गणेशोत्सव 19 सितंबर से शुरू हो रहा है। कलाकार प्रथम पूज्य लंबोदर को आकार देने में दिन-रात जुटे हुए हैं। कलाकार स्थल सजावट की झांकियों की प्रतिमाओं में भी रंग भर रहे हैं। तस्वीर ‘छत्तीसगढ़’
फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन ने आज सुबह फेसबुक पर पोस्ट किया है कि हर इतवार की शाम उनके घर के बाहर जुटने वाले प्रशंसकों से उनकी इस किस्म की मुलाकात का सिलसिला 1982 से अभी तक लगातार चले आ रहा है।
जन्मदिन के मौके पर महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस का नागरिक अभिनंदन किया गया। इंडोर स्टेडियम में हमन सियान, हमन अभिमान मंच के बैनर तले छत्तीसगढ़ सर्वसमाज द्वारा यह अभिनंदन किया गया। इस मौके पर कबीर पंथ के प्रमुख प्रकाश मुनि, धर्मगुरु रावतपुरा सरकार, शदाणी दरबार के मुखिया संत युधिष्ठर लाल और सतनामी समाज के गुरु बालदास सहित अन्य विशिष्टजन मौजूद थे।
शुक्रवार रात हुई बारिश से भाटागांव सेजबहार का पूरा इलाका जलमग्न हो गया है। यहां के रहवासियों को पास के प्राथमिक शाला में व्यवस्थित किया गया है । इलाके में एक रपटे की ऊंचाई बढ़ा दिए जाने से बैक वॉटर बस्ती में जा घुसा है। साथ छोटी नालियां और एक बड़े नाले की पानी भी बहकर बस्ती में भर गया है।
कल सावन का दूसरा सोमवार है। और अमावस्या भी है। इस दिन को छत्तीसगढ़ में हरेली त्यौहार मनाया जाता है। इस मौके पर गांव-गांव में गेड़ी दौड़ की परंपरा भी है। जो शहरों तक आ पहुंची है। राजधानी के मरीन ड्राइव से लेकर मॉल तक में गेड़ी बिक रही है। कीमत भी मौके के अनुसार अलग-अलग है, जो शौक पूरा करने में आड़े नहीं आ रही। कल से ही पारंपरिक ग्रामीण खेलों का छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक शुरू हो रहा है। इसमें भी गेड़ी दौड़ शामिल है। तस्वीर / ‘छत्तीसगढ़’
थानों में हथकडिय़ों का इस्तेमाल वैसे तो मुजरिमों के लिए किया जाना चाहिए, लेकिन जब साइकिल को बचाना हो, तो हथकड़ी और चेन से उसे भी बांधा जा सकता है। वैसे यह बात थोड़ी सी अटपटी है कि थाने के भीतर पुलिस की साइकिल भी सुरक्षित नहीं है। लेकिन एक दूसरे नजरिए से देखें, तो थाने के अहाते में मुजरिमों का ही अधिक आना-जाना रहता है, और साइकिल खतरे में सचमुच ही हो सकती है। तस्वीर / ‘छत्तीसगढ़’ / जय गोस्वामी
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 8 जून। प्राकृतिक सुंदरता को प्रभावी बनाने वाली तितलियां भी भीषण गर्मी की मार झेल रही है। मंडला जिले में स्थित कान्हा-किसली राष्ट्रीय उद्यान के सरही के जंगल में रंग-बिरंगी तितलियां हवाई कलाबाजी दिखाते पर्यटकों का ध्यान खींच रही है। एक नदी के किनारे गर्मी के असर से प्यासी तितलियों का झुंड एक ही जगह जमा नजर आया। 'छत्तीसगढ़' के फोटोग्राफर अभिषेक यादव गला तर कर रही तितलियों की झुंड को अपने कैमरे में कैद किया।
