राष्ट्रीय
फ्राइड पोटैटो यानी भुना हुआ आलू। असली नाम पोम फ्रिट्स या फ्रेंच फ्राइस। सिर्फ फ्रांस और बेल्जियन लोगों को ही यह पसंद नहीं है, फ्राइड पोटैटो के दीवाने पूरी दुनिया में हैं, लेकिन दोनों में विवाद है कि इसकी शुरुआत कहां हुई।
आलू के टुकड़ों को गर्म तेल में छान कर खाने की परंपरा भले ही भारत में भी रही हो, लेकिन दुनिया में लोकप्रिय यह भुज्जी नहीं, बल्कि फ्रेंच भाषा का शब्द पोम फ्रिट्स है। फ्रांस और बेल्जियम के लोग इस विवाद का हल नहीं ढूंढ पाए हैं कि उनमें से किसने आलू के टुकड़ों को तेल में तल कर बेचने की शुरुआत की। समाजशास्त्री भी इसकी खोज नहीं कर पाए हैं।
बेल्जियम में पोम फ्रिट्स वहां राष्ट्रीय आहार माना जाता है। बेल्जियम में आलू के टुकड़ों को पहले 140 डिग्री पर तलकर बाहर निकाल कर रख दिया जाता है। उसके बाद परोसने से पहले उसे 160 डिग्री पर फिर से तला जाता है। लक्ष्य होता है उसे बाहर से क्रिस्पी और अंदर से मुलायम रखना। फ्रेंच लोग अपने पोम फ्रिट्स को कांटों के चम्मच से खाते हैं जबकि बेल्जियम के लोग उसे अंगुलियों से एक एक उठाकर सॉस में लगाकर खाना पसंद करते हैं, वह भी दिन के किसी भी समय।