राजपथ - जनपथ

राजपथ-जनपथ : अब डीजे के लिए डीजीपी !
06-Nov-2023 2:47 PM
राजपथ-जनपथ :  अब डीजे के लिए डीजीपी !

अब डीजे के लिए डीजीपी !

डीजे की शोर पर हाईकोर्ट भी सख्त है, लेकिन शासन-प्रशासन की तरफ से रोकथाम के लिए अब तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है। दो दिन पहले तो नवा रायपुर के फाइव स्टार होटल में ठहरे लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी डीजे की शोर से इतने परेशान हो गए, कि उन्हें आधी रात को डीजीपी को फोन घनघना पड़ा।

चौधरी कांग्रेस प्रत्याशियों के प्रचार के लिए यहां आए हुए थे। वो अंतागढ़ भी गए, जहां उन्होंने बंगाली समाज के वोटरों से कांग्रेस प्रत्याशी रूप सिंह पोटाई के लिए वोट मांगा। उनके लिए नवा रायपुर के आलीशान होटल में ठहरने की व्यवस्था की गई थी। देर रात प्रचार से थके हारे लौटे अधीर रंजन चौधरी होटल परिसर में चल रहे डीजे की शोर से काफी परेशान हो गए।

बताते हैं कि चौधरी ने पहले होटल प्रबंधन को फोन कर डीजे बंद कराने कहा। मगर प्रबंधन ने ध्यान नहीं दिया। होटल में डीजे और ढोल-धमाका चलता रहा। इसके बाद आधी रात को उन्होंने सीधे डीजीपी अशोक जुनेजा को फोन किया, और इसको लेकर नाराजगी जताई। इससे हड़बड़ाए जुनेजा ने तत्काल होटल प्रबंधन को डीजे बंद करने कहा, और जमकर फटकार लगाई। तब कहीं जाकर डीजे का शोर बंद हो पाया। अधीर रंजन ने इस घटना का जिक्र कई और लोगों से भी शेयर किया।

दक्षिण की कहानी

सात बार के विधायक, और रायपुर दक्षिण से भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल का इस बार प्रचार का तरीका थोड़ा बदला है। वजह यह है कि इस बार मुकाबले में कांग्रेस से महंत रामसुंदर दास हैं, जो कि प्रदेश के प्रतिष्ठित दुधाधारी मठ के महंत हैं। महंत के नाम की घोषणा के बाद से बृजमोहन के उत्साही समर्थक कुछ ऐसा कर दे रहे हैं, जो कि कई  लोगों को नहीं भा रहा है।

महंत के खिलाफ पहले सोशल मीडिया पर जमीन से जुड़ा विवाद उछाला गया। इसके बाद एक के बाद एक सोशल मीडिया के माध्यम से बृजमोहन समर्थक महंत के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। कई वीडियो सोशल मीडिया पर तैर रहे हैं। मगर बेहद शालीन महंत रामसुंदर दास कोई कड़ी प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं। वो तडक़े मठ में पूजा पाठ के बाद प्रचार के लिए निकल जाते हैं। पार्क, स्टेडियम से लेकर लोगों के घरों में दस्तक दे रहे हैं। लोग उनके स्वागत में स्वस्फुर्त जुट रहे हैं। यही नहीं, महंत को अब तक उन्हें लाखों रुपए दान मिल चुके हैं। अब महंत की देखादेखी बृजमोहन ने प्रचार का तरीका बदला है, वो सुबह से पार्कों में नजर आने लगे हैं। जबकि उनकी दिनचर्या सुबह 11 बजे के बाद ही शुरू होती रही है।

चर्चा है कि सुबह लोगों से मेल-मुलाकात के चक्कर में बृजमोहन रात भर सो नहीं पा रहे हैं। दो-तीन दिन पहले बृजमोहन का कलेक्टोरेट परिसर स्थित ऑक्सीजोन में मॉर्निंग वॉक के लिए आए लोगों से मेल मुलाकात का कार्यक्रम तय था। वहां शनिवार को सुबह हनुमान चालीसा का पाठ होता है। मगर बृजमोहन ऑक्सीजोन में विलंब से पहुंचे। तब तक हनुमान चालीसा का पाठ हो चुका था। लोग घर जाने लगे थे, लेकिन कुछ उत्साही समर्थकों के दबाव में बृजमोहन के लिए दोबारा हनुमान चालीसा का पाठ कराया गया, जो कि कई लोगों को पसंद नहीं आया।

