राजपथ - जनपथ
भाजपा में शामिल होने के मानदंड...
इस समय प्रदेश के कई कांग्रेस नेताओं ने पार्टी छोड़ दी और भाजपा की सदस्यता ले ली। यह सिलसिला अभी थमा नहीं है। भाजपा ने चुनाव अभियान की शुरूआत में ही घोषित कर दिया था, जो आना चाहे उसका स्वागत किया जाएगा। दो दिन पहले नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने आरोप लगाया था कि प्रदेश भर में कांग्रेस नेताओं को डराया जा रहा है। उन पर भाजपा में शामिल होने के फोन करके दबाव बनाया जा रहा है। कोरबा के पूर्व विधायक जयसिंह अग्रवाल पर भी दबाव डाला जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज भी ऐसा ही आरोप लगा चुके हैं।
कोरबा में मंत्री लखन लाल देवांगन ने मीडिया से ‘डामर चोरी’ और अन्य आपराधिक मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि हम जयसिंह जैसे लोगों को क्यों पार्टी में लेना चाहेंगे?
पिछले दिसंबर में कोरबा सहित 70 विधानसभा सीटों पर दूसरे चरण में मतदान हुआ था। इन सीटों पर 958 उम्मीदवार थे, जिनमें से 10 प्रतिशत यानि करीब 100 के खिलाफ कोई न कोई आपराधिक प्रकरण दर्ज था। इनमें कांग्रेस के 13 और भाजपा के 12 उम्मीदवार शामिल थे। जेसीसी और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों की संख्या कम थी, पर उनके प्रत्याशियों के भी आपराधिक मामले थे। कांग्रेस के भूपेश बघेल, विकास उपाध्याय, देवेंद्र यादव, जयसिंह अग्रवाल और अटल श्रीवास्तव तो भाजपा के राजेश मूणत, दयाल दास बघेल, सौरभ सिंह और ओपी चौधरी कुछ प्रमुख नाम हैं, जिन्होंने नामांकन में अपने अपने खिलाफ दर्ज मामलों का उल्लेख किया था। जयसिंह अग्रवाल के खिलाफ सन् 2023 की घोषणा के मुताबिक 12 मामले हैं। सभी में जमानत मिली हुई है, किसी में भी सुनवाई पूरी नहीं हुई है, यानि सजा भी नहीं हुई है। तीन साल पहले उनको हाईकोर्ट से एट्रोसिटी एक्ट में राहत मिली थी। अधिकांश मामले तब के हैं जब प्रदेश में भाजपा का शासन था।
दोनों दलों के एफआईआर कुछ राजनीतिक आंदोलनों के हैं तो कुछ उनके व्यवसाय से संबंधित। मगर किसी कार्यकर्ता का जनाधार है तो कोई भी पार्टी हो, उसे अपने साथ रखती है, टिकट भी देती है और मंत्री भी बनाती है। इसलिये यह मानना कि केवल आपराधिक मामलों के कारण किसी दूसरे दल के नेता को भाजपा नहीं लेना चाहती, ऐसा नही हैं। प्राय: इसके कुछ दूसरे राजनीतिक कारण होते हैं।
बेटियों को शिवराज की बधाई
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर कल एक पोस्ट कर छत्तीसगढ़ की बेटियों से हुई मुलाकात का जिक्र किया है। वे छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में गंजबसौदा से भोपाल वपास हो रहे थे तब उनकी मुलाकात वेटलिफ्टर सोनाली यदु और एकता बंजारे से हुई। दोनों ने हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में आयोजित खेलो इंडिया वेटलिफ्टिंग लीग से भाग लेकर लौट रही हैं। उन्होंने कहा- सोनाली ने स्वर्ण पदक और एकता ने कांस्य पदक जीतकर देश-प्रदेश का नाम रोशन किया।