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हैदराबाद, 7 सितंबर | केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 17 सितंबर को तेलंगाना मुक्ति दिवस के मौके पर निर्मल जिले में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। भाजपा नेता और आदिलाबाद से पार्टी सांसद सोयम बापू राव ने मंगलवार को कहा कि शाह वेई उदाला मारी में जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा को लेकर पार्टी व्यापक इंतजाम कर रही है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय जनसभा में शामिल होने के लिए अपनी चल रही 'पदयात्रा' को एक दिन के लिए रोकेंगे।
शाह की इस जनसभा को हुजूराबाद विधानसभा सीट पर होने वाले चुनाव के लिए भाजपा के अभियान के हिस्से के रूप में भी देखा जा रहा है।
भाजपा लंबे समय से मांग कर रही है कि सरकार को आधिकारिक तौर पर तेलंगाना मुक्ति दिवस मनाना चाहिए।
साल 2014 में तेलंगाना के गठन के बाद अविभाजित आंध्र प्रदेश की सरकारों और टीआरएस सरकार ने हालांकि इस आधार पर मांग को ठुकरा दिया था कि इससे सांप्रदायिक परेशानी हो सकती है।
17 सितंबर, 1948 को भारत की सैन्य कार्रवाई 'ऑपरेशन पोलो', जिसे 'पुलिस कार्रवाई' के नाम से जाना जाता है, के बाद तत्कालीन हैदराबाद राज्य का भारतीय संघ में विलय कर दिया गया था।
भाजपा कार्यकर्ता मुक्ति दिवस पर हर साल सरकारी कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने की कोशिश करते हैं, ताकि आधिकारिक तौर पर इस दिन को मनाने की मांग की जा सके। भाजपा ने आरोप लगाया है कि सत्ताधारी पार्टी टीआरएस ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) से डरी हुई है।
शाह द्वारा संबोधित की जाने वाली जनसभा वेई उदाला मारी में होगी। ऐसा कहा जाता है कि निजाम के 'रजाकार' (स्वयंसेवकों) ने उदाला मारी में एक बरगद के पेड़ के पास निजाम की सरकार के खिलाफ लड़ रहे 1,000 लोगों को कथित तौर पर मार डाला था। बाद में इस जगह को वेई उदाला मारी के नाम से जाना जाने लगा।(आईएएनएस)