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तमिलनाडु के दो पूर्व मंत्रियों के ठिकानों पर सतर्कता एवं भ्रष्टाचार रोधी निदेशालय की छापेमारी
14-Sep-2022 8:17 AM
तमिलनाडु के दो पूर्व मंत्रियों के ठिकानों पर सतर्कता एवं भ्रष्टाचार रोधी निदेशालय की छापेमारी

कोयंबटूर/चेन्नई, 14 सितंबर। सतर्कता एवं भ्रष्टाचार रोधी निदेशालय (डीवीएसी) के अधिकारियों ने कथित भ्रष्टाचार के दो अलग-अलग मामलों में विभिन्न शहरों में राज्य के दो पूर्व मंत्रियों के परिसरों पर छापेमारी की।

ऑल इण्डिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के अंतरिम प्रमुख के. पलानीस्वामी ने आरोप लगाया कि पिछले सप्ताह लागू संशोधित बिजली दरों को लेकर सरकार के खिलाफ विपक्ष के विरोध से ध्यान भटकाने के लिए तलाशी अभियान चलाया गया।

ग्रामीण इलाकों में 2015-18 के दौरान एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने के मामले में अन्नाद्रमुक के कद्दावर नेता एस. पी. वेलुमणि से संबंधित 31 स्थानों पर छापेमारी की गई है।

डीवीएसी ने एलईडी लाइटें लगाने के लिए अपनी करीबी सहयोगी कंपनियों को अनुचित तरीके से निविदाएं देकर सरकारी पद का दुरुपयोग करने के आरोप में वेलुमणि के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था। प्राथमिकी के आधार पर कोयंबटूर, चेन्नई और तिरुचिरापल्ली में 26 स्थानों पर छापेमारी की गई

डीवीएसी ने एक बयान में कहा कि इससे सरकारी राजस्व को लगभग 500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

बयान के अनुसार 32.98 लाख रुपये नकद, 1,228 ग्राम स्वर्णाभूषण और 10 कारों की 'पहचान' की गई। इसमें कहा गया है कि आपत्तिजनक 316 दस्तावेज जब्त किए गए। हालांकि, पूर्व मंत्री ने दावा किया कि उनके घर से कुछ भी आपत्तिजनक दस्तावेज नहीं मिला और यह कार्रवाई "राजनीतिक प्रतिशोध" का परिणाम है।

छापेमारी की खबर सुनते ही बड़ी संख्या में अन्नाद्रमुक के कार्यकर्ता और नेता शहर के पलक्कड़ मेन रोड पर वेलुमणि के घर के सामने जमा हो गए, जिससे तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। हंगामे में शामिल होने के आरोप में पार्टी के सात विधायकों को हिरासत में ले लिया गया।

इसी तरह, डीवीएसी ने राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के नियमों के खिलाफ जाकर एक निजी मेडिकल कॉलेज को प्रमाण पत्र जारी करने के संबंध में अन्नाद्रमुक सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे सी. विजयभास्कर के खिलाफ भी छापेमारी की।

डीवीएसी ने कहा कि प्राथमिकी के आधार पर उनके पैतृक स्थान पुदुकोट्टई, थेनी और चेन्नई सहित 13 स्थानों पर छापेमारी की गई। बयान के अनुसार 18.37 लाख रुपये नकद और 1,872 ग्राम सोने के गहनों सहित अन्य वस्तुओं की 'पहचान' की गई।

दोनों नेता मौजूदा विधायक हैं और आय से अधिक संपत्ति के मामलों में पहले से ही डीवीएसी जांच के दायरे में हैं।

अपनी पार्टी के नेताओं के खिलाफ सतर्कता विभाग की कार्रवाई को लेकर सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) पर निशाना साधते हुए पलानीस्वामी ने कहा कि बिजली की नयी दरों से जनता का ध्यान हटाने के लिए यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने ट्वीट कर अपनी पार्टी के विधायकों को हिरासत में लेने की भी आलोचना की और उन्हें तुरंत रिहा करने की मांग की। (भाषा)

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