राजपथ - जनपथ
अब आंदोलन नहीं तो क्या करें...
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नाली निर्माण में 13 लाख रुपये के गबन की शिकायत की तो पहले तो उन्हें जांच के लिये मशक्कत करनी पड़ी, फिर जांच में दोषी तो गुहार लगाई एफआईआर दर्ज कराने के लिये। मुंगेली के इस मामले में नगरपालिका के अध्यक्ष संतूलाल सोनकर को जेल भेज दिया गया है। 15 दिन बीत गये। भाजपा ने चलो, कोई कार्रवाई नहीं की। उनका अपनी पार्टी का मामला है। पर कांग्रेसी उम्मीद कर रहे थे कि जब उनकी सरकार आई है तो शासन की कार्रवाई भी प्रावधानों के अनुसार फुर्ती करे। पर अध्यक्ष जेल जाने के बावजूद अपने पद पर बने हुए हैं। कांग्रेस पार्षदों ने नगरपालिका अधिनियम 1961 की धारा 41 का हवाला देते हुए उन्होंने कलेक्टर से 22 नवंबर से पहले कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। कहा है कि ऐसा न होने पर वे उग्र आंदोलन करेंगे। कभी कांग्रेस का गढ़ रहा मुंगेली विधानसभा सीट अब लगातार भाजपा के खाते में जा रही है। ऐसे में अपनी ही सरकार में आंदोलन करने की नौबत आ रही है, विवश हैं कांग्रेस कार्यकर्ता।
घोष वर्ग में भागवत की बातों का सार...
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने मदकू द्वीप की सभा में धर्मांतरण पर नपी-तुली बात कही लेकिन समर्पित कार्यकर्ताओं के लिये यही काफी है। आरएसएस के साथ यह सुविधा हमेशा रहती है कि वह अपने आपको राजनीतिक संगठन हीं बताता है जिसके चलते कोई सवाल नहीं। मार्गदर्शन लेने के लिये मौजूद थे भाजपा के तमाम दिग्गज। पर उन्हें किसानी, बेरोजगारी, आदिवासियों के भू-अधिकार की हालिया छत्तीसगढ़ की समस्याओं पर कोई निर्देश नहीं मिला। 2023 के चुनाव की तैयारी में हुए तीन दिन की घोष वर्ग सम्मेलन में क्या प्रस्ताव थे, किन विषयों पर चिंतन-मनन हुआ होगा, भागवत के उद्बोधन से इसका सटीक अनुमान लगाया जा सकता है।
पढ़े-लिखे सलीकेदार...
आईएएस सोनल गोयल ने यह तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा करते हुए सवाल किया है कि क्या सहानुभूति और दया को आत्मसात करने के लिए पढ़ा-लिखा होना काफी है?