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आयुष कॉलेज ऑफ नर्सिंग बिलासपुर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर,16 मई। आयुष कॉलेज ऑफ नर्सिंग बिलासपुर में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर आयुष कॉलेज ऑफ नर्सिंग लालखदान बिलासपुर में मुख्य अतिथि डॉ. कृष्णमूर्ति बाँधी विधायक मस्तूरी, विशिष्ट अतिथि बी.पी. सिंह विधायक प्रतिनिधि एवं डॉ. अभिषेक मिश्रा, संचालक स्वास्तिक अस्पताल रहे।
मुख्य अतिथि डॉ. कृष्णमूर्ति बाँधी ने अपने संबोधन में केरल की नर्सों के सेवाभाव का उदाहरण देते हुए कहा कि जल्द ही हमारा छत्तीसगढ़ भी केरल मॉडल बनेगा। हमारी छ.ग. की नर्सें भी उसी सेवाभाव से अपने कार्यों के प्रति समर्पित हंै। नर्सिंग स्टॉफ की आवश्यकता संपूर्ण विश्व में ही नहीं अपितु देश में भी अति आवश्यक है।
विशिष्ट अतिथि डॉ. अभिषेक मिश्रा ने कहा कि छत्तीसगढ़ की नर्सें देश-विदेश में अपनी सेवायें दे रही हैं। जल्द ही छत्तीसगढ़ की नर्सें अपने राज्य का नाम रोशन करेंगी।
संस्था की प्राचार्या मुनियम्मल के अमरिथा ने बताया कि संस्था के 75 प्रतिशत प्रशिक्षार्थियों वर्तमान में शासकीय अस्पतालों में अपनी सेवायें दे रहे हैं। संस्था संचालक विशाल दीक्षित ने कहा कि संस्था में बी.एस.सी. नर्सिंग एवं जी.एन.एम. नर्सिंग के साथ सत्र 2022-23 में पोस्ट बेसिक बी.एस.सी. एवं एम.एस.सी. नर्सिंग की सभी शाखाएँ भी संचालित होगी। संस्था अब पूर्णत: नर्सिंग पाठ्यक्रम की सभी शाखाएँ संचालित करेंगी, साथ ही संचालक महोदय द्वारा गोकुल- कमला छात्रवृत्ति के बारे में भी बताया जिसमें प्रत्येक सत्र में 70 प्रतिशत पाने वाले प्रशिक्षार्थियों को रू. 10.000 ( दस हजार ) की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
संस्था द्वारा विभिन्न अस्पतालों की नर्सों को प्रतीक चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। वैभव लाल राज्य मानसिक चिकित्सालय सेंदरी, सिस्टर आशा किरण वेगस अस्पताल, सिस्टर लिन्सी लॉल मरियम अस्पताल, सिस्टर अम्बे यादव, केयर एन क्योर, सिस्टर लता देवांगन, जे.जे. अस्पताल के साथ ही संस्था के भूतपूर्व प्रशिक्षार्थी प्रीति कंवर, ममता यादव एवं ज्योति पहारे को सर्वोत्तम प्रशिक्षण के लिए प्रतीक चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।
नियम तोड़ते लोगों और दुकानदार पर जुर्माना, दी गई चेतावनी
बिलासपुर, 16 मई। स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस विभाग के संयुक्त दल द्वारा शनिवार को सरकंडा थाना क्षेत्र में छापामार कार्रवाई हुई। इस दौरान राजकिशोर नगर क्षेत्र मे स्थित एक दुकान पर सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम (कोटपा अधिनियम) 2003 का उल्लंघन करने पर अधिनियम की धारा 4 के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए कुल 11 चालान काटे गए।
9 चालान व्यक्तियों द्वारा सार्वजनिक स्थल पर धूम्रपान करने पर एवं दुकान के मालिक द्वारा धारा 4 का चेतावनी चिन्ह का बोर्ड ना लगाने तथा दुकान पर धूम्रपान करने हेतु प्रोत्साहन करने वाली सामग्री जैसे की माचिस एस्ट्रे एवं लाइटर सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध कराने के लिए कुल 2200 रुपए की जुर्माना भी किया गया। उपरोक्त कार्रवाई सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन के मार्गदर्शन में जिला नो़डल अधिकारी तंबाकू नियंत्रण डॉ. बी.के. वैष्णव, जिला सलाहकार तंबाकू नियंत्रण डॉ. अनुपम नाहक तथा टीआई सरकंडा थाना, प्रवेश तिवारी के नेतृत्व में किया गया।
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन ने बताया: “तंबाकू नियंत्रण हेतु कोटपा एक्ट 2003 (सिगरेट एंड अदर टोबैको प्रोडक्ट्स एक्ट, 2003) यानि सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद (विज्ञापन का प्रतिषेध और व्यापार तथा वाणिज्य उत्पादन, प्रदाय और वितरण का विनियमन) अधिनियम, 2003 के प्रवधानों के तहत सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान किया जाना निषेध है। साथ ही साथ सार्वजनिक स्थान के मालिक व प्रबंधक द्वारा अधिनियम के तहत निर्धारित माप के धूम्रपान निषेध क्षेत्र का बोर्ड भी लगाया जाना भी अनिवार्य है। इसके उल्लंघन होने पर 200 रूपए तक का चालान किया जा सकता है। यह जानकारी होने के बावजूद भी सार्वजनिक स्थान के संचालक एवं प्रबंधक द्वारा किसी प्रकार का बोर्ड दुकान या संस्थान पर नहीं लगाया जा रहा है एवं धूम्रपान को प्रोत्साहित की जाने वाली चीजें जैसे कि एस्ट्रे, लाइटर, माचिस आदि भी सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। साथ ही ऐसे स्थान भी लोगों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं जहां लोग बैठकर समूह में धूम्रपान कर सकें जो कि पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। जिला कलेक्टर के निर्देश पर जिले में तंबाकू उत्पादों की खरीद-बिक्री पर प्रतिबंध और बनाए गए कानून का पालन कराए जाने के लिए दल विशेष गठित दल द्वारा औचक निरीक्षण और चालानी कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में उपरोक्त कार्रवाई भी की गई।“
