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आर्यन ख़ान के साथ सेल्फ़ी वाले किरण गोसावी गिरफ़्तार
28-Oct-2021 3:04 PM
आर्यन ख़ान के साथ सेल्फ़ी वाले किरण गोसावी गिरफ़्तार

इमेज स्रोत,SOCIAL MEDIA

बॉलीवुड स्टार शाहरुख़ ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान पर चल रहे ड्रग्स मामले में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी के स्वतंत्र गवाह किरण गोसावी को पुणे सिटी पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है.

किरण गोसावी प्राइवेट (स्वघोषित) जासूस हैं और आर्यन ख़ान मामले में एनसीबी ने उन्हें स्वतंत्र गवाह बनाया था. गोसावी को पुणे पुलिस ने 2018 के एक धोखाधड़ी केस में गिरफ़्तार किया है.

आर्यन ख़ान के साथ किरण गोसावी की सेल्फ़ी लेते हुए एक तस्वीर वायरल हुई थी. आर्यन ख़ान की गिरफ़्तारी के बाद की यह तस्वीर थी. इस सेल्फ़ी के बाद किरण का कुछ पता नहीं था.

इसके बाद से आर्यन ख़ान मामले में किरण की भूमिका को लेकर भी सवाल उठ रहे थे. बाद में ख़बर आई कि वो उत्तर प्रदेश में हैं और उन्होंने यूपी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने की बात भी कही थी.

हालाँकि बुधवार को वो पुणे गए और उन्होंने समाचार चैनलों से कहा कि वह मुंबई में एनसीबी अधिकारियों के सामने पेश होंगे.

गोसावी पर आरोप
पुणे पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि पुणे पुलिस के क्राइम ब्रांच ने गुरुवार सुबह किरण के मुंबई जाने से पहले ही गिरफ़्तार कर लिया.

एनसीबी की रेड में किरण गोसावी के शामिल होने को लेकर सवाल उठ रहे थे. पुणे में कस्बा पीठ इलाक़े के चिन्मय देशमुख ने किरण गोसावी के ख़िलाफ़ 29 मई, 2018 को फ़रास्खाना पुलिस स्टेशन पर एफ़आईआर दर्ज कराई थी.

एफ़आईआर के अनुसार, गोसावी ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर होटल मैनेजमेंट की नौकरी के लिए विज्ञापन पोस्ट किया था और देशमुख इसी नौकरी के लिए उनसे संपर्क में आए थे.

आरोप है कि किरण ने देशमुख को मलेशिया में नौकरी दिलाने का वादा किया था और इसके बदले में अपने अकाउंट में 3.09 लाख रुपए ट्रांसफर करने के लिए कहा था. लेकिन किरण ने पैसे तो ले लिए और देशमुख को नौकरी नहीं मिली. जब देशमुख ने पैसे मांगे तो पैसे भी वापस नहीं किए. किरण के ख़िलाफ़ पुलिस ने आईपीसी के सेक्शन 419 और 420 के तहत मामले दर्ज किए थे.

बॉलीवुड स्टार शाहरुख़ ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान पर चल रहे ड्रग्स मामले में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी एनसीबी के स्वतंत्र गवाह किरण गोसावी को पुणे सिटी पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है.

किरण गोसावी प्राइवेट (स्वघोषित) जासूस हैं और आर्यन ख़ान मामले में एनसीबी ने उन्हें स्वतंत्र गवाह बनाया था. गोसावी को पुणे पुलिस ने 2018 के एक धोखाधड़ी केस में गिरफ़्तार किया है.

आर्यन ख़ान के साथ किरण गोसावी की सेल्फ़ी लेते हुए एक तस्वीर वायरल हुई थी. आर्यन ख़ान की गिरफ़्तारी के बाद की यह तस्वीर थी. इस सेल्फ़ी के बाद किरण का कुछ पता नहीं था.

इसके बाद से आर्यन ख़ान मामले में किरण की भूमिका को लेकर भी सवाल उठ रहे थे. बाद में ख़बर आई कि वो उत्तर प्रदेश में हैं और उन्होंने यूपी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने की बात भी कही थी.

हालाँकि बुधवार को वो पुणे गए और उन्होंने समाचार चैनलों से कहा कि वह मुंबई में एनसीबी अधिकारियों के सामने पेश होंगे.

एनसीबी की रेड में किरण गोसावी के शामिल होने को लेकर सवाल उठ रहे थे. पुणे में कस्बा पीठ इलाक़े के चिन्मय देशमुख ने किरण गोसावी के ख़िलाफ़ 29 मई, 2018 को फ़रास्खाना पुलिस स्टेशन पर एफ़आईआर दर्ज कराई थी.

एफ़आईआर के अनुसार, गोसावी ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर होटल मैनेजमेंट की नौकरी के लिए विज्ञापन पोस्ट किया था और देशमुख इसी नौकरी के लिए उनसे संपर्क में आए थे.

आरोप है कि किरण ने देशमुख को मलेशिया में नौकरी दिलाने का वादा किया था और इसके बदले में अपने अकाउंट में 3.09 लाख रुपए ट्रांसफर करने के लिए कहा था. लेकिन किरण ने पैसे तो ले लिए और देशमुख को नौकरी नहीं मिली. जब देशमुख ने पैसे मांगे तो पैसे भी वापस नहीं किए. किरण के ख़िलाफ़ पुलिस ने आईपीसी के सेक्शन 419 और 420 के तहत मामले दर्ज किए थे.

13 अक्टूबर को पुणे सिटी पुलिस ने किरण गोसावी के ख़िलाफ़ लुकआउट नोटिस जारी किया ताकि वो देश छोड़कर ना जा सकें. इसी महीने 18 अक्टूबर को पुलिस ने शरहबानो क़ुरैशी को मुंबई के गोवांडी स्थित उनके आवास से गिरफ़्तार किया था. बानो तब किरण की असिस्टेंट थीं. जाँच में पता चला है कि देशमुख का पैसा बानो के अकाउंट में ही गया था.

तीन और धोखाधड़ी के मामले में किरण गोसावी का नाम है. इनमें 2007 में अंधेरी पुलिस स्टेशन और दो 2015-2017 में थाणे के कपूरबावड़ी पुलिस स्टेशन पर मामले दर्ज किए गए थे.
13 अक्टूबर को पुणे सिटी पुलिस ने किरण गोसावी के ख़िलाफ़ लुकआउट नोटिस जारी किया ताकि वो देश छोड़कर ना जा सकें. इसी महीने 18 अक्टूबर को पुलिस ने शरहबानो क़ुरैशी को मुंबई के गोवांडी स्थित उनके आवास से गिरफ़्तार किया था. बानो तब किरण की असिस्टेंट थीं. जाँच में पता चला है कि देशमुख का पैसा बानो के अकाउंट में ही गया था.

तीन और धोखाधड़ी के मामले में किरण गोसावी का नाम है. इनमें 2007 में अंधेरी पुलिस स्टेशन और दो 2015-2017 में थाणे के कपूरबावड़ी पुलिस स्टेशन पर मामले दर्ज किए गए थे.

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