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नई दिल्ली, 6 सितंबर। बिहार में एनडीए से अलग होकर, महागठबंधन की नई सरकार बनाने के बाद सोमवार को पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाक़ात की.
इस मुलाक़ात के बाद एक बार फिर से अटकलें तेज़ हो गई कि क्या नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का चेहरा हो सकते हैं.
इसपर बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने तंज़ भरे अंदाज़ में कहा है कि प्रधानमंत्री पद पर कोई वैकेंसी नहीं है. उन्होंने ये भी कहा कि जितनी कोशिश नीतीश कुमार आज दिल्ली में कर रहे हैं यदि उतनी बिहार के विकास परियोजनाओं पर की होती तो इतने बिहारी युवा बेरोज़गार न होते.
रविशंकर प्रसाद ने सिलसिलेवार ट्वीट किए और कहा, "आप तो डॉक्टर राम मनोहर लोहिया के शिष्य हैं जो ग़ैर कांग्रेसवाद के पहले प्रवर्तक थे. आज कहां चले गए आप? ये आपकी कौन सी महत्वकांक्षा जग गई. प्रधानमंत्री पद की कोई वेकेंसी नहीं है और बहुत से दावे विपक्ष में पहले से ही खड़े हैं. आप भी खड़े हो जाएं."
नीतीश कुमार तीन दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं. सोमवार को नीतीश कुमार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से उनके आवास पर मुलाक़ात की. माना जा रहा है कि दोनों के बीच करीब एक घंटे बातचीत चली. दोनों नेताओं के बीच इस वार्ता को अब विपक्षी दलों की मोदी सरकार के ख़िलाफ़ मोर्चेबंदी की मुहिम से जोड़कर देखा जा रहा है.
इसके बाद नीतीश कुमार ने कर्नाटक के पूर्व सीएम और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी से भी मुलाक़ात की. हाल के दिनों में कई मौकों पर नीतीश कुमार के 2024 में पीएम पद का उम्मीदवार बनने की अटकलें तेज़ हुई हैं लेकिन बिहार सीएम ने कहा है कि वो इस दौड़ में शामिल नहीं हैं. (bbc.com/hindi)