उन्होंने आगे बताया “जिले को तंबाकू मुक्त बनाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत कोटपा अधिनियम के तहत कार्यवाही करने हेतु विशेष प्रवर्तन दल का गठन भी किया गया है जिनके द्वारा संपूर्ण जिले में कोटपा अधिनियम के तहत होने वाले उल्लंघन पर कार्यवाही की जाएगी।
धूम्रपान निषेध बोर्ड लगाना अनिवार्य- सार्वजनिक स्थानों पर जैसे सभी सरकारी और गैरसरकारी कार्यालय, पान ठेले, चाय दुकान, होटल, रेस्टोरेंट्स, स्कूल, खेल के मैदान, लाइब्रेरी, सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, ऑटो स्टैंड, रिक्शा स्टैंड आदि जैसे प्रमुख स्थानो पर धूम्रपान नहीं करने का निर्देश है। साथ ही साथ इन सार्वजनिक स्थानों संबंधित संस्थान के मालिक या प्रबंधक द्वारा धूम्रपान निषेध बोर्ड अपनी दुकान या संस्थान पर लगाना है। ऐसा नहीं करने पर जुर्माने का प्रावधान है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 मई। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक व पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल सहित दर्जनों भाजपा नेताओं ने आज धरना प्रदर्शन के लिए बनाये गए नये नियमों के विरोध में गिरफ्तारी दी। कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ रहे कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस की झूमा-झटकी भी हुई। पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए लाठियां भी घुमाई।
भाजपा नेता आज सुबह नेहरू चौक पर एकत्र हुए, जहां एक सभा रखी गई। इसके बाद सभी रैली की शक्ल में कलेक्ट्रेट की ओर बढ़े। नेहरू चौक व कलेक्ट्रेट में पुलिस बल बड़ी संख्या में तैनात था। कलेक्ट्रेट के भीतर प्रवेश करने से रोकने के लिए बेरिकेड्स लगाए गए थे और पानी की बौछारों के लिए टैंकर मंगाए गए थे। कलेक्ट्रेट की ओर जाने वाले रास्ते को बंद कर ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया था।
भाजपा नेताओं ने जब कलेक्ट्रेट के गेट की ओर बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस के साथ उनकी झूमा-झटकी हो गई। पुलिस ने लाठियां भी कुछ लोगों पर चलाई।
इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट पुलक भट्टाचार्य ने भाजपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और तत्काल ही रिहा करने की घोषणा की।
धरने को संबोधित करते हुए भाजपा नेताओं ने 22 मई को राज्य सरकार के उस आदेश को काला कानून बताते हुए वापस लेने की मांग की, जिसमें धरना-प्रदर्शन के पहले लिखित में अनुमति लेने और एक निर्धारित प्रोफॉर्मा भरने के लिए कहा गया है।
प्रदर्शन में प्रदेश प्रवक्ता भूपेंद्र सवन्नी, जिला भाजपा अध्यक्ष रामदेव कुमावत, पूर्व सांसद लखन लाल साहू, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पांडे, पूर्व महापौर किशोर राय सहित अनेक नेता शामिल हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 मई। बिल्हा इलाके में एक 16 साल की लडक़ी की शादी पुलिस ने बाल संरक्षण समिति की मदद से रुकवाई है।
पुलिस को रविवार को सूचना मिली कि दुर्ग डीह ग्राम में एक 16 साल की नाबालिग का ब्याह होने वाला है। घर में बरात भी पहुंचने वाली है।? सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची। साथ ही उसने महिला बाल विकास विभाग के अंतर्गत काम करने वाली संस्था बाल संरक्षण समिति को भी सूचना दी। लडक़े वालों के घर भी पुलिस की एक टीम गई और उन्हें बरात लेकर नहीं निकलने के लिए कहा। लडक़ी के परिजन शादी रुकवाने के लिए पहले तैयार नहीं हुए। उनका कहना था शादी टूट जाने के बाद लडक़ी को रिश्ता नहीं मिलेगा। बाल संरक्षण समिति के सदस्यों ने समझाया कि 2 साल बाद 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर ही शादी की जा सकती है वरना न केवल लडक़ी के माता-पिता, लडक़ा पक्ष बल्कि बरात में शामिल होने वाले सभी लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज हो सकता है। इसके तहत 2 साल की सजा और एक लाख रुपए जुर्माना लगाया जा सकता है। चेतावनी के बाद परिजन विवाह रोकने के लिए तैयार हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 मई। फांसी के फंदे पर लटककर जान दे रहे एक युवक की जान पुलिस की तत्परता से बच गई।
