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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 18 मार्च। आश्रम शालाओं एवं पोटाकेबिनों में अधीक्षकों को हटाए जाने को लेकर शिक्षा व्यवस्था फिर विवादों के घेरे में है।
आचार संहिता लगने की हड़बड़ी में 14 मार्च की तारीख पर पोटाकेबिन अधीक्षकों के आदेश आचार संहिता लगने के चंद घंटे पहले निकले गए। आदेश को लेकर राजनीति गरमा गई है।
जिन अधीक्षकों को हटाया गया है, उनकी जगह किसी और अधीक्षक की पोस्टिंग नहीं की गई है। एकतरफा आश्रमों और स्कूलों से शिक्षक हटाए गए हैं। एकल शिक्षक वाले स्कूलों से जिन्हें दूसरे जगह भेजा गया है, वह स्कूल खाली हो जाएंगे।
कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि देश में जहां एक ओर आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है और दूसरी ओर स्कूली बच्चों की परीक्षाएं हो रही है, ऐसे समय में जिले में लगातार कर्मचारियों के स्थानांतरण और पोस्टिंग हो रही है।
विक्रम मंडावी ने कहा कि पूर्व विधायक महेश गागड़ा जब से चुनाव हारे हैं, तब से जिले में बदले की भावना से काम कर रहे हैं और जिले के कर्मचारियों को प्रताडि़त कर रहे हंै।
उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों के परीक्षाओं के बीच कर्मचारियों की हो रही स्थानांतरण मामले को लेकर भारत निर्वाचन आयोग में शिकायत की जाएगी। इस मामले के पहले महीने भर की घटनाओं को देखे तो पोटाकेबिनों की हालत बहुत ही खराब है। महीने भर में तीन बड़ी घटनाएं हुई हैं, इसको देखकर भी अधिकारी संभले नहीं है, ऐसा लगता है कि बच्चो के साथ उनका कोई सरोकार नहीं है।
एकल शिक्षक को बनाया
गया अधीक्षक
जिले के कई स्कूलों में एकल शिक्षक पदस्थ है। गुरुवार की तारीख में निकाले गए पोटाकेबिनों के अधीक्षकों में प्राथमिक शाला चिन्नामटुर की प्रधान अध्यापिका जो एकल शिक्षक है, उन्हें तारलागुड़ा पोटाकेबिन की अधीक्षिका का प्रभार देने का आदेश जारी किया गया और न ही वहां कोई दूसरे शिक्षक की पदस्थापना की गई है, ऐसे में वहाँ संस्था छोडक़र कैसे जाएगी ?
सौदेबाजी कर तीन साल बाद दुबारा उसी पोटाकेबिन में अधीक्षिकाओं का हुआ आदेश
2019 में हटाये गए तारलागुड़ा और भोपालपटनम की अधीक्षिका को दुबारा उसी पोटाकेबिन की अधीक्षिका बनने का आदेश जारी किया गया है। भाजपा की सरकार में बने अधीक्षिकों को कांग्रेस सरकार में तत्कालीन कलेक्टर ने हटाया था, अब भाजपा की सरकार बनने के बाद उन्हीं को उसी संस्था में अधीक्षक बनाये जाने के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
स्थानांतरण के साथ ही भारमुक्त का जारी हुए आदेश
पोटाकेबिनों के अधीक्षक- हनुमंत मोरला को पामेड़, कृष्णकुमारी पुप्पल को भोपालपटनम, रघुनंदन मौर्य को माटवाड़ा, यशदेव कश्यप को भटवाड़ा, ओरसा अर्जुन को केशकुतुल, चुन्नीलाल गागड़ा को पिनकोंडा, अरविंद कुपाल को बंडलापाल, पंकज बघेल को मिरतूर, विजयलक्ष्मी दानम को गंगालूर और जयम्मा कोरम को तारलागुड़ा पोटाकेबिन का अधीक्षक बनाया गया है।
आश्रम शालाओं के अधीक्षक
जारी आदेश में बालक आश्रम मुकाबेली, फरसेगढ़, अम्बेली, गुदमा, बेदरे, भट्टीगुड़ा, पोलमपल्ली, चेरामंगी, प्री मैट्रिक छात्रावास भोपालपटनम और बालक आश्रम सतवा के अधीक्षक को हटाकर उन्हें दूसरी जगह भेजा गया है, साथ ही उन्हें स्थानांतरण के साथ ही भारमुक्त भी किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 मार्च। नवपदस्थ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीआर पुजारी की पुन: नियुक्ति पर बीजापुर स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की और उनका फूल माला पहनाकर व केक काटकर स्वागत किया।
ज्ञात हो कि डॉ. बीआर पुजारी पूर्व में छह साल तक बीजापुर में सीएमएचओ के पद पर रहकर कार्य किये। यहां से तबादला के बाद वे तीन वर्ष के बाद फिर से बीजापुर में सीएमएचओ के पद पर पदस्थ हुए हैं।
डॉ. पुजारी के पदस्थ होने के बाद स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ बीजापुर के कर्मचारियों ने बीते दिनों उनसे मिलकर संघ की लंबित मांगों पर चर्चा की, जिस पर सीएमएचओ ने शीघ्र पूरा किये जाने का भरोसा दिया।
वहीं डॉ. पुजारी ने कहा है कि उनके पुन: बीजापुर में सीएमएचओ पदस्थ होने के बाद काम में गुणवत्ता के साथ तेजी लाई जाएगी। उनका कहना है कि जिले के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने व स्वास्थ्य के क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल कर बीजापुर को फिर से टॉप 3 में वापस लाने जिले के सभी स्वास्थ्य कर्मियों की मदद से भरसक प्रयास करेंगे।
इस अवसर पर स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष शेख फारुख, जनार्दन कटला, अश्वन कावड़े, सत्यपाल मांझी, मिनेंद्र ठाकुर, सरस्वती शोरी, मंजू साहू, जला कश्यप सहित संगीता उप्पल व ब्लाक के समस्त कर्मचारी मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 मार्च। नवभारत साक्षरता अभियान उल्लास के तहत रविवार को बीजापुर में महापरीक्षा का सफल आयोजन किया गया। जिसमें पढऩा लिखना अभियान के दौरान साक्षर हुए नवसाक्षरों ने बढ़-चढ़ कर उत्साह पूर्वक हिस्सा लिया।
राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के संचालक एवं सदस्य सचिव राजेन्द्र कटारा के निर्देश पर बीजापुर कलेक्टर अनुराग पांडेय के नेतृत्व में जिले के 7333 नवसाक्षरों ने परीक्षा दी। जिसमें बीजापुर ब्लॉक में 1573, भैरमगढ़ ब्लॉक में 2713, भोपालपटनम ब्लॉक में 2624 व उसूर ब्लॉक में 423 नवसाक्षर इस महापरीक्षा में शामिल हुए।
बीजापुर जिले में सुव्यवस्थित ढंग से परीक्षा संपादित करने के लिए जिले में 265 परीक्षा केन्द्र बनाये गये थे। परीक्षा के दौरान नव नियुक्त जिला शिक्षा अधिकारी रमेश निषाद एवं जिला परियोजना अधिकारी विजेन्द्र राठौर ने परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया।
जिला शिक्षा अधिकारी रमेश निषाद डिपोपारा बीजापुर, चेरपाल, गंगालूर क्षेत्र के परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया। वहीं जिला परियोजना अधिकारी जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण विजेन्द्र राठौर ने पूर्व माध्यमिक शाला जेलवाड़ा, प्राथमिक शाला जेलबाड़ा एवं प्राथमिक शाला डिपोपारा परीक्षा केन्द्र का निरीक्षण किया। माध्यमिक शाला जेलबाड़ा में 4 आत्मसमर्पित नक्सलियों सहित महिला पुरूषों ने परीक्षा दी। इसके अलावा पूरे जिले में 15 वर्ष से ऊपर की महिला पुरूषों ने उल्लास के साथ परीक्षा में उत्साह के साथ शामिल हुए।
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय, स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अंर्तगत नवभारत साक्षरता अभियान के तहत संपूर्ण देश में महापरीक्षा अभियान 17 मार्च को संपन्न हुआ है। इसमें उत्तीर्ण होने वाले नवसाक्षरों को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान नई दिल्ली द्वारा प्रमाण पत्र प्रदाय किया जाएगा, जो नवसाक्षरों के लिए उपयोगी रहेगा।
