इतिहास

इतिहास में 14 जनवरी
14-Jan-2023 5:54 PM
इतिहास में 14 जनवरी
  • 14 जनवरी : पानीपत की तीसरी लड़ाई की शुरूआत
  • नयी दिल्ली, 14 जनवरी। भारत के इतिहास में 14 जनवरी की तारीख का एक खास महत्व है। 1761 में 14 जनवरी के दिन अफगान शासक अहमद शाह अब्दाली की सेना और मराठों के बीच पानीपत की तीसरी लड़ाई हुई थी। इस युद्ध को 18वीं सदी के सबसे भयंकर युद्ध के रूप में याद किया जाता है, जिसमें मराठों को हार का सामना करना पड़ा। इस लड़ाई में एक ही दिन में हजारों लोगों की मौत हुई और मराठों के बढ़ते साम्राज्य विस्तार पर न सिर्फ रोक लग गई बल्कि औरंगजेब की मौत के बाद कमजोर हुए मुगलिया शासन के स्थान पर देश में भगवा परचम लहराने की संभावनाएं भी धूल में मिल गईं।
  • देश दुनिया के इतिहास में 14 जनवरी की तारीख्र पर दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है: -
  • 1514 : पोप लियो दशम ने दासता के विरुद्ध आदेश पारित किया ।
  • 1551: अकबर के नवरत्नों में शामिल अबुल फजल का जन्म ।
  • 1760: फ्रांसीसी जनरल लेली ने पांडिचेरी को अंग्रेज़ों के हवाले कर दिया ।
  • 1761 : मराठों और अफगान शासक अहमद शाह अब्दाली के बीच पानीपत की तीसरी लड़ाई।
  • 1809 : इंग्लैंड और स्पेन ने ‘नेपोलियन बोनापार्ट‘ के ख़िलाफ़ गठबंधन किया ।
  • 1926 : प्रख्यात लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता महाश्वेता देवी का जन्म । 1969 : मद्रास का नाम बदलकर तमिलनाडु रखा गया।
  • 1937 : छायावादी कवि जयशंकर प्रसाद का निधन ।
  • 1974 : विश्व फुटबाल लीग की स्थापना की गयी।
  • 1975 : सोवियत संघ ने अमेरिका के साथ व्यापार समझौते को समाप्त किया।
  • 1982 : इंदिरा गांधी ने नये 20 सूत्री आर्थिक कार्यक्रम का ब्यौरा पेश किया।
  • 2007: नेपाल में अंतरिम संविधान को मंजूरी मिली।
  • 2020 : केरल सरकार ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। केरल ऐसा कदम उठाने वाला पहला राज्य बना।
  • 1610-  गैलिलियो गैलिली ने ज्युपिटर का चौथा चन्द्रमा खोजा जिसे कैलिस्टो के नाम से जाना जाता है। हाल में पता चला है कि कैलिस्टो, बुध ग्रह से भी बड़ा है तथा वहां के धरातल पर काफी मात्रा में बर्फ और द्रव जल मौजूद है।
  • 1607 - स्पेन में राष्ट्रीय दिवालिएपन की घोषणा के बाद  बैंक ऑफ जेनेवा  का पतन हुआ।
  • 1709- मुग़ल शासक बहादुर शाह प्रथम ने सत्ता संघर्ष में अपने तीसरे भाई कमबख्श को हैदराबाद में पराजित किया।
  • 1818- उदयपुर के राणा ने मेवाड़ के संरक्षण के लिए अंग्रेज़ों के साथ संधि की।
  • 1849 - द्वितीय आंग्ल सिख युद्ध के दौरान चिलियांवाला की प्रसिद्ध लड़ाई शुरू हुई।
  • 1889- असम के युवाओं ने अपनी साहित्यिक पत्रिका  जोनाकी  का प्रकाशन शुरू किया।
  • 1910 - न्यूयॉर्क शहर में दुनिया का पहला सार्वजनिक रेडियो प्रसारण प्रारम्भ हुआ।
  • 1948- राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हिन्दू-मुस्लिम एकता बनाए रखने के लिए आमरण अनशन शुरू किया।
  • 1976-मुद्रित सामग्री को पढऩे वाली पहली मशीन का उसके आविष्कारक रेमन्ड कजऱ्वेल द्वारा सार्वजनिक प्रदर्शन किया गया। 
  • 1999 - नूर सुल्तान नजरवायेव पुन: कजाकिस्तान के राष्ट्रपति चुने गए।
  • 2009 - जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारुख़ अब्दुल्ला नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष बनाए गए। 
  • 1870  अमेरिकी जीवविज्ञानी रॉस ग्रैन्विले हैरिसन का जन्म हुआ, जिन्होंने सर्वप्रथम सफल जीव-ऊतक संवर्धन (टिश्यू कल्चर) विकसित किया। वे अंग प्रत्यारोपण तकनीक के अग्रणी रहे। प्राथमिक प्रयोग में उन्होंने अलग रंगों के मेढकों के भ्रूण के भागों को आपस में जोड़ा और इस तरीके से उत्पन्न भ्रूण के विकास के समय कोशिकाओं की गति का अवलोकन किया। (निधन-30 सितम्बर 1959)
  • 1858 -जर्मन शरीर क्रिया वैज्ञानिक तथा रोगविज्ञानी ऑस्कर मिनकोस्की का जन्म हुआ, जिन्होंने प्रस्तावित किया कि मधुमेह (डायबिटीज़) अग्न्याशय (पैंक्रियाज़) के किसी तत्व (बाद में हार्मोन इंस्युलिन पाया गया) के अवरोध का नतीजा है। शरीर में वसा का उपापचय कैसे होता है, यह ज्ञात करने के बाद 1889 में ऑस्कर मिनकोस्की तथा जोसफ वॉन मेरिंग ने मधुमेह में अग्न्याशय की भूमिका से परदा उठाया। (निधन-18 जुलाई 1931)
  • 1900-नॉर्वे के रसायनज्ञ  पीटर वॉग का निधन हुआ, जिन्होंने अपने जीजाजी केटो गुल्डबर्ग के साथ 1864 में  द्रव्यमान अनुपाती अभिक्रिया (मास ऐक्शन) का सिद्धांत प्रकाशित किया। सिद्धांत के अनुसार किसी रासायनिक परिवर्तन की दर उसके अभिकारकों के सांद्रण पर निर्भर करती है। (जन्म-29 जून 1833)  
  • 1875-आयरलैण्ड के सर्जन  रॉबर्ट ऐडम्स का निधन हुआ, जो हृदय, श्वसन, नस, तथा जोड़ों की बीमारियों की जानकारी में योगदान के कारण जाने जाते हैं, खासकर वात-रोग जिससे वे खुद भी पीडि़त थे। उन्होंने एक ऐसी स्थिति के बारे में बताया जिसमें हृदय की धडक़नें मंद हो जाती हैं, क्षणिक चक्कर आते हैं और मांसपेशियां जल्दी-जल्दी संकुचित होती हैं। जिसे अब ऐडम स्टोक्स रोग या सिन्ड्रोम के नाम से जाना जाता है।(जन्म-1791। (भाषा)

 

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