तखतपुर में चूलघट रोड पर रहने वाला दिनेश यादव अपने घर का दरवाजा बंद कर फंदे पर लटक गया था। पड़ोसियों ने उसे रोकना चाहा पर दरवाजा भीतर से बंद होने के कारण वे कुछ नहीं कर पाए। पुलिस को तुरंत खबर की गई। थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज ने एक टीम को वहां रवाना किया। आरक्षक सत्यार्थ शर्मा ने दरवाजे को तोड़ कर भीतर प्रवेश किया और फंदे पर लटके युवक को नीचे उतार लिया। उसे बेहोशी की हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाकर भर्ती कराया गया। अब उसकी हालत खतरे से बाहर है। पुलिस की पूछताछ में अभी यह मालूम नहीं हुआ है युवक किस वजह से आत्महत्या कर रहा था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 मई। अचानकमार टाइगर रिजर्व में तेंदूपत्ता तोडऩे के लिए एक ग्रामीण पर भालू ने हमला कर दिया, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
रविवार को शिवतराई बीट के कुरदुर इलाके में जवाहर बैगा कुछ ग्रामीणों के साथ तेंदूपत्ता तोडऩे के लिए गया था। कुछ आगे बढक़र वह पहाड़ की तरफ चढ़ गया। इसी बीच झाडिय़ों में छिपे एक भालू ने उस पर हमला कर दिया। पहाड़ के नीचे तेंदूपत्ता तोड़ रहे ग्रामीण अपनी जान बचाकर भागे, मगर जवाहर को भालू ने दबोच लिया। वन विभाग के कर्मचारी सूचना मिलने पर वहां पहुंचे तो पाया कि जवाहर की मौत हो चुकी है।
क्षेत्र में कुछ दिनों से भालू के विचरण की सूचना थी। गांव वालों को खुद जवाहर ने पहाड़ की तरफ जाने के लिए मना किया था लेकिन वह खुद ही भालू का शिकार बन गया। कोटा पुलिस ने मर्ग कायम किया है। वन विभाग परिजनों को मुआवजा दे रहा है। 25 हजार रुपए की तात्कालिक सहायता भी दी गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 16 मई। हसदेव अरण्य क्षेत्र के जंगल को बचाने के लिए बिलासपुर के नागरिकों ने स्थानीय कोन्हेर गार्डन में बेमियादी धरना आंदोलन शुरू किया है।
पहले दिन वक्ताओं ने कहा कि हसदेव के जंगल को काटने के लिए जो आदेश दिया गया है, सरकार उसको वापस ले। हसदेव नदी पर बने बांगो बांध से 120 मेगावाट बिजली बनती है और उसके पानी से कोरबा में 1000 मेगावाट के पावर प्लांट चलते हैं। यहां पर आवंटित परसा कोल ब्लॉक के चलते बिजली उत्पादन ठप पड़ सकता है। साथ ही छत्तीसगढ़ के बड़े भू-भाग में जलापूर्ति पर संकट गहरा हो जाएगा।
पहले दिन धरने में प्रथमेश मिश्रा, प्रकाश सोन्थलिया, राजेश खरे, डॉ रश्मि बुधिया, साकेत तिवारी, श्रेयांश बुधिया, अनीश गुप्ता, चंद्रप्रदीप बाजपेयी, अमित वासुदेव सहित करीब 50 लोग शामिल हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 मई। शनिवार की सुबह घर पर मिली महिला की लाश के मामले में सिविल लाइन पुलिस ने उसके बेटे को गिरफ्तार किया है।
रविवार की सुबह पुलिस को मिनी माता नगर की महिला वृंदा बाई का शव घर में पड़े होने की सूचना पड़ोसियों ने दी। यह भी बताया कि उसका बेटा अजय अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा है। जबकि मौत के बारे में पड़ोस के लोगों को उसने कुछ नहीं बताया है।
पुलिस जब पहुंची तो महिला के शरीर में चोट के निशान दिखे। पोस्टमार्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया गया दम घुटने से महिला की मौत हुई है। पूछताछ से पता चला कि उसका बेटा अजय अपनी मां से आए दिन रुपए पैसे के लिए मारपीट करता है और वह कुछ काम नहीं करता। पुलिस ने हिरासत में लेकर बेटे अजय से पूछताछ की। कड़ाई बरतने पर उसने स्वीकार कर लिया कि मां से शराब पीने के लिए पैसे मांगे थे। नहीं देने पर तकिए से चेहरा दबा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। आरोपी बेटे को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
डॉ. बांधी ने की न्यायिक जांच की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 मई। आबकारी विभाग ने जिस युवक को घर पर शराब रखने के आरोप में पकड़ा था उसकी सिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों ने आबकारी अधिकारियों पर जबरन केस बनाने और मारपीट करने का आरोप लगाया है। विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है।
आबकारी विभाग ने मस्तूरी तहसील के चिल्हाटी ग्राम में बीते गुरुवार को अवैध शराब पकडऩे के लिए कुछ घरों में छापामारी की थी। इनमें छोटेलाल यादव भी शामिल था। आबकारी पुलिस उसे अवैध महुआ शराब रखने के जुर्म में पकड़ कर अपने साथ ले गई। अगले दिन उसे कोर्ट के मार्फत जेल भेज दिया गया। शनिवार की सुबह उसकी तबीयत बिगड़ी और इलाज के लिए सिम्स चिकित्सालय लाया गया। अगले दिन सुबह उसकी मौत हो गई। परिजनों ने इसके बाद सिम्स में हंगामा मचाया और शव लेने से इंकार कर दिया। शाम 6 बजे तहसीलदार और दूसरे अधिकारी उनको समझाइश देते रहे। परिजन मौत की जांच की मांग को लेकर अड़े रहे। तहसीलदार ने कलेक्टर को पत्र लिखकर मजिस्ट्रियल जांच की सिफारिश की इसके बाद शव का पोस्टमार्टम हो सका।
मृतक के भाई दिलहरण यादव का कहना है कि आबकारी विभाग को छोटेलाल के घर से शराब नहीं मिली। छापेमारी के दौरान बहुत से ग्रामीण वहां इक_े थे, जो इसकी गवाही देने के लिए तैयार हैं। शराब नहीं मिलने के बावजूद उसे आबकारी पुलिस पकड़ कर ले गई और उसके साथ मारपीट की गई। मृतक छोटेलाल के शरीर में जगह-जगह चोट के निशान हैं।