भाजयुमो ने मंगलवार को भूपेश सरकार के खिलाफ घोटालों की बारात निकाली। इसमें युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के अलावा पार्टी के सीनियर नेता भी थे। ‘घोटालों की बारात’ जयस्तंभ चौक से शंकरनगर तक के लिए निकली। युवा मोर्चा कार्यकर्ता शराब केस को लेकर आबकारी मंत्री कवासी लखमा के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। तस्वीर / ‘छत्तीसगढ़’
रविवार को भगवान श्री जगन्नाथ की स्नान यात्रा हुई। गायत्री नगर स्थित मंदिर में यह यात्रा निकाली गई। देवी शीतला के समक्ष सुनाकूप से 108 कलशों के जल से तीनों विग्रहों का स्नान कराया गया। इसके साथ ही अगली अमावस्या तक महाप्रभु एक तरह से क्वांरटीन रहेंगे। 19 जून को नेत्र उत्सव और 20 जून को रथयात्रा होगी। तस्वीर /‘छत्तीसगढ़’
रायपुर। यह जलमग्न सडक़ राजधानी की लाइफ लाइन जेल रोड की है। जेल मुख्यालय चौक पर भूमिगत पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से आज सुबह से पानी बह रहा है। यह पाइप लाइन देवेन्द्र नगर और फाफाडीह को जोड़ता है। दोपहर इन पंक्तियों के लिखे जाने तक सुधार कार्य शुरू नहीं हो पाया था। पाइप लाइन किसी खुदाई से नहीं फूटी, बल्कि क्रैक होकर पानी सडक़ को चीरते हुए बह रहा है। यानि निर्माण के समय लापरवाही बरती गई।
राजनांदगांव, 21 मई। जनजाति इलाकों की महिलाओं की जीवनशैली का एक अलग ही अंदाज रहा है। अपनी धुन में रमी छत्तीसगढ़ महतारी पीठ में एक बच्चे को लादकर रास्ता तय कर रही है। कवर्धा के सुदूर इलाके चिल्फी के भीतरी गांव कुंडपानी में गर्मी की परवाह छोडक़र छत्तीसगढ़ महतारी काम से लौट रही है। यह तस्वीर एक तरह से जनजाति इलाकों की पिछड़ेपन को भी जाहिर कर रही है। तस्वीर / ‘छत्तीसगढ़’ / अभिषेक यादव
पिछले कुछ दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी से जनजीवन ठिठक सा गया है। वर्किंग-डे में दफ्तर जाने वालों की तो मजबूरी, आवश्यकता भी है। लेकिन रविवार को छुट्टी की मौज-मस्ती से परे सूरज से खौफ जदा शहर वीरान रहा। तस्वीर जयस्तंभ चौक की। तस्वीर/‘छत्तीसगढ़’
इन तस्वीरों को खींचने वाले पत्रकार प्रफुल्ल ठाकुर ने इनके बारे में लिखा- जंगल जाने से पहले सरई के फूल मन में खिल चुके थे। हालांकि जंगल में वे पहले ही खिले हुए थे। मेरे जाने से पहले मेरा मन जंगल पहुंच चुका था और बहुत सारे सरई के फूल बीन चुका था, मैं वहां बाद में पहुंचा। मैं जब वहां पहुंचा तो मन सरई के फूलों से लदा हुआ था। जैसे सरई के पेड़ लदे हुए थे। मैं और मन अब एक ही जगह पर थे, जहां सरई के पेड़ थे और पेड़ फूलों से लदे हुए थे। मैंने फूलों को हाथ लगाया और मन खुशी से झूम उठा।
स्टेशन यार्ड को रायपुर-बिलासपुर और महासमुंद रेल लाइनों से हंटर कनेक्ट किया जा रहा है। यह कार्य कुछ दिनों से चल रहा है। जो अंतिम चरण में हैं। मंगलवार को हाईटेंशन विद्युत तारों को अलग-अलग टै्रक के लिए पृथक किया जा रहा। कल सुबह 9 बजे के बाद से ट्रेनें यथावत दौडऩे लगेंगी। तस्वीर / ‘छत्तीसगढ़’