नक्सली शव के साथ भरमार बंदूक व अन्य सामान बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 मार्च। शुक्रवार को बेदरे थाना क्षेत्र के हिंगमेटा के जंगल में पुलिस व नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में पुलिस ने जिन दो नक्सलियों को मार गिराया था। उनकी पहचान मिलिशिया कमाण्डर व मिलिशिया सदस्य के रूप में हुई हैं। पुलिस ने नक्सलियों के कैम्प को ध्वस्त कर वहां से भरमार बंदूक टिफिन बम के अलावा अन्य सामान बरामद किया।
पुलिस ने जानकारी दी कि बेदरे थाना क्षेत्र के हिंगमेटा व लंका के जंगलों में इंद्रावती एरिया कमेटी के प्लाटून नम्बर 16 कमाण्डर मल्लेश, माड़ डिवीजन कंपनी नम्बर 1 के कमांडर अरुण उर्फ रूपेश व अन्य 20 से 25 नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर डीआरजी बीजापुर व बेदरे थाना की संयुक्त पार्टी गुरुवार को नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। अभियान के दौरान शुक्रवार की शाम 5 बजे हिंगमेटा के जंगल मे पुलिस व नक्सलियो के बीच हुए मुठभेड़ में पुलिस ने 2 नक्सलियों को मार गिराया। मारे गए नक्सलियों की पहचान मिलिशिया कमाण्डर सुरेश मुहंदा ( 30 वर्ष) निवासी हिंगमेटा, यह पिछले 10 सालों से इंद्रावती एरिया कमेटी के अंतर्गत सक्रिय रूप से काम कर रहा था।
वहीं मिलिशिया सदस्य सन्नू मुहंदा ( 20 वर्ष) हिंगमेटा शामिल है। जो इंद्रावती एरिया कमेटी अंतर्गत बाल संघम के रूप में भर्ती होकर पिछले 5 सालों से संगठन में सक्रिय था। जवानों ने मुठभेड़ के बाद हिंगमेटा में नक्सलियों के कैम्प को भी ध्वस्त किया। सर्चिंग के दौरान 2 भरमार बंदूक, टिफिन बम,डेटोनेटर, मेकेनिज्म, जिलेटिन स्टीक, कार्डेक्स वायर, सेफ्टी फ्यूज, इलेक्ट्रिक वायर, चाकू, नक्सली वर्दी, पि_ू, बैटरी व अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर,16 मार्च। कलेक्टर अनुराग पाण्डेय के निर्देश पर शुक्रवार को बीजापुर स्थित विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण संयुक्त कलेक्टर कैलाश वर्मा, एसडीएम बीजापुर जागेश्वर कौशल एवं डिप्टी कलेक्टर उत्तम सिंह पंचारी द्वारा किया गया।
निरीक्षण में जिला कार्यालय, नगर पालिका कार्यालय, विकास खंड शिक्षा अधिकारी तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी कार्यालय में अनुपस्थित पाए गए 41 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने वीडियो कॉफ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के समस्त कलेक्टरों को सभी कार्यालयों में समयावधि का पालन कराने के निर्देश दिए हैं। सप्ताह में 5 कार्यालय दिवस है, तथा सप्ताह में दो दिनों के अवकाश के बावजूद भी कर्मचारियों के समय पर कार्यालय नहीं पहुंचने से जनहित के कार्यों में अनावश्यक विलंब होता है, जो स्वीकार्य नहीं की जाएगी। समय का पालन नहीं करने वाले कर्मचारियों पर नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 16 मार्च। जिले में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षाबल की संयुक्त पार्टी ने दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया हैं।
पुलिस के मुताबिक गंगालूर थाना क्षेत्र के पालनार से एक नक्सली मिलिशिया सदस्य मुन्ना ताती (34) पालनार थाना गंगालूर को पकड़ा गया। मुन्ना 31 मार्च 2023 को गंगालूर पोटामपारा रोड में हुए विस्फोट में आईईडी प्लांट व विस्फोट करने की घटना में शामिल रहा।
वहीं 19 दिसम्बर 2020 को गंगालूर थाना क्षेत्र के पालनार में धरना-प्रदर्शन करते हुए महिला कमांडो व पुलिस पार्टी पर पथराव करने, धक्का-मुक्की करने व लोक सेवक के कार्य में बाधा पहुंचाने की घटना में शामिल मिलिशिया सदस्य एनकु ताती (28) पालनार पटेलपारा थाना गंगालूर को पकड़ा गया।
इसके खिलाफ गंगालूर थाना में एक स्थाई वारंट लंबित है। पकड़े गए नक्सलियों के विरुद्ध गंगालूर थाना में वैधानिक कार्रवाई के बाद न्यायालय बीजापुर के समक्ष पेश किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 15 मार्च। भैरमगढ़ ब्लॉक के फुंडरी सीआरपीएफ कैम्प के पास सडक़ किनारे खड़ी यात्री बस में तेज रफ्तार बोलेरो जा घुसी। इस हादसे में बोलेरो में सवार छह लोग घायल हो गए हैं। जिनमें 4 की हालत गंभीर बताई गई हैं। भैरमगढ़ में प्राथमिक उपचार के बाद सभी को दंतेवाड़ा भेज दिया गया हैं।
सूत्रों के मुताबिक बीजापुर से जगदलपुर की ओर जा रही रॉयल ट्रेवहल्स की यात्री बस भैरमगढ़ के फुंडरी सीआरपीएफ कैम्प के पास सडक़ किनारे खड़ी थी। तभी पीछे से तेज रफ्तार से आ रही बोलेरो के चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया और बोलेरो खड़ी बस में जा घुसी।
इस हादसे में एक गर्भवती महिला सहित छह लोग घायल हो गए हैं। जिसमें चालक अनिल, रूपधर, संध्या व संतु को सिर, हाथ मे गंभीर चोट पहुंची हैं। वहीं गर्भवती पिंकी व सरिता को हाथ पैर में चोट लगी हैं।
सभी घायलों में सीआरपीएफ जवानों व ग्रामीणों की मदद से भैरमगढ़ अस्पताल पहुंचाया गया। यहां घायलों का प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए दंतेवाड़ा रेफर कर दिया गया हैं। भैरमगढ़ अस्पताल के डॉ. सत्या ने बताया कि घटना रात 8 से 8.30 बजे के करीब की हैं। बोलेरो सवार दंतेवाड़ा के तुमनार से भैरमगढ़ किसी काम से आये हुए थे। वापस जाते समय यह हादसा हुआ हैं। उन्होंने बताया कि सभी घायलों को प्राथमिक इलाज कर बेहतर इलाज के लिए तीन गाडिय़ों से दंतेवाड़ा के लिए भेजा गया है।
भाजपा की साय सरकार में आदिवासी महिलाएं और बच्चे असुरक्षित हैं- अंबिका मरकाम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 15 मार्च। शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार कांग्रेस की आठ सदस्यीय जाँच दल बीजापुर पहुँचकर पीडि़ता से मुलाक़ात कर घटना की विस्तृत जानकारी लिए है। उसके बाद जाँच दल गंगालूर स्थित कन्या पोटाकेबिन स्कूल पहुँची और स्कूल के शिक्षकों और छात्रों से मुलाक़ात कर घटना की जानकारी ली और पूरे स्कूल का मुआयना जाँच दल ने किया है।
ज्ञात हो कि जिले के गंगालूर शासकीय हाई स्कूल आवासीय छात्रावास (पोटा केबिन) अंतर्गत कक्षा-12 वीं में अध्ययनरत छात्रा की गर्भवती होने व नवजात बच्चे को जन्म देने की घटना को गंभीरता से लेते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने बालोद की विधायक संगीता सिन्हा के नेतृत्व में 13 मार्च को आठ सदस्यीय जांच समिति का गठन किया था। पीसीसी द्वारा गठित समिति में बलौद की विधायक संगीता सिन्हा के अलावा, अंबिका मरकाम विधायक सिहावा, सावित्री मंडावी विधायक भानुप्रतापपुर, सुभद्रा सलाम अध्यक्ष जि़ला कांग्रेस कमेटी कांकेर, श्यामबती नेताम अध्यक्ष जि.पं. नारायणपुर, तुलिका कर्मा अध्यक्ष- जि.पं. दंतेवाड़ा, नीना रावतिया उद्दे सदस्य जि. पं. बीजापुर एवं बोधि ताती अध्यक्ष जनपद पंचायत बीजापुर आदि शामिल थे।
