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कानन पेंडारी जू में एक ही दिन खुशी और मायूसी का माहौल देखने को मिला
बिलासपुर, 19 अप्रैल। कानन पेंडारी की बाघिन रंभा ने एक साथ चार शावकों को जन्म दिया वहीं दूसरी तरफ शेरनी मौसमी की प्रसव के दौरान मौत हो गई। उसके गर्भ के दो शावक भी जीवित नहीं रहे।
सोमवार को कानन पेंडारी में एक साथ खुशी और गम का माहौल देखने को मिला। बाघिन रंभा ने चार शावकों को सोमवार को एक साथ जन्म दिया। सूचना मिलने पर कानन पेंडारी प्रबंधकों ने डॉक्टरों की टीम बुलाई। सभी शावकों और बाघिन को स्वस्थ पाया गया। कानन पेंडारी में बाघिन रंभा ने दूसरी बार शावकों को जन्म दिया है। उसने पहली बार गर्भवती होने के बाद भैरव टाइगर को जन्म दिया था, जिसने कुछ दिन ही पहले अपने केज को तोड़कर एक बाघिन चेरी जो रंभा की मां थी, पर हमला कर दिया था। इससे चेरी ने दम तोड़ दिया था। बाघिन रंभा की टाइगर शिवाजी के साथ मेटिंग कराई गई थी। बाघिन चेरी की मौत के बाद कानन पेंडारी जू में बाघों की संख्या कम हो गई थी अब यहां नौ बाघ हो चुके हैं। जन्म लिए शावक नर हैं या मादा इसके बारे में एक-दो दिन के भीतर डॉक्टर जानकारी देंगे।
दूसरी तरफ जू में वन्य प्राणियों की मौत का सिलसिला जारी है। एक तरफ कानन पेंडारी जू में चार शावकों के जन्म की खुशी थी, वहीं दूसरी तरफ शेरनी मौसमी की मौत ने सभी को मायूस कर दिया। शेरनी में रविवार को प्रसव के लक्षण दिखे और सोमवार तक वह लगातार प्रसव का प्रयास कर रही थी। शाम को उसकी तबीयत अचानक बिगड़ी और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम करने पर शेरनी के गर्भ के दोनों शावक मृत पाए गए। कानन पेंडारी जू में मौसमी की मौत के बाद अब तीन-तीन नर और मादा शेर रह गए हैं। कानन पेंडारी जू में ही 4 साल पहले मौसमी का जन्म हुआ था। उसकी मां वर्षा अभी कानन पेंडारी में ही है।