राजपथ - जनपथ

छत्तीसगढ़ की धड़कन और हलचल पर दैनिक कॉलम : राजपथ-जनपथ : शाह ने नहीं दिया भाव...
06-Apr-2021 5:40 PM
छत्तीसगढ़ की धड़कन और हलचल पर दैनिक कॉलम : राजपथ-जनपथ : शाह ने नहीं दिया भाव...

शाह ने नहीं दिया भाव...

अमित शाह रायपुर आए, तो यहां के दिग्गज भाजपा नेता भूपेश सरकार के खिलाफ शिकवा-शिकायतों के लिए तैयार बैठे थे। परंतु अमित शाह किसी से ज्यादा बातचीत के मूड में नहीं थे। उन्होंने माना एयरपोर्ट पर पार्टी नेताओं का अभिवादन स्वीकार किया, लेकिन कोई चर्चा नहीं की। इसी बीच रायपुर सांसद सुनील सोनी ने मौका पाकर अमित शाह से शिकायती लहजे में कह दिया कि भाई साब, प्रदेश में कोरोना तेजी से फैल रहा है...। इस पर अमित शाह ने यह कहा कि कोरोना तो पूरे देश में फैल रहा है। रोज का आंकड़ा एक लाख पहुंच गया है। इतना कहकर शाह आगे बढ़ गए।

गांव के गांव पॉजिटिव ?

अमित शाह के जगदलपुर से आने के पहले इंतजार में वीआईपी लाउंज में पूर्व सीएम रमन सिंह, अजय चंद्राकर, बृजमोहन अग्रवाल, और सरकार के मंत्री ताम्रध्वज साहू व अन्य आपस में बतिया रहे थे। अजय चंद्राकर ने ताम्रध्वज से कहा कि गृहमंत्री होने के बाद भी आप बीजापुर क्यों नहीं गए? नक्सल घटना के बाद जयसिंह अग्रवाल वहां गए, वहां राजस्व मंत्री का क्या काम था? तामध्वज ने सफाई दी कि आंख का ऑपरेशन हुआ है, इसलिए बीजापुर नहीं जा सका।

आपसी चर्चा में कोरोना के बढ़ते मामलों पर भी चिंता जाहिर की गई। पूर्व सीएम रमन सिंह यह बता रहे थे कि राजनांदगांव में कोरोना की वजह से बुरा हाल है। अस्पतालों में बेड नहीं है। रोज अस्पताल में भर्ती कराने के लिए सिफारिशें आ रही हैं। लोग रायपुर पहुंच जाते हैं। ऐसी परिस्थिति हो गई है कि किसी को कुछ कहते नहीं बन रहा है। बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम और अजय चंद्राकर ने भी हामी भरी। अजय चंद्राकर ने कहा कि उनके क्षेत्र में तो गांव के गांव पॉजिटिव हो गए हैं। भाजपा नेता इस बात पर एक मत थे कि कम्युनिटी स्प्रेड हो गया है।

 वीडियो जारी कर सफाई

रायपुर में कोरोना की वजह से तेलीबांधा के दो व्यापारी आपस में उलझ गए हैं, और सोशल मीडिया में वीडियो जारी कर एक-दूसरे पर कोरोना फैलाने का आरोप लगा रहे हैं। मनीष कुकरेजा नाम के एक व्यापारी ने सबसे पहले वीडियो जारी कर बताया कि वे अपने परिचित मोहन नेभानी की दूकान में बैठे थे। मोहन और उनका बेटा कोरोना पॉजिटिव था। बावजूद उन्होंने किसी को इसकी जानकारी नहीं दी, और दूकान खोलकर बैठे रहे, और बिना मास्क के बातचीत करते रहे। जिसकी वजह से मुझे और मेरी पत्नी को कोरोना हो गया।

मनीष का वीडियो फैलते ही मोहन के बेटे यश नेभानी ने जवाब में वीडियो जारी कर सफाई दी, और कहा कि मनीष मथुरा से लौटे थे, और उन्हें रायपुर आने के बाद क्वॉरंटीन होना चाहिए था, लेकिन वे हमारे दूकान आए। और मेरे पिता से काफी देर तक चर्चा की। यश ने कहा कि मनीष की वजह से ही उन्हें और उनके पिता को कोरोना हुआ है। यश ने यह भी सफाई दी कि चार तारीख को उन्होंने कोरोना टेस्ट कराया, और पॉजिटिव आने के बाद से दूकान बंद है। कोरोना किसकी वजह से इसको करोना हुआ है, यह पता लगाना मुश्किल है।  मगर दोनों वीडियो की काफी चर्चा हो रही है।

पीएमओ या मौलश्री विहार से फोन

धमतरी भाजपा संगठन के मुखिया इन दिनों काफी परेशान हैं। उन पर पार्टी के एक युवा नेता ने दबाव बनाया है कि उन्हें जिले के कोर ग्रुप में रखा जाए। युवा नेता को समझाने की काफी कोशिश की गई, कि कोर ग्रुप सदस्य के लिए जरूरी क्राइटेरिया में फिट नहीं बैठ रहे हैं इसलिए उन्हें नहीं रखा गया। मगर युवा नेता मानने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने संगठन मुखिया को साफ शब्दों में चेतावनी दे रखी है कि पीएमओ और मौलश्री विहार से उन्हें (संगठन मुखिया) फोन आएगा तब तो उन्हें रखना ही होगा। संगठन मुखिया, युवा नेता की हैसियत से वाकिफ भी हैं, और उन्होंने तय कर रखा है कि जब तक पीएमओ या मौलश्री विहार (रमन निवास) से फोन नहीं आएगा तब तक उनके नाम पर विचार भी नहीं किया जाएगा।