जाँच दल गंगालूर से वापस बीजापुर आई और प्रेसवार्ता आयोजित कर कहा कि भाजपा की साय सरकार में आदिवासी महिलायें, आदिवासी बच्चियाँ असुरक्षित है गंगालूर स्कूल की घटना पूरे शिक्षा प्रणाली को शर्मसार करने वाली घटना है, जिसकी उच्च स्तरीय जाँच हो और जो भी दोषी है उस पर कार्रवाई हो, लेकिन घटना के इतने दिनों बाद भी प्रदेश की भाजपा सरकार और जि़ला प्रशासन का इस घटना में किसी पर कार्रवाई नहीं करना निश्चित रूप से यह दर्शाता है कि प्रदेश की भाजपा सरकार और जि़ला प्रशासन आदिवासी बच्चियों को न्याय देना नहीं चाहती है।
जाँच समिति की संयोजक व बालोद की विधायक संगीता सिन्हा ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा किपीडि़त छात्रा और स्कूल की अधीक्षक के बयान विपरीत है प्रशासन घटना में कुछ छिपा रही है इतनी बड़ी घटना की जानकारी अधीक्षिका के साथ साथ शिक्षा विभाग के किसी भी अधिकारी को पता नहीं चला, इसका मतलब यह है कि प्रदेश सरकार और प्रशासन छात्रों के साथ घोर लापरवाही कर रही है, इस पूरे घटना की उच्च स्तरीय जाँच हो। विधायक संगीता सिन्हा ने प्रेस वार्ता में आगे कहा कि पोटाकेबिन में बच्चों को पौष्टिक भोजन नहीं मिल रहा है।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जाँच दल की सदस्य एवं सिहावा की विधायक अंबिका मरकाम ने प्रदेश सरकार व प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा किआदिवासी बालिका पर अत्याचार हो रहा है जाँच कराने के बजाय प्रशासन घटना की खानापूर्ति करते हुए मात्र अधीक्षक पर निलंबन की कार्यवाही कर बड़े अधिकारियों को बचाने में लगी है। घटना होने के बाद प्रशासन को घटना की खबर लगना प्रशासन की घोर लफऱवाही है इस घटना की उच्च स्तरीय जाँच हो और जि़म्मेदार अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो।
जाँच दल की सदस्य एवं भानुप्रतापुर की विधायक सावित्री मंडावी ने प्रेस वार्ता में कहा किजि़ला मुख्यालय से महज़ कुछ दूर में ये स्थिति है तो अन्य क्षेत्रों में आदिवासी महिलाओं और बच्चों की क्या स्थिति होगी इस घटना से अंदाज़ा लगाया जा सकता है। गंगालूर की घटना की निष्पक्ष जाँच हो और कार्रवाई हो।
जि़ला कांग्रेस कमेटी कांकेर की अध्यक्ष सुभद्रा सलाम और जि़ला पंचायत अध्यक्ष दंतेवाड़ा तूलिका कर्मा ने भी प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए घटना की उच्च स्तरीय जाँच की माँग की है।
प्रेस वार्ता के दौरान जि़ला पंचायत सदस्य सरिता चापा, संत कुमारी मंडावी, पार्वती कश्यप, नगर पंचायत अध्यक्ष रिंकी कोरम, जनपद अध्यक्ष भोपालपटनम निर्मला मरपल्ली, जि़ला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष गीता कमल, पार्षद ललिता झाड़ी, कविता यादव, सोनमती और पार्षद सुनीता एट्टी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे।
घटनास्थल से भारी मात्रा में विस्फोटक, रोजमर्रा के सामान व नक्सल सहित बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 मार्च। जिले के नक्सल प्रभावित बोडग़ा के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ की क्रॉस फायरिंग की चपेट में आकर एक महिला जख्मी हो गई है। जख्मी महिला को जवानों ने सीएचसी लाकर उपचार कराया। यहां से उसे बेहतर इलाज के लिए डिमरापाल जगदलपुर भेजा गया है।
पुलिस ने बताया कि बोडग़ा के जंगल में भैरमगढ़ एरिया कमेटी के नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर मंगलवार को डीआरजी व एसटीएफ की संयुक्त पार्टी बोडग़ा ताकीलोड़ व उसपरि की ओर निकली हुई थी। बुधवार की दोपहर 3 बजे के करीब बोडग़ा के जंगलों में पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ के क्रॉस फायरिंग की चपेट में आने से बोडग़ा निवासी 44 वर्षीय महिला राजे ओयाम को गोली लगने से वह घायल हो गई। पीडि़त की मदद के लिये जवान पहुंचे और घायल महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैरमगढ़ में प्राथमिक उपचार कराया। फिर यहां से बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज डिमरापाल जगदलपुर के लिये रेफर कर दिया गया हैं। साथ ही महिला के ब्लड ग्रुप के जवान को भी घायल महिला के साथ भेजा गया हैं। पुलिस का कहना है कि मुठभेड़ में भैरमगढ़ एरिया कमेटी के कुछ नक्सलियों के घायल होने की खबर मिली हैं। घटना स्थल की सर्चिंग करने पर जवानों ने भारी मात्रा विस्फोटक सामग्री, नक्सल साहित्य व रोजमर्रा के सामान बरामद किये हैं।
पीसीसी ने आठ सदस्यीय जांच दल का किया गठन
बीजापुर, 13 मार्च। बुधवार को गंगालूर आवासीय हॉस्टल (पोटाकेबिन) की 12वीं कक्षा में अध्ययनरत छात्रा के गर्भवती होने व बच्चे को जन्म देने के मामले को पीसीसी चीफ दीपक बैज ने गंभीरता से लेते हुए बालोद विधायक संगीता सिन्हा के नेतृत्व में आठ सदस्यायी जांच समिति का गठन किया हैं। जिसमें जांच समिति की संयोजक बालोद विधायक संगीता सिन्हा को बनाया गया है।
सिहावा विधायक अम्बिका मरकाम, भानुप्रतापुर विधायक सावित्री मंडावी, जिला कांग्रेस कमेटी कांकेर की अध्यक्ष सुभद्रा सलाम, नारायणपुर जिला पंचायत अध्यक्ष श्यामबती नेताम, दंतेवाड़ा जिला पंचायत अध्यक्ष तूलिका कर्मा, जिला पंचायत सदस्य नीना रावतिया उद्दे व जनपद पंचायत अध्यक्ष बोधी ताती को समिति का सदस्य बनाया गया है।
जांच समिति प्रभावित ग्राम गंगालूर जाकर पोटाकेबिन स्टॉफ, परिजनों व ग्रामीणों से मिलकर वस्तुस्थिति से अवगत होकर अपना जांच प्रतिवेदन पीसीसी को सौंपेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 13 मार्च। वीर योद्धा बाबूराव सडमेक की जयंती के अवसर पर आज लिंगापुर गांव में उनकी मूर्ति का अनावरण किया गया।
गांव के मुख्य चौक पर सडमेक परिवार की जमीन पर वीर बहादुर बाबूराव सडमेक की लगभग 12 फ़ीट ऊंची मूर्ति लगाई गई है। वीर बहादुर सडमेक के वंसज इस गांव में रहते है उनके परिवार के सदस्य लिंगापुर में निवासरथ है। मंगलवार को उनके जन्म दिवस पर विधायक विक्रम मंडावी समेत बड़ी संख्या में समाज के लोग इक_ा हुए। विधायक विक्रम मंडावी ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए।
आदिवासी योद्धा शहीद बाबूराव सडमेक जीवन परिचय के बारे में बताया उन्होंने बताया कि भारतीय इतिहास में सन 1857 का पहला स्वस्तंत्रता संग्राम एक ऐसी घटना थी। जिसने अग्रेज हुकूमत की नींव को हिलाकर रख दिया, उनके इतिहास पर नजर डाले तो उनका जन्म 12 मार्च 1833 को महाराष्ट्र के चंदा जिले के आहेरी के किश्तपुर में उनका जन्म हुआ था। उनके पिता के वे सबसे बड़े पुत्र थे बाबूराव ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा घोटुल में प्राप्त की और बाद में उन्हें अंग्रेजी शिक्षा के लिए रायपुर भेज दिया गया। अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद वह मोलमपल्ली लौट आये और अठारह वर्ष की उम्र में उनका विवाह राज कुँवर से हो गया।
बाबूराव सडमेक का जीवन और विदेशी शासन के खिलाफ उनका विद्रोह आज भी गोंड समुदाय द्वारा मनाया जाता है। उनकी वीरता की निशानी के रूप में उनका जन्म और पुण्यतिथि प्रतिवर्ष मनाई जाती है। वीर सडमेक मात्र 25 वर्ष की आयु में गोंडवाना साम्राज्य के जल जंगल जमीन की रक्षा के लिए ब्रिटिश हुकूमत के सामने बहादुरी के साथ लडऩे वाले शहीद रहे।
