इतिहास
इतिहास में आज 20 अप्रैल
19-Apr-2021 11:34 PM
- 1862 -लुई पाश्चर तथा क्लाउड बर्नार्ड द्वारा पाश्चरीकरण का पहला परीक्षण किया गया।
- 1940 -पहला अमेरिकी इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप प्रदर्शित किया गया।
- 1999 - जर्मन के पूर्व चांसलर हेल्मुट कोल अमेरिकी सर्वोच्च नागरिक सम्मान द प्रेसिडेंशियल मेडल आफ़ फ्रीडम से सम्मानित।
- 2006 - भारत ने अपना पहला विदेशी सैन्य अड्डा ताजिकिस्तान में स्थापित करने की घोषणा की।
- 2008 - महाराष्ट्र भाजपा के नेता व राष्ट्रीय महासचिव गोपीनाथ मुण्डे ने अपने पद से इस्तीफ़ा दिया। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर नौ दिन बिताने के बाद पहला दक्षिण कोरियाई अंतरिक्ष यात्री यीसोयओन पृथ्वी पर सकुशल लौटे।
- 2011 - भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के उपग्रह प्रक्षेपण यान पीएसएलवी ने 20 अप्रॅल, 2011 बुधवार को तीन उपग्रहों को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में स्थापित कर दिया।
- 1911- भारत के प्रसिद्ध बांसुरी वादक पन्नालाल घोष का जन्म हुआ।
- 1970- भारतीय गीतकार और शायर शकील बदायूंनी का निधन हुआ।
- 1928- अंग्रेज़ खगोलशास्त्री और गणितज्ञ गेरॉल्ड स्टैन्ले हॉकिन्स का जन्म हुआ, जिन्होंने पता लगाया कि स्टोनहेंज खगोल-विज्ञान की एक अत्यंत प्राचीन बेधशाला थी जहां पर सूर्य, चन्द्र, आदि खगोलीय पिण्डों के उगने और डूबने की स्थिति का अध्ययन किया जाता था। (निधन- 26 मई 2003)
- 1927-स्विस भौतिक विज्ञानी कार्ल एलेक्स मुलर का जन्म हुआ, जिन्होंने जे. जॉर्ज बेडनॉजऱ् के साथ उच्च ताप पर कुछ पदार्थों में अतिचालकता (सुपरकन्डक्टिविटी) की खोज की जिसके लिए इन दोनों को सन् 1987 में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला।
- 1918 -जर्मन भौतिकशास्त्री फर्डिनैन्ड ब्राउन का निधन हुआ, जिन्हें नोबेल पुरस्कार ग्यूग्लिएमो मार्कोनीके साथ वायरलैस टेलिग्राफी के विकास के लिए 1909 का नोबेल पुरस्कार मिला। ब्राउन कैथोड किरण आसिलोस्कोप के आविष्कारक थे। (जन्म 6 जून 1850)
- 1919 -अमेरिकी भूविज्ञानी जॉर्ज फर्डिनैन्ड बेकर का निधन हुआ, जिन्होंने खानों के भूविज्ञान पर भौतिक, रासायनिक तथा गणितीय आधार पर अध्ययन किया। उनका मुख्य उद्देश्य पृथ्वी के आन्तरिक भाग का अध्ययन करना था।
- 1783-वर्तमान वेन्ज़ोएला की राजधानी काराकास में दक्षिणी अमरीका के प्रख्यात राजनीतिज्ञ साइमन बोलिवर का जन्म हुआ। उन्होंने दक्षिणी अमरीका के अनेक क्षेत्रों को स्पेनिश साम्राज्य के चंगुल से स्वतंत्र कराया। बोलिवर ने काराकास की क्रांति में भरपूर भाग लिया और महा कोलंबिया की स्थापना के लिए गठित होने वाली कांग्रेस की ओर से राष्ट्रपति चुने गये तथा कोलंबिया, वेन्ज़ोएला और पनामा को स्वतंत्र कराके इस लक्ष्य को व्यवहारिक बनाया। साइमन बोलिवर, अमरीका को एक फेडरेशन के रूप में देखना चाहते थे किंतु साम्प्रदायिकता के चलते उनका यह सपना पूरा न हो सका और वर्ष 1830 में उनका निधन हो गया।