राजपथ - जनपथ
एक अलग तरह का संयोग
भानुप्रतापपुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी चुनाव जीत जाती हैं, तो जिले की तीनों सीट को लेकर एक अलग तरह का संयोग बन सकता है। सावित्री पेशे से सरकारी शिक्षिका हैं, और वो नौकरी छोडकऱ चुनाव मैदान मेें उतरी हैं। जिले के दो अन्य सीट पर भी रिटायर्ड अफ़सर विधायक बने हैं। कांकेर सीट से रिटायर्ड आईएएस शिशुपाल सोरी विधायक हैं, तो अंतागढ़ सीट का प्रतिनिधित्व थानेदारी छोडकऱ सक्रिय राजनीति में आने वाले अनूप नाग कर रहे हैं।
ट्रेन क्या उडक़र आने वाली है?
जैसा कि रेलवे ने ऐलान किया है इन दिनों 22 गाडिय़ां रद्द चल रही हैं। 9 ट्रेनों को दूसरे रूट से भी चलाया जा रहा है। इनमें से 12810 हावड़ा-मुंबई मेल भी है। सुबह यह ट्रेन झारसुगुड़ा से अलग रास्ते से मुंबई की ओर मुड़ी। रेलवे की ऑनलाइन इंक्वारी सिस्टम ने चेक करने पर सुबह 9. 30 मिनट पर बताया कि यह दुर्ग में सही समय 9.40 तक पहुंच जाएगी। मगर यही ऐप यह भी बता रहा है कि ट्रेन 3.35 घंटे लेट करीब 7.30 बजे झारसुगुड़ा से छूटी है। यानि करीब दो घंटे में झारसुगुड़ा से दुर्ग पहुंच जाएगी, जिसकी दूरी करीब 350 किलोमीटर है। रेलवे ने अभी बिलासपुर डिवीजन में कुछ ट्रेनों को अधिकतम 130 किलोमीटर की रफ्तार से चलाने का ट्रायल किया है, सिर्फ ट्रायल। दुर्ग में यदि सचमुच ट्रेन सही समय पर पहुंच जाती तो उसे 175 किलोमीटर की रफ्तार से चलना होता। इसी तरह से 15 नवंबर को जो जानकारी रेलवे ने दी है उसके मुताबिक सुबह यह रेंगाली स्टेशन पर सुबह 8.10 बजे पर पहुंची थी और 8.40 को निर्धारित समय पर, बिना देर किए रायपुर पहुंच जाएगी। रेंगाली से रायपुर की दूरी करीब 250 किलोमीटर है। यानि करीब 500 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार! एक यात्री ने रेलवे को ट्वीट कर पूछा है कि क्या ट्रेन उडक़र आने वाली है? पहले रेल मंत्री तक खुद ऐसे ट्वीट पढ लिया कर लेते थे, पर, लगता है अब ऐसी बाढ़ आ गई है कि जवाब मनुष्य नहीं, तकनीक से दिया जा रहा है। रेलवे ने ट्वीट के जवाब में लिखा है- आप अपना पीएनआर नंबर भेजिये, शिकायत की जांच कराएंगे।
गर्व की बात तो तब होगी जब..
छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश जैसे आदिवासियों की बहुलता वाले राज्यों में आदिवासी समुदाय ने कल जनजातीय गौरव दिवस मनाया। इस मौके पर पारंपरिक नृत्यों का भी शानदार प्रदर्शन किया। छत्तीसगढ़ में तो हाल ही में आदिवासी नृत्य महोत्सव भी हुआ। सरकारी आयोजनों में आदिवासी युवाओं के नृत्यों का अलग ही आकर्षण होता है। गणतंत्र दिवस का राष्ट्रीय समारोह उनकी भागीदारी के बिना अधूरा लगता है। पर, इसी समुदाय से आने वाले एक युवा की प्रतिक्रिया यह है- मेरे लिए आदिवासी गौरव दिवस वह दिन होगा, जब रांची, रायपुर, भोपाल जैसे एयरपोर्ट से 20 से 25 प्रतिशत ट्रैवलर्स आदिवासी होंगे। देश की समृद्धि में आज उनको कितना हिस्सा मिला है? आदिवासी बिजनेसमैन कितने हैं? आदिवासी सिर्फ नाचने के लिए नहीं हैं।
सतरंगी नकल
मोदी सरकार ने सात रंगों के नोट जारी किए हैं। लीक से हटकर ये ऐसे रंग हैं कि अभी लगातार इनके नकली नोट बने हुए मिल रहे हैं। दो हजार रूपये के नोट की नकल वाले आठ करोड़ के नोट अभी मुम्बई में पकड़ाए। और बच्चों के खेल के लिए भी तरह-तरह की नकल बाजार में है जिसमें से कई नोटों को लोग असली समझकर ले भी रहे हैं, और दे भी रहे हैं। ऐसा ही एक नोट दो सौ रूपये का मिला है जो हूबहू असली सरीखा है, ध्यान से देखने पर उसमें लिखी हुई बातें असली से अलग हैं। ऐसा नोट छापना जुर्म भी है, लेकिन यह धड़ल्ले से जारी भी है। लोगों को याद होगा कि अभी कुछ हफ्ते पहले ही गुजरात की एक एम्बुलेंस से 25-50 करोड़ रूपये के दो हजार वाले नोट मिले थे जिनमें बारीक अक्षरों में फिल्म की शूटिंग के लिए छापना बताया गया था। वह भी जुर्म था। कम दाम वाले नकली नोट शाम के फुटपाथी बाजार में कम रौशनी में आसानी से खप सकते हैं, और जिन्हें देखने में थोड़ी सी दिक्कत है वे लोग धोखा खा सकते हैं।
कुछ तो बात है...
छत्तीसगढ़ की एक कलेक्टर जांच में घिरी हुई है, और ईडी की बहुत बड़ी तोहमत खनिज घोटाले की है। अब ऐसे में जब यह कलेक्टर बैठक लेकर अवैध खनिज परिवहन पर रोक लगाने का हुक्म देती है, तो वह समाचार कम कार्टून अधिक लगता है। कुछ तो बात ऐसे लोगों के हौसले में रहती है जो कि वे इतना सब कुछ हो जाने के बाद भी मातहत लोगों से ईमानदारी की उम्मीद का हौसला रखते हैं।