जिला पंचायत सदस्य बसंत राव ताटी ने बताया कि बाबूराव सडमेक 18 सितंबर 1858 को लक्ष्मीबाई के सैनिकों ने पकड़ लिया और कैप्टन क्रिक्टन को सौंप दिया। बाबूराव को चांदा लाया गया और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। अंग्रेजों ने उन्हें ब्रिटिश सरकार के खिलाफ विद्रोह का दोषी पाया। 21 अक्टूबर 1858 को उन्हें चंदा जेल में फाँसी दे दी गई।
वीर सडमेक के वंशज के पास रखी है उनकी तलवार
शहीद बाबूराव सडमेक के वंशज परपोता नगैय्या सडमेक लिंगापुर में निवास करते है वे खेती किसानी से अपना जीवन यापन कर रहे है उनके वंसज नगैय्या सडमेक के पास उनके दादाजी की तलवार रखी हुई है। वे अपने दादा की वीरता को हमेशा याद किया करते है। उनके दादाजी की वीरता की किस्से उन्हें उनके पिता ने बताई है वे अपने दादा की पुण्यतिथि पर माल्यार्पण कर उनको याद किया करते है।
विधायक निधि 10 लाख की लागत से बनाई गई प्रतिमा
दस लाख की लागत से विधायक विक्रम मंडावी ने अपनी निधि से बापूराव सडमेक की प्रतिमा बनवाई है गांव वालों की मांग पर अपनी निधि से लिंगापुर के मुख्य चौराहे पर 12 फ़ीट की प्रतिमा स्थापित की गई मंगलवार को उनके जन्म दिवस के अवसर पर उनको याद कर मूर्ति का आवरण किया गया। 85 बरस की बुजुर्ग समक्का बताती है किस्से।
उनकी बहू समक्का सडमेक बताती है कि उनके जवानी में उनके सास ससुर उनके बहादुर दादा के बहादुरी के किस्से बताया करते थे बुजुर्ग ने बताया कि कई सालों से उनके परिवार के वीर की मूर्ति पर पुण्यतिथि के अवसर पर याद किया करते है।
इलैया कोरम मांझी आदिवासी समाज
समाज के माझी बताते है कि हमारे आदिवासी समाज के वीर सुपुत्र आदिवासियों के हक की लड़ाई जल जंगल जमीन की लड़ाई मे अंग्रेजों से लडक़र शाहिद हुए है। उनकी मूर्ति बनाने हम लोगो ने विधायक से मांग की थी उन्होंने 10 लाख की लागत से मूर्ति बनवाई है और आज उसका आवरण भी हो गया है हमारे लिए यह गर्व की बात है।
बीजापुर, 13 मार्च। रमज़ान शुरू होते ही नगर के जामा मस्जिद में रौनक दिखने लगी है। मंगलवार को रमज़ान उल मुबारक के पाक महीने का आगाज हो गया है। मंगलवार को रमज़ान का पहला रोज़ा रख मुस्लिमों ने पांचों वक्त की नमाज अदा की व रात में तरावीह की नमाज अदा की गई। पहले रोजे के दिन सहरी का वक्त सुबह 5 बजकर 5 मिनट पर था। वहीं इफ्तार का वक्त शाम 6 बजकर 19 मिनट पर रहा। बुधवार को दूसरा रोज़ा पूरा हुआ। बड़ों के साथ छोटे बच्चे भी रोज़ा रख रहे हैं। पहला रोज़ा 13 घण्टे 24 मिनट का रहा। वहीं दूसरा रोज़ा 13 घण्टे 25 मिनट का रहा।
बीजापुर अंजुमन इस्लामियां कमेटी के सेकेट्री एजाज खान व खजांची शेख फारुख ने बताया कि रमज़ान के रोजे मुस्लिमो पर फर्ज किये गये हैं। रोज़ा अल्लाह को राज़ी करने के लिए रखा जाता हैं। रोज़ा भूखे प्यासे रहने का नाम नहीं, बल्कि रोज़ा बुराइयों से बचाकर नेकियों की तरफ ले जाना का नाम है।
एजाज व फारुख ने आगे बताया कि रमज़ान में तरावीह की नमाज में कुरआन सुनाने उत्तरप्रदेश के वाराणसी से हाफिज शाहनवाज कादरी साहब यहां आए हुए हैं, जो अपनी बेहतरीन आवाज से कुरआन सुना रहे हैं। उन्होंने दो दिन में 3 पारे मुक्कमल कर लिए हैं।
रमज़ान के पूरे महीने के लिए कमेटी की तरह से सारे जरूरी इंतेजाम कर लिए गए हैं। रमज़ान के आने से जहां बड़े बुजुर्ग व युवाओं में इबादत को लेकर खासा उत्साह है, वहीं बच्चे भी रमज़ान की आमद से बेहद खुश हैं। बुधवार को भी मस्जिद में खासी भीड़ रही।
इस बार नए चेहरों को मिल रहा मौका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 12 मार्च। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी ने अपनी कमर कस ली है। बूथ स्तरीय बैठकों के माध्यम से कार्यकर्ताओं में जोश भरा जा रहा है।
जैसे-जैसे चुनाव के दिन नजदीक आ रहा है, वैसे ही सभी राजनीतिक दल और भी ताकत और जोश से चुनाव के अभियान में तेजी लाते नजर आ रहे हैं। विधायक विक्रम मंडावी ने एक दिवसीय दौरे के दौरान ब्लॉक स्तरीय कार्यकर्ताओं को कांग्रेस भवन में बैठक के माध्यम से जोश भरा।
उन्होंने कहा कि जैसे विधानसभा में सभी मिलकर मेहनत कर जीते हैं, उसी तरह लोकसभा में भी दुगनी मेहनत करनी है। पिछली दफा हमारी सरकार के किए गए कार्यों को याद दिलाने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर हर बूथ को मजबूत बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक देने के निर्देश दिए।
बैठक में विधायक ने कहा कि भाजपा डर का माहौल पैदा कर रही है। जनता का विश्वास बनाकर उन्हें संगठित करना है।
बताया जाता है कि इस बार लोकसभा बस्तर सीट पर मास्टर प्लान के तहत लडऩे की तैयारी में बीजापुर विधानसभा और मजबूत करने के लिए विधायक, जिला अध्यक्ष कार्यकर्ताओं के साथ घूम-घूमकर अपनी तगड़ी फील्डिंग जमा रहे हैं। कार्यकर्ताओं को पूरे जोश के मैदान में उतारने को कहा जा रहा है। उनका दावा है कि इस बार लोकसभा सीट पर जिले से भारी बहुमत दिलाएंगे।
इस बैठक में विधायक विक्रम मंडावी, जिला अध्यक्ष लालू राठौर, जिला पंचायत सदस्य बसंत राव ताटी, शंकर कुडिय़ाम, ब्लॉक अध्यक्ष रमेश पामभोई, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष कामेश्वर राव गौतम, नगर के सभी पार्षद व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इस बार नए चेहरों को मिल रहा मौका
बस्तर को लोकसभा सीट पर इस बार नए चेहरे को मौका मिला है। भारतीय जनता पार्टी से महेश कश्यप चुनाव मैदान में रहेंगे, इनका नाम पार्टी ने घोषित कर दिया है, वहीं भाजपा से भी नए चेहरे का नाम सामने आ रहा है। हरीश कवासी कांग्रेस की तरफ से मैदान में रहने की चर्चाएं हो रही है, लेकिन पार्टी अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, इस बार लगभग नए चेहरे ही चुनाव मैदान में रहेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 12 मार्च। जिले में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत भैरमगढ़ ब्लॉक फरसेगढ़ थाना क्षेत्र के चिंतनपल्ली से सुरक्षाबल के जवानों ने तीन ईनामी नक्सलियों को गिरफ्तार किया। पकड़े गये नक्सलियों पर पुलिस अधीक्षक द्वारा 10 -10 हजार रुपये का ईनाम उद्धघोषित है।
पुलिस के मुताबिक फरसेगढ़ थाना से जिला बल व 13वीं वाहिनी छसबल फरसेगढ़ की संयुक्त टीम द्वारा एरिया डॉमिनेशन के दौरान चिंतनपल्ली से तीन ईनामी नक्सली डीएकेएमएस उपाध्यक्ष सुदरू कुरसम, मिलिशिया कमाण्डर वामन पोयाम व मिलिशिया सदस्य राकेश मुड़मा तीनों निवासी ओड़सनपल्ली थाना फरसेगढ़ को पकड़ा गया।
पकड़े नक्सली 25 नवंबर 2023 को ग्रामीण से मारपीट करने व लूट की घटना में शामिल रहे। उक्त नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक बीजापुर द्वारा 10 -10 हजार रुपये का ईनाम उद्धघोषित किया गया था। पकड़े गए नक्सलियों के विरुद्ध फरसेगढ़ थाना में वैधानिक कार्रवाई के बाद उन्हें न्ययालय के समक्ष पेश किया गया।