यादव महासभा के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष भुनेश्वर यादव ने कहां है कि कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन देकर इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की गई है। मस्तूरी क्षेत्र के विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने भी कलेक्टर को पत्र लिखकर छोटेलाल की मृत्यु की न्यायिक जांच कराने की मांग रखी है।
आबकारी विभाग की सहायक आयुक्त नीतू तोतानी ठाकुर ने कहा कि शराब मिलने के कारण मृतक छोटेलाल को पकड़ा गया था। उसे हिरासत में नहीं लिया गया है सीधे मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर दिया गया था। घटना के 4 दिन बाद किन परिस्थितियों में मौत हुई है, इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।
बिलासपुर, 16 मई। हसदेव अरण्य क्षेत्र में परसा कोल ब्लॉक की मंजूरी दिए जाने के विरोध में आम आदमी पार्टी 21 मई को मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने जा रही है। पार्टी के प्रदेश सचिव उत्तम जायसवाल ने इस आशय की सूचना रायपुर के पुलिस अधिकारियों को दी है।
ज्ञात हो कि आम आदमी पार्टी ने इसके पहले बिलासपुर और सरगुजा में भी कोल ब्लॉक आवंटन के खिलाफ प्रदर्शन किया था।
राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर रैली निकालकर लोगों को किया जाएगा जागरूक
राष्ट्रीय डेंगू दिवस 16 मई पर विशेष
बिलासपुर, 15 मई । डेंगू एक मच्छर जनित बीमारी है। हर साल इस बीमारी की चपेट में लाखों लोग आते हैं, यही वजह है कि डेंगू की बीमारी के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है। एडीज मच्छर के काटने से डेंगू की बीमारी होती है और इसमें मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स तेजी से कम होने लगता और प्लेटलेट्स के अत्याधिक कम होने की वजह से कई बार मरीज की हालत अत्यंत गंभीर भी हो सकती है।
डेंगू के मामले मॉनसून के शुरू होने के बाद से ही सामने आने लगते हैं, इसे देखते हुए राष्ट्रीय डेंगू दिवस के मौके पर जन-जागरूकता कार्यक्रमों के जरिए डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। इस संबंध में जिला नोडल अधिकारी मलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम डॉ. अनिल श्रीवास्तव ने बताया: “ फीमेल एडीज मच्छर के काटने से डेंगू बीमारी होती है। डेंगू का लार्वा रूके हुए साफ पानी में ही पनपता है, ऐसे में लापरवाही बरतने पर डेंगू फैलने की आशंका बढ़ जाती है। इसलिए काफी सतर्क रहना जरूरी होता है । डेंगू के प्रति जागरूक रहकर हम इससे बच सकते हैं। अपने आसपास पानी नहीं जमा होनें दे और स्वच्छता रखकर काफी हद तक बीमारी की रोकथाम की जा सकती है। डेंगू में लापरवाही भारी पड़ सकती है। वहीं समय पर इलाज कराने पर मरीज स्वस्थ भी हो जाता है । सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ केन्द्रों में मच्छर जनित रोगों डेंगू और मलेरिया के निःशुल्क उपचार किया जाता है।‘’
डॉ. श्रीवास्तव ने आगे बताया: “पहले की अपेक्षा मच्छर जनित रोगों के प्रति लोगों में जागरूकता आई है, जिसकी वजह से जिले में मलेरिया और डेंगू के मामले भी कम हुए हैं। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग की ओर से जागरूकता का प्रयास निरंतर जारी रहता है। इस वर्ष राष्ट्रीय डेंगू दिवस ‘’डेंगू इज प्रिवेंटिएबल : लेट्स जॉइन हैंड्स” की थीम पर जिला भर में मनाया जाएगा। 16 मई को सरकारी छुट्टी है, इसके बावजूद जिले में जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन के मार्गदर्शन में किया जाएगा, जिसके तहत बीमारी के प्रति जन-जागरूकता के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट परिसर से सुबह 11 बजे रैली निकाली जाएगी।“
डेंगू बीमारी और लक्षण - डेंगू बुखार मच्छर जनित बीमारी है । मादा एडीज मच्छर के काटने से होता है। डेंगू का मच्छर आम मच्छरों से अलग होता है और ये दिन की रोशनी में काटता है । बीमारी में अचानक तेज बुखार आना, तेज सिरदर्द होना, आंखों के पिछले हिस्से, जोड़ों और मसल्स में तेज दर्द होना, थकान, उल्टी, जी मिचलाना, त्वचा पर चकत्ते होना , कभी-कभार नाक और मसूड़ों से रक्तस्त्राव,ब्लड प्रेशर में अचानक गिरावट भी हो सकती है।
डेंगू से बचाव के तरीके - डॉ. श्रीवास्तव का कहना है: “डेंगू से बचाव का सबसे अच्छा तरीका यही है कि खुद को संक्रमित एडीज मच्छरों के काटने से बचाएं। इसके साथ ही घर के आसपास कूलर, टायर आदि में पानी जमा नहीं होने दें क्योंकि जमें पानी में मच्छर पनपते हैं। इसके अलावा घर के अंदर मच्छरों को भगाने के लिए क्वाइल का इस्तेमाल करें, खिड़कियों और दरवाजों को ठीक तरह से बंद रखें, सोते वक्त मच्छरदानी का प्रयोग करें, समय-समय पर मच्छर मारने वाली दवाओं का छिड़काव करें और डेंगू के लक्षण नजर आने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें।“
