राजपथ - जनपथ
पुलिस गौर करेगी शिकायत पर?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी का पब में नजर आते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कई भाजपा नेताओं ने इसे अपने ट्विटर हैंडल पर भी डालते हुए कमेंट किए हैं। बताया जाता है कि ये तस्वीर नेपाल की है, पर आरोप के मुताबिक इसके दिल्ली के कपिल मिश्रा और कुछ अन्य ने चीन का बताते हुए टिप्पणियां की हैं। एक ट्वीट यह भी है कि राहुल गांधी चीन के एजेंटों के साथ हैं क्या? क्या उनके दबाव में ही वे सेना के खिलाफ टिप्पणी करते हैं।
छत्तीसगढ़ में यह मामला ज्यादा चर्चा में इसलिए आ गया है, क्योंकि मंत्री टी एस सिंहदेव ने जगदलपुर में इस मुद्दे को लेकर कोतवाली में लिखित शिकायत दी है। ऐसा कम ही होता है कि मंत्री को कोई शिकायत करने खुद थाना जाना पड़े। और ऐसा भी नहीं होता कि मंत्री थाने में कोई शिकायत करे और पुलिस उसे पकड़ कर बैठ जाए। पहले ऐसे मामलों में कांग्रेस पदाधिकारियों तक की शिकायत पुलिस ने बिना देर लगाए दर्ज की है। थानेदार की राजनीतिक समझ को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए। उनको यह भी तो दिखा होगा कि दंतेवाड़ा और जगदलपुर में मंत्री के दौरे पर कलेक्टर, एसपी नदारत रहे।
हड़ताल लम्बी खिंच रही
महात्मा गांधी नरेगा के मजदूरों का हिसाब रखने वाले रोजगार सहायकों की हड़ताल को एक माह पूरे हो गए हैं। दूर दूर से पैदल चलकर इस वे राजधानी पहुंचे थे। उनको उम्मीद थी कि बात सुन ली जाएगी, पर ऐसा नहीं हुआ। इस गर्मी में जब गांव के लोगों के पास काम नहीं होता, मनरेगा बड़ा सहारा होता है। पर इस हड़ताल के कारण यह व्यवस्था छिन्न भिन्न हो गई है। इन रोजगार सहायकों का वेतन फिक्स है। 6000 रुपए। इनमें से कई तो 10-15 सालों से काम कर रहे हैं। बहुत लोगों ने समय पर तनख्वाह नहीं मिलने के कारण नौकरी ही छोड़ दी है। केंद्र ने प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि राज्य सरकार का अंशदान नहीं मिलने के कारण पहले से वापस ले लिया है। कुल मिलाकर ग्रामीण रोजगार से जुड़ी दोनों महत्व की योजनाओं का बुरा हाल है।
विरोध की लपट दूर तक
हसदेव अरण्य को बचाने के लिए छत्तीसगढ़ से बाहर देश के महानगरों में और विदेशों में विरोध प्रदर्शन की खबरें तो आई हैं, पर यह दृश्य यूपी के एक छोटे शहर सीतापुर का है, जहां लोगों ने कोल ब्लॉक मंजूरी को लेकर कलेक्ट्रेट के सामने विरोध जताया और राष्ट्रपति के नाम पर ज्ञापन सौंपा।