भोपालपटनम, 12 मार्च। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के आयोजन में 52 जोड़े एक दूजे के शादी के बंधन में बंध गए।
क्लब ग्राउंड में सोमवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शादी समारोह का आयोजन किया गया जिसमें कुल 52 जोड़े वैदिक रीति रिवाज से एक-दूजे संग विवाह बंधन में बंध गए। इनमें से 2 जोड़ों का हिन्दू रीति रिवाज से विवाह संपन्न हुआ और 44 जोड़ों का आदिवासी रीति रिवाज से विवाह संपन्न कराया गया और 7 जोड़ों की ईसाई रीति रिवाज से शादी करवाई गई।
देखा गया है कि इस योजना की वजह से गरीब अभिभावकों को अपनी बेटी की शादी धूमधाम से करने का अवसर मिल रहा है। गाजे-बाजे व भव्य आयोजनों के साथ उनकी भी शादी हो रही है। इस शादी समारोह में सभी रीति रिवाज का ध्यान रखा गया और सारे कार्यक्रम सही समय पर सम्पन्न कराए गए। जोड़ों के साथ आये घर वालों और रिश्तेदार का स्वागत भी कराया गया। कार्यक्रम में बारातियों के लिए खाने की व्यवस्था भी कराई गई थी।
महिला एवं बाल विकास विभाग के ब्लॉक अधिकारी राजकुमार उसेंडी एवं कर्मचारियों की मेहनत से यह कार्यक्रम सफल रहा।
जिला अधिकारी लुपेंद्र ने सभी नव दंपतियों को शुभकामनाएं दी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार की यह अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है। इसके माध्यम से एक साथ, एक ही मंडप में दांपत्य सूत्र में 52 लोग बंध रहे हैं।
इस कार्यक्रम में जयादेवी चिडेय महिला मोची जिला अध्यक्ष, त्रिमला आत्रम महिला मोर्चा उपाध्यक्ष, सरिता कुडेम, बिलाल खान भाजपा महामंत्री युवा मोर्चा, सीईओ एसबी गौतम, बीएओ प्रवीण लाल कुडेम, एबीओ कमल सिंह कोर्राम महिला एवं बाल विकास के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
दंपत्ति के खाते में आएंगे 21 हजार
प्रत्येक जोड़े पर 50 हजार रुपये व्यय किए गए हैं जिसमें विवाहित कन्या के खाते में 21 हजार रुपये खाते में आएंगे, 15 हजार रुपये मूल्य के गृहस्थी की सामग्री खरीदी की गई है , जूते चप्पल, चुनरी, साफ व अन्य के लिए 6 हजार रुपये खर्च किए गए है और भोजन और टेंट आदि समान पर 8 हजार रुपये खर्च किए गए है।
बीजापुर, 11 मार्च। नक्सलियों ने कुटरू इलाके में एक युवक का अपहरण करने के बाद उसकी हत्या कर शव तेलीपेठा व पाता कुटरू मार्ग पर फेंक दिया। नक्सलियों ने शव के पास भैरमगढ़ एरिया कमेटी के नाम का पर्चा भी फेंका। जिसे शव के साथ बरामद किया गया है।
पुलिस ने बताया कि बीते 8 मार्च को कुटरू थाना क्षेत्र के तेलीपेठा निवासी पुसू हेमला (35) वर्तमान में कुटरू में निवासरत था। पुसू हेमला व्यक्तिगत काम से अपने गांव तेलीपेठा गया हुआ था। उसी दिन नक्सलियों ने तेलीपेठा से उसका अपहरण कर लिया।
नक्सलियों ने मुखबिरी का आरोप लगाते हुए युवक पुसू हेमला की हत्या कर शव को तेलीपेठा व पाताकुटरू मार्ग पर फेंक दिया। नक्सलियों ने शव के पास भैरमगढ़ एरिया कमेटी के नाम से पर्चा फेंका है। जिसमें मुखबिरी के आरोप में हत्या करने का उल्लेख है। शव के साथ पर्चा भी बरामद किया गया।
जिले के भर से आए प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा, ली शपथ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 11 मार्च। सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों को रविवार को गोंडवाना भवन मुसालूर चौक में वरिष्ठ सामाजिक सदस्यों द्वारा शपथ दिलाई गई।
सर्व आदिवासी समाज के संभागीय अध्यक्ष प्रकाश ठाकुर के मार्गदर्शन में जिला इकाई के पदाधिकारियों का मनोनयन किया गया था। इसके पूर्व 4 फरवरी को हुए अध्यक्ष चयन प्रक्रिया को अवैध घोषित करते हुए उसे निरस्त कर दिया गया और नए सिरे से कार्यकारणी और अध्यक्ष का चयन किया गया।
सामान्य प्रभाग के अध्यक्ष जग्गू तेलामी, सचिव कमलेश पैंकरा, उपाध्यक्ष सीएस नेताम भैरमगढ़, अनिल पामभोई भोपालपट्टनम, लखमू मिच्चा कुटरू, पाकलू तेलम बीजापुर, पीआर भगत कोषध्यक्ष, सह सचिव रजत कुजूर, प्रवक्ता सालिक नागवंशी, प्रवक्ता बलराम मिंज, संरक्षक अल्वा मदनैया, तेलम बोरैय्या, मोहन सिंह परते, भावसिंह भास्कर, मिच्चा मुतैया एवं विधि सलाहकार अधिवक्ता लक्ष्मीनारायण गोटा चुने गए।
युवा प्रभाग में कुंवर सिंह मज्जी अध्यक्ष, उपाध्यक्ष राजनाथ भगत, जुलियस तिर्की, कामेश्वर मडे, मंगू लेकम एवं सचिव संतोष गिलगिच्चा चुने गए। महिला प्रभाग में अध्यक्ष सुखमती हपका, उपाध्यक्ष माधुरी लकड़ा, ममता नाग एवं करुणा कुडियम सचिव चुने गए।
बैठक में बीजापुर जिले के भैरमगढ़, कुटरू, बीजापुर, गंगालूर, भोपालपट्टनम, उसूर इलाके में निवासरत आदिवासी समुदाय के गोंड, मुरिया, भतरा, दोरला, हल्बा, धुर्वा, कंवर, उरांव, कुडुख उरांव, परधान समाज के पदाधिकारी और प्रतिनिधि शामिल हुए थे। सभी नव निर्वाचित पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम 10 मार्च को कोया भवन मुसालूर चौक धनोरा में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में समाज प्रमुख, प्रतिनिधि, रुढिज़न्य पारम्परिक ग्राम सभा के पदाधिकरी गण पेरमा, गायता, पुजारी, वड्डे, धुर्वा एवं जनप्रतिनिधि गण शामिल हुए। सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक मंडल द्वारा नव गठित कार्यकारणी के सदस्यों को विधि द्वारा स्थापित सर्व आदिवासी समाज बस्तर संभाग के उद्देश्यों एवं लक्ष्यों को प्राप्त करने में च्च्सर्व आदिवासी समाज बस्तर संभाग, जिला इकाई बीजापुर के पदाधिकारी के रूप में अपने कर्तव्यों श्रद्धापूर्वक और शुद्ध अन्त:करण से निर्वहन करने, बिना किसी भय या पक्षपात, अनुराग या द्वेष के सभी आदिवासी समुदाय के लोगों के प्रति समाज के नियमावली और विधि के अनुसार न्याय करने की शपथ दिलाई गई।
नव निर्वाचित पदाधिकारियों और समाज प्रमुखों को संबोधित करते हुए गोंडवाना समन्वय समिति के संरक्षक तेलम बोरैया ने कहा कि सामाजिक एकजुटता के लिए कार्य विभाजन के बाद भी सभी की जवाबदेही जरूरी है। नव गठित टीम को बधाई देते उन्होंने कहा कि आदिवासियों के सर्वांगीण विकास के लिए आर्थिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक पारंपरिक रूढ़ी प्रथा परंपराओं का संरक्षण हम सभी की जवाबदेही है।
मंदिर में दान के लिए लटके क्यूआर कोड
मो. इमरान खान
भोपालपट्नम, 11 मार्च (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। समय के साथ धीरे-धीरे जमाना डिजिटल होते हुए जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में भी लोग ऑनलाइन पद्धति को इस्तेमाल करना चालू कर दिए है। इन दिनों भोपालपट्नम में लगे शिवरात्रि मेले में देखा गया है कि खिलौने, जूते चप्पल, फैंसी, कपड़ा, खाने के समान रखने वाले सभी दुकानदार अपना निजी या दुकान का स्कैनर से पैसे का लेनदेन करना शुरू कर दिये हंै, और ग्रामीण इलाके से आए लोग भी समान के बदले बैसे सीधे बैंक खाते में डाल रहे हैं।