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 मई। वरिष्ठ अधिवक्ता सचिन सिंह राजपूत छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के न्यायाधीश नियुक्त किए गए हैं।
अब हाईकोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर 13 ही गई है। यहां कुल 16 पद स्वीकृत हैं। एडवोकेट तिवारी का नाम सात माह पहले प्रस्तावित किया गया था। उनके साथ बेंच कोटे से दीपक कुमार तिवारी का भी नाम भी रखा गया था। तिवारी की नियुक्ति हो चुकी है। अब कॉलेजियम के प्रस्ताव के बाद राष्ट्रपति ने राजपूत की नियुक्ति का आदेश जारी किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 मई। अकलतरा रेलवे स्टेशन पर आज लिफ्ट तथा कोच गाइडेंस डिस्प्ले बोर्ड की सुविधा का सांसद गुहाराम अजगल्ले ने उद्घाटन किया। विधायक सौरभ सिंह भी इस मौके पर उपस्थित थे।
सांसद ने इस सुविधा के लिए रेलवे को धन्यवाद दिया। विधायक सौरभ सिंह ने इसे क्षेत्र के लोगों के लिए बड़ी सौगात बताया। उन्होंने अकलतरा रेलवे स्टेशन को और विकसित करने की आवश्यकता बताई।
लोकार्पण कार्यक्रम में मंडल रेल प्रबंधक आलोक सहाय ने उपलब्ध कराई गई सुविधा के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक पुलकित सिंघल ने किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 13 मई। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने शराब निर्माताओं की उस याचिका को खारिज कर दी है जिसमें ई एन ए अल्कोहल की राज्य से बाहर से खरीदी करने पर छूट की मांग की गई थी।
छत्तीसगढ़ के दो प्रमुख शराब निर्माता कंपनी कोलकाता की एजिस बेवरेज व बिलासपुर की लिजेंड डिसलरी ने उच्च न्यायालय में याचिका लगाकर मांग की थी कि राज्य के वाणिज्य कर विभाग द्वारा सी-फार्म ईएनए एल्कोहल जिससे शराब बनाई जाती है, के बाहर से खरीदने पर सी-फार्म जारी नहीं किया जा रहा है। इससे उनको प्रदेश के बाहर से आयात करने पर 18 प्रतिशत जीएसटी लिया जा रहा है, जबकि सी-फार्म जारी करने से मात्र 2 प्रतिशत जीएसटी लगता है। इससे शराब निर्माता कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है।
याचिका में कहा गया था जीएसटी नियम लागू होने से पहले वेट एक्ट के तहत छूट प्रदान की जाती रही है। अत: प्रावधान के तहत उन्हें अब भी ईएनए एल्कोहल की खरीदी पर छूट मिलनी चाहिए।
प्रकरण की सुनवाई आज न्यायाधीश संजय एस अग्रवाल की सिंगल बेंच में हुई।
राज्य सरकार ने जवाब व तर्क प्रस्तुत करते हुए बताया कि जीएसटी करनून आने के बाद माल कि परिभाषा में संशोधन हो गया है। इसमें सिर्फ मानव उपयोग के एल्कोहल पर ही सी-फार्म जारी किया जाता है। भारत के संविधान के विभिन्न एंट्री पर मानव उपयोग के एल्कोहल / शराब का जिक है जो कि राज्य का विषय है।
ईएनए अल्कोहल की खरीदी पर शराब निर्माता सी-फार्म जारी होने से छूट मिलने की मांग कर रहे हैं। एक्सट्रा न्युट्रल एल्कोहल मानव जीवन के लिए उपयोगी नही है। इसका अर्थ मानव जीवन पर संकट डालना है। अत: ईएनए की खरीद पर छूट नहीं दी जा सकती।
उच्च न्यायलय ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद यह पाया कि एक्सट्रा न्यूट्रल एल्कोहल जहरीला होने के कारण मानव जीवन के लिए उपयोगी नही है। इसलिए शराब निर्माताओं को छूट नहीं दी जा सकती। बेंच ने याचिकाकर्ताओं की याचिका को निरस्त कर दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 13 मई। शादी का झांसा देकर पति खोई महिला से रेप करने के बाद फरार चल रहे आरोपी को कोटा पुलिस ने मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुतिक कोटा इलाके की 25 वर्षीय पति खोई महिला की मध्यप्रदेश के डोंगरीटोला गांव के रहने वाले प्रमोद सिंह मरावी से जान-पहचान हुई थी। इसके बाद युवक ने विवाह करने का झांसा देकर महिला से कई बार बलात्कार किया। जब पीडि़त महिला ने शादी की बात कही तो आरोपी फरार गया। कोटा पुलिस की टीम ने युवक को उसके गांव में जाकर पकड़ लिया। उसे बिलासपुर लाकर पूछताछ की गई और कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
‘सुविधाजनक तरीके से हो सकेंगे महाधिवक्ता कार्यालय के कामकाज’
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 12 मई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बिलासपुर हाईकोर्ट परिसर स्थित महाधिवक्ता कार्यालय के नवनिर्मित द्वितीय तल का लोकार्पण किया। इसका निर्माण 1 करोड़ 65 लाख 86 हजार रूपए की लागत से किया गया है।
