इतिहास

आज का इतिहास 2 जुलाई
02-Jul-2019
 आज का इतिहास 2 जुलाई

हज के दौरान मक्का में 2 जुलाई 1990 को भयानक हादसा हुआ. लाखों लोगों की भीड़ की वजह से भगदड़ मची और करीब 1400 लोगों की जान चली गई.

दुनिया भर से हर साल लाखों लोग हज के लिए मक्का पहुंचते हैं. 1990 के हज का यह साल एक दर्दनाक हादसे का गवाह बना. पिछले कुछ सालों में हज के दौरान हुए हादसों में यह सबसे बड़ी घटना थी. पैदल यात्रियों के लिए बनाई गई सुरंग में यह भगदड़ मची. इस्लाम मानने वालों के लिए, अगर हैसियत हो तो, जिंदगी में एक बार हज करना फर्ज है. मुसलमानों के लिए पांच फर्ज हैं जिसमें हज भी है. हर साल दुनिया भर से 20 लाख से ज्यादा लोग हज यात्रा करते हैं. इसमें भारी संख्या में लोगों की मौजूदगी हादसे की वजह बन चुकी है.
हज में क्या करते हैं लोग
श्रद्धालुओं को खास तरह के कपड़े पहनने होते हैं. पुरुष दो टुकड़ों वाला एक बिना सिलाई का सफेद चोगा पहनते हैं. महिलाएं भी सेफद रंग के खुले कपड़े पहनती हैं जिनमें बस उनके हाथ और चेहरा बिना ढका रहता है. इस दौरान श्रद्धालुओं को सेक्स, लड़ाई-झगड़े, खुशबू और बाल व नाखून काटने से परहेज करना होता है.
इसके अलावा मीना में एक धार्मिक रिवाज के दौरान कई छोटे बड़े हादसे हो चुके हैं. मीना में "शैतान को कंकर मारने" की परंपरा है. 1998 में करीब 110 लोग इस तरह के हादसे में मारे गए और करीब 180 हज यात्री गंभीर रूप से घायल हुए थे. मीना में कंकर मारने के दौरान काफी अफरा तफरी का माहौल होता है. साल 2001 और 2002 में हुए हादसों में 30 से अधिक लोग मीना में अपनी जान गंवा चुके हैं. साल 2003 में एक भगदड़ में वहां 244 तीर्थयात्रियों की मौत हुई थी. साल 2006 में 363 यात्री कभी लौट कर घर नहीं जा पाए.
सिर्फ भगदड़ ही हादसे की वजह नहीं है. साल 1997 में मीना में टेंटों में लगी आग के कारण 340 लोगों की मृत्यु और 1400 से अधिक घायल हुए. 1991 में सऊदी अरब से नाइजीरिया जा रहा हज यात्रियों का विमान हादसे का शिकार हुआ, इसमें 261 यात्रियों की मौत हुई थी. साल 1990 में हुआ हादसा संगठनों और अधिकारियों की विफलताओं का नतीजा था. लंबी सुरंग में कुचलने और दम घुटने के कारण 1426 लोग मारे गए थे. इस हादसे के बाद सुरक्षा के इंतजाम कड़े किए गए लेकिन सफलता सीमित ही रही.

  • 1850 -गैस मास्क बनाने के लिए कैम्ब्रिज के बेंजामिन लेन को पेटेन्ट प्रदान किया गया।
  • 1889 -ब्राज़ील में एक शांत विद्रोह के बाद राजशाही शासन व्यवस्था का समापना और लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था की स्थापना हूई। इस देश के अंतिम नरेश पेड्रो द्वितीय थे जिन्होंने देश में बहुत से सुधार करने का प्रयास किया। उन्होंने सन 1888 में दास प्रथा को समाप्त कर दिया जिसके कारण ज़मींदार उन्से अप्रसन्न हो गए जो पहले उनके समर्थक थे। दूसरी ओर देश में लोकतंत्र की स्थापना का आंदोलन बहुत तेज़ गया हो जिसके बाद पेड्रो ने बिना किसी प्रतिरोध के सत्ता छोड़ दी और देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था हो गई।
  • 1940 -ऐनरिको फर्मी के नाम रेडियोधर्मी पदार्थ उत्पादित करने के लिए अमेरिकी पेटेन्ट जारी किया गया।
  • 1976-उत्तरी और दक्षिणी वियतनाम एक बार फिर आपस में मिलकर एक देश में परिवर्तित हो गये और हनोई नगर इस देश की राजधानी घोषित किया गया। विदेशी हस्तक्षेप के कारण यह देश सन 1954 में दो भगों में बंट गया था।
  • 1985 - आंद्रेई ग्रोमिको सोवियत संघ के राष्ट्रपति निर्वाचित।
  • 2004 - भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने जकार्ता में आपसी बातचीत की।
  • 2006 - इंग्लैंड फ़ुटबॉल टीम के कप्तान डेविड बेखम ने अपना पद छोड़ा। 
  • 2004 - मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस स्टेशन को युनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल किया गया। 
  • 1906-अमेरिकी भौतिकशास्त्री हैन्ज़ अल्ब्रैक्ट बेद का जन्म हुआ, जिन्होंने शास्त्रीय भौतिकी को क्वान्टम भौतिकी का आकार देने में योगदान दिया, तथा द्रव्य की विशेषताए तथा नाभिक की संरचना तथा बलों के बारे में बताया। उन्हें तारों में ऊर्जा उत्पादन पर किए गए कार्य के लिए सन् 1967 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार दिया गया। (निधन-6 मार्च 2005)
  • 1862- वैज्ञानिक सर विलियम हेनरी ब्रैग का जन्म हुआ, जो ठोस अवस्था भौतिकी के शुरुआती वैज्ञानिकों में से एक थे। उन्हें अपने बेटे सर लॉरेन्स ब्रैग के साथ क्रिस्टलों की संरचना बताने के लिए वर्ष 1915 में संयुक्त रूप से भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला। उन्होंने एक्स किरणों की तरंगदैध्र्य मापने के लिए एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर का निर्माण किया।  (निधन-12 मार्च 1942)
  • 1843-जर्मन चिकित्सक सैम्युअल हैनमेन का निधन हुआ, जिन्होंने नई चिकित्सा पद्धति होम्योपैथी की स्थापना की। उन्हें कई भाषाओं का ज्ञान था। वे तांबे की खान के निकट के एक गांव में अपना चिकित्सालय चला रहे थे, वहीं उन्होंने होम्योपैथी की प्रैक्टिस शुरू की। (जन्म-10 अप्रैल 1775)
  • 1963 -अमेरिकी खगोलशास्त्री सेद बैर्नेस निकॉल्सन का निधन हुआ, जिन्हें वृहस्पति के चार उपग्रह खोजने के लिए जाना जाता है। सन् 1914 में उन्होंने वृहस्पति के नौवें उपग्रह की खोज की। (जन्म-12 नवम्बर 1891)।
  • 1961 -अमरीका के विख्यात लेखक अर्नेस्ट हेमिंग्वे का निधन हुआ।  वे सन 1954 में साहित्य का नोबल पुरस्कार प्राप्त करने में सफल हुए। वृद्ध और समुद्र, सशस्त्र विदा, आदि उनकी रचनाओं के नाम हैं।
     

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