की जद में आने से एक मजदूर की मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि बीजापुर जिले के मिरतुर थाना क्षेत्र के डुमरीपालनार से हिरोली के मध्य सडक़ पर सुरक्षा बल के जवानों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से नक्सलियों द्वारा लगाये गए प्रेशर आईईडी की चपेट में आने एक मजदूर मुन्ना भारती पिता श्याम भारती निवासी छोटे देवड़ा थाना बकावंड जगदलपुर जिला बस्तर की मौत हो गई। वह डुमरीपालनार से गंगालूर की ओर जा रहा था, इसी बीच यह घटना हो गई। मिरतुर थाना में मामले में प्राथमिक दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 11 अप्रैल। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अकीदत के साथ ईद- उल- फितर का त्यौहार गुरुवार को मनाया।
ईदगाहों और मस्जिदों में ईद की नमाज अदा की। इस दौरान समाज के लोगों ने अपने व परिवार की खुशहाली के साथ ही देश व प्रदेश में अमन चैन की दुआ मांगी। नमाज पढऩे के साथ ही एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी।
सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू ईदगाह पहुंचे और समाज के सभी वर्ग छोटे बड़े बुजुर्ग दोस्तों को गले लगा कर ईद कीबधाई दी। राजेश नारा, माड़वी लक्ष्मण, सुभम नागुल ने भी ईद की बधाई दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 9 अप्रैल। एरिया डॉमिनेशन के दौरान सुरक्षाबलों की संयुक्त पार्टी ने पेरमापल्ली से तीन नक्सलियों को विस्फोटक के साथ गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक उसूर थाना व सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी एरिया डॉमिनेशन पर पेरमापल्ली की ओर निकली हुई थी। पेरमापल्ली से उसूर की ओर वापसी के दौरान पेरमापल्ली की ओर 2 मोटरसाइकल में सवार होकर जा रहे 3 संदिग्धों की चेकिंग पर पास रखे थैला में अवैध विस्फोटक सामग्री डेटोनेटर, जिलेटिन स्टीक व प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन के साहित्य व प्रचार प्रसार की सामग्री बरामद की गई।
संदिग्धों से पूछताछ करने पर अपना नाम सुरेश काका निवासी टेकमेटला, नागेश कट्टम निवासी नेला कांकेर व दुला काका निवासी नेलाकांकेर उसूर थाना क्षेत्र का होना बताया तथा विस्फोटक सामग्री नक्सलियों को देने के लिए लेकर जाना बताया।
नक्सलियों के खिलाफ उसूर थाना में छग विशेष जनसुरक्षा अधिनियम 2005 एवं विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं में वैधानिक कार्रवाई के बाद न्यायालय में पेश किया गया।
बीजापुर, 9 अप्रैल। जिले में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत डीआरजी व कुटरू थाना की संयुक्त टीम ने एरिया डॉमिनेशन के दौरान पाता कुटरू के जंगलों से सहायक आरक्षक की हत्या में शामिल एक जनमिलिशिया सदस्य को गिरफ्तार किया। उसकी गिरफ्तारी के लिए बीजापुर पुलिस अधीक्षक द्वारा दस हजार रुपये का ईनाम उद्घोषित हैं।
पुलिस के मुताबिक मंगलवार को डीआरजी व कुटरू थाना की संयुक्त पार्टी एरिया डॉमिनेशन के लिए पाता कुटरू की तरफ निकली हुई थी। अभियान के दौरान पाताकुटरु के जंगलों से एक नक्सल मिलिशिया सदस्य आदी राम निवासी पाताकुटरू थाना कुटरू को पकड़ा गया।
पुलिस ने बताया कि उक्त नक्सली 20 जून 2023 को सहायक आरक्षक संजय बेडजा की हत्या करने की घटना में शामिल था। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक बीजापुर द्वारा 10 हजार रुपये का ईनाम उद्घोषित हैं। वहीं पकड़े गये उक्त नक्सली के विरुद्ध कुटरू थाना में 1 स्थाई वारंट लंबित हैं।
भोपालपटनम, 8 अप्रैल। गोटाइगुड़ा की 19 वीं बटालियन बी कंपनी के जवानों ने प्याऊ का निर्माण किया गया किया है।
अप्रैल के महीने में भीषण गर्मी चिलचिलाती धूप को देखकर बीटीआई चौक पर गोटाइगुड़ा की पुलिस कंपनी के जवानों ने शीतल पेयजल की शुरुआत की है। मानव जीवन मे सबके बड़ा पुण्य का कार्य यही माना जाता है। भोपालपटनम थाना प्रभारी जीवन कुमार जांगड़े और कंपनी बटालियन के कमांडर के पहल से यह शुरुआत की गई है। पुलिस ने बताया कि इन घड़ों में एक कर्मचारी से हर दिन साफ पानी भरवाया जाएगा, ताकि किसी आम जन को पानी के लिए इधर उधर न भटकना पड़े। पुलिस के इस रूप को देखकर आम लोग की भी उनके प्रति धारणा बदलेगी।
गर्मी के दिनों में साफ और ठंडा पानी मानवीय समस्या है, इसलिए बीटीआई चौक पर इस प्याऊ खोला गया है