राजपथ - जनपथ
घंटा बजाते घूमने वाले पीलीभीत के कलेक्टर बिलासपुर के...
उत्तरप्रदेश के पीलीभीत जिले से जब एक फोटो और वीडियो पोस्ट किया गया कि जनता कफ्र्यू के दिन किस तरह वहां के कलेक्टर और एसपी भीड़ लेकर सड़क पर निकले। वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस आव्हान को अपने अंदाज में पूरा कर रहे थे कि शाम 5 बजे लोग मेडिकल और दूसरी इमरजेंसी सेवाओं में लगे लोगों का आभार व्यक्त करें, थाली बजाएं, ताली बजाएं, शंख और घंटी बजाएं। प्रधानमंत्री ने न तो ऐसा कहा था कि लोग जुलूस निकालें, और न ही इसके लिए मना भी किया था। उन्हें संदेह का लाभ देना ठीक होगा कि ऐसी मूर्खता की शायद उन्होंने उम्मीद नहीं की होगी। लोग चारों तरफ भीड़ बनाकर, जुलूस बनाकर निकले।
लेकिन उत्तरप्रदेश के पीलीभीत में नजारा कुछ अधिक मजेदार था। कलेक्टर घंटा बजाते चल रहे थे, और एसपी शंख फूंकते हुए। जाहिर है कि उनके पीछे और लोग तो चल ही रहे होंगे। तस्वीर शुरू में फर्जी जानकारी के साथ पोस्ट की हुई लगी, लेकिन फिर जब पीलीभीत के भाजपा सांसद वरूण गांधी ने कलेक्टर और एसपी की इस हरकत पर उन्हें गैरजिम्मेदार कहते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की ट्वीट की, और उसका वीडियो भी डाला तो यह जाहिर था कि यह फेक-न्यूज नहीं है।
अब इस बारे में यह लिखना दिलचस्प होगा कि ये कलेक्टर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से आईएएस बनकर उत्तरप्रदेश गए वैभव श्रीवास्तव हैं। उन्होंने बाद में एक वीडियो जारी करके खंडन किया कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया, जबकि चारों तरफ मौजूद वीडियो उनकी बात को गलत बता रहा है। उनके साथ मौजूद एसपी का नाम अभिषेक दीक्षित है। जय श्रीराम।
अब यह बात सामने आ रही है कि कलेक्टर-एसपी की इस हरकत से प्रधानमंत्री कार्यालय नाराज है, और उसने योगी सरकार से इनके खिलाफ कार्रवाई करने कहा है, क्योंकि इस एक वीडियो से प्रधानमंत्री का आव्हान बहुत बुरी रौशनी में देखा जा रहा है। और तो और ऐसा सुना जा रहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ भी इन दो अफसरों से बहुत खफा हैं। ([email protected])