राजपथ - जनपथ

सादगी पसंद राहुल
राहुल गांधी सादगी पसंद हैं। रायपुर आए, तो उनके लिए नवा रायपुर के मे-फेयर रिसॉर्ट में सुईट बुक किया गया था, लेकिन उनके सहयोगियों ने पार्टी के पदाधिकारियों को बता दिया कि वो सामान्य कमरे में रूकेंगे। इसके बाद राहुल आए, और सुईट के बजाए सामान्य कमरे में रूके। कुछ देर आराम करने के बाद सडक़ मार्ग से तखतपुर के लिए निकल गए। उनके साथ एक ही गाड़ी में सीएम भूपेश बघेल, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, प्रदेश प्रभारी सैलजा, और दीपक बैज भी रवाना हुए।
छत्तीसगढ़ी माटीपुत्र रामेश्वर तेली
केन्द्रीय उद्योग राज्यमंत्री रामेश्वर तेली यहां आए, तो कांग्रेस और भूपेश सरकार पर हमलावर रहे। रामेश्वर तेली वैसे तो असम के डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट से आते हैं। मगर वो मूलत: छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं। रामेश्वर तेली का जन्म भी डिब्रूगढ़ के दुलियाजान कस्बे में हुआ था। रामेश्वर तेली के दादा कामकाज के सिलसिले में असम गए थे, और वहीं के होकर रह गए।
रामेश्वर तेली को भाजपा यहां चुनाव प्रचार में उतार रही है। उन पर प्रदेश की सबसे ज्यादा आबादी वाले पिछड़ा वर्ग साहू (तेली) समाज को साधने की जिम्मा है। वे परिवर्तन यात्रा में शिरकत करने यहां आए हुए थे, और करीब आधा दर्जन से अधिक सभाओं में संबोधित किया। उन्होंने साहू समाज के बड़े नेता, और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की उपेक्षा का आरोप भी लगा दिया। वे यह कहने से नहीं चूके कि ताम्रध्वज को सीएम प्रोजेक्ट किया था, लेकिन कांग्रेस ने उनके साथ धोखा किया।
न सिर्फ रामेश्वर तेली बल्कि झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास को भी भाजपा ने परिवर्तन यात्रा में सभा लेने के लिए बुलाया है। रघुवर दास मूलत: राजनांदगांव जिले के रहने वाले हैं, और वो भी साहू समाज से आते हैं। रघुवर दास भी रामेश्वर तेली की तरह साहू वोटरों को भाजपा की तरफ मोडऩे की मुहिम में जुटे हुए हैं। दोनों को इसमें कितनी सफलता मिलती है, यह तो आने वाले समय में पता चलेगा।
समाज और जाति, उपजाति
भाजपा के संकल्प पत्र में इस बार समाजों की मांगों ,सुझावों को बड़ा महत्व मिलने जा रहा है । इन पर होम वर्क तेजी से जारी है। और यह काम अमित भाई शाह की निगरानी में अरुण जामवाल और पवन साय कर रहे हैं । पार्टी ने इसके लिए छत्तीसगढ़ में बसे समाजों की लंबी फेहरिस्त बनाकर उनके साथ मॉर्निंग-इवनिंग टी, लंच-डिनर पर बैठक तय की है। पार्टी के रणनीतिकारों के मुताबिक छत्तीसगढ़ में आबादी के अनुसार कुल 48 समाज हैं। इनमें और जोड़-घटाना करते हुए और उपजातियों की लिस्ट बनाई गई तो लिस्ट बढक़र 162 तक हुई । अब इन सबके प्रमुखों वरिष्ठ जनों के साथ बैठक में उनकी समस्याएं, सुझाव सुनकर उनकी मांगे नोट की जा रहीं हैं। दावा है कि ये मांगे संकल्प पत्र का प्रमुख हिस्सा बनेंगी।
पदाधिकारियों को हिदायत
भाजपा ने रायपुर में परिवर्तन यात्रा के जोरदार स्वागत की रणनीति बनाई है। चारों विधानसभा क्षेत्र के कुल 50 जगहों पर यात्रा के स्वागत की तैयारी चल रही है। इसमें कई दिक्कत भी आ रही है। वो यह कि गणेशोत्सव की वजह से सडक़ों पर भीड़ ज्यादा है। पंडाल आदि भी उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं।
पार्टी के रणनीतिकारों ने जिले के पदाधिकारियों को साफ तौर पर हिदायत दे रखी है कि रायपुर से ही माहौल पूरे प्रदेश में बनेगा। ऐसे में स्वागत में किसी तरह की कमी नहीं हो। चूंकि पहले यहां एक-दो कार्यक्रम फ्लाप हो चुके हैं। इन सबके चलते जिले के पदाधिकारी परेशान हैं।