व्यापारी जोगेश साहू ने बताया कि अन्य ग्रामीण इलाकों की तुलना में यह ज्यादा ऑनलाइन ट्रांजेक्शन हो रहा है यह के ग्रामीण लोग ज्यादा समझदार भी है। फैंसी के व्यापारी संदीप ने बताया कि कम से कम अभी तक कि बिक्री में 25 प्रतिशत पैसा ऑनलाइन अकाउंट में आया है, जिसको देखो क्यूआर कोर्ड ही मांगता है। एक तरफ से यह सिस्टम ठीक भी लगता है क्योंकि अकाउंट में सीधे पैसे आ जाते है,नगद लेकर या बैंक में जाकर पैसे नहीं डालने पड़ते है और समान खरीदी में भी परेशानी नहीं होती है। सीधे व्यापारी के अकाउंट में पैसे चले जाते है और इस पद्दति से पैसे की बचत भी हो जाती है। लोग गूगल पे, फोन पे, पेटीएम व अन्य खातों के जरिए पैसे चुका रहे है।
मंदिर में दान के लिए लटके क्यूआर कोड
मंदिर में लगे दान पेटी में भी क्यूआर कोर्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है। चिल्हर और नगद की दिक्कत से पैसा सीधे मंदिर के खाते में चले जा रहे है। मंदिर द्वार के सामने नारियल के बदले पैसे की जगह में भी ऑनलाइन का इस्तेमाल हो रहा है। दर्शन करने आये भक्त मंदिर में पैसे का चढ़ावा नगद न डालकर स्कैन कर डाल रहे है।
चिल्हर रखने से मिला कुछ हद तक छुटकारा
ग्राहकों के लिए समान खरीदी के बाद बड़े नोट से काटकर चिल्हर देने का छुटकारा काफी हद तक कम हो गया है, चिल्हर नहीं होने की स्थिति में ग्राहक फोन-पे का इस्तेमाल कर पैसे डाल देते है। पहले बैंक व छोटे दुकानदारों से चिल्हर इक_ा कर रखना पड़ता था, अब वो झंझट कुछ हद तक कम हो गया है। अब थोड़े से चिल्लर पैसे से काम चल जाता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 10 मार्च। महिला दिवस पर मिसाल बनी सरिता अप्पाजी गर्भवती महिलाओं का प्रसव करने में एक्सपर्ट मानी जाती हैं और स्वास्थ्य सेवाओं में अपने फील्ड में बेहतर कार्य बखूबी निभाते हुए दिखती हैं।
रुद्रारम गांव की रहने वाली सरिता अप्पाजी 2015 में नेशनल हेल्थ मिशन के कार्यक्रम में एएनएम के तौर पर सब सेंटर चेरपल्ली में नियुक्त की गई है।
इनका जीवन बहुत ही संघर्ष भरा रहा है उनके पिता का देहांत उनके बचपन में हो गया था, उनकी माता ने बड़े ही संघर्ष कर उन्हें एएनएम की ट्रेनिंग करवाई है। कोर्स पूरा होने के बाद उनकी संविदा में नौकरी लगी।
वे बचपन से मेहनती रही हैं। उनका जज्बा इस प्रकार है कि कोविड जैसे महामारी के समय कंधे पर वैक्सीन का डब्बा टांगे फील्ड में घूमकर बेहद अच्छा कार्य करती रही हैं।
इन्होंने अपने जीवन में असफलताओं को मात देकर खुद मुकाम हासिल किया है। अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा के साथ निभा रही हैं। सरिता को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए फील्ड में बेहतर कार्य करने के लिए अधिकारियों ने भी प्रेरणा दी है।
अब तक सैकड़ों प्रसव करवा चुकी सरिता बताती हंै कि उनके सब सेंटर चेरपल्ली में वो महीने में पांच से छ: या कभी उससे भी ज्यादा डिलीवरी करवाती हंै। अब तक कोई ऐसी ज्यादा समस्याएं नहीं हुई एक-दो बार मरीज की स्थिति सुधार नहीं आई तो उन्हें सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र भेजा गया है।
वेक्सीनेशन करने बरसात में परेशानी
सप्ताह में दो दिन वेक्सीनेशन के दौरान बरसात के मौसम में बड़ी कठिनाइयां होती है। दो साल पहले तक पोसडपल्ली नाले को पार करना बहुत ही मुश्किल होता था,कई बारे बारिश में नाले को पार कर पेद्दामटुर, चिन्नामटुर बच्चो को टिका लगाने गई थी। अब पिछले साल से थोड़ी मुश्किलें कम हुई है। पोसडपल्ली नाले में पुल बन चुका है, अब उधर जाने में दिक्कत नहीं होती।
कोविड के दौरान फील्ड में डटी रही
महामारी के कोविड काल मे सरिता ने पूरे जज्बे के साथ कोविड के बचाव का प्रचार लोगों को घर जाकर वैक्सीन लगाने जैसी बहुत से सराहनीय कार्य किए हंै। वे बताती हंै कि जब फील्ड जाती थी तो माता को बहुत चिंता होती थी।
कलेक्टर व जनप्रतिनिधियों ने दिया नवदम्पत्तियों को आशीर्वाद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 9 मार्च। शनिवार को जिला प्रशासन व महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत जिले के 175 जोड़ों का विवाह पारंपरिक रीति रिवाजों से संपन्न कराया गया। इस दौरान वहां मौजूद कलेक्टर अनुराग पांडेय व जनप्रतिनिधियों ने नवदम्पत्तियों को आशीर्वाद दिया।
बीजापुर,भैरमगढ़ एवं कुटरू तहसील के 175 नव दंपतियों ने छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत एक दूसरे के जीवन साथी बने। जिला प्रशासन एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में हिन्दू 95, आदिवासी 62 एवं ईसाई रीति रिवाज से 18 नवदंपतियों का विवाह उत्साह, उमंग और पारंपरिक रीति रिवाजों व बाजे-गाजे के आयोजन के साथ सम्पन्न हुआ।
कलेक्टर अनुराग पाण्डेय सहित उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने नवदंपति को सुखद वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद दिया। जनप्रतिनिधियों में जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म, नगरपालिका अध्यक्ष बेनहूर रावतिया सहित डिप्टी कलेक्टर दिलीप उईके, विकास सर्वे, जिला कार्यक्रम अधिकारी लूपेन्द्र महिनाग सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी-कर्मचारी उत्साह के साथ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस दौरान नवदंपतियों को राज्य शासन की ओर से 21-21 हजार रूपए का चेक प्रदान किया गया।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना गरीब माता-पिता के लिए एक बेहद सुखमय योजना है। जिससे माता-पिता को अपने बेटियों के विवाह, दहेज जैसे कु-प्रथा से निजात दिलाती है।
इस योजना से प्रत्येक जोड़े को 50 हजार का अनुदान स्वीकृत किया जाता है। जिसमें से 21 हजार रूपए को वित्तीय सहायता के रूप में बैंक खाते के माध्यम से राशि का भुगतान किया जाता है। इसी तरह 15 हजार रूपए का उपहार सामग्री, 6 हजार रूपए का वर-वधु का श्रृंगार एवं वस्त्र इत्यादि तथा 8 हजार रूपए विवाह आयोजन पर व्यय किया जाता है।
इस तरह प्रत्येक जोड़ों को 50 हजार रूपए की राशि स्वीकृत की जाती है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह आयोजन के दौरान वर-वधु एवं उपस्थित जन समुदाय को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं पर आधारित जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित जनमत्र पत्रिका, मोदी की गारंटी पाकेट बुक, विष्णुदेव साय के त्वरित निर्णयों से हो रहा सुशासन का सूर्योदय, मातृत्व का जतन, महतारियों का वंदन पुस्तक, रामो विग्रहवान धर्म, कैलेण्डर सहित विभिन्न पुस्तक एवं ब्रोसर का वितरण किया गया।
पोटाकेबिन आगजनी, नक्सलियों ने जारी किया प्रेसनोट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 9 मार्च। चिंताकोंटा स्थित आवापल्ली पोटाकेबिन में आगजनी मामले को लेकर नक्सलियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव मोहन ने प्रेसनोट जारी कर घटना के लिए राज्य की विष्णुदेव सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
