राजपथ - जनपथ

छत्तीसगढ़ की धड़कन और हलचल पर दैनिक कॉलम : राजपथ-जनपथ : बुलडोजर हो तो ऐसा चले...
23-Jun-2022 5:42 PM
छत्तीसगढ़ की धड़कन और हलचल पर दैनिक कॉलम : राजपथ-जनपथ : बुलडोजर हो तो ऐसा चले...

बुलडोजर हो तो ऐसा चले...

न्यूयार्क शहर के मेयर के दफ्तर ने अभी एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें पहाड़ की तरह का एक बड़ा बुलडोजर सैकड़ों महंगी मोटरसाइकिलों को कुचलते हुए चल रहा है। इस शहर में वहां गैरकानूनी तरीके से चलाई जाने वाली पहाड़ी और रेगिस्तानी इलाकों लायक बनी अधिक ताकतवर मोटरसाइकिलों पर रोक लगी हुई है क्योंकि शहर में उनकी जरूरत नहीं है, और उनसे लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ती है। यह शहर इस बरस अब तक दो हजार ऐसी गाडिय़ां जब्त कर चुका है, और उनमें से 900 गाडिय़ों को सार्वजनिक रूप से बुलडोजर से कुचलकर खत्म किया गया है।

हिन्दुस्तान में भी किसी-किसी शहर में जब्त अवैध शराब रोड-रोलर से कुचलकर बहाई जाती है, और किसी-किसी शहर में मोटरसाइकिलों पर लगाए गए गैरकानूनी साइलेंसरों, और बड़ी गाडिय़ों में लगाए गए प्रेशर हॉर्न को भी रोड-रोलर से कुचला गया है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ऐसी हजारों महंगी मोटरसाइकिलें दौड़ रही हैं जिनकी नंबर प्लेटों के साथ छेडख़ानी है, और साइलेंसरों को बिगाडक़र भारी आवाज करने वाला बनाया गया है। दर्जनों मोटरसाइकिलें ऐसी हैं जिनके साइलेंसर बंदूक की गोली चलने जैसी आवाज करते हैं। अब यहां सरकार का हौसला ऐसी गाडिय़ों को कुचलने का हो या न हो, ऐसी गाडिय़ों के साइलेंसरों को तो निकालकर सार्वजनिक रूप से रोड-रोलर से कुचला जा सकता है, और बाकी लोगों को उससे एक सबक मिल सकता है। दूसरों का जीना हराम करने के साथ-साथ ऐसी गाडिय़ां गुंडागर्दी को भी बढ़ावा देती हैं, और पुलिस को शायद ही इनसे कोई संगठित उगाही होती होगी। अब अफसर अपनी इस न्यूनतम जिम्मेदारी को भी पूरा नहीं कर रहे हैं, और सत्ता पर बैठे नेताओं को भी इसकी कोई फिक्र नहीं दिखती है।

कुर्सी खोने का बुरा तो लगेगा ही

हाईकोर्ट के आदेश के बाद सरगुजा विश्वविद्यालय के कुलपति पद पर प्रो. रोहित प्रसाद बहाल हो गए। मगर निवर्तमान कुलपति अशोक सिंह ने कुर्सी नहीं छोड़ी है। वे विश्वविद्यालय की गाड़ी लेकर कहीं चले गए हैं। उनका कोई अता-पता नहीं हैं। चर्चा है कि बनारस विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रहे अशोक सिंह ने कुलपति पद पाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया था। साधन-संसाधन झोंकने के बाद किसी तरह कुलपति बनने में कामयाब रहे। सालभर भी नहीं हुए, और उन्हें पद से हटना पड़ा है। इतना सब कुछ करने के बाद भी कुर्सी हाथ से निकल गई है, तो बुरा लगना स्वाभाविक है।

उइके के लिए भी कोशिश...

चर्चा है कि राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके का नाम भी एनडीए से राष्ट्रपति प्रत्याशी के लिए विचरण जोन में था। अनुसुईया उइके केंद्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य रही हैं। मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री भी रही हैं।  कुछ महीने पहले एक निजी विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में विवि नियामक आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष ने तो मंच से राज्यपाल अनुसुईया उइके को राष्ट्रपति पद के लिए उपयुक्त प्रत्याशी बता दिया था। वे यही नहीं रूके, उन्होंने आगे यह भी कहा था कि वो खुद डोभाल साब से बात करेंगे। अध्यक्ष महोदय ने कोशिश की या नहीं, यह कोई नहीं जानता। लेकिन अनुसुईया राष्ट्रपति प्रत्याशी बनने से रह गईं।

अब बिजली बिल के नाम पर ठगी..

