राष्ट्रीय
दिल्ली में जंतर-मंतर पर मुसलमान विरोधी भड़काऊ नारे लगाने के मामले में सोमवार की रात दिल्ली पुलिस ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के करावल नगर इलाक़े से दीपक सिंह हिंदू नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया.
अंग्रेज़ी अख़बार द इंडियन एक्सप्रेस लिखता है कि दीपक सिंह हिंदू ख़ुद को 'हिंदू फ़ोर्स' नामक संगठन का अध्यक्ष बताते हैं.
रविवार को संसद से कुछ ही मीटर की दूरी पर 'औपनिवेशिक काले क़ानूनों' के ख़िलाफ़ प्रदर्शन हुआ था जिसके आयोजक दिल्ली बीजेपी के पूर्व प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय थे.
पुलिस ने इस मामले में वीडियो फ़ुटेज के ज़रिए चार लोगों की पहचान की है जिनके नाम दीपक, विनीत क्रांति, पिंकी भैया और उत्तम मलिक हैं.
स्पेशल सीपी (क्राइम ब्रांच) प्रवीर रंजन के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की इंटर-स्टेट-सेल की टीम को छापेमारी करके इन लोगों को पकड़ने का ज़िम्मा सौंपा गया है.
एक वरिष्ठ पुलिस अफ़सर ने अख़बार से कहा, "एक टीम दीपक के घर के बाहर थी और जब वो बाहर से आया तो उसे रात 12.40 बजे हिरासत में ले लिया गया."
एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अफ़सर ने कहा, "31 जुलाई को दीपक ने लोगों को पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज में एक मज़ार पर हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए बुलाया था."
जंतर मंतर पर हुए इस कार्यक्रम के लिए पुलिस की अनुमति नहीं थी. सोमवार की सुबह दिल्ली पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 153-ए (दो समूहों में दुश्मनी भड़काने के लिए) और 188 (लोक सेवक के विधिवत आदेश की अवहेलना) के तहत मामला दर्ज किया है.
इसके साथ ही डीडीएमए क़ानून के तहत कोविड दिशानिर्देशों के उल्लंघन के संबंध में भी मामला दर्ज किया गया है. (bbc.com/hindi)