मुख्यमंत्री ने लोकार्पण के अवसर पर महाधिवक्ता सहित सभी लोगों को देते हुए कहा कि द्वितीय तल का निर्माण के पूरा हो जाने से महाधिवक्ता कार्यालय में अधिक व्यवस्थित और सुविधापूर्ण तरीके से दायित्वों का निर्वहन हो सकेगा। इस कार्यालय का कार्य तेजी से और सुचारू रूप से संचालित हो सके, इसके लिए जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने महाधिवक्ता कार्यालय के भवन विस्तार के साथ-साथ महाधिवक्ता कार्यालय के काम-काज के डिजिटलाइजेशन पर प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने कहा कि डिजिटलाइजेशन से समय और श्रम की बचत हो रही है। बघेल ने भविष्य में भी महाधिवक्ता कार्यालय की आवश्यकता के अनुरूप सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
महाधिवक्ता सतीश चन्द्र वर्मा ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए महाधिवक्ता द्वितीय तल के निर्माण तथा आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर अतिरिक्त महाधिवक्ता अमृतो दास, सुनील ओटवानी, चन्द्रेश श्रीवास्तव, मीना शास्त्री और राघवेन्द्र प्रधान, महाधिवक्ता कार्यालय के उप सचिव संतोष देवांगन सहित विधि अधिकारी तथा महाधिवक्ता कार्यालयीन अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 12 मई। अचानकमार अभयारण्य के अरपा नदी के किनारे बेलगहना रिंगनवाड़ा केंदा आदि गांवों में विचरण कर रहे 9 हाथियों के दल ने मरवाही का रुख कर लिया है।
ज्ञात हो कि अचानकमार अभयारण्य में बीते 6 माह से 18 हाथियों का झुंड विचरण कर रहा था। हाथियों ने फसलों को चौपट जरूर किया लेकिन कोई बड़ा नुकसान इस दौरान नहीं किया। 10-12 दिन पहले हाथियों का दल दो भागों में बट गया था। करीब 9 हाथी कबीरधाम जिले के पंडरिया की ओर बढ़ गए थे और दूसरा दल बेलगहना रेंज के जल्दापारा सोनपुरी आदि गांव में घूम रहा था। हाथियों के घूमने का इलाका अरपा नदी के किनारे था। पानी की तलाश में यह गांवों के भीतर जाकर भी भटकते रहे।
19 तारीख के स्रोत तालाब आदि से उन्होंने पानी भी पिया। गांव में प्रवेश करने वाले हाथियों ने कोई जनहानि नहीं की। इधर मंगलवार से इन 9 हाथियों के दल ने मरवाही रेंज की ओर रुख कर लिया है। दरअसल अर्पण नदी सूखी हुई है और अचानकमार अभ्यारण के कई हिस्सों में आग भी लगी हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि हाथियों का दल इसी के चलते अचानकमार अभयारण्य से चला गया। फिलहाल अचानकमार क्षेत्र से हाथियों के बाहर निकल जाने की बात कहीं जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 11 मई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 12 मई को हाईकोर्ट परिसर स्थित महाधिवक्ता कार्यालय के द्वितीय तल का वीडियो कांफ्रेंस के जरिये दोपहर 12 बजे लोकार्पण करेंगे। लगभग एक करोड़ 66 लाख की लागत से दूसरे तल का निर्माण लोक निर्माण विभाग ने 18 माह में किया है। बघेल रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय से इसमें शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि उच्च न्यायालय परिसर में महाधिवक्ता कार्यालय भवन 2011 से संचालित है। संचालन के समय कार्यालय में भूतल तथा प्रथम तल ही निर्मित थे। तत्कालीन व्यवस्था के समय उक्त भवन पर्याप्त था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के मुख्यमंत्रित्व काल में प्रकरणों की वृद्धि के फलस्वरूप विधि अधिकारियों के लिए अतिरिक्त स्थान की आवश्यकता अनुभव की गई। महाधिवक्ता सतीश चन्द्र वर्मा के प्रयास से इसकी मंजूरी मुख्यमंत्री ने दी।
द्वितीय तल में पर्याप्त बैठने की व्यवस्था का कक्ष, पार्टिशन, फर्नीचर, कूलिंग आदि की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। वर्तमान में कार्यालय के स्टाफ के लिए उक्त भवन का उपयोग किया जाएगा। भूतल एवं प्रथम तल में विधि अधिकारियों एवं आगंतुक प्रभारी अधिकारियों के लिए व्यवस्था की जा रही है। महाधिवक्ता सतीश चन्द्र वर्मा ने उच्च न्यायालय में लंबित एवं नवीन दायर प्रकरणों में वृद्धि के फलस्वरूप उनके शीघ्र निष्पादन का उद्देश्य रखते हुए विधि अधिकारियों के कई पदों के सृजन की स्वीकृति शासन से दिलाई। वरिष्ठ अधिवक्ताओं का सम्मान समारोह आयोजित कर उनके विधि व्यवसाय हेतु किए गए योगदान तथा मार्गदर्शन के लिए उन्हें सम्मानित किया गया। सभी विधि अधिकारियों एवं पैनल अधिवक्तओं को टैब का वितरण, कार्यालय के डिजीटलाईजेशन कराने के फलस्वरूप दायर प्रकरणों के संबंध में वाद आदि उसी दिवस संबंधित विभागों के अधिकारियों को उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके चलते शासन के विभागों के अधिकारियों के समय, श्रम की बचत हुई तथा आवागमन में होने वाली असुविधा दूर हुई। इससे न्यायालय में दर्ज प्रकरणों के निष्पादन में तेजी आई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 11 मई । हसदेव के जंगलों को बचाने के लिए शहर में गांधी चौक से नेहरू चौक के बीच मानव श्रृंखला निर्मित की गई। बड़ी संख्या में अलग-अलग समाज के लोग व्यापारी, सराफा एसोसिएशन, चार्टर्ड अकाउंटेंट एसोसिएशन, आर्किटेक्ट एसोसिएशन, इंजीनियर एसोसिएशन, होटल एसोसिएशन और भी अन्य अनेक संस्थाओं के लोग बिना किसी बैनर तले हसदेव को बचाने के लिए एकजुट हुए।