राजस्व विभाग में एक मौत की दहशत

तखतपुर में पटवारी को जिम्मेदार बताकर एक किसान ने फांसी क्या लगाई, पटवारियों के साथ-साथ तहसीलदार और दूसरे अधिकारियों की जान सांसत में पड़ी है। प्रदेश के दूसरे स्थानों पर इसका असर भले ही न दिखे लेकिन तखतपुर में तो है। इस इलाके के ग्राम केकती की सरपंच ने ग्रामीणों के साथ पहुंचकर एसडीएम से वहां की महिला पटवारी के खिलाफ शिकायत कर दी। आम तौर पर पहले ऐसी शिकायतें औपचारिक जांच के बाद फाइलों में कैद हो जाती हैं। समस्या निवारण शिविरों में की गई शिकायत पर भी लीपा-पोती कर दी जाती है। पर, यहां अभी किसान की मौत का मामला सुलग रहा है।  शिकायत मिलते ही, एसडीएम और तहसीलदार गांव पहुंच गये। पैदल घूमते रहे, लोगों के दरवाजे पर दस्तक दी और पूछा- आपको पटवारी से कोई शिकायत तो नहीं? शिकायत कई लोगों ने की, कई ने कहा, अभी तो कुछ काम नहीं पड़ा। पर शिकायत की जांच के इस तरीके और  अफसरों की मुस्तैदी ने लोगों को हैरान कर दिया। ऐसे किस्से पहले सुना करते थे कि राजा अपनी प्रजा का हालचाल पूछने पैदल ही निकल पड़ते थे और अपने मुलाजिम को मौके पर ही दंड देते थे। फिलहाल, पटवारी की शामत आयेगी या उन्हें बख्शा जायेगा?  एसडीएम ने इसका फैसला मौके पर नहीं लिया, वे पटवारी से जवाब लेने के बाद कुछ करेंगे।

ये टीका हमका भी लगवा दे ठाकुर...

अभिनेता हों या खलनायक, फिल्मी चरित्रों के सहारे पहुंचाई गई बात लोगों के दिमाग बड़ी तेजी से असर डालता है। अमिताभ बच्चन, विद्या बालन, आमिर खान, अक्षय कुमार जैसे स्टार्स तो अनेक सरकारी योजनाओं के प्रचार में लगे हैं। क्रिकेट का भी क्रेज है, जैसे वन विभाग ने हाथी पर लोगों को जागरूक करने के लिये अनिल कुम्बले को ले रखा है। बहरहाल, ये पोस्टर कोविड से बचाने के लिये है। 45-46 साल पुरानी फिल्म शोले के डॉयलाग आज भी मशहूर हैं। कई लोगों को इसके कई हिस्से कंठस्थ भी हैं। कोरोना वैक्सीन के प्रति जागरूकता के लिये ऐसा भी एक पोस्टर बनाया गया है, जो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि रामगढ़ वाले कोरोना टीका लगवाने के बाद टेंशन फ्री हैं।

मोर बिजली ऐप की खासियत

आम तौर पर सरकारी उपक्रमों के ऐप और पोर्टल ज्यादा काम के नहीं होते। वे अपडेट भी नहीं किये जाते। महीनों पुरानी जानकारी भरी रहती है। उपयोगी सेवायें अवरुद्ध रहती हैं। फिर भी बहुत से ऐप अभी अच्छी तरह काम कर रहे हैं जैसे मोर बिजली ऐप।

आप बिजली बंद की शिकायत फोन से करना चाहेंगे तो या तो फ्यूज काल सेंटर का फोन उठेगा ही नहीं या फिर व्यस्त मिलेगा। ऐप से शिकायत न केवल तुरंत दर्ज होती है बल्कि रजिस्ट्रेशन नंबर भी आ जाता है। सुधार नहीं होने पर आप दुबारा पूछताछ कर सकते हैं। मैनुअल शिकायत का कोई रिकार्ड बिजली शिकायत केन्द्र में है या नहीं पता नहीं चलता। ऐप से की गई शिकायत पर प्राय: जल्दी कार्रवाई हो जाती है। यही नहीं मेंटेनेंस या किसी दूसरे कारण से बिजली बंद है तो शिकायत दर्ज करने से पहले स्क्रीन पर बताया जायेगा। यह भी पता चल जायेगा कि बिजली कब चालू होगी। बिजली बिल आप अपनी मनचाही तारीख में पाने के लिये ऑनलाइन रीडिंग कर सकते हैं और ऑनलाइन बिल भी इस आ जायेगा। भुगतान की सुविधा में स्टेप्स जरूर कुछ ज्यादा है। इसे मोबाइल पेमेंट के ऑप्शन से अभी नहीं जोड़ा गया है पर डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग से भुगतान किया जा सकता है। आपको अपनी साल भर की खपत का ट्रेंड दिखेगा, टैरिफ दिखेगा, हाफ बिजली योजना का आपने कितना लाभ लिया जैसी कई सुविधा इस एप में है। यह सब इसलिये भी बताना जरूरी है कि गूगल प्लेटफॉर्म पर इसे 4 प्लस रेटिंग हाल ही में मिली है। इसे 50 लाख लोग अब तक डाउनलोड भी कर चुके हैं।

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