जारी प्रेसनोट में नक्सली नेता मोहन ने पोटाकेबिन आगजनी में मासूम लिप्सा उईका की मौत को दर्दनाक बताते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
प्रेस नोट में नक्सली नेता ने 19 साल से पक्के भवन की बजाय बांस के भवन में छात्रावास के संचालन को लेकर सरकार को घेरा है, वहीं गंगालूर पोटाकेबिन में व्याप्त समस्यायों पर छात्रों की रैली को लेकर प्रशासन पर नजरअंदाज करने सहित सुविधाओं व शिक्षकों की कमी का आरोप भी लगाया है। इसके साथ ही नक्सली नेता ने बांस के बजय पक्के भवन की मांग की है।
ज्ञात हो कि 6 मार्च की रात 1 बजे आवापल्ली पोटाकेबिन में भीषण आग लगने से वहां सो रही एक साढ़े चार साल अबोध बच्ची लिप्सा उईका की जलने से मौत हो गई थी। साथ ही पोटाकेबिन भी पूरी तरह से जलकर राख हो गया था। खबर के मुताबिक पोटाकेबिन में रखा बच्चों का एक महीने का राशन, ओढऩे बिछाने के कपड़े व अन्य सामान पूरी तरह जल गए थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 8 मार्च। जिले के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों से सुरक्षाबल के जवानों ने एक पुरुष व एक महिला नक्सली मिलिशिया सदस्य को गिरफ्तार किया हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत गुरुवार को कुटरू थाना व डीआरजी के जवानों द्वारा एरिया डॉमिनेशन के दौरान अम्बेली से महिला नक्सली शांति उर्फ सोनी उर्फ सोनम कवासी को पकड़ा गया। पकड़ी गई महिला नक्सली मिलिशिया सदस्य पर पुलिस अधीक्षक बीजापुर द्वारा 5000 का ईनाम घोषित है। उसके विरुद्ध कुटरू थाना में 2 स्थाई वारंट लंबित हैं।
वहीं फरसेगढ़ थाना, डीआरजी व छसबल 13वीं वाहिनी की संयुक्त टीम द्वारा एरिया डॉमिनेशन के दौरान चिन्तनपल्ली से 1 नक्सली मिलिशिया सदस्य लेकाम बुधराम चिन्तनपल्ली को पकड़ा गया। बुधराम 25 नवंबर 2023 को ग्रामीण से मारपीट करने व लूट की घटना में शामिल था। इसके गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक बीजापुर द्वारा 10000 का ईनाम उद्द्घोषित किया गया हैं। पकड़े गए नक्सलियों के विरुद्ध कुटरू व फरसेगढ़ थाना में कार्यवाही करते हुए न्ययालय के समक्ष पेश किया गया हैं।
पक्के भवनों में संचालित हो आदिवासी बच्चों का आवासीय विद्यालय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 8 मार्च। पोर्टा केबिन में फैली अव्यवस्था और प्रबंधन की लापरवाही से मासूम बच्ची की जान गई। गुरुवार को सर्व आदिवासी समाज के वरिष्ठ सदस्य तेलम बोरैया के नेतृत्व में दस सदस्यीय दल आवापल्ली पहुंच कर मौके का जायजा लिया।
सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष जग्गू राम तेलामी ने बताया कि 20 साल पुराने बांस के बने आवासीय विद्यालय में व्यवस्था के नाम पर कुछ भी नही है। छात्रों और अनुदेशकों से चर्चा में पता चला कि यहां 350 बच्चों की दर्ज संख्या है जिनमें बुधवार की शाम भोजन से पूर्व की गई गिनती में 303 छात्राएं मौजूद थे। मृत मासूम लिप्सा उईका साढ़े चार वर्ष अपनी बुआ जोकि कक्षा 9 वीं की छात्रा है के यहां आई थी। वह अपना यहां एडमिशन करवाना चाहती थी, पर उम्र कम होने के चलते उसका यहां प्रवेश नही मिल सका था। सोमवार को उसके पिता आयतू उइका लेने आए थे पर वह जाने से मना कर दी थी। आयतु उईका गुरुवार बाजार के दिन उसे लेने आने वाले थे पर बुधवार रात की घटना में उसकी मौत हो गई।
जग्गूराम तेलामी ने बताया कि जांच दल ने पाया कि छात्रवास अधीक्षिका आग लगने की घटना के दौरान पोर्टा केबिन में मौजूद नहीं थी। कमरों में एक बिस्तर दो से तीन छात्राएं सोया करती थी। कमरे में रात में रहने वाली चौकीदार भी वहां मौजूद नही थे।
ग्यारह नंबर कमरे की छात्रा की रात को अचानक नींद खुलने से उसने सभी को जगाया था और सभी को सूचना दी गई। कमरा नंबर दस में जिसमें बच्ची की जलने से मौत हुई उसमे एक दरवाजे में बाहर से ताला लगा हुआ था। जिसका कारण सिटकनी का महीनों से खराब होने की बात अधीक्षिका गीता मोडिय़ाम ने स्वीकार किया। घटना पर वहां के कर्मचारियों, छात्राओं और अधीक्षिका के वक्तव्य अलग अलग हैं।
जग्गूराम तेलामी ने कहा कि आदिवासी बच्चों की शिक्षा के नाम पर सरकार और शिक्षा विभाग के अधिकारी चांदी काट रहे हैं। पोर्टा केबिन आवासीय विद्यालयों में न गुणवत्ता पूर्ण आवासीय व्यवस्था है और न ही गुणवत्ता पूर्ण शैक्षणिक व्यवस्था है। 2009 के बाद से यहां के रहवासी छात्रों के लिए विषय के विद्वान शिक्षकों की न पदस्थापना की गई और न ही पद स्वीकृत किए गए हैं।
प्रबंधकीय व्यवस्था के लिए प्रतिनियुक्ति पर शिक्षकों को और अध्यापन के लिए गैर प्रशिक्षित अनुदेशक की अस्थाई भर्ती की गई है।
हमारी मांग है कि आवापल्ली घटना की न्यायिक जांच हो और जिम्मेदारों पर अपराधिक मुकदमा दर्ज हो। मृत मासूम के परिजनों को 50 लाख मुआवजा और परिवार के एक को सरकारी नौकरी दिया जाए। आदिवासी क्षेत्र के सभी आवासीय विद्यालय पक्के मकानों में शिफ्ट किया जाए। पोर्टा केबिन स्कूलों में प्रशिक्षित और विषय विद्वान शिक्षकों की भर्ती की जाए। आवासीय विद्यालयों की भोजन और शैक्षणिक गुणवत्ता की जांच के लिए समय समय पर स्वतंत्र टीम से जांच कराई जाए जिसमे उसी विद्यालय के छात्रों के पालक भी शामिल हों।
जग्गूराम तेलामी ने कहा कि हमारे प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री है और यह हमारे लिए गर्व की बात पर आदिवासी उत्पीडऩ की शिकायतें पुलिस थानों में दर्ज नहीं हो रही हैं। ताजा मामला बीजापुर का है यहां के बस स्टैंड में गुरुवार को एरमनार निवासी आदिवासी युवक महेश कोरसा को बीजापुर के कुछ प्रभावशाली लोगों रमेश गुज्जा, सुधीर गुज्जा और मनीष सिंह ने बस के पार्सल को लेकर मारपीट और जाति सूचक गालियां दी। जिसके बाद उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाने की कोशिश की पर उनकी रिपोर्ट नही लिखी गई। कुछ मीडिया कर्मियों के दबाव में पीडि़तों का आवेदन लिया गया पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जबकि मामला आदिवासी प्रताडऩा से जुड़ा हुआ है अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी हो जानी चाहिए थी।
बीते कुछ दिनों से आदिवासी समाज प्रमुखों, अधिकारी कर्मचारियों और जन प्रतिनिधियों की छवि बिगाडऩे और उन्हें मानसिक रूप से प्रताडि़त करने का काम किया जा रहा है जिसे लेकर आदिवासी समाज उद्वेलित है। इस पर तत्काल रोक नही लगने की स्थिति में समाज हर मोर्चे पर इसका कड़ा जवाब देगा। जरूरत पड़ी तो सडक़ से संसद तक की लड़ाई के लिए बाध्य होगा।
इस दौरान सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष जग्गू राम तेलामी, कमलेश पैंकरा, सालिक नागवंशी, अल्वा मदनैया, रजत कुजूर, सीताराम मांझी, सुकूल साय तेलाम, रामलाल कर्मा, सोमारु बरसा, कुंवर सिंह मज्जी सहित अन्य सामाजिक पदाधिकारी मौजूद थे।
तेलंगाना, महाराष्ट्र से भी बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं
मो. इमरान खान