इस आंदोलन में कायस्थ समाज, सिंधी समाज, ब्राह्मण समाज व अन्य समाज के लोग एकजुट होकर मानव श्रृंखला बनाई। लोगों ने कहा कि वे हसदेव को बचाने के लिए आगे भी जन आंदोलनों से जुड़े रहना चाहते हैं। सरकार से मांग है कि हसदेव को जंगलों के काटने के लिए जो आदेश दिया गया है उसको वापस ले और हमारे हरे-भरे जंगलों को बचाएं। यह आंदोलन अब जब तक सरकार आदेश वापस नहीं लेती तब तक चलता रहेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 10 मई। जोनल मुख्यालय के रेलवे स्टेशन के दूसरे तरफ लोको कॉलोनी की ओर आज बहुप्रतीक्षित प्रवेश और टिकट काउंटर की सुविधा शुरू हो गई। यहां हावड़ा छोर से लोको कॉलोनी तक 20 फुट चौड़ा फुटओवरब्रिज और नये गेट के पास पार्किंग की व्यवस्था शुरू की गई। यहां तीन टिकट काउंटर खोले गए हैं, जहां फिलहाल जनरल टिकटों की ही बिक्री की जाएगी।
सुबह 11 बजे नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और सांसद अरूण साव के हाथों विधायक शैलेष पांडेय व महापौर रामशरण यादव की विशेष उपस्थिति में इस सुविधा का लोकार्पण हुआ। इस मौके पर मंडल रेल प्रबंधक आलोक सहाय व अन्य रेल अधिकारी उपस्थित थे।
कौशिक व अन्य अतिथियों ने कहा कि लंबे समय से इस सुविधा की प्रतीक्षा की जा रही थी, जिसे रेलवे ने पूरा किया है। यह ऐतिहासिक व सुखद पल है। इस सुविधा से बिलासपुर स्टेशन के दूसरे छोर, सिरगिट्टी,लोको कॉलोनी आदि के लोगों को सीधे स्टेशन में प्रवेश करने और टिकट खरीदने की सुविधा मिल जाएगी। अतिथियों ने रेलवे को यह सुविधा के लिए धन्यवाद दिया।
करगीरोड (कोटा ), 10 मई। सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की करगीरोड शाखा का सोमवार को नई जगह पर शुभारंभ हुआ, जहां लिक फेल रहा और सोमवार होने से बैंक के ग्राहकों को समस्या भी हुई । सेंट्रल बैंक दो साल से मेनरोड में वेंकट अग्रवाल के चाल में संचालित हो रहा था, जो कि अब महाशक्ति चौक के पास स्थान परिवर्तन के साथ शुरू हो रहा है , वहीं लिक फेल होने से ग्राहकों को असुविधा भी हुई। कई ग्राहकों ने बताया कि भीषण गर्मी में दुर दराज गांव से आए और ऐसे में लिंक फेल होने से काम नहीं हो पाया, अब पुन: कल फिर आना पड़ेगा, जो कि समस्या ही है। बैंक प्रबंधन को ग्राहकों की सुविधा का विशेष ध्यान रखना चाहिए ताकि दुर दराज से आने वाले ग्रामीणों को परेशानी का सामना न करना पडे़। अब ग्राहकों को नई जगह पर बैंक के शिफ्ट होने से आगे उम्मीद है कि उनके जरूरी काम पासबुक एंट्री, समय पर लेन-देन, आरटीजीएस, एफडीआर, और सबसे ज्यादा जरूरी बैंक के कर्मचारी ग्राहकों से अपना व्यवहार सही रखें।
कर्मचारियों ने निलंबन रद्द करने की मांग पर किया प्रदर्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 10 मई। रायगढ़ से बिलासपुर तक लाने के बजाए लोको पायलट और उसके सहायक ने नैला स्टेशन पर खड़ी कर दी और घर लौट आए। दोनों को रेलवे ने सस्पेंड कर दिया है जिसका यूनियन विरोध कर रहा है। उन्होंने प्रदर्शन कर निलंबन रद्द करने की मांग की है।
दरअसल मालगाड़ी को ट्रैक मिलने में इतनी देर हो रही थी कि रायगढ़ से नरेला तक पहुंचने में ही उसे 11.30 घंटे लग गए। लोको पायलट की ड्यूटी 7 घंटे की होती है इससे अधिक ड्यूटी करने के लिए अलग से मेमो जारी किया जाता है जो उनके ओवरटाइम में गिना जाता है। प्राय: 2-4 घंटों की देरी पर मेमो जारी करने से अधिकारी बचते हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक लोको पायलट रामेश्वर सिंह और सहायक लोको पायलट एसी प्रकाश रायगढ़ से माल गाड़ी लेकर बिलासपुर के लिए निकले थे लेकिन उन्हें महिला पहुंचने में 11.30 घंटे लग गए। इस पर उन्होंने अधिकारियों से बात की और कहा कि उनकी ड्यूटी के समय से अधिक हो चुकी है। अब उनके लिए नया मेमो जारी किया जाए। जैसा कि पायलट कह रहे हैं अधिकारी ने मेमो जारी करने से मना कर दिया और उन्हें बिलासपुर तक मालगाड़ी लाने के लिए दबाव डाला। लोको पायलट और सहायक लोको पायलट दोनों ने नैला स्टेशन पर ही मालगाड़ी को रोक दी और ड्यूटी छोडक़र चले आए। इस बात की जानकारी मिलने पर दोनों को सोमवार को निलंबित कर दिया गया।
दोनों कर्मचारियों के निलंबन के बाद पायलट और परिचालन से जुड़े कर्मचारियों ने लोको पायलट लॉबी के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका कहना है कि लंबी ड्यूटी करने के बावजूद उन्हें निलंबित कर आ जाना गलत है। 7 घंटे के बाद मालगाड़ी आगे ले जाने के लिए मेमो जारी नहीं करने वाले अधिकारी इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं।
25 लाख रुपए नगद व 40 तोला सोना बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 10 मई। पुलिस ने एक चोरी के एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है जो सूने घरों का गैस कटर से तोडक़र कीमती आभूषण पार कर लेता था। उसकी पत्नी और चोरी के जेवर खरीदने वाले सोनार तथा गलाने वाले को भी गिरफ्तार किया गया है।