कांग्रेस का घोषणा पत्र

सत्ता में जिसकी सरकार रहती है, उस पर घोषणा पत्र को लेकर काफी दबाव रहता है। इसका कारण यह है कि सत्ता में होने के कारण उन्हें वित्तीय स्थिति का पता रहता है। पता भी नहीं होता तो अफसर को बोलकर जानकारी जुटा ली जाती है कि इस तरह की घोषणा करने से कितना वित्तीय भार आएगा। इस बार कांग्रेस के घोषणा पत्र में इसका प्रभाव दिखने लगा है। जब 2018 का विधानसभा चुनाव था तब कांग्रेस ने बहुत लंबा चौड़ा घोषणा पत्र तैयार किया था। 36 वादों की सूची अलग से रेखांकित की गई थी और उसका विस्तार अलग से पन्नों पर लिखा गया था। इस बार कांग्रेस को उम्मीद है कि उनकी सरकार बन रही है, इसलिए घोषणा करते समय कदम फूंक-फूंक कर रखा गया है। तभी तो धान की कीमत अगले चुनाव तक 3600 रूपए करने की बातें करने वाले मंत्री की बातें घोषणा पत्र में नहीं दिख रही है। वैसे धान खरीदी और कर्जमाफी जैसी घोषणाओं को पूरा करने के लिए सरकार को भारी बड़ा दिल रखना पड़ेगा क्योंकि बजट का बड़ा हिस्सा इसमें चला जाएगा।

ईडी की छापेमारी के बाद डांस

इन दिनों छत्तीसगढ़ में ही नहीं बल्कि राजस्थान में भी प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी और समन की चर्चा है। सीकर के विधायक व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डाटासेरा के यहां ईडी ने छापा मारा। ईडी को एक पेपर लीक मामले में इनका कनेक्शन मिला है। छापेमारी के बाद 8 नवंबर को ईडी ने पूछताछ के लिए अपने दफ्तर  पहुंचने के लिए उनको नोटिस भी दे दी है। पर इस बीच डाटासेरा नामांकन दाखिले के लिए रैली लेकर निकले, अच्छी भीड़ थी। डाटासेरा कार्यकर्ताओं के साथ वे इतने जोश में आ गए कि कार की छत पर चढक़र गाने की धुन पर नाचने लगे। जैसे उन्हें ईडी की छापेमारी और समन की कोई फिक्र ही न हो।

एक गारंटी जिताने की भी..

चुनाव मैदान पर खड़े राजनीतिक दलों के प्रत्याशी अपने-अपने दलों के घोषणा पत्र में दी गई गारंटी का प्रचार कर रहे हैं। पर इस गारंटी को पूरा करने के लिए उम्मीदवार का चुनाव जीतना भी जरूरी है। जीत की गारंटी का दावा करने वाले कुछ विज्ञापन सोशल मीडिया भी पर चल रहे हैं। दावा करने वाले ज्योतिष, तांत्रिक का कहना है कि वे ऐसा प्रबल राजयोग बना देंगे कि चाहे कोई निर्दलीय ही क्यों न हो, उन्हें गारंटी के साथ जीत दिलाएंगे। फीस (दक्षिणा) नतीजा आने के बाद ही लेंगे। तांत्रिक के विज्ञापन में उनका नाम, पता, मोबाइल नंबर सब दिया गया है, जिन्हें भरोसा हो वे उन्हें फेसबुक, ट्विटर पर सर्च कर तलाश सकते हैं।

अबूझमाड़ की दो तस्वीरें...

बस्तर के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में इन दिनों नक्सली पर्चे पोस्टर लगाकर ग्रामीणों से मतदान का बहिष्कार करने कह रहे हैं। जिला मुख्यालय से थोड़ा आगे बढ़ते ही जगह-जगह सुरक्षा बलों की तैनाती दिखती है। कल 7 नवंबर को मतदान हिंसक वारदातों से बचा रहे और प्रक्रिया शांतिपूर्वक पूरी कर ली जाए, यह प्रशासन की सबसे बड़ी चिंता है। करीब 30 केंद्रों में मतदान दलों को हेलिकॉप्टर से भेजा जा रहा है। और यही अबूझमाड़ है जहां के के जाबांज मलखंभ खिलाड़ी युवाओं ने सोनी टीवी के इंडियाज गॉट टेलेंट की चैंपियनशिप जीत ली। इस प्रतिष्ठित स्पर्धा का विनर बनने से टीम को 30 लाख रुपये नगद और एक महंगी कार मिली है। अबूझमाड़ को इन मलखंभ खिलाडिय़ों ने जो नई पहचान दी है, उससे यह उम्मीद की जा सकती है कि देश-दुनिया के लोगों में बस्तर और खासकर अबूझमाड़ के बारे में नजरिया बदलेगा।( [email protected])

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