राजपथ - जनपथ
पूर्व सीएम रमन सिंह के करीबी एक पूर्व सांसद को पार्टी के आदिवासी सांसद पर कटाक्ष करना भारी पड़ गया। पूर्व सांसद को एक विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाया गया है। सुनते हैं कि पूर्व सांसद ने पिछले दिनों अपने प्रभार वाले विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई। बैठक में स्थानीय आदिवासी सांसद की सक्रियता पर सवाल उठा दिए, और क्षेत्र विशेष में ज्यादा ध्यान देने पर मजाक उड़ा दिया।
पार्टी के भीतर यह चर्चा है कि सांसद महोदय अपने किसी प्रिय कार्यकर्ता की वजह से क्षेत्र विशेष का ज्यादा दौरा करते हैं, लेकिन यही बात पूर्व सांसद ने खुले तौर पर बैठक में की, तो सांसद महोदय भडक़ गए। उन्होंने पार्टी के भीतर आदिवासी नेतृत्व को खत्म करने की साजिश तक करार दिया। सांसद महोदय ने इसकी शिकायत प्रदेश प्रभारी पुरंदेश्वरी तक पहुंच गई है। पूर्व सांसद फोन पर सांसद को सफाई दे रहे हैं, लेकिन सांसद महोदय का गुस्सा कम नहीं हो रहा है।
इस ऑनलाइन क्राइम पर भी रोक लगेगी?
छुरा में 35 साल के एक युवक को पुलिस ने आईटी एक्ट में गिरफ्तार किया है। चाइल्ड पोर्न वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने का आरोप है। आईटी एक्ट की धारा 67 बी एक गंभीर धारा है जिसमें पांच साल की सजा और, या दस लाख रुपये का अर्थदंड लगाने का प्रावधान है। इसमें पुलिस ने आईटी एक्ट के अलावा आईपीसी की धारा 294 भी जोड़ी है, जो अश्लील गाने, दृश्य आदि के सार्वजनिक प्रदर्शन के चलते दर्ज होता है। इसमें अलग तीन माह की सजा है।
कुछ साल पहले सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी, जिसमें भारत में इंटरनेट पर अश्लील सामग्री की प्रचुरता को देखते हुए इस पर पाबंदी लगाने की मांग की गई थी। केंद्र सरकार ने अपने जवाब में बताया था कि अलग-अलग 1500 से ज्यादा बेबसाइट्स भारत में ब्लॉक की गई है लेकिन इसके बाद भी शिकायतें आने लगी। दरअसल वे पोर्न साइट्स कार्रवाई होने के बाद नए यूआरएल से प्लेटफॉर्म में दाखिल हो जाते हैं। सरकार ने यह जरूर किया कि चाइल्ड पोर्न पर रोक लगाने के लिए गूगल और दूसरे सर्च इंजन को बैन करने कहा। दुनिया भर में ऐसा किया जाता है। इसके बावजूद चाइल्ड पोर्न के वेबसाइट्स पूरी तरह खत्म नहीं हुए हैं। लोग इन्हें डाउनलोड कर रहे हैं और शेयर भी कर रहे हैं। विदेशों से होते-होते छोटे-छोटे गांवों में मोबाइल पर पहुंच रहे हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की एक बड़ी तकनीकी टीम काम करती है जो पोर्न वीडियो डाउनलोड और शेयर करने वालों की देशभर में पहचान इन पर कार्रवाई के लिए राज्य पुलिस को सूचना भेजती है। राज्य पुलिस को की गई कार्रवाई की जानकारी भी ब्यूरो को भेजनी होती है।
दो साल पहले ब्यूरो ने छत्तीसगढ़ पुलिस को 40 मोबाइल नंबर एक साथ भेजे थे। राजधानी पुलिस ने तब चाइल्ड पोर्नोग्रॉफी में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद कुछ और गिरफ्तारियां दूसरे जिलों से हुईं। अब इसका सिलसिला चल पड़ा है। ताजा मामले में आरोपी की उम्र 35 साल है। पर ज्यादातर ऐसी घटनाओं में स्कूल कॉलेज के छात्र हैं, जिनके पास इंटरनेट है, इसके इस्तेमाल की अनियंत्रित आजादी तो है पर कानून की जानकारी नहीं। जिस तरह से साइबर से जुड़े ठगी व दूसरे किस्म के अपराधों की रोकथाम के लिए पुलिस जागरूकता अभियान चलाती है, इस गंभीर मुद्दे उसकी चिंता कम दिखती है।
जूता पॉलिश करने की हैसियत...
रेलवे ने प्लेटफॉर्म को साफ-सुथरा रखने के अभियान में जिन छोटे-मोटे रोजगार वालों को प्लेटफॉर्म से बाहर किया है, उनमें किसी कोने में बैठे जूता पॉलिश करने वाले लोग भी हैं। कमाई बढ़ाने के लिए कई तरह के रिसर्च कर रही रेलवे ने अब तय किया है कि इस आम धंधे को भी खास बनाया जाएगा। अब जूता पॉलिश के लिए टेंडर निकाला जाएगा। रायपुर में टेंडर लेने के लिए 51 हजार रुपये जमा करने होंगे। इसके अलावा तीन साल में रेलवे को करीब ढाई लाख रुपये की फीस जमा करनी होगी। यह जरूरी नहीं कि जिसके नाम पर टेंडर निकल रहा है वही जूता चमकाने बैठ जाए। वह किसी और को इस काम में लगा सकता है। मतलब यह है कि अब जूता पॉलिश करने वाला रकम अपने पास नहीं रखेगा। उसे ठेकेदार की नौकरी करनी पड़ेगी। इसका असल हिस्सा रेलवे और ठेकेदार में ही बंटेगा। टिकट, साइकिल स्टैंड, पानी बॉटल जैसी चीजों के लिए जेब टटोलने वाले यात्रियों को अब जूता पॉलिश कराने के पहले भी ऐसा करना पड़ सकता है।
यह निश्चल हंसी...
पैरा खुखड़ी इन दिनों बाजार में खूब बिकने आ रहे हैं। यह पुटु या मशरूम का देसी रूप है, जो पैरावट में अपने आप उगता है। व्यावसायिक तरीके से उगाये जाने वाले मशरूम से इसे ज्यादा स्वादिष्ट कहा जाता है। यह तस्वीर सरगुजा के हाट से ली गई है। [email protected]