चोरी की कई वारदातों का पता नहीं चलने के कारण पुलिस ने इन दिनों सिविल ड्रेस में छोटी-छोटी टुकड़ी में रात को गश्त करने और छिपकर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू की है। 8 मई को सिरगिट्टी इंडस्ट्रियल एरिया में गश्त के दौरान आधी रात को पैदल जा रहे एक संदिग्ध युवक को पुलिस ने पकड़ा। उसके हाथ में एक रॉड था और एक पर्स लटका हुआ था। सिरगिट्टी थाने में लाकर उससे पूछताछ हुई तो पता चला वह योगेश यादव उर्फ योगेश मसीह (46 साल) है जिसकी पहले से ही पुलिस तलाश कर रही थी।
आरोपी मध्य प्रदेश के कटनी जिले के करेली गांव का रहने वाला है, जो बीते कई साल से परसदा, चकरभाटा के आवास पारा में रहता है। लंबी पूछताछ के बाद उसने सन 2018 से लेकर अब तक 13 चोरी की घटनाओं को स्वीकार किया। चोरी करने के लिए वह सूने घरों में नजर रखता था। दरवाजे का ताला तोडऩे के लिए वह अपने साथ मिनी गैस सिलेंडर भी लेकर चलता था।आरोपी ने बताया कि उसने ज्यादातर घरों से सोने चांदी के आभूषण ही चुराए हैं। चोरी के बाद कुछ गहने वह अपने पास रख लेता था और बाकी अपनी पत्नी जैस्मिन को देता था, जो ये गहने तिलकनगर के सोनार भागीरथी सोनी के पास ले जाकर बेच देता था। भागीरथी इस सोने को गोंडपारा में सोना चांदी गलाने का काम करने वाले शेख आलम को दे देता था।
आरोपियों से 25 लाख रुपए नगद, 40 तोला सोना और 2 किलो चांदी बरामद की गई है। सभी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उनको जेल भेज दिया गया है।
अमृत महोत्सव के अवसर पर सीवीआरयू एवं 7 सीजी बटालियन का आयोजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 10 मई। आजादी के 75 वर्षगांठ अमृत महोत्सव के अवसर पर डॉ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय के गोद ग्राम टाडा में शहीद भंवर सिंह के परिवार को सम्मानित किया गया। इस अवसर प्रधानमंत्री कार्यालय दिल्ली से प्राप्त स्मृति चिन्ह को 7 सीजी बटालियन के अधिकारियों ने शहीद परिवार को प्रदान किया। विश्वविद्यालय ने उन्हें शाल व श्रीफल प्रदान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी की 75 वर्षगांठ अमृत महोत्सव के अवसर पर आव्हान किया है कि देश के सभी शहीद परिवारों को सम्मानित किया जाए। सम्मान के लिए 7 सीजी बटालियन को स्मृति चिन्ह प्राप्त हुआ है। सीवीआरयू के गोद ग्राम टाडा निवासी शहीद भंवर सिह, सिपाही 1965 में कश्मीर में शहीद हो गए थे। इस अवसर पर शहीद भंवर सिह सिपाही के पुत्र लखनलाल को विश्वविद्यालय में सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में एस.के.दास, गु्रप कमांडर एनसीसी, कर्नल एस.के.गुप्ता सीईओ 7 सीजी बटालियन, उप कुलसचिव लोकेश थीटे, डॉ.एम.के.तिवारी प्राचार्य इंजीनियरिंग,डीएसडब्लूडॉ.मनीष उपाध्याय, डीन एजुकेशन डॉ. जयशंकर यादव,एनसीसी अधिकारी संदीप सिंह, गोद ग्राम प्रभारी डॉ अनुमन तिवारी, सुबेदार जगदीश चंद्र,हवलदार प्रमोद पटेल सहित एनसीसी के कैडेट्स उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 10 मई। बलरामपुर जिले के सिंदूर नदी में बन रहे पुल का लोकेशन बदलने के खिलाफ लगाई गई याचिका के निराकरण के बाद अब हाईकोर्ट ने नए तथ्य सामने आने पर रिव्यू पिटिशन दायर करने की छूट दी है।
बलरामपुर जिले के सिंदूर ग्राम पंचायत के पास स्थित सिंदूर नदी के लिए एक पुल की स्वीकृति दी गई थी। पुल के लिए टेंडर स्वीकृत कर निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई थी लेकिन इसी बीच अचानक निर्माण स्थल बदल दिया गया। पुल को लगभग 5 किलोमीटर दूर जंगल के क्षेत्र में बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई। शासन के इस फैसले को दिनेश कुमार गुप्ता ने वकील धीरेंद्र पांडे के माध्यम से हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाकर चुनौती दी। याचिका में कहा गया था कि पहले जिस जगह पर पुल तय की गई थी, उससे आसपास के अनेक गांवों को आवागमन की सुविधा मिलती। अब जिस जगह पर पुल का निर्माण हो रहा है वह मुख्य सडक़ से लगभग एक किलोमीटर दूर है। इसके निर्माण से वन क्षेत्र भी प्रभावित होगा और पुल की लागत भी कई गुना बढ़ जाएगी। सुनवाई के दौरान शासन की ओर से कहा गया था कि पुल का निर्माण करीब 30 प्रतिशत पूरा हो चुका है, इसलिए इस पर रोक नहीं लगाना चाहिए। शासन का जवाब मिलने पर हाईकोर्ट ने याचिका का निराकरण कर दिया था।
इसके बाद याचिकाकर्ता ने पुन: एक आवेदन देकर हाईकोर्ट में बताया कि शासन का यह कहना गलत है कि पुल का 30 प्रतिशत निर्माण हो चुका है। स्थल पर केवल कुछ निर्माण सामग्री ही लाकर रखी गई है, जबकि निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। इस संबंध में याचिकाकर्ता की ओर से फोटोग्राफ्स, वीडियो और दस्तावेज प्रस्तुत किए गए।