राजपथ - जनपथ
जिले का सबसे बड़ा नेता कलेक्टर...
कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में सरकारी योजनाओं पर चर्चा के बीच सीएम भूपेश बघेल कह गए कि कलेक्टर जिले का सबसे बड़ा नेता होता है। सीएम की टिप्पणी पर कलेक्टर मुस्कुराए बिना नहीं रह सके। सीएम ने आगे कहा कि कलेक्टर को हर चीज की जानकारी होनी चाहिए। कवर्धा जैसी घटनाओं का जिक्र कर सीएम ने कलेक्टरों को एसपी के साथ तालमेल बिठाकर नसीहत दी, और कहा कि आपस में प्रतिस्पर्धा नहीं होनी चाहिए। बताते हैं कि कुछ जिलों में कलेक्टर और एसपी के बीच खींचतान चल रही है, और इसका असर जिले की कानून व्यवस्था पर पड़ता दिख रहा है। सीएम ने कॉन्फ्रेंस में इस पर अपनी चिंता जताई है।
योजनाओं के क्रियान्वयन में मुंगेली फिसड्डी
कॉन्फ्रेंस में जिलों में चल रही योजनाओं के क्रियान्वयन की भी समीक्षा की गई। समीक्षा में यह पाया गया कि मुंगेली जिला तकरीबन सभी योजनाओं के क्रियान्वयन में फिसड्डी साबित हुआ है। इसी तरह बेमेतरा, और कवर्धा का परफॉर्मेंस भी अच्छा नहीं रहा। सीएम ने इस पर नाराजगी जताई है, और तेज रफ्तार से काम करने के निर्देश दिए। मुंगेली जिले में तो कई योजनाओं की धीमी रफ्तार की शिकायत को लेकर स्थानीय लोग पिछले दिनों प्रभारी मंत्री रूद्र कुमार गुरू से मिलने राजीव भवन पहुंचे थे। यहां के कलेक्टर अजीत बसंत का पहला जिला रहा, और इससे पहले वो जीपीएम में एडिशनल कलेक्टर थे। बसंत ने जीपीएम में बेहतर काम किया था, और अमित जोगी और रिचा जोगी के जाति प्रमाण पत्र की जांच की थी। ऐसे मेें कामकाज अपेक्षाकृत बेहतर न होने के बाद भी पुराने रिकॉर्ड के आधार पर उन्हें बदले जाने की संभावना कम है।
आंदोलन गृहणियों पर भारी पड़ा
प्रदेश कांग्रेस के फरमान का पालन करते हुए कांग्रेस ने हर जिले में टमाटर और दूसरी सब्जियां खरीदी। महंगाई के चलते को बिक्री घट रही थी सब्जी मंडी वाले मना रहे थे कि ऐसा आंदोलन रोज हो। पर गलियों में वेंडर गुमटी वालों ने इस दिन सब्जी के रेट बढ़ा दिए। 60 की टमाटर 80 में बिकी। बाकी तरकारियों का भी हाल यही रहा। पूछने पर बताया आज माल का शॉर्टेज है। सब कांग्रेस के आंदोलन में खप जा रहा है। गड़बड़ हुई जिन लोगो के बारे में सोचकर आंदोलन किया गया उन्हें ही यह भारी पड़ा।