राजपथ - जनपथ
पहले से विवादित का निलम्बन...
प्रदेश कांग्रेस के मुखिया के सामने ही महामंत्री अमरजीत चावला के साथ गाली-गलौच, और झूमाझटकी करने पर कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त सन्नी अग्रवाल को निलंबित कर दिया गया। सन्नी के व्यवहार से पार्टी के लोग पहले से ही तंग थे, और जब मरकाम की मौजूदगी में सब कुछ हुआ, तो उन्हें बिना देर किए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा गया।
सुनते हैं कि सन्नी करीब पांच साल पहले ही कांग्रेस में सक्रिय रूप से जुड़े थे। उन्हें गिरीश देवांगन ने पुनिया के सत्कार का जिम्मा दिया था। सन्नी ने इतना मन लगाकर काम किया कि सरकार बनने के बाद पुनिया उन्हें पद दिलाने के लिए अड़ गए। निगम मंडलों में नियुक्ति को लेकर चर्चा चल रही थी तब भी सीएम, और अन्य मंत्री सन्नी को चेयरमैन बनाने के पक्ष में नहीं थे। मगर पुनिया के दबाव के आगे झुकना पड़ा।
कुछ दिन पहले सोशल मीडिया में एक भाजपा नेता ने सन्नी अग्रवाल का जिक्र किए बिना एक महिला के संग फेसबुक पर वीडियो पोस्ट किया, तो सन्नी अपने खिलाफ चरित्र हनन की साजिश बताते हुए सिविल लाइन थाने पहुंच गए। अपनी बात को सही साबित करने के लिए वो अपनी बांह का टैटू दिखा रहे थे। जिसे वह वीडियो में दिख रहे शख्स के बांह के टैटू से छोटा बता रहे थे।
सन्नी सच बोल रहे हैं या नहीं, यह पता नहीं, लेकिन भाजपा नेता ने जवाबी कानूनी कार्रवाई की धमकी दी, तो सब कुछ शांत हो गया। पुलिस भी खामोश रह गई। ऐसे विवादित शख्स को मजदूरों के वेलफेयर के लिए बनाए गए बोर्ड का मुखिया बनाए जाने पर सवाल तो उठ रहे हैं। देखना है कि पार्टी उन्हें पद से इस्तीफा देने के लिए कहती है अथवा नहीं।
ये सफर तो सूट बूट वाले भी न कर पायें...
बिलासपुर से मार्च महीने में हवाई सेवा शुरू की गई तो उन लोगों को बड़ी खुशी हुई थी जो बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा, रायगढ़, सरगुजा आदि से रायपुर हवाई अड्डे तक जाने-आने में काफी समय और रुपये खर्च करते थे। हाईकोर्ट के दबाव और नागरिकों के आंदोलन के बाद हवाई सेवा बस, शुरू कर दी गई है। पर यहां से सफर कितना खर्चीला है यह कल के दिल्ली के किराये को देखकर अनुमान लगा सकते हैं। दिल्ली से बिलासपुर की टिकट कल 13 हजार 523 रुपये में मिल रही थी। बिलासपुर से दिल्ली जाने का भी 9 हजार रुपये से अधिक था। इसके मुकाबले 120 किलोमीटर दूर रायपुर एयरपोर्ट से दिल्ली आने-जाने का किराया 4500-5000 रुपये के आसपास था। यानि बिलासपुर से यात्रा पर खर्च रायपुर के मुकाबले दो से तीन गुना है। दिल्ली-बिलासपुर के बीच सीधी फ्लाइट अब तक शुरू नहीं की गई है। इसे व्हाया प्रयागराज या जबलपुर ही ले जाया जाता है। उद्घाटन करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने महानगरों के लिये सीधी उड़ान सेवा देने का आश्वासन दिया था, पर यहां नाइट लैंडिंग की सुविधा भी नहीं है। एक साथ एक से ज्यादा हवाई जहाज लैंड और टेक ऑफ कर सकें ऐसा एप्रॉन और रन-वे भी नहीं बन पाया है। कुल मिलाकर यहां की सेवा बड़े कार्पोरेट या सरकारी खर्च पर यात्रा करने वाले ही उठा सकते हैं। वरना हवाई चप्पल वाला आम आदमी तो क्या, सूट-बूट वालों को भी सफर करने से पहले सोचना पड़ेगा।
एक जिस्म, दो जान की मौत...
कसडोल इलाके के खेंदा गांव के शिवराम और शिवनाथ दूसरे जुड़वा भाईयों से इस मामले में अलग थे कि उनका शरीर भी एक ही था। दो सिर, दो हाथ दो पसलियों के अलावा सब एक ही। उनकी शारीरिक संरचना ऐसी थी कि ऑपरेशन कर उन्हें अलग भी नहीं किया जा सकता था, ऐसा करने से किसी एक की या फिर दोनों की जान जा सकती थी।
फरवरी 2020 में एक वीडियो वायरल हुआ था जब वे एक स्कूटी पर पेट्रोल पंप पहुंचे थे। उन्होंने स्कूटी को अपने हिसाब से मोडिफाई कर लिया था और दोनों उस पर बैठकर सैर करते थे। दोनों का एक दूसरे के साथ सामंजस्य बैठ गया था। उन्होंने साथ-साथ अपनी जिंदगी को 19 साल तक खींचा और इसे खुलकर जीने की कोशिश भी की। आज सुबह अचानक उनकी मौत की खबर ने लोगों को स्तब्ध कर दिया। मालूम किया जा रहा है कि असमय मौत कैसे हुई। पर, दोनों भाईयों की यह छोटी सी जीवन यात्रा यादगार बन गई। लोग बरसों तक उन्हें और उनके जीने की ललक को याद करेंगे।
बस्तर बाजार में कद्दू
वैसे तो छत्तीसगढ़ के बाजारों में इस समय कद्दू या कुम्हड़ा बिकते हुए मिल जायेंगे, पर बस्तर के कद्दू की बात ही अलग है। इनके आकार इतने बड़े होते हैं कि सिर्फ खाने के लिये ही नहीं बल्कि पानी भरने के बर्तन और वाद्य यंत्र बनाने के काम में भी लाया जाता है।
पापोचाकुकुचि... !
पापोचाकुकुचि का मतलब है, पातळ पोह्यांचा कुरकुरीत चिवडा, यानि पतले पोहे से बना कुरकुरा चिवड़ा !