राजपथ - जनपथ
![छत्तीसगढ़ की धड़कन और हलचल पर दैनिक कॉलम : राजपथ-जनपथ : सेल्फी का यह गजब का मौका! छत्तीसगढ़ की धड़कन और हलचल पर दैनिक कॉलम : राजपथ-जनपथ : सेल्फी का यह गजब का मौका!](https://dailychhattisgarh.com/2020/sthayi_stambh/1560940812AJPATH_Photo.jpg)
दुनिया भर में सेल्फी को लेकर फिक्र चल रही है कि अपनी तस्वीर किसी भी मौके पर खींचने के लिए लोगों पर दीवानगी छा जाती है। कोई डूब रहे हों, या किसी सड़क हादसे में घायल हों, उस मौके पर अपनी तस्वीर खींचने में लोग टूट पड़ते हैं, और मौके की जरूरत धरी रह जाती है, लोग अस्पताल नहीं पहुंचाए जाते, आग नहीं बुझाई जाती, बल्कि उनके साथ तस्वीरें खिंचवाई जाती हैं।
अब अभी राज्यसभा सदस्य छाया वर्मा के पिता गुजरे, तो उनके दशगात्र पर इक_ा लोगों में से तीन लोगों की एक ऐसी सेल्फी सामने आई जिसे खींचने वाली तस्वीर में जाहिर है कि कौन है, लेकिन साथ में दूसरी दो महिलाएं भी इस मौके पर सेल्फी में शामिल हो गईं, यह देखकर लोग हक्का-बक्का हैं। छाया वर्मा खुद, और रायपुर की भूतपूर्व मेयर किरणमयी नायक की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर फैल रही है, और लोग हैरान हैं। हैरान इस बात पर भी हैं कि जिसने फोटो खींची है, उसी के फोन से तो यह तस्वीर बाहर भी निकली होगी।
फर्क कदकाठी का...
अभी स्वास्थ्य विभाग के एक कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव तो मेजबान थे ही, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। इस मौके पर जिन लोगों का सम्मान किया गया उनमें छत्तीसगढ़ के विख्यात शिशु रोग विशेषज्ञ, डॉ. अरूण दाबके भी थे जो कि पद्मश्री से सम्मानित भी हैं। सिंहदेव के आसमान छूते कद के सामने छोटे कद के डॉ. दाबके को देखकर लोगों को छत्तीसगढ़ के दो-तीन पुराने नजारे याद आए। राज्य के पहले मुख्य सचिव अरूण कुमार सवा छह फीट के थे, और उनके मातहत अधिकारी एस.के. मिश्रा खासे कम कद के थे। दोनों साथ खड़े रहें, तो नजारा कुछ वैसा ही रहता था, जैसा आज मेडिकल-प्रोग्राम में था। इसके बाद एक मुख्य सचिव जॉय ओमेन रहे, जो कि प्रदेश के आज तक के सबसे कम कद के आईएएस थे, और उनके वक्त मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह प्रदेश के तब तक के सबसे अधिक कद के मुख्यमंत्री थे। लेकिन इसी दौरान जॉय ओमेन के मातहत एक आईएफएस एस.एस. बजाज थे जो कि प्रदेश के किसी भी विभाग के सबसे ऊंचे अफसर थे। आपस में कई जगहों पर साथ खड़े बात करते हुए दोनों की गर्दन दुखती थीं, एक की झुकने से, और दूसरे की ऊपर उठने से। अब डॉ. दाबके सरकारी सेवा में नहीं हैं, वरना सिंहदेव और उनके बीच ऐसी ही दिक्कत होती। आज सिंहदेव प्रदेश मंत्रिमंडल में सबसे ऊंची कदकाठी के मंत्री हैं, और लगे हाथों यह बताना भी ज्यादती नहीं होगी कि वे प्रदेश के सबसे संपन्न अरबपति मंत्री भी हैं।
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