भोपालपटनम, 8 मार्च (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। भोपालपटनम में महाशिवरात्रि पर 50 वर्षों से भगवान शिव और पार्वती की शादी 70 के दशक से मंदिर परिसर में कराई जा रही है। तेलुगू रीति रिवाज से होने वाले इस शादी में सैकड़ों भक्त बारात बनकर मंदिर पहुंचते हैं, जहाँ पूरे विधि विधान शिव-पार्वती की शादी की जाती है।
जानकारों ने बताया कि यह शिवलिंग राजा महाराजा जमाने से रखी हुई है, यह कई वर्षों से पूजा-अर्चना की जा रही है। शिव कल्याण के इस कार्यक्रम में सबसे पहले मण्डप सजाने के लिए बैल गाडिय़ों में जंगल से पत्तों की डलियां लाई जाती है जिसे तेलगू में पाला पोरका कहा जाता है।
मंदिर के मंडप पर पाला पोरका डाला जाता है। उसी दिन शाम को बारात को मंदिर से शिव पार्वती की मूर्तियां लेकर गांधी चौक में बड़े ही धूमधाम से सगाई की रस्म अदा की जाती है।
मंदिर से जब बारात गांधी चौक पहुंचती है तब बजे गाजे के साथ लाइटिंग से वाहन को सजाया जाता है, उनके साथ ही भक्त पहुंचते है। सुबह अभिषेक के कार्यक्रम के बाद मंदिर परिसर के मण्डप में शादी की रस्में की जाती है।
इस कार्यक्रम को देखने और भगवान के दर्शन करने तेलंगाना, महाराष्ट्र से भी बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हंै। यह मेला तकरीबन 50 वर्षों से लगाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के आखिरी दिन भोज का कार्यक्रम रखा जाता है। इस त्योहार में मेला का आयोजन भी होता है रोड के किनारे दुकानें लगाई जाती है।
राज्य के कोने-कोने से व्यापारी यह व्यापार करने आते हैं। रायपुर, भिलाई, धमतरी, कांकेर, कोंडागांव, जगदलपुर गीदम बीजापुर व पड़ोसी राज्य से व्यापारी यहां आते हंै।
सन 1978 में बनारस से लाई थी भगवान की मूर्तियां
शिव मंदिर में लगाई गई मूर्तियों को बनारस से लाया गया है। राजाराम सोनी ने बताया कि उन्होंने उस समय दस से बारह हजार में अष्ठ धातु की मूर्तियां लाई थी, तब से यह शादी का कार्यक्रम चालू हुआ है।
तेलुगू रीति रिवाज से होती है शादी की रस्में
आंध्र के तेलुगू रीति-रिवाजों के अनुसार शिव-पार्वती कल्याणम विवाह के साथ ही शोभा यात्रा निकाली जाती है। इसके पहले मंडपाच्छादन एवं शिवजी की बारात, जिसे तेलुगू में एदरुकोल कहा जाता है, निकालकर बारात का स्वागत किया जाता है।
तीन दिन का शुभ मुहूर्त और कार्यक्रम
मेले के दौरान तीन दिन का शुभ मुहूर्त और कार्यक्रम रखा गया है, जिसमें गुरुवार 7 मार्च को मंडपाच्छादन जलाभिषेक सुबह 9 बजे बारात स्वागत किया गया। शुक्रवार को अभिषेक कार्यक्रम सुबह 4 बजे से हवन सुबह 10.30 बजे रखा गया है और शिव कल्याणम दोपहर 2 बजे से होगा, रात को शोभायात्रा निकाली जाएगी। अंतिम दिन रविवार को भोज का कार्यक्रम किया जाएगा।
रामदयाल राजाराम सोनी व्यापारी कहते हैं कि जब से मेला सजाया जा रहा है तब से मैं मंदिर समिति में रहकर कार्य किया है। मंदिर में जो मूर्तियां है वो बनारस से मैंने जाकर लाई थी, उस समय उनकी कीमत दस से बारह हजार की थी।
आनंद कुमार पडि़शालावार मंदिर समिति अध्यक्ष कहते हैं कि भगवान शिव और पार्वती की शादी शुभ मुहूर्त के साथ 8 तारीख को रखी गई है, इस बार सभी आयोजन भव्य ढंग से किया जा रहा है। मंदिर के कायाकल्प पर भी काम किया जा रहा है।
जी. मुरलीधर कहते हैं- बचपन से मैं यह कार्यक्रम में हिस्सा लेता हुआ आ रहा हंू, मेरे बाबूजी के समय से ही कार्यक्रम की शुरुआत मेरे ही घर से की जाती थी, तलवाल चावल मेरे घर में रखा जाता था, हमारा परिवार पूरी श्रद्धा भावना से मंदिर के कार्यों में हमेशा लगा रहता है।
रवि कुमार रापर्ति मंदिर समिति उपाध्यक्ष कहते हैं कि इस साल मेले का कार्यक्रम बहुत ही अच्छे ढंग से किया जा रहा है। मंदिर में बहुत से कार्यक्रमों को और बेहतर ठंग से करने का प्लान किया गया है, अभी बहुत सी राशि जन सहयोग भी जमा की गई है
महेश कुमार शेट्टी शिव मंदिर समिति सचिव ने बताया कि इस बार मंदिर में भक्तिमय माहौल है सभी कार्यक्रमो में भक्त बढ़चढक़र हिस्सा ले रहे हैं। जीर्णोद्धार का काम समिति के द्वारा हुआ है मंदिर और बेहतर लगने लगा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 6 मार्च। आठ मार्च को हेने वाले भव्य महाशिवरात्रि मेले की तैयारियां जोरों पर चल रही है।इस महापर्व को इस वर्ष और भी भव्य रूप से मनाने का निर्णय समिति के द्वारा लिया गया है। हजारों की तादात में दर्शन के लिए आए भक्तों के लिए सभी इन्तजाम किए जा रहे हंै।
कलश यात्रा मंडपाच्छादन और सगाई की रस्म पूरी करने के बाद शोभायात्रा निकाली जाएगी। शिवरात्रि के दिन शिवजी की बारात निकलेगी और पार्वती के साथ विवाह होगा। इस मेले में तेलंगाना और महाराष्ट्र के लोग भी जुटेंगे।
यह मेला सिर्फ मनोरंजन के लिए ही नहीं है बल्कि इसमें शिव-पार्वती का विवाह पूरे विधि-विधान के साथ कराया जाता है।
शिवरात्रि के दिन सुबह से ही श्रद्धालु भोपालपटनम से चार किमी दूर स्थित तिमेड़ ग्राम से लगे इंद्रावती नदी में स्नान करने पहुंचते हैं। यहां स्नान करने के बाद लोग शिवलिंग पर दूध और जलाभिषेक के लिए इंद्रावती नदी के तट पर करीब 150 मीटर ऊंचाई पर विराजे शिवजी की पूजा करने के लिए लोग लंबी सीढिय़ां चढक़र पहुंचते हैं। तिमेड़ में दर्शन के उपरांत श्रद्धालु भोपालपटनम स्थित शिव मंदिर पहुंचकर शिवजी का भव्य दर्शन करते हैं।
निकलेगी शिवजी बारात
शिव पार्वती के इस शादी समारोह में बारात मुख्य मार्ग से होते हुए जाएगी तीन दिन के चलने वाले इस कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार की जा चुकी है सभी विधि विधान स्वरूप शिवजी व पार्वती की शादी रचाई जाएगी इस कार्यक्रम में हजारों की तादाद में भक्त इक_ा होंगे।
लगेगा महाशिवरात्रि मेला
मेले के लिए दुकाने अभी से सजने लगी हैं। एक किलोमीटर नेशनल हाइवे पर शिवरात्रि के तीन दिनों तक दुकानें लगाई जाती है। दुकानदारों की अच्छी दुकानदारी भी होती है दर्शन के लिए आये लोग मेले से कुछ न कुछ खरीदकर जाते हैं। ज़्यादा बिक्री खिलोने और फैंसी समान की होती है इसके अलावा जूते चप्पल की दुकान, कपड़े की दुकान खाने पीने के समान व अन्य बहुत सारी दुकानें बाहर से आती है।
जीर्णोद्धार के लिए जमा की गई राशि
मंदिर का कायाकल्प बदलने के लिए समिति के सदस्यों ने तनमन से भिडक़र लाखों रुपये इक_ा किये हैं। महीने भर से मंदिर का जीर्णोद्धारर का काम चल रहा है। मंदिर परिसर में शादी मंडप को टाइल्स, कलर, पेंटिंग का कार्य किया गया है उसके सामने बारातियों व भक्तों के लिए स्थाई शेड निर्माण कराया जा रहा है, मंदिर की चार दिवारी का काम भी चालू है। मंदिर के बाहरी हिस्से में ग्रेनाइट टाइल्स लगाए जा रहे है।
मंदिर समिति द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे नारियल
इस दफा मंदिर समिति का निर्णय बहुत ही बेहतर रहा है जितने भी भक्त आएंगे उनके लिए मंदिर समिति के द्वारा बाहर में उपलब्ध कराए जा रहे है उसमे से नारियल लेकर अपनी स्वेछा के अनुसार नारियल के बदले पैसे उस दानपेटी में डालने होंगे।