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गुलाम नबी के इस्तीफे पर रार
रायपुर, 26 अगस्त। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद दिल्ली की तरह रायपुर में भी सियासती रार तेज हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर आजाद के इस्तीफे पर निशाना साधा है तो वहीं सांसद सुनील सोनी और भाजपा प्रवक्ता राजेश मूणत ने कहा कि कांग्रेस में नेता घुटन महसूस कर रहे हैं।
सीएम बघेल ने अपने ट्वीट में आजाद को कोट-अनकोट करते हुए कहा कि कांग्रेस में तो सब ‘आजाद’ ही होते हैं. अपने विचारों से, अपने तरीकों, अपने सुझावों से. सभी ‘आजाद’ होते हुए, हर महत्वपूर्ण बैठक और हर महत्वपूर्ण निर्णय का हिस्सा होते हैं. पार्टी अगर संघर्ष के दौर से गुजरे तो सड़क पर झंडा और पर्चे लेकर निकलने से कौन रोकता है? बाकि जो है सो है..।
सांसद सुनील सोनी ने सीएम बघेल को जवाब दिया है कांग्रेस से गुलाम नबी आजाद हो गए क्योंकि मौजूदा कांग्रेस में सोनिया राहुल-प्रियंका के सलाहकार ही आबाद होते हैं। कांग्रेस एक निजी स्वामित्व वाली कंपनी में तब्दील हो गई है। इसके मालिक के वफादार ही सूबेदार से लेकर ओहदेदार बने हुए हैं। देश, जनता और पार्टी के लिए सोचने वालों के लिए कांग्रेस में कोई स्थान नहीं है।
पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी के लिए चिंता का विषय है। कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा और उसके बाद गुलाम नबी आजाद आज कांग्रेस पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। यह इस बात को इंगित करते हैं कि वह सब कांग्रेस पार्टी में घुटन महसूस कर रहे थे. जिस सिद्धांत और विचारों के साथ कांग्रेस पार्टी चलती थी उन विचारों को त्याग करके व्यक्ति विशेष पर आधारित यह कांग्रेस पार्टी हो गई है.यह कांग्रेस के लिए सोचने का प्रश्न है. कहीं ना कहीं उनके मन में जो उनका योगदान है जो पार्टी के लिए 40 साल से पार्टी में काम कर रहे हैं. ऐसे नेता अगर पार्टी से पलायन कर रहे हैं तो आत्म चिंतन कांग्रेस पार्टी के नेताओं को करना चाहिए कि आखिर में या नेता क्यों पार्टी छोड़कर जा रहे हैं.