राजपथ - जनपथ
महिला का साहस व गार्ड की नासमझी
डकैती की कोशिश को नाकाम कर बदमाशों को दबोचने वाली राजधानी के खमतराई की गृहिणी के साहस की हर कोई प्रशंसा कर रहा है। महिला ने आत्मरक्षा के लिये किसी तरह का प्रशिक्षण लिया था या नहीं पर उनकी तत्परता और व्यावहारिक ज्ञान बहुत काम आया। घटना का दूसरा हिस्सा गार्ड का है। अपरिचित और संदिग्ध व्यक्तियों को रोकने के लिये इनकी ड्यूटी लगाई जाती है। गार्ड के रोकने पर बदमाशों ने एक नंबर डायल कर फोन थमाते हुए कहा- हम इलेक्ट्रिशियन हैं, हम विकास के फ्लैट में जा रहे हैं- लो बात कर लो। बदमाश के लगाये हुए फोन नंबर पर बात करके सेक्यूरिटी गार्ड संतुष्ट हो गया और उन्हें भीतर जाने दिया। पर दरअसल बात फ्लैट के मालिक से नहीं कराई गई थी, बदमाश ने अपने ही एक साथी से बात करा दी थी। गार्ड ने बिना क्रास चेक किये उन्हें भीतर जाने दिया। हमारे आसपास दर्जनों सेक्यूरिटी सर्विस एजेंसियां फैली हुई हैं। इस घटना से पता चलता है कि इन्हें विपरीत परिस्थितियों पर चतुराई से कैसे काम लेना है, इसकी ट्रेनिंग नहीं दी जाती। फ्लैट मालिक से गार्ड ने अपने फोन से बात की होती तो बदमाशों की पोल गेट पर ही खुल जाती और वे वहीं से भाग खड़े होते।
सिंधिया और छत्तीसगढ़ की हवाई सेवा
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से जारी रिपोर्ट छत्तीसगढ़ के लिये उत्साहजनक है। बिलासा बाई एयरपोर्ट चकरभाठा से इस एक माह में 2334 यात्रियों ने उड़ान भरी। जगदलपुर के मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट से 2614 यात्रियों ने सफर किया। संख्या इसलिये महत्वपूर्ण है क्योंकि कोविड संक्रमण के बावजूद यात्रियों की संख्या में वह गिरावट नहीं आई, जिसकी आशंका थी। दरअसल, इन दोनों ही हवाईअड्डों से नियमित सेवाओं की बहुत दिनों से जरूरत रही है पर केन्द्र ने मांग बहुत देर में सुनी। बिलासपुर में तो लम्बा आंदोलन भी करना पड़ा। बिलासपुर, जगदलपुर दोनों ही जगह से हवाई सेवा में विस्तार की मांग की जा रही है। बिलासपुर में सेना को दी गई जमीन में से 200 एकड़ की वापस मांग की जा रही है ताकि इस अड्डे को 4सी कैटेगरी के रूप में बढ़ाया जा सके। इसके बाद यहां से बड़े विमान उतर सकेंगे, नाइट लैंडिंग हो सकेगी। महानगरों के लिये सीधी सेवायें शुरू हो सकेंगी। जगदलपुर से भी बिलासपुर तक की फ्लाइट, चेन्नई और बेंगलुरु के लिये फ्लाइट की मांग की जा रही है। यहां भी नाइट लैंडिंग और हवाईअड्डे के विस्तार की मांग है।
यात्रियों की यह संख्या तब है जब मौसम के कारण आये दिन कोई न कोई फ्लाइट नहीं उतरती। प्रयागराज और जबलपुर से वह सीधे दिल्ली चली जाती है। एक चि_ी हवाई सेवा के लिये आंदोलन चलाने वालों ने नये केन्द्रीय नागरिक उड्ड्यन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लिखी है। उन्हें याद दिलाया गया है कि स्व. माधव राव सिंधिया ने सदैव छत्तीसगढ़ से लगाव रखा। जब वे रेल मंत्री थे तो महानदी एक्सप्रेस और अमरकंटक एक्सप्रेस उन्होंने शुरू कराया था। रायपुर, बिलासपुर स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिये बजट मंजूर किया था। आप भी छत्तीसगढ़ के साथ उदारता बरतें।
दंतेवाड़ा के दरियादिल कांग्रेसी
हाई कोर्ट से पद की लड़ाई जीतने के बावजूद राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष डॉ. सियाराम साहू को अपनी कुर्सी दोबारा हासिल करने में जो दिक्कत जा रही है उसे सब देख रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के कार्यकाल के अंतिम दिनों में उन्हें आयोग का अध्यक्ष बनाया गया। सरकार बदलते ही कांग्रेस ने उन्हें हटा दिया। इसके खिलाफ वे हाईकोर्ट गये, जिसका फैसला कुछ दिन पहले आया। दोबारा प्रभार लेने ऑफिस पहुंचे तो वहां हंगामा हुआ, उन्हें जमीन पर भी बैठ जाना पड़ा। अब सिंगल बेंच के आदेश को दूसरे पक्ष ने डबल बेंच में चुनौती दे दी है। देखते ही देखते पूरा कार्यकाल ऐसे ही निकल जाएगा, क्योंकि अगस्त में उनका 3 साल पूरा होने जा रहा है।
ऐसे विपरीत माहौल में दंतेवाड़ा में डॉ साहू का कांग्रेसियों ने गर्मजोशी से स्वागत कर डाला। प्रोटोकॉल से डॉ साहू का दौरा कार्यक्रम जारी हुआ। हाल ही में आयोग, मंडल के अध्यक्ष सदस्य आदि बनाए गए हैं। दंतेवाड़ा के कांग्रेसियों ने उन्हें भी अपनी ही पार्टी का समझ लिया। सर्किट हाउस में उनकी अगवानी की, फूल मालाओं से लादा। फिर, दंतेश्वरी माई का दर्शन कराने भी ले गए। डॉ साहू कांग्रेसियों की इस दरियादिली से बड़े खुश दिखाई दे रहे थे। बहुत बाद में कांग्रेसियों को पता चला कि यह तो हमारी पार्टी के नहीं भाजपा के हैं। तब तो फिर वहां से चुपचाप खिसकने के अलावा उन्हें कोई रास्ता ही नहीं सूझा। दिलचस्प बात यह भी थी कि भाजपा के नेता डॉ साहू के स्वागत के लिए सर्किट हाउस पहुंच भी नहीं पाए थे। शायद उन्हें लगा होगा ये कांग्रेस नेता होंगे। ([email protected])