ऑनलाइन ठगी का जाल चारों तरफ फैलता जा रहा है। हाल के दिनों में बिजली बिल भुगतान बाकी होने के नाम पर भी लोगों से ठगी के मामले बढ़ गए हैं। बिजली उपभोक्ताओं को स्पैम एसएमएस भेजकर डराया जाता है कि आज रात उनके घर की बिजली डिस्कनेक्ट कर दी जाएगी। उपभोक्ता को प्ले स्टोर में जाकर एक ऐप डाउनलोड करने और उसके बाद एक मोबाइल नंबर पर संपर्क करने कहा जाता है। घबराया हुआ उपभोक्ता ऐसा ही करता है और फोन करता है। वह बताता है कि हमने तो बिल पटा दिया था। मोबाइल पर जवाब देने वाला फिर भयभीत करता है कि आपका भुगतान हमारे यहां अपडेट नहीं हुआ है, तत्काल फिर जमा करें। और उसी ऐप के जरिये वह बैंक एकाउंट की जानकारी लेकर पैसे पार कर देता है। अब सीएसपीडीसीएल ने सतर्क किया है कि भुगतान के लिए मोर बिजली ऐप के अलावा उपभोक्ता कोई दूसरा ऐप डाउनलोड न करें। जो एसएमएस भेजे जाते हैं वे अनजान नंबर या स्त्रोत से नहीं बल्कि सीएसपीडीसीएल सेंटर के नाम से भेजे जाते हैं। हाल ही में रायगढ़, बिलासपुर, रायपुर जिले के कई उपभोक्ताओं को ये ठग लाखों रुपयों का चूना लगा चुके हैं, इसलिए चिंता जायज है।

अंतरात्मा से अपील बस होने वाली है...!

छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य ओडिशा की रहने वालीं और एक दूसरे पड़ोसी राज्य झारखंड में राज्यपाल रह चुकीं द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति बनना लगभग तय है। यह संयोग ही है कि उनके जन्म, कर्मभूमि वाले इस बेल्ट के तीनों राज्यों में भाजपा की सरकारें नहीं है। ओडिशा और छत्तीसगढ़ में तो उनके विधायकों की संख्या बहुत कम भी है। 

ओडिशा का बीजू जनता दल लंबे समय तक एनडीए में रहा। कंधमाल जिले में भडक़ी हिंसा के दौरान स्वामी लक्ष्मानंद सरस्वती की मौत के बाद उनके बीच दरार आ गई थी। 2009 के बाद से बीजू जनता दल मोटे तौर पर अकेले ही चुनाव लड़ रहा है। तब से हर चुनाव में वह वहां की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा को कड़ी शिकस्त दे रहा है। इस समय 147 में 114 विधायक बीजद के हैं। भाजपा के सिर्फ 22 हैं। संसद के दोनों सदनों में 12-12 सदस्य हैं। इस आंकड़े का राज्यसभा चुनाव में तीन फीसदी तक असर होना है। बिना देर किए बीजेडी ने मुर्मू के समर्थन देने की घोषणा कर दी है। निश्चित ही, यह राज्य के लोगों की भावनाओं का सवाल था।

झारखंड में फैसला लेना ओडिशा की तरह आसान नहीं है। वहां झामुमो की सरकार कांग्रेस और दूसरे दलों के साथ गठबंधन पर बनी है। विपक्ष के साझा प्रत्याशी यशवंत सिन्हा इसी राज्य से आते हैं। अब, यह तय करना कठिन हो रहा है कि आदिवासी और वह भी महिला उम्मीदवार को वोट न दिया जाए। यही वजह है कि सत्तारूढ़ गठबंधन के प्रमुख हेमंत सोरेन ने अब तक इस बारे में कोई साफ घोषणा नहीं की है।

छत्तीसगढ़ के बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को आदिवासी सीटों पर जबरदस्त सफलता मिली थी। 29 में से सिर्फ दो पर भाजपा ने जीत हासिल की। पार्टी के निर्देश के मुताबिक इन 27 आदिवासी विधायकों को भी विपक्ष के साझा उम्मीदवार के साथ ही जाना पड़ेगा, भले ही उनकी हार तय दिख रही हो। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के 3 विधायक मुर्मू को वोट देंगे, यह उम्मीदवारी घोषित करने के बाद ही तय कर लिया गया है। बसपा के दो विधायक हैं, जो बहनजी से मिलने वाले निर्देश की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

हालांकि एनडीए के बाहर होने के बावजूद बीजू जनता दल का समर्थन मिल जाने के बाद मुर्मू की स्थिति काफी मजबूत हो चुकी है। इसके बावजूद प्राय: हर राष्ट्रपति चुनाव में विधायक-सांसदों से अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने की अपील की जाती है, ताकि कोई कसर बाकी न रहे। झारखंड और छत्तीसगढ़ दो ऐसे राज्य हैं, जहां आदिवासी विधायकों की संख्या बड़ी है, पर ये भाजपा के नहीं है। मुमकिन है ऐसे में मतदान से पहले उनसे अपील की जाए कि वे अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनें। क्या पता, कुछ लोग सुन भी लें। 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news